Umesh उमेश शुक्ल Shukla 233 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next Umesh उमेश शुक्ल Shukla 14 Jul 2023 · 1 min read संतुलित रहें सदा जज्बात जीवन कथा में शुमार हैं यादों के पन्ने अनेक कुछ यादें सुखदायी तो कुछ मन मंद करें विशेष सुख और दुख दोनों से हर व्यक्ति होता दो चार पर सुख... Hindi 272 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 12 Jul 2023 · 1 min read अंधे रेवड़ी बांटने में लगे अंधे रेवड़ी बांटने में लगे पहचान के सब कद्रदान हिंदुस्तान में चमका रहे वो शिक्षा की अजब दुकान समाचार के नाम पर परोस रहे सब मनमाने तथ्य कथ्य ऐसे में... Hindi 359 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 12 Jul 2023 · 1 min read प्रथम पूज्य श्रीगणेश प्रथम पूज्य श्रीगणेश को करता मैं बारंबार प्रणाम नित सुकर्म हेतु प्रेरित करो प्रभु देकर ऊर्जा अविराम मातु,पिता, गुरु, बंधु, सखा सबसे बना रहे सदैव स्नेह सुख, शांति और प्रीति... 137 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 10 Jul 2023 · 1 min read हे आशुतोष ! हे आशुतोष ! मुझे दीजिए अपनी भक्ति का वरदान मन मानस तव चरण में रम पाए सुखद विहान मेरे वाणी और कर्मों में भी रहे सदा शुचिता बरकरार मानवीय मूल्यों... 142 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 8 Jul 2023 · 1 min read हे महादेव आशुतोष शिव ही दे सकते मृत्यु पर विजय का वरदान युगों युगों से जग कर रहा है उनकी महिमा का गुणगान सावन मास में सनातनी सब करते हैं उनका जलाभिषेक... Hindi 205 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 7 Jul 2023 · 1 min read पग पग पे देने पड़ते दुनिया में अकेला ही आया हर एक इंसान पग पग पे देने पड़ते उसे बहुत से इम्तिहान अपने पराए के फेर में वह उलझा रहे दिन रात तमाम मौकों पर... 1 178 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 18 Jun 2023 · 1 min read हे परम पिता ! ईश्वर ने कभी चुना जिसे मेरे जन्म का खास हेतु भव सागर के लिए वही होता मेरे लिए एक सेतु पर ईश्वर की इच्छा भर ही मिला मुझे उसका सान्निध्य... Hindi 294 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 5 Jun 2023 · 1 min read जीवन का लक्ष्य महान डरावने जंगल नहीं होते डरावना लोगों का कृत्य जंगलों को काटने में जुटे रहते बहुत से लोग नित्य स्वार्थ वश वो कर रहे हैं प्रकृति का सर्वथा नाश जंगलों के... Hindi 520 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 1 Jun 2023 · 1 min read मंगल मय हो यह वसुंधरा मंगल मय हो यह वसुंधरा सकल भारत भूमि समेत सब एक दूजे के मान के प्रति भी सतत रहें सचेत ज्ञान और विवेक की दृष्टि से जन जन हो अति... Hindi 1 362 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 29 May 2023 · 1 min read लाचार जन की हाय जहां मनुष्यता को बिसरा कर बस भवन निर्माण पर हो जोर उस राष्ट्र और समाज की दशा सदा सर्वदा रहती है कमजोर भवनों से यदि हो जाता मानव का चहुंमुखी... Hindi 598 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 29 May 2023 · 1 min read फेर रहे हैं आंख कभी वक्त के माथे पर जो खींच गए उपलब्धि की बड़ी सी लकीर अब राजनीतिक ही तय कर रहे हैं उन सब पहलवानों की तकदीर दिग्गज नेता कभी उनके सान्निध्य... Hindi 252 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 27 May 2023 · 1 min read संसद के नए भवन से संसद के नए भवन से किंचित हो नई राजनीति की शुरुआत आम जनता की समस्याओं पर वहां हो पूरी गंभीरता से बात हे ईश्वर ! माननीयों के हृदय में भरो... Hindi 241 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 27 May 2023 · 1 min read बेकारी का सवाल इंसानों ने अपनी सुविधाओं के लिए किया मशीनों का निर्माण फिर कुछ लोगों की नजर में कम होने लगता है इंसानों का सम्मान ज्यादा धनार्जन की चाह में करने लगते... Hindi 1 310 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 18 May 2023 · 1 min read गिरोहबंदी ... गिरोहबंदी हर तरफ हाबी आत्मश्लाघा भी बेशुमार लोभ के पाश में जकड़ा हर एक नामवर किरदार दूजे की सराहना होती है बिरले लोगों को हजम ऐसे में बहुत कम में... Hindi 1 226 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 17 May 2023 · 1 min read धीरे धीरे बदल रहा धीरे धीरे बदल रहा अब देश का सियासी माहौल जनता भी समझने लगी नेताओं का असली रोल हर तरफ से उठने लगे रोजी औ रोटी के प्रश्न सरकार आयोजित करा... Hindi 249 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 16 May 2023 · 1 min read अंधों के हाथ अंधों के हाथ कभी जो लग जाती किस्मत से कोई बटेर तो वे इतराते घूमते ऐसे कि जैसे हों वे धनाधिपति कुबेर सही व्यवस्थाएं बनाने में उनका कलेजा हो जाता... Hindi 223 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 16 May 2023 · 1 min read वास्तविक मौज चाय पार्टी का आयोजन जो करते दिल को खोल उनके पक्ष में खड़ी होती है लोगों की लंबी तगड़ी गोल बातचीत का लहजा जिनका होता है सहज और विनीत समाज... Hindi 219 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 15 May 2023 · 1 min read स्वदेशी के नाम पर स्वदेशी के नाम पर कभी जो बजाया करते थे गाल आज सत्ता सुख भोगने को दिनभर मचलते हैं बेहाल कहां गए उनके नारे और कहां गायब हुआ वो जोश अब... Hindi 233 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 14 May 2023 · 1 min read लोकतंत्र में शक्ति करके नाटक जो पाले रहे भारी विजय की उम्मीद कर्नाटक ने मन से किया उन सबकी मिट्टी पलीद भाजपा, जद एस दोनों के सपनों को करके तार तार जनता ने... Hindi 255 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 12 May 2023 · 1 min read कोई इतना नहीं बलवान धरती पर जब जब बढ़े अपराध और अनाचार तब तब मानवीय मूल्य हुए एकदम से तार तार पीड़ा हरण को अवतरित हुए खुद जगत के आधार नए विकल्प देकर उन्होंने... Hindi 188 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 11 May 2023 · 1 min read सुकर्म से ... हर मनुष्य के लिए जन्मदिन का जीवन में खास महत्व हर साल एक खास दिन पर जागृत होता है उसका स्वत्व ग्रह, नक्षत्र और लग्न का हर व्यक्ति के लिए... 1 235 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 10 May 2023 · 1 min read एकजुट हो प्रयास करें विशेष काश नदी की यात्रा पर निकले नेताओं का कुनबा तभी वे देख, समझ सकेंगे सब नदियों में बढ़ता मलबा व्यक्तिगत लोभवश कब्जा कर रहे नदियों पे तमाम लोग तंत्र मूकदर्शक... Hindi 309 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 7 May 2023 · 1 min read उठाना होगा यमुना के उद्धार का बीड़ा मानवीय व्यवहारों से जहरीला हो गया यमुना जी का पानी फिर भी वो अभी बख्श रही हैं करोड़ों लोगों को जिंदगानी राजधानी दिल्ली के निवासी खुद को मानते आधुनिक जरूर... Hindi 192 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 6 May 2023 · 1 min read अपराधियों ने जमा ली सियासत में पैठ लंपटों और अपराधियों ने जमा ली सियासत में पैठ ऐसे में अपराधियों के कान विधि से कौन सकता है ऐंठ बड़े बड़े संघों और संस्थानों पे कुंडली मारे बैठे दागी... Hindi 217 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 3 May 2023 · 1 min read जन जन में खींचतान आबादी के लिहाज से दुनिया में भारत का अब पहला स्थान मगर अर्थव्यवस्था की दृष्टि से विश्व में पांचवां इसका स्थान संसाधनों की उपलब्धता को यदि मानें विकास का मानदंड... Hindi 246 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 1 May 2023 · 1 min read मजदूरों के साथ मजदूरों के साथ युगों से हो रहा है सियासी खेल राजनीति बन गई अब पूँजीपतियों की रखैल संसद, विधानसभाओं में धनिकों की भरमार फिर कैसे हो सकेगा अब श्रमिकों का... Hindi 228 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 30 Apr 2023 · 1 min read धड़कन धड़कन ( गीत ) धड़कन धड़कन में बस नाम है तेरा मन मानस में बस एक अक्स है तेरा तुमसे रोशन शामें तुमसे शुभ्र सबेरा तेरी परछाई के पीछे डाले मन मयूर मेरा डेरा... Hindi 1 258 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 28 Apr 2023 · 1 min read क्यों न्यौतें दुख असीम सत्ता की मलाई को जीम मीडिया समूह बने भीम फिर सत्ता से टकराव ले वे क्यों न्यौतें दुख असीम एजेंडा सेटिंग से हो रहे हैं मालामाल साल दर साल फिर... Hindi 146 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 27 Apr 2023 · 1 min read कोई नहीं देता... गर्मी आते ही घना हो जाता है पानी पानी का शोर चहुंओर मगर साल के 365 दिन कोई नहीं देता जल संरक्षण पर जोर ज्यादातर स्थानीय निकायों का बड़ा बजट... Hindi 231 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 24 Apr 2023 · 1 min read दलदल दलदल में तब्दील हो गई वर्तमान राजनीति दूजों की ईंटें झटककर सब दल बना रहे भीत ईंटें अव्वल या दोयम हैं ये वोटर को करना पहचान जो चुनाव में चूके... Hindi 274 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 24 Apr 2023 · 1 min read जागरूक हो हर इंसान पर्यटकों की मनमानी से त्रस्त हैं देशभर के समुद्र लगातार बढ़ते कूड़े कचरे से पारिस्थितिकी अशुद्ध तमाम चेतावनी संदेश भी आम पर्यटकों पर बेमानी आगे कई जीव जंतुओं के कुनबे... Hindi 161 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 23 Apr 2023 · 1 min read अनेक को दिया उजाड़ जादुई जंगलों की रही कभी देश में भरमार विकास के पहरूओं ने अनेक को दिया उजाड़ अब गिने चुने क्षेत्रों में ही अवशेष घने जंगल उन पर कब्जे को मची... Hindi 207 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 21 Apr 2023 · 1 min read हे माधव हे माधव तुमको समर्पित वैशाख का समूचा मास जप, पूजा, ध्यान सहित करें लोग व्रत औ उपवास यद्यपि जग माने हर जीव में सदा ही तुम्हारा निवास फिर भी वैशाख... Hindi 308 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 20 Apr 2023 · 1 min read केहरि बनकर दहाड़ें शब्दों में ही ब्रह्म बसे समझा गए हैं सयाने सुर,लय और तालबद्ध हो ये बन जाते तराने कभी किसी प्रेमी के लब पर थिरक थिरक इतराते कभी विरह से पीड़ित... Hindi 248 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 20 Apr 2023 · 1 min read वास्तविक प्रकाशक वक्त ही होता हर इंसान का वास्तविक प्रकाशक वह अच्छा है तो दूसरों को दिखे सब चकाचक वह बुरा है तो साया भी दिखने लगता भयानक दुर्दिन में बस परमात्मा... Hindi 280 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 19 Apr 2023 · 1 min read तीखा सूरज : उमेश शुक्ल के हाइकु तीखा सूरज बरसा रहा आग अनदेखी से विलुप्त हुए अनेक कूप तालाब तंत्र सजाए तरक्की के ख्वाब निकाय चुनाव दावतों का दौर समर्थकों के नारों में गुम पीड़ाएं चहुंओर विकास... Hindi 212 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 15 Apr 2023 · 1 min read बड़े मिनरल वाटर पी निहाल : उमेश शुक्ल के हाइकु गर्मी तीखी जीव जंतु बेहाल बिजली, पानी संकट हर जी का जंजाल बड़े मिनरल वाटर पी निहाल अंधी कमाई को अनुचित चाल बस, रेलवे स्टेशन टोटियों से हुए कंगाल पानी... Hindi 243 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 15 Apr 2023 · 1 min read सदा बेड़ा होता गर्क पागल दिल के मालिकों का सदा बेड़ा होता ग़र्क ये तथ्य इतिहास के पन्नों में बड़ी प्रमुखता से है दर्ज दिल जिनके संतुलन में रहे जग में उनको मिली प्रसिद्धि... Hindi 233 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 14 Apr 2023 · 1 min read हमनवां जब साथ हमनवां जब साथ हो तो बात कुछ और ही होती है सिर्फ लम्हों को ही नहीं औरों को भी इसकी खबर होती है द्रुपदसुता की चीर से बढ़ जाते यादों... Hindi 185 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 12 Apr 2023 · 1 min read सधे कदम धरती पर दिखाई पड़ती बस सधे कदम की छाप सुधिजन खुद को संभालें ताकि फिर न हो पश्चाताप सफल वही जो समय की नजाकत को ले पहचान अन्यथा चूक पर... Hindi 382 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 12 Apr 2023 · 1 min read मचले छूने को आकाश दोस्तों का साथ देता हरेक को अनूठा अहसास मन प्रफुल्लित होके मचले छूने को आकाश सुर्ख गुलाब को लेकर यूं रखते सब जुदा ख्याल पर दूजों के मन कुरेद वो... Hindi 275 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 11 Apr 2023 · 1 min read सुकून की चाबी ख़ज़ाने की तलाश में लगा हर शख्स व्यक्ति बदहवास ख़ज़ाने दे सकते नहीं सबको शांति और सुख यूं अनायास पीड़ाओं से घिरे हुए हैं दुनिया के बड़े बड़े रईस औ... Hindi 224 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 10 Apr 2023 · 1 min read धन बल पर्याय निकाय चुनाव धन बल पर्याय निठल्लों की हो जाएगी विधि से ताजपोशी जनता रह जाएगी ठगी सी स्थानीय निकाय कैसे बनें कारगर मतदाता इन सवालों पर डालता नहीं नजर बस... Hindi 341 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 8 Apr 2023 · 1 min read तरस रहा हर काश्तकार धरतीपुत्रों से कर रहे जो सब आज फरेब कल वो कुर्सी खोएंगे ले डूबेंगे उनके ही ऐब झूठे दावों से हरे हुए कब खेत, खलिहान पीड़ाओं से व्यथित हैं समूचे... Hindi 350 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 8 Apr 2023 · 1 min read ,...ठोस व्यवहारिक नीति बहुत जरूरी है अर्थव्यवस्था की खोई हुई चाबी की खोज वर्ना हर आदमी के जीवन में दुश्वारियां बढ़ती जाएंगी हर रोज कुटीर,लघु उद्योगों के लिए सरकार को बनानी होगी ठोस... Hindi 400 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 7 Apr 2023 · 1 min read श्रीराम पे बलिहारी एक जादुई शाम की प्रतीक्षा पल पल कर जिंदगी बदलती गई दिशा जाना कहां बस जानें श्रीराम सुना है सबकी सुनते प्रभु अध्येता और साधु संत कहते उन्हें विभु सद्बुद्धि... Hindi 249 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 6 Apr 2023 · 1 min read कुटुंब के नसीब प्रभु की कृपा से हर व्यक्ति को मिले हमसफर अनुकूल अन्यथा संबंधों के निर्वहन की राह में बिछ जाते अनेक शूल हमनवां जिसका भी रहता है सतत मानसिक रूप से... Hindi 182 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 5 Apr 2023 · 1 min read फीसों का शूल : उमेश शुक्ल के हाइकु कान्वेंट स्कूलों में प्रवेश चालू् अभिभावक धन खिंचे जैसे नदी से बालू बच्चे करते हठ बनेंगे भालू वो दुखी जिनके बच्चे तीन खर्चों का इंतजाम करने को बने मशीन स्कूल... Hindi 1 280 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 4 Apr 2023 · 1 min read जागो तो पाओ ; उमेश शुक्ल के हाइकु हिसाब किताब में कच्चे हम जन्म से झेल रहे तमाम सियासी मनमानियांं संसद पे हाबी पूंजीपति, माफिया चुनाव की घड़ी में बेपरवाही धर्म,जाति,भाषा, क्षेत्र की देते दुहाई बोया बबूल कांटों... Hindi 168 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 2 Apr 2023 · 1 min read हैंडपंपों पे : उमेश शुक्ल के हाइकु निर्लज्जता भी मांग जाती पानी नेता सुनाता जब धुआंधार विकास की कहानी जलहीन हैंडपंपों पे मची खींचातानी यात्री शेल्टर पर सजी दुकान पूछताछ खिड़की के बोर्ड करा देते पहचान कुछ... Hindi 315 Share Previous Page 3 Next