Comments (6)
17 Jun 2020 10:31 AM
ऐ चाय की प्याली ! इश्क तुझसे ऐसे ही ,
तेरे साथ बैठने की चाहत में ,
कई बिस्कुट के पैकेट खा जाते हैं ऐसे ही ।
शुक्रिया महोदय ?
Amber Srivastava
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17 Jun 2020 11:13 AM
बहुत खूब☺?
17 Jun 2020 07:07 AM
चाय न हो तो सब सूना लागे।
आलस न जाए निंदिया आए ।
सिर भारी लागे गुस्सा आए ।
गरमा गरम चुस्की को मन ललचाए ।
हाय रे हाय बिन चाय ये दिन ना जाए ।
धन्यवाद !
Amber Srivastava
Author
17 Jun 2020 08:29 AM
☺☺?
जिस दिन चाय पीबई नहि कोई,
दिन सम्पूर्ण नरक सम् होई ।
धन्यवाद!
जी बिल्कुल सही कहा आपने?