Comments (4)
18 Jul 2020 09:53 AM
रवि आगम प्रकाश पुंजों से प्रकाशित नवजीवन। नवआकांक्षाओं और नवअभिलाषाओं का उत्प्रेरण नवजीवन।
सतत् संघर्षरत आत्मविश्वास प्रेरणादायक नवजीवन
नवसंभावनाओं एवं नवसृजन का स्रोत नवजीवन
नवपदार्पण एवं अग्रसर नव पथ पर प्रशस्त नवजीवन।
नव किरणों से आच्छादित नवउल्लसित नवजीवन।
प्रकृति ही जीवन का प्रकाश और जीवन का आधार है।
प्रकृतिविहीन सृष्टि की कल्पना निराधार है।
धन्यवाद !
Amber Srivastava
Author
18 Jul 2020 06:06 PM
धन्यवाद
बहुत बहुत सुंदर रचना
शुक्रिया