लक्ष्मी सिंह 1025 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next लक्ष्मी सिंह 30 May 2023 · 1 min read तुम से प्यार नहीं करती। बात समझ लो सच्ची झूठी, तुम से प्यार नहीं करती। दिल असमंजस में है अब भी,जा इजहार नहीं करती। प्रेम भरा इस निश्छल मन में,दर्द कशक दिल में कोई, मगर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · प्रेम गीत · लावणी /ताटंक छंद 5 4 379 Share लक्ष्मी सिंह 29 May 2023 · 1 min read सबके सामने रहती है, सबके सामने रहती है, अकेले में उतर जाती, हँसी एक मात्र मुखौटा है मेरी। -लक्ष्मी सिंह Hindi · Quote Writer · कोटेशन 2 420 Share लक्ष्मी सिंह 29 May 2023 · 1 min read क्रोध क्रोध पतन का रास्ता, महा तीक्ष्ण तलवार। खुद की गर्दन पर करें, खुद ही मनुज प्रहार।। तीर क्रोध का जब चले, खुद का करे विनाश। मन में आने दो नहीं,... Poetry Writing Challenge · दोहा 3 560 Share लक्ष्मी सिंह 29 May 2023 · 1 min read चूड़ियाँ आदि काल से चूड़ियाँ, संस्कृति का आघार। खुशहाली की चिन्ह यह, प्रमुख कर अलंकार।। खनके हाथों में सदा, चूड़ी वृत्ताकार। रिक्त कलाई हो नहीं, भरी रहे दो-चार।। पहने बेटी हाथ... Poetry Writing Challenge · दोहा 6 265 Share लक्ष्मी सिंह 29 May 2023 · 1 min read मरीचिका गर्म हवा की हूँ लहर, जिसमें बढ़ती प्यास। केवल दरिया रेत की, मरीचिका आभास।। बनकर मायावी छले, मरीचिका रत्नार। मन मृग-सा आतुर फिरे, पछताता हर बार।। भरा हुआ है वेदना,... Poetry Writing Challenge · दोहा 2 372 Share लक्ष्मी सिंह 29 May 2023 · 1 min read अखबार अखबारों की सुर्खियाँ, मचा रहें हैं शोर। अपराधों से हैं भरे,भींगे नयना कोर।। कत्ल,डकैती,चोरियाँ, हिंसा, भ्रष्टाचार। दिखता अब अखबार में, लाशों का बाजार।। झूठ कपट पाखंड से,,भरा हुआ है अंक।... Poetry Writing Challenge · दोहा 2 160 Share लक्ष्मी सिंह 29 May 2023 · 1 min read प्रिय विरह करवट-करवट रात ये, करती गई उदास। अंतस बसता विरह का,ये कठोर आभास।। जैसे मछली जल बिना, तुम बिन मैं निष्प्राण। बरसो घन बन प्रीत का, दे दो जीवन त्राण।। अद्भुत... Poetry Writing Challenge · दोहा · विरह 3 1 187 Share लक्ष्मी सिंह 29 May 2023 · 1 min read आ जाओ घर साजना बिन साजन सुना लगे, ये मेरा घर-द्वार। आ जाओ घर साजना, कब से पंथ निहार।। सहना है मुश्किल बहुत, तेज विरह की डंक। रही प्राण तन से निकल, प्रिय भर... Poetry Writing Challenge · दोहा · विरह 2 145 Share लक्ष्मी सिंह 29 May 2023 · 1 min read विरही मैं अक्सर झाँका करूँ, घने बादलों बीच। दूर धरा से क्यों खड़े, बंजर मन दो सींच।। एक आँख आँसू भरे, दूजे में है ख्वाब। सागर हूँ ठहरा हुआ, दर्द भरा... Poetry Writing Challenge · दोहा · विरह 2 335 Share लक्ष्मी सिंह 29 May 2023 · 1 min read परिवर्तन परिवर्तन को झेलते,जग के सारे तत्व। बढ़ते रहने के लिए,इसका बड़ा महत्व।। हर नूतन क्षण बीतता,परिवर्तन के साथ। सृष्टि का नियम है यही,कहते दीनानाथ।। चाहे रीति -रिवाज हो,खान- पान पहनाव।... Poetry Writing Challenge · दोहा 1 478 Share लक्ष्मी सिंह 29 May 2023 · 1 min read प्रेम की राह। पागल प्रेमी प्रेम वश,चला प्रेम की राह। हृदय ईष्ट आराध्य है,और नहीं कुछ चाह।। कठिन राह है प्रेम की,बैरी जगत बबूल। कंकड़-कंटक पाँव में,चुभें हजारों शूल।। घना अँधेरा प्रेम में,भरा... Poetry Writing Challenge · दोहा · प्रेम 1 293 Share लक्ष्मी सिंह 28 May 2023 · 1 min read ना नींद है,ना चैन है, ना नींद है,ना चैन है, मोहब्बत हर घड़ी बेचैन है। -लक्ष्मी सिंह Hindi · Quote Writer · कोटेशन 3 2 256 Share लक्ष्मी सिंह 28 May 2023 · 1 min read तुम हो तो मैं हूँ, तुम हो तो मैं हूँ, इससे ज्यादा क्या कहूँ। -लक्ष्मी सिंह Hindi · Quote Writer · कोटेशन 3 186 Share लक्ष्मी सिंह 28 May 2023 · 1 min read जिन्दगी में जिन्दगी में प्यार का होना जरूरी है, प्यार बिन जिन्दगी अधुरी है। -लक्ष्मी सिंह Hindi · Quote Writer · कोटेशन 3 2 251 Share लक्ष्मी सिंह 28 May 2023 · 1 min read प्रेम निभाना प्रेम निभाना सरल नहीं है, यह तलवार की धार पर दौड़ने की तरह है। -लक्ष्मी सिंह Hindi · Quote Writer · कोटेशन 3 548 Share लक्ष्मी सिंह 28 May 2023 · 1 min read हुआ पिया का आगमन हुआ पिया का आगमन, छाया उर मधुमास। हुई पूर्ण मनकामना,बुझी हृदय की प्यास।। सारे मौसम से अलग,ये मौसम कुछ खास। मन मयूर नर्तन करे,खिले अधर मृदुहास।। मन मेरा तन में... Poetry Writing Challenge · दोहा · प्रेम 4 5 271 Share लक्ष्मी सिंह 27 May 2023 · 1 min read इश्क़ इश्क़ ही दर्द है, तो सहने में क्या हर्ज है। —लक्ष्मी सिंह Hindi · Quote Writer · कोटेशन 5 3 237 Share लक्ष्मी सिंह 27 May 2023 · 1 min read हम जितने ही सहज होगें, हम जितने ही सहज होगें, दुनिया को उतना ही सुन्दर और सौहार्दपूर्ण बना सकेगें। हमारी दृष्टि जितनी ही स्पष्ट होगी, हमारा लेखन उतना ही सार्थक होगा। -लक्ष्मी सिंह Hindi · Quote Writer · कोटेशन 2 2 459 Share लक्ष्मी सिंह 27 May 2023 · 1 min read बेटी और प्रकृति से बैर ना पालो, बेटी और प्रकृति से बैर ना पालो, अपने ही जड़ों को जड़ से ना मिटाओ। -लक्ष्मी सिंह Hindi · Quote Writer · कोटेशन 2 391 Share लक्ष्मी सिंह 27 May 2023 · 1 min read बेटी और प्रकृति, ईश्वर की अद्भुत कलाकृति। बेटी और प्रकृति, ईश्वर की अद्भुत कलाकृति। दोनों में एक सी सहनशीलता, एक सी शक्ति।। —लक्ष्मी सिंह Hindi · Quote Writer · कोटेशन 1 500 Share लक्ष्मी सिंह 27 May 2023 · 1 min read आँखें कभी-कभी ये आँख भी, करती बहुत कमाल। होता दिल में दर्द पर, बाहर करे धमाल।। करती हैं साजिश बहुत,लगता लेगी जान। बस जाता इन आँख में,जब कोई इंसान।। बैठी हूँ... Poetry Writing Challenge · दोहा 3 4 389 Share लक्ष्मी सिंह 27 May 2023 · 1 min read रंगमंच रंगमंच है जिन्दगी,हम सब इसके पात्र। डोरी प्रभु के हाथ में,हम कठपुतली मात्र।। जन्म से मृत्यु तक मनुज,रखता विविध चरित्र। मात-पिता भाई बहन,कभी बना वो मित्र।। सबके अपने भाव हैं,... Poetry Writing Challenge · दोहा 1 240 Share लक्ष्मी सिंह 26 May 2023 · 1 min read रिश्ता ऐसा हो, रिश्ता ऐसा हो, जिसके होने मात्र से जिन्दगी महक जाये। -लक्ष्मी सिंह Hindi · Quote Writer · कोटेशन 1 335 Share लक्ष्मी सिंह 26 May 2023 · 1 min read भौतिकवादी भौतिकवादी का भँवर,फँसा हुआ संसार। इसके मायाजाल से,कैसे पाये पार।। भौतिकता की दौड़ में,अंधा है इंसान। चकाचौंध में झूलता,मान और सम्मान।। नीति-न्याय ईमान का,हुआ निरंतर ह्रास। शिथिल हो गई आस्था,और... Poetry Writing Challenge · दोहा 1 318 Share लक्ष्मी सिंह 26 May 2023 · 1 min read भौतिकता भौतिकता का युग नया,ऐसा किया विकास। रिश्ते-नाते का रहा,ज़रा नहीं अहसास।। प्रबल स्वार्थी भावना,मरे हुए जज्बात। मानव मूल्यों का पतन,आदर्शों पर घात।। अब लोगों के बीच में,खड़ा एक दीवार। घर... Poetry Writing Challenge · दोहा 1 173 Share लक्ष्मी सिंह 24 May 2023 · 1 min read एकाकीपन संबंधों की डाल पर, टाँके थे जो फूल। समय बदलते ही सभी,आज बने हैं शूल।। झूठा आडंबर रचे,सारे रिश्तेदार। छल-प्रपंच से था भरा,उनका हर व्यवहार।। छुरा भोंककर पीठ में,तोड़ दिया... Poetry Writing Challenge · दोहा 3 2 177 Share लक्ष्मी सिंह 23 May 2023 · 1 min read बरगद पीपल नीम तरु बरगद पीपल नीम को,कहते रूप त्रिदेव। ब्रह्मा,विष्णु,महेश जी,इसमें बसे स्वमेव।। ऋषि- मुनि योगी संत-जन, यहीं लगाते ध्यान। इसके नीचे बैठकर,मिला बुद्ध को ज्ञान।। मोक्षदायिनी वृक्ष है,करता मोक्ष प्रदान। करे शुध्द... Poetry Writing Challenge · दोहा · वृक्ष 3 2 368 Share लक्ष्मी सिंह 23 May 2023 · 1 min read एक खूबसूरत पिंजरे जैसा था , एक खूबसूरत पिंजरे जैसा था , वो प्यार तुम्हारा। -लक्ष्मी सिंह Hindi · Quote Writer · कोटेशन 3 212 Share लक्ष्मी सिंह 23 May 2023 · 1 min read ख्वाब आँखों में सजा कर, ख्वाब आँखों में सजा कर, हम देखते रहते हैं तुझे।। -लक्ष्मी सिंह Hindi · Quote Writer · कोटेशन 3 377 Share लक्ष्मी सिंह 23 May 2023 · 1 min read मैं अपना सबकुछ खोकर, मैं अपना सबकुछ खोकर, सिर्फ तुम्हें पाने की कोशिश करती रही। -लक्ष्मी सिंह Hindi · Quote Writer · कोटेशन 3 231 Share लक्ष्मी सिंह 23 May 2023 · 1 min read मैं जी रहीं हूँ, क्योंकि अभी चंद साँसे शेष है। मैं जी रहीं हूँ, क्योंकि अभी चंद साँसे शेष है। मुस्कुराती हूँ, क्योंकि ज़िन्दगी विशेष है।। -लक्ष्मी सिंह Hindi · Quote Writer · कोटेशन 3 2 238 Share लक्ष्मी सिंह 22 May 2023 · 1 min read इतने सालों बाद भी हम तुम्हें भूला न सके। इतने सालों बाद भी हम तुम्हें भूला न सके। हमें मोहब्बत है तुम से जता न सके।। -लक्ष्मी सिंह Hindi · Quote Writer · कोटेशन 2 2 313 Share लक्ष्मी सिंह 21 May 2023 · 1 min read मोबाइल मोबाइल का हर तरफ, बहुत अधिक है जोर। इंसा इसके सामने, कितना है कमजोर।। मोबाइल में गुल हुआ, रिश्ते-नाते प्यार। जीवन शैली का सभी,करते यहाँ प्रचार।। मोबाइल पर कर रहे,... Poetry Writing Challenge · दोहा · मोबाइल 1 176 Share लक्ष्मी सिंह 21 May 2023 · 1 min read ऑनलाईन शॉपिंग। अब है डिजिटल इंडिया, डिजिटल सारा संसार। डिजिटल शॉपिंग हो गया,है डिजिटल बाजार।। है शॉपिंग साइट बहुत,अमेजॉन,फ्लिपकार्ट। मीशो,शॉपिंग इंडिया, मिन्त्रा,जीयो मार्ट।। पका हुआ खाना नहीं, हुए भूख से तंग। जो... Poetry Writing Challenge · दोहा 1 270 Share लक्ष्मी सिंह 19 May 2023 · 1 min read वट सावित्री ज्येष्ठ अमावस काल में,वट सावित्री पर्व। करती भारत की नारियाँ,जिसपर हमको गर्व।। व्यापक बहुवर्षीय वट,वृक्ष बहुत है खास। ब्रह्मा विष्णु महेश का, होता जहाँ निवास।। हाथ जोड़ विनती करूँ, हे!वट... Poetry Writing Challenge · दोहा 2 4 199 Share लक्ष्मी सिंह 18 May 2023 · 1 min read मेरी नन्ही परी। नन्हीं -सी छोटी परी,जब से आई गोद। देख-देख हर्षित हृदय, छाया मंगल मोद।। दमक रही सौन्दर्य से,कुसुमित कोमल अंग। दुनिया की सारी खुशी,लाई अपने संग।। मंगल मंजुल मृदुल छवि,जैसे पाटल... Poetry Writing Challenge · दोहा · बेटी/बेटियां 1 361 Share लक्ष्मी सिंह 18 May 2023 · 1 min read खोकर अपनों को यह जाना। खोकर अपनों को यह जाना। बहुत कठिन है उन्हें भुलाना। हृदय दग्ध अंतस पीड़ा से- उसमें खालीपन का आना। -लक्ष्मी सिंह नई दिल्ली Hindi · Quote Writer · मुक्तक 208 Share लक्ष्मी सिंह 18 May 2023 · 1 min read नवयौवना दर्पण में मुख देखती,छुप-छुप बारंबार। खुश होती नवयौवना, एकटक छवि निहार।। कभी लटों से खेलती,करती कभी दुलार। मंद-मंद मुस्का रही,अपना रूप सँवार।। लाली,बिन्दी,पाउडर,चुनरी गोटेदार। नैनों में काजल भरे, पहने मुक्ता... Poetry Writing Challenge · दोहा 2 370 Share लक्ष्मी सिंह 18 May 2023 · 1 min read दर्पण मन दर्पण में झाँकिये,सुनिये अंतरनाद। तेरे अंदर है मनुज,भरा हुआ अवसाद।। नज़र चुराता सत्य से,दिखे न खुद में दोष। भला जताता क्यों मनुज,मुझ दर्पण पर रोष।। दर्पण दिखलाता वही, जो... Poetry Writing Challenge · दोहा 197 Share लक्ष्मी सिंह 15 May 2023 · 1 min read गोलगप्पा/पानीपूरी पानी-पूरी पापड़ी,गुपचुप गोल-मटोल। बच्चे से बूढ़े सभी, खातें हैं मुँह खोल।। पानी -पूरी देखकर,आता मुँह में लार। मन ललचाता है बहुत,हुआ जीभ लाचार।। गुपचुप तो हर आयु में,होता बहुत पसंद।... Poetry Writing Challenge · दोहा 2 200 Share लक्ष्मी सिंह 14 May 2023 · 1 min read माँ लब्जों से कैसे करूँ,माता का गुणगान। लगता माँ के सामने, फीका-सा भगवान।। लाड़-प्यार से जो सदा,देती सच्चा ज्ञान। सुत हित में सुख-दुख सहा,दिया अभय का दान।। भूखी-प्यासी रात- दिन,सेवा में... Poetry Writing Challenge · दोहा · माँ 1 421 Share लक्ष्मी सिंह 14 May 2023 · 1 min read माँ की दुआ इस जगत में सबसे बड़ी शक्ति है। माँ की दुआ इस जगत में सबसे बड़ी शक्ति है। बड़े खुशनसीब है वो जिनके भाग्य में माँ की भक्ति है।।। - लक्ष्मी सिंह Hindi · Quote Writer · कोटेशन 1 531 Share लक्ष्मी सिंह 14 May 2023 · 1 min read दर्पण जब भी देखती खो जाती हूँ मैं। दर्पण जब भी देखती खो जाती हूँ मैं। भरकर तुम्हें आगोश में सो जाती हूँ मैं।। -लक्ष्मी सिंह Hindi · Quote Writer · कोटेशन 1 159 Share लक्ष्मी सिंह 14 May 2023 · 1 min read बचपन छवि सुन्दर मनभाविनी, कपटहीन माधुर्य। बचपन में होता नहीं, चित चिंता चातुर्य।। मन-कोमल मासूम- सा,अनुपम मृदुल-स्वभाव। खेल-खिलौने से रहा,शिशु को सदा लगाव।। मस्त- पवन- सी चाल है,अठखेली के संग। उत्सुकता... Poetry Writing Challenge · दोहा · बचपन 300 Share लक्ष्मी सिंह 14 May 2023 · 1 min read बचपन की अठखेलियाँ नटखट नादानी भरा,बच्चों का संसार। नित नूतन अठखेलियाँ,खुशियों की बौछार।। मीठी-सी अठखेलियाँ, अल्हड़पन बेवाक। सुख के सागर से भरा, बचपन कितना पाक।। बचपन की अठखेलियाँ,कलरव-क्रंदन-खेल । मीठी- वाणी तोतली,स्वार्थ हीन... Poetry Writing Challenge · दोहा · बचपन 453 Share लक्ष्मी सिंह 12 May 2023 · 1 min read होठों पर मुस्कान,आँखों में नमी है। होठों पर मुस्कान,आँखों में नमी है। सब कुछ पास होकर भी तुम्हारी कमी है।। -लक्ष्मी सिंह Hindi · Quote Writer · कोटेशन 683 Share लक्ष्मी सिंह 11 May 2023 · 1 min read मुझे इश्क से नहीं,झूठ से नफरत है। मुझे इश्क से नहीं,झूठ से नफरत है। तुम्हारी आँखों में ये कैसी गफ़लत है। -लक्ष्मी सिंह Hindi · Quote Writer · कोटेशन 1 477 Share लक्ष्मी सिंह 11 May 2023 · 1 min read आधुनिक बचपन गया किधर जाने कहाँ,खोया बचपन आज। मोबाइल करने लगा, अब बच्चों पर राज।। नहीं दौड़ना भागना,खेल-मेल आनंद। डिजिटल बचपन हो गया, मोबाइल में बंद।। लेपटाॅप पर हैं लगें,जगते पूरी रात।... Hindi · दोहा · बचपन 1 275 Share लक्ष्मी सिंह 11 May 2023 · 1 min read मौन में भी शोर है। मौन में भी शोर है। लक्ष्मी सिंह Hindi · Quote Writer · कोटेशन 160 Share लक्ष्मी सिंह 10 May 2023 · 1 min read कुछ यादें जिन्हें हम भूला नहीं सकते, कुछ यादें जिन्हें हम भूला नहीं सकते, वो बारिश बनकर आँखों से बरस जाते हैं। -लक्ष्मी सिंह Hindi · Quote Writer · कोटेशन 1 194 Share Previous Page 3 Next