Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 May 2023 · 1 min read

प्रिय विरह

करवट-करवट रात ये, करती गई उदास।
अंतस बसता विरह का,ये कठोर आभास।।

जैसे मछली जल बिना, तुम बिन मैं निष्प्राण।
बरसो घन बन प्रीत का, दे दो जीवन त्राण।।

अद्भुत अनुपम सृष्टि सब, सरस सुखद मधुमास।
मधुर स्वप्न नित नयन में,अंतस जगती प्यास।।

यादों में आते कभी, कभी जगाते ख्वाब।
अलग-अलग अंदाज से, करते हो बेताब।।

बिखर गए हैं स्वप्न सब, पतझड़ किया विनाश।
पुष्प सभी मुरझा गये, जला प्रेम का पाश।।

पवन वसंती सुन जरा, मेरे प्रिय को भेज।
फिर तन की ज्वाला घटे, सजे प्रणय का सेज।।

राह देखते देखते, आँखें हो गई लाल।
अब तो आ जाओ सजन, बीते कितने साल।।

-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली

3 Likes · 1 Comment · 162 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from लक्ष्मी सिंह
View all
You may also like:
इशारों इशारों में मेरा दिल चुरा लेते हो
इशारों इशारों में मेरा दिल चुरा लेते हो
Ram Krishan Rastogi
ज़रा मुस्क़ुरा दो
ज़रा मुस्क़ुरा दो
आर.एस. 'प्रीतम'
हाइकु : रोहित वेमुला की ’बलिदान’ आत्महत्या पर / मुसाफ़िर बैठा
हाइकु : रोहित वेमुला की ’बलिदान’ आत्महत्या पर / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
दीपावली
दीपावली
Neeraj Agarwal
समस्या है यह आएगी_
समस्या है यह आएगी_
Rajesh vyas
चंद अशआर -ग़ज़ल
चंद अशआर -ग़ज़ल
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
✍️गहरी बात✍️
✍️गहरी बात✍️
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
"पानी-पूरी"
Dr. Kishan tandon kranti
Just try
Just try
पूर्वार्थ
*और ऊपर उठती गयी.......मेरी माँ*
*और ऊपर उठती गयी.......मेरी माँ*
Poonam Matia
उल्लाला छंद विधान (चन्द्रमणि छन्द) सउदाहरण
उल्लाला छंद विधान (चन्द्रमणि छन्द) सउदाहरण
Subhash Singhai
गाए जा, अरी बुलबुल
गाए जा, अरी बुलबुल
Shekhar Chandra Mitra
दोहा-सुराज
दोहा-सुराज
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
तुम हो तो मैं हूँ,
तुम हो तो मैं हूँ,
लक्ष्मी सिंह
उर्वशी की ‘मी टू’
उर्वशी की ‘मी टू’
Dr. Pradeep Kumar Sharma
विष्णु प्रभाकर जी रहे,
विष्णु प्रभाकर जी रहे,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
यह तो हम है जो कि, तारीफ तुम्हारी करते हैं
यह तो हम है जो कि, तारीफ तुम्हारी करते हैं
gurudeenverma198
पिया मिलन की आस
पिया मिलन की आस
Kanchan Khanna
मन मंदिर के कोने से
मन मंदिर के कोने से
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
कभी-कभी एक छोटी कोशिश भी
कभी-कभी एक छोटी कोशिश भी
Anil Mishra Prahari
फूल खिलते जा रहे हैं हो गयी है भोर।
फूल खिलते जा रहे हैं हो गयी है भोर।
surenderpal vaidya
आज परी की वहन पल्लवी,पिंकू के घर आई है
आज परी की वहन पल्लवी,पिंकू के घर आई है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
भारत की पुकार
भारत की पुकार
पंकज प्रियम
किया विषपान फिर भी दिल, निरंतर श्याम कहता है (मुक्तक)
किया विषपान फिर भी दिल, निरंतर श्याम कहता है (मुक्तक)
Ravi Prakash
सुप्रभात गीत
सुप्रभात गीत
Ravi Ghayal
हमें लगा  कि वो, गए-गुजरे निकले
हमें लगा कि वो, गए-गुजरे निकले
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"एक शोर है"
Lohit Tamta
3139.*पूर्णिका*
3139.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बालकों के जीवन में पुस्तकों का महत्व
बालकों के जीवन में पुस्तकों का महत्व
लोकेश शर्मा 'अवस्थी'
Loading...