umesh mehra Language: Hindi 90 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 umesh mehra 9 Mar 2023 · 1 min read दुनियां (एक हकीकत) अजब दुनियां के खेले हैं । ना तन्हा हैं ना मेले हैं।। ना हो जब साथ में कोई। हसरतें साथ होती हैं।। कभी यादें मेरे दिल को। किसी की खूब... Hindi · Poem 1 267 Share umesh mehra 8 Mar 2023 · 1 min read होली की शुभकामनाएं। मन से मन को मिलाओ सनम। मिल जुल रंग लगाओ सनम।। रंग, उमंग, मिलन की होली। बैर भाव सब छोड़ो सनम। मिल जुल रंग लगाओ सनम।। कष्ट, क्लेश मिटे होली... Hindi 234 Share umesh mehra 7 Mar 2023 · 1 min read गुमान ( एक गजल) गुमान ( एक गजल) गुमां इतना तुझे किसका लाखो रोज जाते हैं। अकडकर जो खड़े रहते हवा मे टूट जाते हैं।। तेरी हर सांस पर पहरा तेरे हर कर्म का... Hindi · ग़ज़ल 1 222 Share umesh mehra 6 Mar 2023 · 1 min read फागें रंग रसिया खेलें फाग ब्रज में आ गई है री होली। उड़त है रंगे गुलाल ब्रज में आ गई है री होली।। ग्वाल बाल सब रंगे रंगीले लग रए कैसे... Hindi · गीत 2 445 Share umesh mehra 5 Mar 2023 · 1 min read होली गीत मति मारो हमें पिचकारी कन्हैया मति मारो हमें पिचकारी। कान्हा तुम निर्लज्ज जनम के हमें देखे है दुनिया सारी।। इक तो चल रई पवन पुरवाई, दूजे रंग में मोहे भिगाई।... Hindi · गीत 1 169 Share umesh mehra 3 Mar 2023 · 1 min read आत्मविश्वास निर्बल कायर ही का तो बाली आधा बल हर पाता है। निर्भय निडर आत्मविश्वासी दुर्जन का वध कर पाता है।। नहीं मिलेंगे कभी राह में अगणित कमल पुष्प दल। कठिन... Hindi · गीत 198 Share umesh mehra 2 Mar 2023 · 1 min read फागुन चली बसंती हवा सुहानी ,फागुन आया झूम के। टेसू फूले बगियां महकी, मौरे अमुआ झूम के।। खेतों में छाई हरियाली, सरसों अलसी महक रहीं। मेरे घर आंगन चौबारे, कितनी चिड़ियां... Hindi · गीत 1 199 Share umesh mehra 26 Feb 2023 · 1 min read शिकायत ज़रा कह दो उन्हें जाकर जो ख़्वाबों में सताते हैं। भुलाना उनको नामुमकिन जो सांसों में समाते हैं।। कसम दी थीं उन्होंने की नहीं आयेंगे उनके घर। जगाकर हमको रातों... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 1 163 Share umesh mehra 25 Feb 2023 · 1 min read कान्हा अरज इतनी है बस कान्हा तेरा दीदार हो जाए। तेरा ही नाम रट रट कर ये नैया पार हो जाए।। भटकता है ये दिल मेरा जमाने की उलझनों में। कृपा... Hindi · Poem · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 1 153 Share umesh mehra 24 Feb 2023 · 1 min read राही हिलोरें भरता सागर हूं मैं शांत रहना क्या जानूं। अविरल बहती धारा हूं मैं थककर रुकना क्या जानूं ।। मांझी हूं तो तूफानों से लड़ना मैने सीख लिया। कठिन राह... Hindi · Poem · गीत 1 125 Share umesh mehra 26 May 2022 · 1 min read पिता जिंदगी की अपनी हर तस्वीर बदलते देखी है। पिता के हुनर से अपनी तकदीर बदलते देखी है।। परिवार की खातिर तपता रहा वो धूप में। दिखता है खुदा मुझको अपने... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · गीत 5 3 562 Share umesh mehra 3 May 2022 · 1 min read टीस कैसे छेड़े राग सुरीला समय बड़ा जहरीला प्रिए। भाईचारा हुआ तिरोहित मानवता शर्मसार प्रिए।। अमन चैन से रहने वाले आंख तरेरे बैठे हैं। शमशीरों को म्यानों से बाहर रखकर बैठे... Hindi · गीत 1 1 317 Share umesh mehra 16 Apr 2022 · 1 min read आदमी आदमियों की भीड़ मे बस इंसान अभी बाकी है। जुर्म अजीम है तेरा बस इंसाफ अभी बाकी है।। दिल की नफरतों का इजहार हुआ इस तरह। नाकाबले आमाल का अंजाम... Hindi · कविता 1 373 Share umesh mehra 11 Apr 2022 · 1 min read हम लोग होश अपना कन्हा गंवा बैठे हैं लोग। क्यों बेखुदी मे जिए जा रहे हैं लोग।। जरा सी बात को दिल से लगाए बैठे हैं। रिश्तों का भी ख्याल करते नहीं... Hindi · कविता 1 344 Share umesh mehra 8 Apr 2022 · 1 min read हे राम रघुनंदन राम मेरे मन के अंतर्मन को उज्जवल कर दो राम। जिस रूप में देखूं तुम्हे उस रूप में प्रकटो राम।। अवध भूमि बड़ी ही पावनी चरण पड़े जिस रज में। भ्राता... Hindi · कविता 1 410 Share umesh mehra 5 Apr 2022 · 1 min read परदेश सजन बसे परदेश में याद ना आए गांव की। ताल तलैया याद रहे ना बरगद के छांव की।। गांव के सूने चौक चौबारे सूनी गलियां सूने द्वारे। रस्ता देख रही... Hindi · कविता 1 341 Share umesh mehra 2 Apr 2022 · 1 min read माँ की आराधना मैं अकिंचन क्या भला करूं तेरी आराधना। मैं अज्ञानी क्या भला तेरी करूं माँ वंदना।। जगतजननी तू है माता जग की पालनहारी। बीच भंवर मे नैया मेरी तू है खैबनहारी।।... Hindi · कविता 1 454 Share umesh mehra 28 Mar 2022 · 1 min read माँ के चरणो में पाप नाशिनी असुर संहारिणी काली रूप हे मां अष्ट भुजी मां सिंह बाहिनी अम्बे रूप हे मां।। देव दनुज सुर मनुज के ऊपर विपदा आन पड़े। तब हुंकार करे तू... Hindi · कविता 1 378 Share umesh mehra 27 Mar 2022 · 1 min read हम भारत के लोग हम रोज गीत गाकर खुशियां मनाने वाले। अपने ज्ञान से हम जग को जगाने वाले।। हम हिंद के वासी हैं मां भारती के प्यारे। अब क्या बताए तुमको हम हैं... Hindi · कविता 1 565 Share umesh mehra 25 Mar 2022 · 1 min read एक हैं हम धधक रहे हैं दिल में शोले, अब ये आग बुझेगी कैसे। बैर भाव पाले हैं दिल में, अमन की बात बनेगी कैसे।। कैसा घना अंधेरा आया, बरूदों का धुंआ है... Hindi · कविता 1 274 Share umesh mehra 23 Mar 2022 · 1 min read शहीद दिवस मात्र भूमि की खातिर अपनी जान गंवाने वाले। स्वतंत्रता की आग में परवानों से जल जाने वाले।। धधक उठी उर में ज्वाला, सुलग उठे आंखों में शोले। जलियाबाले बाग में... Hindi · कविता 1 301 Share umesh mehra 22 Mar 2022 · 1 min read एक नूर है एक नूर है एक ही नाम। तेरे अल्ला मेरे राम।। जाति धर्म में क्या रक्खा है। तू इंशा है मैं इंसान।। मंदिर मे हम ईद मनाएं। मस्जिद में हो गीता... Hindi · कविता 1 315 Share umesh mehra 20 Mar 2022 · 1 min read यादें यादों के सिलसिले चलते रहें यूं ही। वो हमें याद करें हम उन्हे याद करें यूं ही।। मुद्दत से तेरी तस्वीर सजाई है दिल में। चांद तारों तलक मरासिम रहे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 322 Share umesh mehra 17 Mar 2022 · 1 min read होली मोहब्बत बाली। बो जरा सी बात को, दिल से लगाए बैठे हैं। नफरतों की आग, वो दिल में जलाए बैठे हैं।। सावन बीता आई दिवाली, होली आकर चली गई। रंग लगा ना... Hindi · कविता 1 163 Share umesh mehra 15 Mar 2022 · 1 min read ब्रज की होली रंग बिरंगे फूल खिले हैं, फूले चंपा चमेली। हो गई है सतरंगी चूनर, आ गई है अब होली।। ब्रज के सब नर नारी भीगे, भीगे गोप अहीर। केसरिया रंग गोवर्धन... Hindi · गीत 1 476 Share umesh mehra 8 Mar 2022 · 1 min read विश्व महिला दिवस मां बहिन भगिनी और बेटी , नारी तेरे कितने रूप। ले खड्ग तलवार हाथ में, कभी धरे देवी स्वरूप।। बेटी बन फुदके गौरैया सी, महकाए तू घर आंगन। बारिश की... Hindi · गीत 324 Share umesh mehra 24 Mar 2020 · 1 min read कोरोना गीत हम सब ने अब है ये ठाना । कोरोना को है दूर भगाना।। यहाँ वहाँ के मत नापो रस्ते । हाथ जोड़ कर करो नमस्ते ।। घर में ही रहना... Hindi · कविता 1 856 Share umesh mehra 2 May 2017 · 1 min read युद्ध गीत गीदड़ भभकी कब तक देंगे । अब तो शीश धरा पे बिछायेगे ।। पौरूष अब दिखाना होगा । रक्त रगों में खोलाना होगा ।। कायर को अवसर देने से ।... Hindi · गीत 932 Share umesh mehra 22 Apr 2017 · 1 min read बिखरे अरमान तृण तृण करके नीड़ बनाया,बना है कितना सोना । अरमानो को पंख लगे हैं महका कोना कोना ।। दिन भर बैठी स्वेटर बुनती, कहीं बनाती टोपी । डाल दिया चंदन... Hindi · गीत 1 573 Share umesh mehra 20 Apr 2017 · 1 min read असलियत भरोसा था कि आइना बतायेगा मुझे फितरत उनकी । बड़ा ही शातिर निकला न बताई असलियत उनकी ।। पहचानते कैसे कि चेहरे पे नकाब लगा रक्खा था । मुस्करा कर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 296 Share umesh mehra 17 Apr 2017 · 1 min read बहुत उदास है दिल बहुत उदास है दिल, आप जाने सुकून बन जाओ। सफ़र कटेगा मजे से, गर आप हमसफ़र बन जाओ ।। मेरी फक़त बिसात क्या, कि तुझे अपना बना लूँ । फकत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 578 Share umesh mehra 13 Apr 2017 · 1 min read बैसाख महीना आया गरम बैसाख महीना,धरती तपती आग जैसे । नदिया सूखी कंठ भी सूखे,धूप लगे है शूल जैसे ।। बच्चे करते उधम कितनी घर लगता है उनको जेल। छुपन छुपाइ खेले... Hindi · गीत 755 Share umesh mehra 12 Apr 2017 · 1 min read अलहड़ बेटी मैं अलबेली अलहड़ बेटी ,हूँ मैं बड़ी सयानी । घर ऑगन की शोभा हूँ मैं, पापा की हूँ रानी ।। खाना पीना पढना लिखना मुझको अच्छा लगता है । माँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 428 Share umesh mehra 11 Apr 2017 · 1 min read मुसाफिर हम तो है मुसाफिर न घर है न ठिकाना । मुफलिस हैं मगर सब कहते हैं दिवाना ।। मिला जो राह में हम उसके हो लिए । गम मिला तो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 247 Share umesh mehra 11 Apr 2017 · 1 min read चिरागे इश्क जाओ न मुझसे दूर मुलाकात कीजिए ।। आओ क़रीब बैठकर कुछ बात कीजिए ।। --*--*--*--*---*--*----*---*----*----*----*----*- मार ही डाल मुझे अपनी निगाहों से सनम । आहिस्ता आहिस्ता यूँ घायल न कीजिए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 274 Share umesh mehra 10 Apr 2017 · 1 min read बदली हुई हवा है बदल रही है देश की तकदीर धीरे-धीरे । फहरा रहा है हिन्द का तिरंगा धीरे-धीरे ।। ------*------*------*------ उन्नती भी होगी वन्दे मातरम् भी होगा । नोट बंदी भी होगी सेना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 759 Share umesh mehra 10 Apr 2017 · 1 min read प्रेम रंग मैं प्रेम रंग में रंगी चुनरिया, दूजा रंग चढे अब कैसे । मैं तो हो गई अपने पिया की ,मन मैं और बसे अब कैसे।। सुन्दर चितवन मेरे सजन की ,चंदा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 747 Share umesh mehra 9 Apr 2017 · 1 min read मेरा हमसफ़र हमसफ़र तू हमनफस तू, दोस्त है तू जिंदगी का । हमराज तू हमराह तू, राग है तू साज का।। कोयल की कूक सा तू, बागों में है फूल सा। मैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 543 Share umesh mehra 8 Apr 2017 · 1 min read अधूरे ख्वाब कुछ आरज़ू अधूरी है कुछ ख्वाब अभी बाकी है । जिंदगी है थोड़ी और काम बहुत बाकी है ।। हसरतो के सिलसिले रूकते नहीं है उम्र भर । ढलकी है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 636 Share umesh mehra 8 Apr 2017 · 1 min read कलाम ए शूफियाना हर शै में मेरे पीर का नूर नज़र आता है। जर्रे जर्रे में बस मेरा हुजूर नज़र आता है।। मेरी आशिकी तुम्हीं से वंदगी भी तुम्हीं से । आँखो में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 444 Share Previous Page 2