Comments (10)
20 Jul 2020 10:06 AM
बहुत सुंदर प्रस्तुति सर
Amber Srivastava
Author
20 Jul 2020 10:47 AM
धन्यवाद मैडम
20 Jul 2020 08:42 AM
अति सुन्दर विरहयुक्त प्रस्तुति।
धन्यवाद !
Amber Srivastava
Author
20 Jul 2020 10:47 AM
धन्यवाद उमा जी
20 Jul 2020 07:59 AM
मैं ज़िंदगी का साथ साथ निभाता चला गया।
हर फ़िक्र को धुएं में उड़ाता चला गया।
बर्बादियों का सोग़ मनाना फिज़ूल था।
बर्बादियों का जश्ऩ मनाता चला गया।
श़ुक्रिया !
Amber Srivastava
Author
20 Jul 2020 10:48 AM
श़ुक्रिया
20 Jul 2020 07:47 AM
लाजवाब प्रस्तुति
Amber Srivastava
Author
20 Jul 2020 10:48 AM
श़ुक्रिया दोस्त
Touching
Thanks