Dr. Vaishali Verma Language: Hindi 82 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr. Vaishali Verma 24 Jul 2024 · 1 min read सावन का महीना *आया सावन का महीना नाचे अँगना में मोर बोले पपीहा सुंदर-२ मीठे-२ बोल आया सावन का महीना हरियाली ओढ़े खेत खिल जाते रंग-बिरंगे फूलों की सुंदर बेल आया सावन का... Hindi · गीत 84 Share Dr. Vaishali Verma 21 Jul 2024 · 1 min read 🙏🏻*गुरु पूर्णिमा*🙏🏻 गुरु पूर्णिमा के शुभ अवसर पर हम करते हैं माता,पिता और गुरुजन को सहृदय से प्रणाम जीवन में है इनका अपना-२ स्थान। सम्बोधन शब्दों से पूजे जाते गुरु जी, आचार्य,... Hindi · कविता 73 Share Dr. Vaishali Verma 17 Jul 2024 · 1 min read देव शयनी एकादशी 🙏देव शयनी एकादशी🙏 की 😇 शुभ कामनाएं 😇 *आयी देव शयनी एकादशी सभी भक्त जनो में खुशियां लायी व्रत- उपवास का है ये पावन पर्व* *हर ज़हन में उमंग और... Hindi · कविता 47 Share Dr. Vaishali Verma 16 Jul 2024 · 1 min read हरियाली तीज😇 आया रे आया सुंदर सावन का महीना गोरा-पार्वती का पूजन कर व्रत रखती सभी महिलायें आया हरियाली तीज का त्यौहार डाल-२ ,घर आगँन में डल जाते झूले चार रिमझिम-२ करके... Hindi · कविता 50 Share Dr. Vaishali Verma 20 Jun 2024 · 1 min read डाकियाँ बाबा *लाल डाकखाने से निकाले चिट्ठी* *थेले में भर* , *हर जगह वो जायें* *आवाज़ सुन सब बोले* *आयें रे आयें* *डाकियाँ बाबा आयें* *पहने ख़ाकी कपड़े* *हाथो में चिट्ठी थामें*... Hindi 52 Share Dr. Vaishali Verma 31 May 2024 · 1 min read प्रार्थना प्रार्थना सुन लो, हे भगवान हम सब हैं तुम्हारी संतान पढ़-लिख कर हम बने गुणवान कर लो प्रार्थना हमारी स्वीकार जग में आगे बढ़ते जाए नाम रोशन हम करते जाए... Hindi · बाल कविता 84 Share Dr. Vaishali Verma 25 May 2024 · 1 min read सब्ज़ियाँ(आलू की बारात) *आलू जी की आयी बारात* *बैठें रथ पर* , *गाजर* , *मूली बहनो के साथ* *मेथी* , *तोरी* , *शलजम* , *पालक* *है दूल्हे राजा के बाराती साथी* *बैगन भैया... Hindi · बाल कविता 1 277 Share Dr. Vaishali Verma 25 May 2024 · 1 min read भालू , मेढ़क और बंदर *टर- टर करता शोर मचाता* *सबको हँसाकर मज़ा चखाता* * मेढ़क ने जब डुबकी लगायी* *मटक- मटक कर भालू आया* *साथ में केला हाथ में डंडा लाया* *डम-डम करता डमरू... Hindi · बाल कविता 1 91 Share Dr. Vaishali Verma 22 May 2024 · 1 min read ३ बंदर(३ का पहाड़ा) 🐒🐒🙈🙊🙉🐵 (1×3=3) तीन बंदर हट्टे-खट्टे, (2×3=6) छः हाथों से तीनो मिलकर तोड़े रोटी (3×3=9) नो पेड़ों पर ख़ूब उछलते (4×3=12) बारह रोटी मुँह में दबाते (5×3=15) प्रद्रह दिनों तक मौज... Poetry Writing Challenge-3 1 89 Share Dr. Vaishali Verma 22 May 2024 · 1 min read मैं घड़ी हूँ ⌚️🕐🕐🕐🕐🕐🕐⌚️ *टाइटन*, *फ़ास्टट्रक*, *सिस्को आदि* *है मेरे अपने ब्रांड* *तीन सुईयों से बँधी हूँ* *चलती मशीन में लगी हुई हूँ* *टिक टिक आवाज़ मैं करती* *हरपल आगे बढ़ती जाती* *मोबाइल*... Poetry Writing Challenge-3 65 Share Dr. Vaishali Verma 21 May 2024 · 1 min read मतदान *भारत के संविधान में*, *मतदान हैं हमारा अधिकार* *१८ वर्ष आयु पूर्ण कर*, *अपना अधिकार निभाना हैं* *लोकतंत्र का आया ज़माना* *सबका मन भाया उत्साह से* *नियमो का पालन कर*... Poetry Writing Challenge-3 73 Share Dr. Vaishali Verma 17 May 2024 · 1 min read My baby doll *Barbie barbie* *My baby doll* *Rock n roll* *Always do her goals* *She wake up* *before the sunrise* *Early early wake up early* *Wear the clothes neat and clean* *Go... Poetry Writing Challenge-3 85 Share Dr. Vaishali Verma 12 May 2024 · 1 min read मेले का दृश्य *हम बच्चे जब गये घूमने* *देखा सुंदर मेले का दृश्य* *शिवा* , *कृष्णा* , *नैना लगे पूछने* *क्या दिलाओगी मेला से अम्मा* *खिलखिलाकर बोली अम्मा* , *हैं यहाँ खेल खिलौने*... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 75 Share Dr. Vaishali Verma 12 May 2024 · 1 min read बेटियाँ *बेटी बचाओ,बेटी पढ़ाओ* *इनको जग में आगे बढ़ाओ* *परमात्मा की है ये सुंदर रचना* *बिन इनके घर आगँन सब कुछ है सुना* *बेटियाँ होती है महान* *हर जगह देती है... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 81 Share Dr. Vaishali Verma 11 May 2024 · 1 min read 👨🏻🎓वकील सहाब 👩💼 *वकील सहाब तुम हो* *बड़े छलिया* , *काला कोर्ट पहनकर* *जनता को अपनी पहचान करवाते हों* *झूठ* - *सच के घेरे में* *खुद हो हर जगह पाते हो* *ऑर्डर ऑर्डर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · हास्य 84 Share Dr. Vaishali Verma 5 May 2024 · 1 min read गणित की ख़ोज *गणित के सत्य की खोज कर,बने गणितज्ञ* *आओ जाने महान गणितज्ञ* , *उनके आविष्कारों को* *जो दे गये गणित की दुनिया में अपना सुंदर योगदान* *अनंत की खोज कर* ,... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 54 Share Dr. Vaishali Verma 5 May 2024 · 1 min read 🦅छोटी सी नन्हीं सी चिड़ियाँ🦅 *छोटी सी नन्हीं सी चिड़ियाँ* *रंग बिरंगी पंखो की चिड़ियाँ* *चीं चीं करती जाती* *डाल डाल पे बैठी*-२ *आसमान छू आती* *पेड़ की ऊँची*-२ *टहनी पर* *घोसला यें बनाती जाती*... Poetry Writing Challenge-3 59 Share Dr. Vaishali Verma 5 May 2024 · 1 min read कुआँ *सदियों बीते ज़माने में* *ज़मीं की खुदाई से*, *ईंट पत्थर से बना* , *जल से भरा*, *गोलाकार आकृति का*, *कुआँ बनाया जाता था* *नहाने* , *कपड़े* , *बर्तन* *रोज़मर के... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 83 Share Dr. Vaishali Verma 4 May 2024 · 1 min read रंग विरंगी नाँव *बारिश का आनंद लेकर* *चाट पकोड़ी घर बनवाते* *छुट्टी के दिन ऊधम मचाते* *नानी दादी को ख़ूब सताते* *रंग बिरंगे कागज़ की* *सुंदर* -२ *नाँव बनाते* *जल के तेज बहाव... Poetry Writing Challenge-3 · बाल कविता 74 Share Dr. Vaishali Verma 4 May 2024 · 1 min read गुरुकुल *याद आती है अपने गुरुकुल की* , *उठते सवेरे-सवेरे*२ 🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂 *हुए ८ वर्ष* , *लिया प्रवेश अपने गुरुकुल में* 🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁 *शुरू हो गयी ज्ञान की शिक्षा अपने गुरुकुल में धीरे*-२... Poetry Writing Challenge-3 44 Share Dr. Vaishali Verma 4 May 2024 · 1 min read सत्य और राम *सत्य के लिए आना राम* *सत्य के लिए जाना राम* *मन मंदिर में बस जाना राम* *प्रेम के दीपक जलाना राम* *सबके हृदय में बस जाना राम* *अंधकार को दूर... Poetry Writing Challenge-3 1 44 Share Dr. Vaishali Verma 4 May 2024 · 1 min read 🪁पतंग🪁 *तीन तिल्ली से टिकी जाती हूँ* *हर रंगो में सज जाती हूँ* *काग़ज़* , *पिन्नी से बँध जाती हूँ* *मांझे से बंधकर ऊँची उड़ान भर जाती हूँ* *हवा के रुख़... Poetry Writing Challenge-3 · बाल कविता 123 Share Dr. Vaishali Verma 4 May 2024 · 1 min read पंचांग (कैलेंडर) 📅📅📅📅📅📅📅📅🗓🗓🗓🗓 *सुंदर सुंदर हिंदी,अंग्रेज़ी की गिनती से* *हर पन्ने पर छपा जाता हूँ* *सभी महीने का राज बताता* *घर की खूँटी से सज जाता हूँ* *दिन* , *हफ़्ते* , *महीने*... Poetry Writing Challenge-3 · बाल कविता 164 Share Dr. Vaishali Verma 3 May 2024 · 1 min read माँ *माँ तुम हो सबसे प्यारी* *लोरियाँ खूब सुनाती थी*| *जब मैं छोटा बच्चा था* *लाड प्यार मैं पाता था* | *बचपन के दिनो में* *गुडियाँ गुड्डे दोस्त बनाता*| *तुम्हारी ग़ुस्से... Poetry Writing Challenge-3 · बाल कविता 70 Share Dr. Vaishali Verma 3 May 2024 · 1 min read सपना(बच्चों के भाव) *प्यारे प्यारे हमारे सपने* *सच अगर हो जाते* *मस्त होकर हम* *सबको रोज़ सुनाते* *हम अगर पक्षी होते* *आसमान की सैर कर आते* *चंदा मामा बनकर* *सितारों से मिल आते*... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · बाल कविता 69 Share Dr. Vaishali Verma 3 May 2024 · 1 min read शिव *ईश्वर रूप में पूजे जाते* *त्रिनेत्र धारी कहलाते*। *जटा से बहती गंगा मैया* *सूखे को शीतल कर जाती*। *दूध* , *फल* , *धतूरा बेलपत्र* *तुमको है प्यारे* | *कँवरियों के... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 107 Share Dr. Vaishali Verma 2 May 2024 · 1 min read नारी की संवेदना चण्डी बन जाऊँ काली कहलाऊँ शत्रुओ का नाश करूँ तो दुर्गा कहलाऊँ बुद्धि विद्या दूँ वीण। दायिनी कहलाऊँ धन का भण्डार भरूँ लक्ष्मी कहलाऊँ स्तनपान कराऊँ माँ कहलाऊँ अग्नि में... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 45 Share Dr. Vaishali Verma 2 May 2024 · 1 min read नारी भाव *चण्डी बन जाऊँ* *काली कहलाऊँ* *शत्रुओ का नाश करूँ* *दुर्गा कहलाऊँ* *बुद्धि विद्या दूँ* *वीण। दायिनी कहलाऊँ* *धन का भण्डार भरूँ* *लक्ष्मी कहलाऊँ* *स्तनपान कराऊँ* *माँ कहलाऊँ* *अग्नि में प्राण... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 113 Share Dr. Vaishali Verma 2 May 2024 · 1 min read कलम की दुनिया 🍀🍀*पेन* , *पेंसिल*🍀🍀 *यूँ कहो एक कलम हूँ* *है मेरी अपनी एक नयी दुनिया* *जिसने महान जन के कार्यों* *को शब्दों की कहानी* *की गति से गढ़ा* *वीरों जैसी महान... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 109 Share Dr. Vaishali Verma 2 May 2024 · 1 min read गणित *गन गन* ऽऽऽऽऽ *गणित कहने से* *हर जन है घबराता* *तुम जीवन के सभी* *पक्ष में गणित को* *अपना साथी पाते* *मैं वैशाली वर्मा* *बतलाती हूँ गणित* *का सुंदर ज्ञान*... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 95 Share Dr. Vaishali Verma 2 May 2024 · 1 min read 🌳वृक्ष की संवेदना🌳 *हे मानव* *है मेरा क्या क़सूर* *शहरी बस्ती बसाने* *में क्यूँ काँटे मुझे* *हर रोज़* *मेरी संवेदना* *अपने से काहे* *करें यूँ दूर* *चिड़ियों का क्यूँ* *छीने बसेरा* *अपना घर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · बाल कविता 1 106 Share Dr. Vaishali Verma 2 May 2024 · 1 min read 📚पुस्तक📚 *क़द्र करो* , *पुस्तकों की* *देती जो है ज्ञान हज़ार* *सुंदर सुंदर रंग बिरंगे* *पन्नो से सजी पुस्तको* *में छिपा है*, *जगत का सार* *पढ़कर इसे बन जाते* *डॉक्टर* ,... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 80 Share Dr. Vaishali Verma 2 May 2024 · 1 min read तकनीकी की दुनिया में संवेदना *तकनीकी की दुनिया में* *संवेदना शून्य हो रही* , *चिट्ठीयो में सिमटी संवेदनाओ ने* *ले लिया मोबाईल का रुख़* *मानव ही मानव से कट रहा* *इस दिखावटीपन की दुनिया में*... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 47 Share Dr. Vaishali Verma 2 May 2024 · 1 min read वृक्ष की संवेदना *हे मानव है* *मेरा क्या क़सूर* *शहरी बस्ती बसाने* *में क्यूँ काँटे मुझे* *हर रोज़* *मेरी संवेदना* *अपने से काहे* *करें यूँ दूर* *चिड़ियों का क्यूँ* *छीने बसेरा* *अपना घर... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 101 Share Dr. Vaishali Verma 2 May 2024 · 1 min read 🇮🇳मेरा देश भारत🇮🇳 🇮🇳🇮🇳 *मेरा* *देश* *भारत*🇮🇳🇮🇳 *हैं बड़ा महान*, *इसकी जग में है* *अलग पहचान* *सोने की चिड़ियाँ* *से जाना जाता* *भारत देश* *है कहलाता* *नारंगी*, *सफ़ेद*, *हरा* *तीन रंगो से बना*... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 87 Share Dr. Vaishali Verma 2 May 2024 · 1 min read नारी के सोलह श्रृंगार *हे नारी* ! *तुम लगती सबसे प्यारी* *जब करती सोलह श्रृंगार* *लगती हो किसी राजा की राजकुमारी* ॥ *आँखों में कजरा* , *बालों में गज़रा* *पैरों में पायल* , *हाथों... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 267 Share Dr. Vaishali Verma 1 May 2024 · 1 min read 🌺फूल की संवेदना🌻 *यूँ तो हम हैं सुंदर फूल* ,🌺🌸🌹🌻 * बढ़ाते है बग़ीचे की शोभा* ,🏡🪴⛲️ *माली के अनुकूल* ,👨🌾 *रंग बिरंगे प्यारे* -२💐🌼 *ख़ुशबू से महकाते* *सभी के नैनो को भाते*... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 101 Share Dr. Vaishali Verma 1 May 2024 · 1 min read *आओ जाने विपरीत शब्द -अर्थ*” *आओ जाने विपरीत शब्द के अर्थ को* 🍁*सत्य सत्य सत्य*ऽऽऽऽ *ज़रा बताओ क्या हैं सत्य* ? *आओ जाने विपरीत शब्द के अर्थ को*(१) *धरती*- *आकाश हैं* *सच* - *झूठ हैं*... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 88 Share Dr. Vaishali Verma 1 May 2024 · 1 min read *चल रे साथी यू॰पी की सैर कर आयें*🍂 *चल रे साथी यू॰पी की सैर कर आयें*🍂 *आगरा* में प्रेम का प्रतीक *ताजमहल*, देख आयें॥🍂 *फ़िरोज़ाबाद* से काँच की *चूड़ियाँ* *बरेली* से *सुरमा*, *मथुरा* में *कृष्ण*, *अयोध्या* में *राम*... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 129 Share Dr. Vaishali Verma 1 May 2024 · 1 min read 👩🌾कृषि दिवस👨🌾 *हूँ मैं एक किसान* *लगा हुआ हूँ* *खेती में*,🌾🌾 *सुखी रोटी खाता हूँ* *अन्नदाता कहलाता हूँ* *बंजर भूमि*⛰🗻 *उपजाऊ बना दूँ* *ऐसा साहस रखता हूँ*। *१२ मासों में से* *१२... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 91 Share Dr. Vaishali Verma 1 May 2024 · 1 min read 🌸🌼जो न सोचा वो हूँ मैं🍀🍀 *जो न सोचा होगा तुमने उसे जो करके दिखाया*,वो साहसी हूँ मैं।🍃🍃 *गुरु दक्षिणा में जिसने दिया अँगूठा दान*,वो एकलव्य हूँ मैं।🍂 🍂 *बलिदान देकर करें जो सरहद की सुरक्षा*,वो... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 50 Share Dr. Vaishali Verma 29 Apr 2024 · 1 min read तकनीकी की दुनिया में संवेदना तकनीकी की दुनिया में संवेदना शून्य हो रही, चिट्ठीयो में सिमटी संवेदनाओ ने ले लिया अब रुख़ मोबाईल का, मानव ही मानव से कट रहा इस दिखावटीपन की दुनिया में... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 101 Share Dr. Vaishali Verma 29 Apr 2024 · 1 min read संवेदना( वीर ज़वान) 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳 *वीर ज़वानो*की संवेदनाओ से तुमको अवगत कराता हूँ है ये भारत माता के सुपुत्र अपनी सरहद के ख़ातिर प्राणो की बलि दे जाते है, हाथों में थामे, हथियारों से... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 76 Share Dr. Vaishali Verma 28 Apr 2024 · 1 min read किसान की संवेदना हूँ मैं एक किसान लगा हुआ हूँ खेती में,🌾🌾 सुखी रोटी खाता हूँ अन्नदाता कहलाता हूँ बंजर भूमि⛰🗻 उपजाऊ बना दूँ ऐसी संवेदना रखता हूँ। काया पड़ जाए काली 🌚... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 139 Share Dr. Vaishali Verma 27 Apr 2024 · 1 min read संवेदना की पहचान जीवन की पहेलियों में बिखरा,🍂 रंगीन रंगो में रंगहीन हैं मानव ही मानव से विग्रह क्यूँ है इस युग में संवेदना की पहचान करो।। समय के घेरे में चकरा रहा... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 74 Share Dr. Vaishali Verma 27 Apr 2024 · 1 min read संवेदना(फूल) 🌻🌹🌸🌺🌼 यूँ तो हम हैं सुंदर फूल, जो बढ़ाते है बग़ीचे की शोभा माली के अनुकूल, रंग बिरंगे प्यारे -२ ख़ुशबू से महकाते सभी के आँखों को भाते, सुख-दुःख में... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 139 Share Dr. Vaishali Verma 25 Apr 2024 · 1 min read संवेदना(कलम की दुनिया) 🍀🍀पेन,पेंसिल🍀🍀 यूँ कहो एक कलम हूँ। है मेरी अपनी एक नयी दुनिया जिसने महान जन के कार्यों को शब्दों की कहानी की गति से गढ़ा वीरों जैसी महान बलदानी संवेदना... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 128 Share Dr. Vaishali Verma 25 Apr 2024 · 1 min read संवेदना(सहानुभूति) 🍀*न दिखाओ* *अपनी झूठी* *सहानुभूति सबसे*🍀 *जानते हैं* *इस मिथ्या जगत में* *कैसे मिठिया सहानुभूति*🍀 *देकर ठुकराते हैं लोग* *संवेदना में न* *खोकर न बनने*🍀 *दे इसे छलिया रोग* *छल... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 103 Share Dr. Vaishali Verma 1 Apr 2024 · 1 min read सत्य का बुद्ध असत्य की तरह नही, सत्य की तरह बुद्ध बन जाओ तेरा- मेरा कहना व्यर्थ हैं मौन के सत्य को साध लो श्वासो की डोर पकड़ सत्य को जान लो मिथ्या... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 88 Share Dr. Vaishali Verma 1 Apr 2024 · 1 min read सत्य की पहचान जीवन की पहेलियों में बिखरा,🍂 रंगीन रंगो में रंगहीन हैं सत्य इस युग की लीलाओं में सत्य की पहचान करो।। समय के घेरे में चकरा रहा,🍂 नवीन हस्तियों के मेले... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 82 Share Page 1 Next