ओनिका सेतिया 'अनु ' 2004 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Next ओनिका सेतिया 'अनु ' 3 Nov 2022 · 1 min read अनकही जुबान कहने भर को सब अपने हैं , मगर हकीकत में अपना कोई नहीं । कौन समझे दिल की अनकही जुबान , जब किसी के पास दिल ही नहीं । Hindi · शेर 1 191 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 3 Nov 2022 · 1 min read दर्द का सिलसिला सिलसिलेवार दिल का दर्द बढ़ता जा रहा है । इस जालिम तकदीर का सितम भी बढ़ता जा रहा है । काश ! कोई तो रहनुमा ,कोई फरिश्ता मिल जाता ,... Hindi · शेर 1 175 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 3 Nov 2022 · 1 min read बीमार ए दिल ज़हन का मर्ज अब दिल का आज़ार बन गया, अधूरी तमन्नाओं का शोर "अनु" को बीमार कर गया । Hindi · शेर 152 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 28 Oct 2022 · 1 min read अध्यक्ष चाहे कोई भी बने , अध्यक्ष चाहे कोई भी बने , हुकम तो आला कमान का ही चलेगा। तुम तो बस कठपुतली हो प्यारे ! डोर तुम्हारी कोई और ही थमेगा । जिस कांग्रेस दल... Hindi · कविता 139 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 28 Oct 2022 · 1 min read इतिहास खुद को दोहराता है ... १०० साल तुमने हम पर राज किया , हम पर जुल्म ओ सितम किया । हमारी सहनशक्ति और तुम्हारी दुष्टता की पराकाष्ठा देखो । अब हमारे भारतीय मूल का व्यक्ति... Hindi · कविता 164 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 22 Oct 2022 · 2 min read वाह रे पशु प्रेम ! ( हास्य व्यंग कविता) आज कल कैसी है आई , विदेशी सभ्यता से बीमारी । पड़ोसियों के टामी को , कुत्ता कहना पड़ गया भारी । पड़ोसी तो क्या घर के लोग ही ,... Hindi · कविता 2 2 363 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 15 Oct 2022 · 1 min read जीवन साथी को जन्म दिन की बधाई .. क्या ही शुभ घड़ी आई , आपके जन्म दिन की बेला आई । सदा यूं ही हंसते मुस्कुराते रहो , आपकी मुस्कान से ही चांदनी खिल आई । फूल फूल... Hindi · कविता 4 2 243 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Oct 2022 · 1 min read अंजाम ए जिंदगी जाने क्यों और कैसे खुदा , मुझे यह कैसे शहर में ले आया। जहां आते ही हमारी खुशियों , का जहान उजड़ गया । दिल का चैन खत्म, और सुकून... Hindi · कविता 2 561 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Oct 2022 · 1 min read बॉलीवुड की नीचता की पराकाष्ठा बॉलीवुड वालों ने नई तकनीकी का प्रयोग कर , आदि पुरुष नाम की फिल्म बनाई । मगर यह हिंदू समाज को रास न आई । आए भी कैसे इन्होंने पहुंचाया... Hindi · कविता 1 260 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 9 Oct 2022 · 1 min read आह्वान निज धर्म के सम्मान हेतु , ना उठाओगे यदि अपने चरण। तो यूं ही उपहास बनता रहेगा, होगा इसके अस्तित्व का क्षरण । कभी फिल्मी दुनिया वाले , तो कभी... Hindi · कविता 2 280 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 2 Oct 2022 · 1 min read मुझे लौटा दो वो गुजरा जमाना ... मुझे लौटा दो वो गुजरा जमाना , जो था बड़ा ही प्यारा और सुहाना । अमन और सुकून से भरकर सदा , जिंदगी गाया करती थी तराना । मौसम थे... Hindi · कविता 3 2 615 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 29 Sep 2022 · 1 min read देर आए दुरुस्त आए... सारी जिंदगी गुजर गई ,बड़ी देर बाद ख्याल आया , आशा पारेख जी के योगदान का यह सिला सामने आया । दिया अब जाकर इतना बड़ा सम्मान इनको , अब... Hindi · कविता 2 180 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 29 Sep 2022 · 1 min read शौक मर गए सब ! कहते तो हैं लोग , की शौक बड़ी चीज है । अपने शौक को जिंदा रखो । और हम भी यह मानते है । मगर कैसे ? हकीकत तो कुछ... Hindi · कविता 5 1 549 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 25 Sep 2022 · 1 min read रिश्तों की माया कौन अपना कौन पराया, अपने लिए सब माया ही माया। देखने को सबकी हकीकत , ए दुनिया वालों ! एक चिराग जलाया । मगर अफसोस ! यह चिराग , तुम्हारे... Hindi · कविता 1 262 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 25 Sep 2022 · 1 min read ढर्रा अतीत से दर्द , वर्तमान से असंतोष , और भविष्य का डर । जीवन है एक ही ढर्रे पर , नहीं कोई खुशियों की डगर । Hindi · मुक्तक 1 176 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 25 Sep 2022 · 1 min read रिश्तों की हकीवत समझो तो सब कुछ , ना समझो तो कुछ भी नहीं । इस दुनिया के रिश्तों की हकीकत , पानी के बुलबुले से कम नहीं । Hindi · शेर 1 147 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 23 Sep 2022 · 1 min read भुलक्कड़ इंद्र देव ( हास्य व्यंग कविता) बेवजह बेमौसम बरस रहे हो इंद्रदेव ! कहो ! किन ख्यालों में गुम थे । अचानक अपनी ड्यूटी याद आ गई , और ओवर टाइम करने निकल पड़े । यह... Hindi · कविता 2 274 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 21 Sep 2022 · 1 min read एक अलबेला राजू ( हास्य कलाकार स्व राजू श्रीवास्तव के नाम ) आसमान से टूटा फिर आज एक सितारा , दुनिया के रंगमंच से उतर कर एक किरदार । खो गया या ओझल हो गया अंधेरों में कहीं वो । जलवे अपने... Hindi · कविता 1 2 277 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 19 Sep 2022 · 1 min read उदासीनता इतनी अकर्मण्यता और उदासीनता, जीवन में आजकल क्यों हो रही है ? हर घड़ी ,हर पल इतनी जायदा नीरस, और जान पर बोझिल क्यों हो रही है ? सारा जोश... Hindi · कविता 5 7 323 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 19 Sep 2022 · 1 min read चीता की देखभाल एक बेजुबान को लाए हो इतनी दूर से , तो उसकी देखभाल भी तो करनी होगी । डाल ना पाए कोई शिकारी उस पर कुदृष्टि , बहुत जायदा एहतियात बरतनी... Hindi · कोटेशन 1 2 209 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 15 Sep 2022 · 1 min read हिंदी माता की आराधना हे हिंदी माता ! हम तेरा गुणगान करें । तेरे चरणों में , बारंबार नमन करें । तेरी हम पर सदा कृपा रहे, यह सदा वरदान मांगे। तुझसे रचना शीलता... Hindi · कविता 1 2 312 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 13 Sep 2022 · 2 min read पिता पराए हो गए .. दुनिया से क्या चले गए तुम , तुम्हारे लिए पराए हो गए हम । या तो सपनो में आते ही नहीं , और यदि आ गए तो देखते ही नहीं।... Hindi · कविता 1 279 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Sep 2022 · 1 min read सर्दी रानी ओ सर्दी रानी ! कब आएगी तू?, इस उमस और गर्मी से कब राहत दिलवाएगी तू? चर्म रोग और घबराहट छीन चुकी है करार , बोल इस पसीने से कब... Hindi · कविता 170 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Sep 2022 · 1 min read शोले क्या समझ कर शोलों से दिल लगाया था, जिसे समझकर शमा , हमने अपना ही दामन जलाया था। Hindi · शेर 228 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 7 Sep 2022 · 1 min read एल्मिनेशन का खौफ कभी इंडियन आइडल ,कभी सारेगामापा , और कभी सुपर स्टार सिंगर प्रतियोगिताएं । कलाकार चुनने के नाम पर देते नन्हे बच्चों को , कैसी कैसी मानसिक और हार्दिक यातनाएं ।... Hindi · कविता 1 2 285 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 2 Sep 2022 · 1 min read जनाजा जिसे समझा था हमने हीरा , वोह तो शीशा निकला । नजरों से गिरकर टूट गया , मगर उसके टुकड़े तो फिर भी , और सदा के लिए चुभते है... Hindi · कविता 170 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 2 Sep 2022 · 1 min read दर्द की इंतहा आजकल आहों का असर खुदा पर भी नहीं होता, इंसानों की तो बात ही छोड़ दो । सदाएं दे दे कर थक जाता है टूट जाता है जख्मी , तक... Hindi · शेर 257 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 2 Sep 2022 · 1 min read दौलत बड़ी या मां का दुलार ! करोड़ों की संपत्ति छोड़ गई मां, मगर अपना प्यार और दुलार तो संग ले गई मां । रुपए के चंद सिक्के ,और नोट तो नहीं पूछेंगे न दिल का हाल... Hindi · कविता 3 3 392 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 30 Aug 2022 · 2 min read भाग्य हीन का सहारा कौन ? एक छोटी सी बच्ची , उम्र है जिसकी कच्ची। दुनियादारी से अंजान , दिल की है पूरी सच्ची । कैसे करेगी अब सामना , बुरा है बहुत बैरी जमाना ।... Hindi · कविता 7 3 453 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 28 Aug 2022 · 1 min read सोशल मीडिया ( टिक टॉक) की यह तितलियां ... टिकटोक सोशल मीडिया में , अपने रूप और जवानी के जलवे दिखाती सुंदरियां । कभी मन मोहक हाव भाव तो , कभी नृत्य गान से बटोरती यह सुर्खियां । इनके... Hindi · कविता 1 261 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 26 Aug 2022 · 1 min read राजनीति और नारी सम्मान यह राजनीति की दुनिया , औरतों के लिए सुरक्षित नहीं । यहां भावनाओं को लगे ठेस, खोना पड़े मान सम्मान कहीं । फिल्म जगत की भांति , राजनीति भी ऐसा... Hindi · कविता 1 2 243 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 22 Aug 2022 · 1 min read सुनो शाहनवाज !! हो तुम आदत से मजबूर , छेड़ते हो सदा कश्मीर का राग । तुम पर भरोसा क्या करें , तुम पर लगे दहशत गर्दी के दाग। चर्चाएं और मुलाकातें बहुत... Hindi · कविता 1 220 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 20 Aug 2022 · 1 min read अभिमानी मनुष्य कुछ लोग जो यह कहते है , हम अभिमान नहीं करते । मगर वास्तव में वो अभिमानी होते हैं। क्योंकि जब कोई मदद मांगे , वोह दूर से ही सलाम... Hindi · कविता 1 2 177 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 20 Aug 2022 · 2 min read राजीव था नाम जिसका ( पूर्व प्रधान मंत्री श्री राजीव गांधी जी कि याद में ) एक राजनेता था सबसे जुदा , राजीव था नाम जिसका । राजनीति जैसे कीचड़ में, कमल सा था वजूद उसका । कितना सौम्य कितना प्यारा , शीतल सा रूप था... Hindi · कविता 1 569 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 19 Aug 2022 · 1 min read कब आओगे ,श्याम !( श्री कृष्ण जन्माष्टमी विशेष ) तेरे इंतजार में गुजरे , जीवन यह तमाम । कब आओगे तुम , मेरे प्यारे श्याम ! इतजार इतना लंबा हो गया , तुम्हें इसकी खबर नहीं । कितना और... Hindi · कविता 2 2 459 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 16 Aug 2022 · 1 min read ये निम खामोशी तुम्हारी ( पूर्व प्रधान मंत्री श्री अटल जी की याद में ) कई सालों से खामोश थे तुम , और तुम्हारी कलम भी खामोश थी। ज़िन्दगी और मौत से लड़ रहे थे , मगर यह जंग तो आख़िरी थी । फर्क तुमने... Hindi · कविता 1 290 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 16 Aug 2022 · 1 min read हर घर तिरंगा अभियान कितना सार्थक ? जिन्होंने गुलामी का दर्द सहा, वही आजादी की कीमत समझ सकते हैं। जिन्होंने गोरों के जुल्म सितम सहे, वही आज के सुकून को महसूस कर सकते हैं। वोह तो कुछ... Hindi · कविता 2 2 239 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 15 Aug 2022 · 1 min read कहां है आजादी ? कहाँ है आज़ादी ? १, देश को भ्रष्ट ,आलसी, बईमान व् अकर्मण्य नेताओं से आज़ादी मिली ? २, किसी भी सरकारी महकमे में भ्रष्ट अफसरों , से आज़ादी मिली ?... Hindi · लेख 139 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Aug 2022 · 1 min read विभाजन की पीड़ा अपनी चल अचल संपत्ति छोड़कर, अपने पुराने मित्र ,पड़ोसी छोड़कर , अपने बंधु बांधवों ,रिश्तेदारों से बिछड़कर, अपना बचपन ,जवानी की सुहानी यादों से , नाता तोड़कर , चले तो... Hindi · कविता 1 1 292 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Aug 2022 · 1 min read पाकिस्तान नहीं नापाकिस्तान विभाजन की विभीषिका का दर्द , तुमने भी सहा और हमने भी । या अपनी स्वेच्छा से दो टुकड़ों में बंटवाया, होकर एक मां के लाल भी । फिर भी... Hindi · कविता 123 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Aug 2022 · 1 min read याद करो उनकी कुर्बानी हर घर तिरंगा फाहराओ घर घर तिरंगा फहराओ, आजादी का तुम जश्न मनाओ , मगर जिन्होंने कुर्बानी दी देश की आजादी के लिए , उनको कभी मत भूलना, कुछ याद... Hindi · कविता 1 2 131 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Aug 2022 · 1 min read बदनाम कभी -कभी घर को आग लग जाती है खुद के चिराग से ही , हवाएं न मालूम क्यों यूँ ही बदनाम हो जाती है. Hindi · शेर 1 2 150 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Aug 2022 · 1 min read कब आओगे कान्हा ! जब तक न लोगे कलयुग में , हे कान्हा ! तुम कल्कि अवतार . झूठे ,पाखंडी साधू-संतो का , बढ़ता रहेगा अम्बार . बढ़ता रहा अम्बार तो तुम्हारे , भोले-भले... Hindi · कविता 1 2 156 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 6 Aug 2022 · 1 min read फुर्सत जख्म देने की बहुत है आपके पास किसी के आंसू पोंछने की , किसी के दिल को राहत देने की , या चंद लम्हे गुजारने किसी के साथ , फुर्सत नहीं जी ! मगर किसी को चोट... Hindi · कविता 1 5 161 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 6 Aug 2022 · 1 min read सच्ची मुहोबत कहीं नहीं मिलेगी ? सच्ची मुहोबत तो एक ख्वाब है , बस ख्वाब ही रहेगी । आज के मतलब परस्त जहां में , बिना गरज के नहीं मिलेगी । जो है निर्धन या असफल... Hindi · कविता 151 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 6 Aug 2022 · 1 min read प्यारा तिरंगा फहराओ घर घर तिरंगा, ताकि लहराए हर घर तिरंगा। देशभक्ति की पवित्र भावनाओं के, बयार में झूमे संग संग हमारा प्यारा तिरंगा । Hindi · कोटेशन 1 2 290 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 6 Aug 2022 · 1 min read गद्दार सबसे बड़े दुश्मन विभीषण और जयचंद , अभी तक मरे नहीं । घर हो या देश सबमें मिलेंगे , कही बाहर नहीं । कोई मनुष्य या देश कभी नहीं हारता, हारता अपनों से... Hindi · कविता 255 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 6 Aug 2022 · 1 min read अपने पराए दुश्मन को ढूढने की जरूरत नहीं , अपने घर में ही बहुत मिल जायेंगे । गैरों को भी अपना बनते देखा है , वरना अपने तो यहां गैर ही मिलेंगे... Hindi · मुक्तक 128 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 4 Aug 2022 · 2 min read चार्ली ७७७ : एक भावना प्रधान फिल्म आज voot पर चार्ली ७७७ देखकर हम बहुत रोए, वाकई बहुत दिल को छू लेने वाली फिल्म है कैसे एक गुस्सेल इंसान को एक कुत्ते ने नर्म दिल इंसान बना... Hindi · लेख 2 348 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 4 Aug 2022 · 1 min read दीवाना इस दौलत वालों की दुनिया में ,नहीं है कद्र दिलवालों की , दिखाए गर कोई अपना जिगर खोल कर ,तो उसे दीवाना कहते हैं. Hindi · शेर 1 2 259 Share Previous Page 4 Next