डी. के. निवातिया Language: Hindi 387 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Next डी. के. निवातिया 28 Jul 2021 · 1 min read शरारत कमाल करती है - डी के निवातिया शरारत कमाल करती है *** आँखों की शरारत, होठो की लाली, कमाल करती है, चाँद से चेहरे से बरसती खूबसूरती बवाल करती है !! कातिल जवानी, लुभाती अदाओं से छलकाती... Hindi · कविता 2 266 Share डी. के. निवातिया 23 Jul 2021 · 5 min read दिखावे की रस्म - डी. के. निवातिया {{ दिखावे की रस्म }} आज घर में बड़ी चहल पहल थी I और हो भी क्यों न ! घर में मेहमान जो आने वाले थे, वो भी घर की... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 3 4 535 Share डी. के. निवातिया 11 Jun 2021 · 1 min read बरसात बरसात क्या करूँ मैं इस बरसात निंगोड़ी का, अपनी तो ऐसी बैरन हुई, जी जान से बैर निभावे है ! जब बरसे है झूम झूम, तृप्त होता सृष्टि का रोम... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 9 953 Share डी. के. निवातिया 14 May 2021 · 1 min read ईद मुबारक - डी के निवातिया ईद मुबारक ईद के चांद से गुज़ारिश इतनी है, ये फ़िजा गुल ऐ गुलज़ार हो जाये !! दुआओं में मांगा हो जिन्हें आपने, सुबह सवेरे उनका दीदार हो जाये !!... Hindi · कविता 1 2 285 Share डी. के. निवातिया 5 May 2021 · 1 min read तेरी भी खता है - डी के निवातिया ख़ुदा की रज़ा क्या है ये किसे पता है, किसी और को दोष देना बड़ी धता है! जो भी हुआ है सबक ले कुछ इस से, कभी तो समझ इसमे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 280 Share डी. के. निवातिया 5 May 2021 · 1 min read रोना याद आया - डी के निवातिया रोते हुए देखा पड़ोसी को तो रोना याद आया, जब भूख लगी, तब फ़सल बोना याद आया ! सोया था पैर पसार कर, बड़े ही इत्मीनान से, बिटिया हुई सयानी... Hindi · कविता 1 477 Share डी. के. निवातिया 4 May 2021 · 1 min read जन्नत की हूर - डी के निवातिया अच्छा नहीं होता *** हुस्न पर शबाब का सुरूर अच्छा नहीं होता, खूबसूरती पर करना गुरुर अच्छा नहीं होता, पानी के बुलबुले की तरह होती है ये जिंदगी, समझना खुद... Hindi · मुक्तक 1 4 476 Share डी. के. निवातिया 30 Apr 2021 · 1 min read वक़्त ही तो है गुजर जाएगा - डी के निवातिया वक़्त ही तो है गुजर जाएगा *** वक़्त ही तो है गुजर जाएगा आज बुरा है, कल अच्छा होगा आज अकेला, कल गुच्छा होगा बदलती है हर पल उसकी लीला,... Hindi · कविता 2 265 Share डी. के. निवातिया 13 Mar 2021 · 1 min read जड़ चेतन - डी के निवातिया --- जड़ चेतन *** मैं तो जड़ हूँ पर तुम तो चेतन हो, सँवार लो तुम, देकर परिचय प्रबुद्धता तराश लो मुझे, अपने मन माफिक, कायम कर दो, गूढ़ता की... Hindi · कविता 2 685 Share डी. के. निवातिया 25 Feb 2021 · 1 min read क्या लिखूँ - डी के निवातिया क्या लिखूँ *** ऐ हुस्न-ए-कातिल, तेरी मचलती अदाओ की शान में क्या लिखूँ I किसी चमन में खिलता सुर्ख गुलाब,या तेरे चहरे का रुआब लिखूँ I I टूटा जो दर्पण... Hindi · शेर 3 438 Share डी. के. निवातिया 9 Feb 2021 · 1 min read झुको तो जाने !! झूठ को झूठ सच को सच लिखो तो जाने अपनी बात पर अडिग खुद रुको तो जाने ये दोहरा लिबास ओढ़े घूमते हो ज़माने में अकड़ छोड़ कभी अदब से... Hindi · कविता 3 6 307 Share डी. के. निवातिया 28 Jan 2021 · 1 min read हमदर्द ढूंढते हो - डी के निवातिया हमदर्द ढूंढते हो, दर्द के साये में रहते हो, और हमदर्द ढूंढते हो, बड़े नादाँ मरीज़ हो, खुद-ब-खुद मर्ज़ ढूंढते हो !! खुदगर्ज़ी की जीती जागती मिसाल हो आप, लगा... Hindi · शेर 2 270 Share डी. के. निवातिया 18 Jan 2021 · 1 min read बसंत आने को है - बसंत आने को है, दीपशिखा के चंचल चरण करने चले है फागुन वरण शीतल ज्वाला से अपनी सौरभ मधु बरसाने को है सुना है ! बसंत आने को है !!... Hindi · कविता 1 4 389 Share डी. के. निवातिया 14 Jan 2021 · 1 min read इश्क रूहानी - डी के निवातिया इश्क रूहानी *** शाम सुहानी हो तो कुछ और बात हो, साज रूमानी हो तो कुछ और बात हो, यूँ तो दीवाने हजार मिलते है हुस्न के, इश्क रूहानी हो... Hindi · कविता 4 2 271 Share डी. के. निवातिया 16 Dec 2020 · 1 min read हुनर - डी के निवातिया हुनर *** छोटी छोटी बातों पर अपनों से गिला क्या, इश्क मुहब्बत में हुई बातों का सिला क्या, झुकने का हुनर जरूरी है यहां जीने के लिए, अड़कर पर्वत के... Hindi · कविता 2 6 464 Share डी. के. निवातिया 22 Sep 2020 · 1 min read गिला कैसा सभी को यार मन माफिक नहीं मिलते, अगर धोखा दे जाए तो गिला कैसा ! तुझे समझा खुदा मैंने, खता मेरी, मेरी किस्मत मुझे साथी मिला कैसा !! ! डी... Hindi · मुक्तक 2 269 Share डी. के. निवातिया 12 Sep 2020 · 1 min read तुम बहुत याद आते हो - डी के निवातिया तुम बहुत याद आते हो, तुम बहुत याद आते हो,क्यों इतना सताते हो जीने देते,न मरने देते हो क्यो इतना रुलाते !! जब से तुम चले गए दुनिया हमसे छूट... Hindi · गीत 5 8 262 Share डी. के. निवातिया 9 Sep 2020 · 1 min read पितृ पक्ष पितृ पक्ष को पूजते, तन मन धन से लोग । जीवित तरसे भोज को, मरे को पंच भोग ।। Hindi · दोहा 1 1 459 Share डी. के. निवातिया 5 Sep 2020 · 3 min read गुरु चालीसा - डी के निवातिया ।।दोहा।। गुरु चरणों में शीश रख, करता हूँ प्रणाम। कृतज्ञ मुझको कीजिये, आया तुमरे धाम।। मूरख मुझको जानके, गलती जाना भूल। झोली फैला मैं खड़ा, पाने पग की धूल।। ।।चौपाई।।... Hindi · दोहा 2 5 671 Share डी. के. निवातिया 3 Sep 2020 · 1 min read मदारी या फ़रेबी - डी के निवातिया मदारी या फ़रेबी *** मदारी हर दफ़ा कोई नया खेला रचाता है फँसाकर जाल में अपने हमें बुद्धू बनाता है सुई की छेद में हाथी घुसाता है सुना हूँ मैं... Hindi · मुक्तक 4 383 Share डी. के. निवातिया 27 Aug 2020 · 1 min read कोई गोरी ऐसी मिले जो - डी के निवातिया कोई गोरी ऐसी मिले जो, मेरे दिल की रानी हो चतुर चपल चंचल हो चितवन, सुंदरता की नानी हो, देव लोक में धूम मचाती, काम देव पर भारी हो नयनो... Hindi · कविता 1 2 372 Share डी. के. निवातिया 24 Aug 2020 · 1 min read मातृभूमि का श्रृंगार करो आज़ादी के पावन दिन पर, मातृभूमि का श्रृंगार करो देश ध्वजा का संदेश यहीं, वैर भाव का संहार करो।। जो मिट गए, जो खो गए, हाथ थाम तिरंगा सो गए,... Hindi · गीत 2 2 290 Share डी. के. निवातिया 24 Aug 2020 · 1 min read हुई महंगी मुबारकबाद हुई महंगी मुबारकबाद *** हुई महंगी बहुत ही मुबारकबाद, के सोच समझ कर दिया करो, देना हो जरूरी,तो रखना हिसाब, हर घड़ी हर शख्स को न दिया करो..!! कुछ पाने... Hindi · कविता 275 Share डी. के. निवातिया 18 Aug 2020 · 1 min read ताटंक छंद ताटंक छंद *** *** *** चले गए गोरे भारत से, डोर थाम ली कालो ने, गोरो ने था इस को लूटा, खूँ चूसा घरवालों ने !! खाकी खादी मिलकर चलते,... Hindi · कविता 2 4 521 Share डी. के. निवातिया 10 Aug 2020 · 1 min read तब तुम कविता बन जाती हो तब तुम कविता बन जाती हो *** *** *** झरनें की कल कल में, खग चहके जल थल में, सूर्य किरण तेज़ फैलाये पवन भीनी सुगंध बहाये जब प्रकृति सुंदरता... Hindi · कविता 3 6 501 Share डी. के. निवातिया 8 Aug 2020 · 1 min read आदमी है, खाता है, आदमी है, खाता है, *********** आदमी है, खाता है, खाकर भी गुर्राता है, करता है खूब चोरी साथ में सीना जोरी कर के गर्व से चौड़ी छाती लाल पीली आँख... Hindi · कविता 1 2 618 Share डी. के. निवातिया 3 Aug 2020 · 1 min read रिश्ते रिश्ते *** *** रिश्ते वही मगर, रिश्तो में रिश्तो की वो बात नहीं है, सम्बन्ध वही, मगर सम्बन्धो में ज़ज्बात नहीं है, घर में बैठे, चार प्राणी अपनी गर्दन झुकाये,... Hindi · कविता 2 4 519 Share डी. के. निवातिया 3 Aug 2020 · 1 min read कैसा ये सावन आया, कैसा ये सावन आया, मुझको अबकी ना भाया, बारिश की इन बूंदों ने जी भर मुझको तड़पाया ।। बागों में कोयल बोले, कानो में मिश्री घोले, अमवा की डाली डाली,... Hindi · कविता 1 6 290 Share डी. के. निवातिया 3 Aug 2020 · 1 min read तू कैसा प्रेमी है तू कैसा प्रेमी है *** देता है न माँगता सोता न जागता न रोता न हँसता भागता न थकता देखता न तकता, बोलता न बकता, सभी को लगता तू कोई... Hindi · कविता 1 422 Share डी. के. निवातिया 2 Jul 2020 · 1 min read दे देना हमको माफ़ी - डी के निवातिया मैं पतझड़ की पाती, तुम हो उपवन का फूल ! दे देना हमको माफ़ी, जो हो जाए हमसे भूल !! मै गाँव का देशी छोरा तुम ठहरी शहरी मेम, वार्ता... Hindi · कविता 1 2 498 Share डी. के. निवातिया 7 May 2020 · 2 min read कोरोना वीरो को प्रणाम कोरोना वीरो को प्रणाम *** कोरोना वीरो का अमिट बलिदान, याद रखेगा बच्चा बच्चा हिंदुस्तान, इनकी मेहनत औ दरियादिली का, गुणगान युगों युगों करेगा ये जहान !! डर अब अंतस... Hindi · कविता 1 2 430 Share डी. के. निवातिया 26 Feb 2020 · 1 min read खुराफात हो जाए - डी के निवातिया खुराफात हो जाए *** शैतानों की भीड़ में अगर इंसान से मुलाक़ात हो जाए, मैं समझू, की मेरी ईश्वर , अल्लाह से बात हो जाए !! झूठों के नगर में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 237 Share डी. के. निवातिया 3 Feb 2020 · 5 min read चना - स्वरचित – डी के निवातिया *चना* ‘चना’ अपने नाम के जैसे भी खुद भी छोटा सा ही है, हाँ है तो छोटा ही मगर अपने गुण, प्रकृति, स्वभाव व आचरण से उतना ही विशाल है।... Hindi · लेख 1 1k Share डी. के. निवातिया 22 Oct 2019 · 1 min read प्रेम कविता प्रेम कविता *** जिसका प्रदर्शन हो, वो प्रेम नहीं, नयनों से दर्शन हो, वो प्रेम नहीं !! ! जो हम-तुम करते है, प्रेम वो नही, जो मन मे विचरते है,... Hindi · कविता 2 4 487 Share डी. के. निवातिया 18 Oct 2019 · 1 min read खुला आसमान चाहिए खुला आसमान चाहिए *** *** *** चन्द ज़मीं का टुकड़ा नहीं मुझे पूरा जहान चाहिए, मैं बेख़ौफ़ परिंदा हूँ मुझको खुला आसमान चाहिए !! ! कोई बने मालिक हवेलियों के,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 278 Share डी. के. निवातिया 18 Oct 2019 · 2 min read मिट रहा प्रकृति श्रृंगार – डी के निवातिया ****** ऋतुओं के संग-संग मौसम बदले, बदल गया धरा पे जीवन आधार, मानव तेरी विलासिता चाहत में, उजड़ रहा है नित प्रकृति का श्रृंगार, दरख्त-बेल, घास-फूंस व् झाड़ियाँ, धरा से... Hindi · कविता 379 Share डी. के. निवातिया 18 Oct 2019 · 1 min read करवा चौथ – डी के निवातिया सोलह श्रृंगार, सुहागिनी गहना, प्रीतम प्यार !! ! करवा चौथ अनुपम त्योंहार महत्ता प्यार !! ! याम को मात, बचायें पति प्राण, सती को दात !! ! करवा चौथ, चन्द्रमा... Hindi · हाइकु 4 428 Share डी. के. निवातिया 26 Jun 2019 · 1 min read तेरी नज़रो में विषय : लेखन विधा : ग़ज़ल /गीतिका शीर्षक : तेरी नज़रो में तिथि : २६/०६/२०१९ तेरी नज़रो में मेरी कीमत रही कुछ ख़ास नही, इसलिए मैं आता तुम्हे अब ज़रा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 247 Share डी. के. निवातिया 19 Jun 2019 · 1 min read प्यारे प्यारे पापा जी प्यारे प्यारे पापा जी *** मुझको परी बुलाता कौन प्यार से गले लगाता कौन आसमान की दुनिया के मुझे स्वप्न दिखाता कौन पापा जी, हमारे प्यारे प्यारे पापा जी !!... Hindi · कविता 2 344 Share डी. के. निवातिया 18 May 2019 · 1 min read बाली उम्र बाली उम्र *** ये किस मोड़ पे जिंदगी ने खड़ा कर दिया बाली उम्र में हमे तज़ुर्बे से बड़ा कर दिया उम्र अठखेलियों की न जाने कब बीत गई नरम... Hindi · मुक्तक 265 Share डी. के. निवातिया 8 Apr 2019 · 1 min read "माँ" ***जय माता दी*** "माँ" किसी भी हाल में, हर पल खुशी देती है माँ, अपनी ज़िंदगी से सबको जीवन देती है माँ, भगवान से पहले, माँ की पूजा करो जनाब,... Hindi · कविता 251 Share डी. के. निवातिया 27 Mar 2019 · 1 min read मैं होली कैसे खेलूँ शीर्षक :- मैं होली कैसे खेलूँ रचनाकार:- डी के निवातिया ! विषय : - होली कोई रंग न मोहे भाये, मोरा दिल चैन न पाएं मै होली कैसे खेलूँ, मोरे... Hindi · गीत 316 Share डी. के. निवातिया 8 Mar 2019 · 1 min read आज की नारी आज की नारी घूँघट त्याग नज़र से नज़र मिलाने लगी है, नारी शक्ति अपनी ताकत दिखाने लगी है !! घुट-घुट के जीना बीते दिनों की बात हुई, खुलकर जिंदगी का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 312 Share डी. के. निवातिया 14 Feb 2019 · 1 min read वैलेंटाइन-डे वैलेंटाइन-डे *** देशी चमड़ी को विदेशी पहरन से सजाते है, प्रेम नाम पर पार्को होटलो में रंग जमाते है, सरेआम अश्लील फूहड़ता का नंगा नाच कर, आ चल हम भी... Hindi · मुक्तक 1 219 Share डी. के. निवातिया 13 Nov 2018 · 1 min read माँ की याद माँ की याद *** मिलता है बहुत कुछ आज नए जमाने में, फकत इस दिल को तसल्ली नहीं मिलती, पेट तो जैसे तैसे भर लेता हूँ हर रोज़ मगर, माँ... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 13 79 1k Share डी. के. निवातिया 17 Oct 2018 · 1 min read विजय पर्व - डी. के. निवातिया रावण का अंत… सदियों पहले हो गया था उसके अनगिनत पुतले हम वर्ष दर वर्ष जलाते है .. पर वो मरा कहाँ ? आज भी जीवित है ! हम इंसानो... Hindi · कविता 2 210 Share डी. के. निवातिया 28 Sep 2018 · 1 min read नज़ारा - डी के निवातिया नज़ारा *** कुछ इस तरह मुझ से किनारा कर लिया ! मेरे अपनों ने घर-बसर न्यारा कर लिया !! समझता रहा जिन्हे ताउम्र मै खुद का हमदर्द ! फूलों से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 243 Share डी. के. निवातिया 19 Sep 2018 · 1 min read कैसे कह दूँ - डी के निवातिया कैसे कह दूँ *** *** *** कैसे कह दूँ उसको मै बेवफा, नब्ज चलती है हर पल मेरी उसका नाम पर ! कभी मुलाकात नही हुई तो क्या, मेरे दिल... Hindi · कविता 2 240 Share डी. के. निवातिया 19 Sep 2018 · 1 min read लिख नहीं पाता हूँ - डी के निवातिया लिख नहीं पाता हूँ *** लिखना चाहता हूँ पर लिख नहीं पाता हूँ आँखों के सामने तैरते कुछ ख्वाब, कुछ अनकहे अल्फ़ाज़ आते है क्षण भर के लिए फिर गुम... Hindi · कविता 2 209 Share डी. के. निवातिया 14 Jul 2018 · 1 min read “पायल” “पायल” *** तुम जितना धीरे चलती हो, पायल उतना शोर करती है ! धड़कने दिल कि बहक जाती है, ये गज़ब का जोर करती है !! रह-रहकर यूँ सताती है,... Hindi · मुक्तक 2 336 Share Previous Page 4 Next