ओनिका सेतिया 'अनु ' 2004 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 5 Next ओनिका सेतिया 'अनु ' 4 Aug 2022 · 1 min read जालिम तकदीर कहाँ तक इंतज़ार करें हम हसरतों के पूरे होने का, यह ज़ालिम तकदीर जब हर उम्मीद का गला घोट दिया करती है । Hindi · शेर 2 219 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 3 Aug 2022 · 1 min read बेटी का पिता बेटी को ब्याह देने पर भी , उसके सुखी होने का जब तक जिसे , इत्मीनान नहीं होता । वह पिता ही होता है जो जीवन भर , बेटी का... Hindi · मुक्तक 2 2 305 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 3 Aug 2022 · 1 min read अनकही दिल की बातें .. बेजुबानों से प्यार करने वाले किस्मत वाले होते है , मगर इन जैसी पवित्र आत्माओं को प्यार करने के लिए दिल चाहिए ।और यही दिल आज के इंसानों में नहीं... Hindi · लेख 331 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 2 Aug 2022 · 1 min read हमारा तिरंगा हमारी जान तिरंगा , हमारी शान तिरंगा , हमारी आन तिरंगा, हमारे देश की एकता ,अखंडता , संस्कृति सभ्यता की पहचान है तिरंगा। यह तिरंगा न कभी झुकने पाए ,... Hindi · कविता 4 5 619 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 2 Aug 2022 · 1 min read देश के और कितने टुकड़े !! मेरे देश के सियासत दारों ने , अपने ईमान के टुकड़े किये , अपने अंदर बैठे इंसान और , ज़मीर के टुकड़े कर दिए , रियाया के अरमानो और ,... Hindi · कविता 1 219 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 2 Aug 2022 · 1 min read बेटियों के हित में .. जन-कल्याण के सेवा में... इन रोज़-रोज़ होने वाली भयानक ,शर्मनाक हादसों से भारत कब तक शर्मसार होता रहेगा और , खौफ से कांपता रहेगा. .भारत की बेटियां जब तक खूंखार... Hindi · लेख 214 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 31 Jul 2022 · 1 min read कुछ शेर रफी के नाम .. १ ) याद तुम्हारी आती है जब , पलकें हमारी गीली हो जाती हैं। नाम भी ले गर कोई तुम्हारा , तो आहें दर्द भरी निकल आती हैं. २ ,... Hindi · शेर 1 282 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 29 Jul 2022 · 1 min read दोगले लोग कितने दोगले होते है वो लोग , जो अपनी लाडली बेटी को तो सर पर चढ़ाते हैं , और पत्नी के सुख और स्वतंत्रता में, प्रधान चिन्ह लगाते हैं। वोह... Hindi · मुक्तक 214 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 29 Jul 2022 · 1 min read तेरी यादों का बरसता सावन एक वह बरसात थी , जिसमें भीगा करता था तन मन । एक वह बरसात भी थी , जिसमें भीगा था कफ़न , तब से कितनी बरसते अाई और चली... Hindi · कविता 1 4 125 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 29 Jul 2022 · 1 min read रफी और कलाम इस जुलाई माह ने हमसे दो महान शख्सियतें छीनी हैं. बरसात के साथ आंसुओं की बरसात ने हमारी आँखें भिगोई हैं. कर्म करते हुएजीवन में दोनों ने ही संसार से... Hindi · लेख 4 188 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 28 Jul 2022 · 1 min read प्रभु !कब आओगे ? कलयुग तो अत्यधिक बढ़ गया , मनुष्य भी ईमान से बहुत गिर गया, जाने तुम कब खबर लोगे इस दुनिया की, प्रभु ! क्या अब तक तुम्हारा अवतार लेने का... Hindi · मुक्तक 2 2 232 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 28 Jul 2022 · 1 min read इतनी भी क्या जल्दी थी कलाम इतनी जल्दी क्या थी ऐ कलाम ! दुनिया से रुखसत लेने की . अभी तुम्हारे मादर -ऐ- वतन को तुम्हारी बहुत ज़रूरत थी . आने वाली पीडी को तुम्हारे मार्ग... Hindi · कविता 1 2 246 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 27 Jul 2022 · 1 min read वीर सैनिकों के हित में हमारे फर्ज .. जो देते है देश के लिए अपनी जान , जिनकी वजह से हम निश्चित रहते हैं। ऐसे बहादुर और बलिदानी वीर सैनिकों , के लिए हम देशवासियों का भी फर्ज... Hindi · कविता 3 6 351 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 27 Jul 2022 · 1 min read असली हीरो हीरो वोह नहीं जो निर्लज्ज होकर , नग्न अवस्था में चित्र खिंचवाए । हीरो वोह भी नहीं जो डुप्लिकेट , के सहयोग से१० -१० गुंडे मरवाए । असली हीरो तो... Hindi · कविता 1 2 312 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 27 Jul 2022 · 1 min read पुण्य स्मरण बहुमुखी प्रतिभा के धनी , महान वैज्ञानिक ,दार्शनिक महापुरुष श्री अबुल कलाम जी को शत-शत नमन. भारत के प्रति उनके योगदान को कभी भुला न सकेंगे हम. उनके आदर्श जीवन... Hindi · कविता 1 169 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 27 Jul 2022 · 1 min read बेवफा जिंदगी जिंदगी गर हमसे वफ़ा करती , तो मौत का ख्याल क्यों करते ? क्यों रह -रह दमन को हम अपने , अश्कों से सदा भिगोते ही रहते ? ग़मों का... Hindi · मुक्तक 1 225 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 27 Jul 2022 · 1 min read चंद खुशियां जब भी मुस्कुराने लगे , साथ ही आंसू भी मिल गए। मिली थी चंद खुशियाँ, मगर गम भी मिल गए । Hindi · शेर 1 163 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 27 Jul 2022 · 1 min read बेवजह रूठना बेवजह ही रूठा करते हैं वोह लोग, जिन्हें किसी से मुहोबत नहीं होती . उनसे दिल-ऐ- रिश्ता जोड़ना फ़िज़ूल है, जिनके दिल में इंसानियत नहीं होती. Hindi · शेर 1 258 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 27 Jul 2022 · 1 min read दुनिया का असली रूप इंसान के दुनिया में आने पर, इंसान के दुनिया से चले जाने पर , दोनों वक़्त खुशियाँ मनाई जाती है. भले ही तमाम उम्र काँटों पर गुज़रे , मगर चिताएँ... Hindi · मुक्तक 1 215 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 25 Jul 2022 · 1 min read तिरंगा मन में कैसे फहराओगे ? हर घर में गणतंत्र दिवस पर, तिरंगा तो लहरा दोगे। मगर हर दिल में देशभक्ति , तुम कैसे जगाओगे ? आज के आधुनिक युग में , जहां भावनाएं अपनों के... Hindi · कविता 4 2 614 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 25 Jul 2022 · 1 min read घर की सुरक्षा कैसी,? खूंखार कुत्ता पाला था , घर की सुरक्षा के लिए । या पड़ोसियों में धाक जमाने के लिए , मगर अफसोस ! वोह जानलेवा बन गया, घर के बूढी मां... Hindi · कविता 1 120 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 25 Jul 2022 · 1 min read नीरज जैसा हो हर युवा अगर देश का हर युवा नीरज चोपड़ा जैसा हो , तो क्यों न देश उनपर गर्व करे । देश के भविष्य होते है तभी वोह युवा वर्ग , जो देश... Hindi · मुक्तक 1 2 169 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 25 Jul 2022 · 1 min read दिखावा वोह लगाते है पौधे, और सेल्फी खिंचवाने के लिए । और खुद को पर्यावरण प्रहरी दर्शाते है । वोह पालते है जानवर घर पर , खुद को पशु प्रेमी जताने... Hindi · कविता 215 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 23 Jul 2022 · 2 min read धोखा मासूम बेजुबान को कुछ नही मालूम , इंसान उसके साथ क्या करने वाला है । नादान है वो क्या जाने ,क्या समझे , उसके साथ कोई धोखा होने वाला है... Hindi · कविता 497 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 23 Jul 2022 · 1 min read यादें यादें कहां रह जाती है जाने वालों की , उनके जहां से जाते ही मिटा दी जाती है । दिल और दिमाग आहिस्ता आहिस्ता साफ , और फिर मुलाकात के... Hindi · मुक्तक 1 166 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 22 Jul 2022 · 1 min read बेजुबानों का अंगभंग : घोर अन्याय जिस तरह एक इंसान के लिए उसके शरीर के सभी अंग आवश्यक होते है ,उसी प्रकार कुत्तों के लिए उनके सभी अंग आवश्यक होते है ,उसमें पुंछ भी शामिल है।... Hindi · लेख 149 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 22 Jul 2022 · 1 min read वक्त का गुबार में सब पीछे छूट जाता है ... कल तक तो था परिवार का सबसे प्यारा, श्वास निकलते ही हो जाता है न्यारा। वक्त का गुबार ऐसा उड़ता है जोरो से , कहीं भी नहीं मिल पाता उसे... Hindi · कविता 195 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 21 Jul 2022 · 1 min read माफिया राज माफिया राज कब तक चलेगा, कब तक ईमानदारी दम तोड़ेगी ? कब होगा इंसाफ सच्चाई और कर्तव्यनिष्ठा के साथ, कब सरकार नींद से जागेगी ? Hindi · मुक्तक 2 2 223 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 21 Jul 2022 · 2 min read ब्राउनी (पिटबुल डॉग) की पीड़ा तुम जाने मेरे बारे में क्या सोचते होंगे , यकीनन मुझे खूंखार हत्यारा समझते होंगे । मेरी जाति की जीव तो वफादारी निभाते है , अपनी जान गंवाकर मालिक को... Hindi · कविता 2 2 637 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 20 Jul 2022 · 1 min read रिश्तों का बदलता समीकरण झूठ कहते हैं लोग , के भाई अनुजों के लिए पिता समान होते है । हकीकत तो यह है की भाई , सिर्फ अपनी संतान और पत्नी के ही होते... Hindi · कविता 1 206 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 20 Jul 2022 · 1 min read खुदगर्ज इंसान खुद बेफिक्र और तंदुरुस्ती का जीवन जीना चाहते है , मगर दूसरों के जीवन को दुख और संताप में डुबोकर कितना खुदगर्ज ,मक्कार और दुष्ट होगा यह इंसान , जो... Hindi · मुक्तक 1 265 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 20 Jul 2022 · 1 min read आजादी इस घर से आजाद करो या , इस तन से रूह को आजाद करो । चाहे जो करो हे ईश्वर! बस इस नर्क से आजाद करो । Hindi · मुक्तक 1 157 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 20 Jul 2022 · 1 min read इत्तफाक हम तो अपनी बात रखेंगे , तुम चाहे इत्तफाक रखो या ना रखो। हम तो अपनी डगर चलेंगे , अब यह तुम्हारी मर्जी तुम हमारा साथ दो या ना दो।... Hindi · मुक्तक 1 2 289 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 20 Jul 2022 · 1 min read आह प्रेम ह्रदय में जिसके लिए होता है, दुआ भी उसी के लिए निकलती है। और जो प्रेम भरे दिल को ठुकराए, उसके लिए दुआ नहीं आह निकलती है । Hindi · मुक्तक 1 140 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 20 Jul 2022 · 1 min read बुझे हुए चिराग मेरी आँखें हैं वोह बुझे हुए चिराग, जिसने ना कभी रोशन होना है। मेरे ख्वाब है अब बिता हुआ कल , जिसने ना कभी लौट के आना है। मेरा दिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 244 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 19 Jul 2022 · 1 min read फर्क एक सफल पुरुष के पीछे, किसी महिला का हाथ होता है । मगर एक सफल महिला के पीछे, उसके पिता का हाथ जरूर होता है । Hindi · मुक्तक 355 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 19 Jul 2022 · 1 min read पिता विहीन पुत्री की पीड़ा जिन बेटियों की सीरत सूरत पिता से मिलती है , सुना है वोह बेटियां भाग्यशाली होती है । मगर जिनका पिता ही न हो वोह बेटियां , अनाथ और दुर्भाग्य... Hindi · मुक्तक 351 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 19 Jul 2022 · 1 min read सियासत की रम्मी ईमानदारों को बईमान टिकने न दें , और सरकार है इतनी निकम्मी , की इस पर भी कान न दे । खेल रहे आपस में सियासत की रम्मी। Hindi · मुक्तक 151 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 19 Jul 2022 · 1 min read जवाब देही किसकी ? जवाब देही सैनिकों से मांगने वालों शर्म करो ! पहले अपनी वफादारी का तो सबूत दो । खा रहे हो दीमक की तरह हमारे देश को , पहले अपने गुनाहों... Hindi · मुक्तक 292 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 19 Jul 2022 · 1 min read घोर कलयुग है भाई ! आज कल घोर कलयुग है भाई , अभिभावकों की शामत है आई। बच के रहना अपनी संतानों से, जान से हाथ धो बैठोगे गर डांट लगाई । भूल जाओ तुमने... Hindi · कविता 1 2 295 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 18 Jul 2022 · 1 min read एहसान फरामोश बेटियों से जायदा क्या बेटे एहसान फरामोश होते है , जो माता पिता के एहसानों को पूर्णतः भूल जाते है । बेटियां नहीं भूलती पराई हो कर भी प्यार दुलार... Hindi · मुक्तक 2 4 488 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 18 Jul 2022 · 1 min read काला साया कुछ ऐसे लोग भी होते है , जो तन के भी काले और मन के भी काले , आस्तीनो में अपनी जिन्होंने नाग पाले । जुबान पर जहर को लपेटे... Hindi · कविता 3 6 232 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 18 Jul 2022 · 1 min read कलयुगी संतान धन दौलत और जमीन जायदाद की , लोभी कलयुगी संतान क्या रंग दिखाती है । पालती है खतरनाक शिकारी कुत्ते , और माता पिता को उनसे कटवाती है । Hindi · मुक्तक 154 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 18 Jul 2022 · 1 min read उम्मीद ए उम्मीद ! कैसे बढ़ाएं तुम्हारी ओर हम कदम , इन राहों में कांटे बहुत है । कैसे थामे तुम्हारा दामन ,दिखता ही नहीं , हमारी राहों में अंधेरे भी... Hindi · कविता 1 4 128 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 17 Jul 2022 · 1 min read संतान की उपयोगिता अगर माता पिता को यह पहले से ज्ञात हो जाए , की उनकी संतान इतनी निष्ठुर और स्वार्थी निकलेगी । तो वोह संतान उत्पन्न ही क्यों करते , उन्होंने एक... Hindi · कविता 165 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 17 Jul 2022 · 1 min read मां के लिए घर !! एक विधवा मां के अथक प्रयत्नों से , उसके छोटे से घर से जीवन तेरा बना । और जब बड़े घर लेने के काबिल हुए , तो कहते हो मां... Hindi · कोटेशन 285 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 17 Jul 2022 · 1 min read कर्मगति युवावस्था में जो संतान अपने माता पिया को , दुख ,संताप और तिरस्कार देती है । अपनी वृद्धावस्था में फिर ब्याज के रूप में , वही दुख ,संताप और तिरस्कार... Hindi · मुक्तक 133 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 17 Jul 2022 · 1 min read अफसोस खंजर के सीने में भी होता होगा दिल , उतर कर किसी मासूम के कलेजे पर , वोह भी जार जार रोया होगा । मगर ए खुदगर्ज इंसान ! तू... Hindi · मुक्तक 163 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 17 Jul 2022 · 1 min read चोट दुश्मन घर के बाहर नहीं , घर के अंदर ही पाए जाते हैं। वरना किसको किस चीज से चोट लगते है , यह बाहर वाला क्या जाने ! Hindi · कोटेशन 120 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 17 Jul 2022 · 1 min read स्वार्थी से बेजुबान जानवर बेहतर स्वार्थी इंसान के साथ से बेहतर है , एक बेजुबान को अपना साथी बना लेना । जो बेशक बोल नहीं सकता, मगर उसे आता तो है भावनाओं। को पढ़ना । Hindi · मुक्तक 1 222 Share Previous Page 5 Next