Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Mar 2022 · 1 min read

यादें

यादों के सिलसिले चलते रहें यूं ही।
वो हमें याद करें हम उन्हे याद करें यूं ही।।
मुद्दत से तेरी तस्वीर सजाई है दिल में।
चांद तारों तलक मरासिम रहे यूं ही।।
मेरे हर ख्वाब की ताबीर हो तुम।
ना हो कोई शिकवा वसर हो जिंदगी यूं ही।।
चाहने वाले तो बुत भी पूजते हैं।
मेरी चाहत ये आशिकी चलती रहे यूं ही।
नीद में भी तेरा तसब्बुर रहे मुझको।
तेरे लबों पे तरन्नुम रहे यूं ही।
तेरे आगोश में ये जिंदगी बसर हो।
मेरी हर सांस पर तेरी रज़ा रहे यूं ही।।
उमेश मेहरा (शिक्षक)
गाडरवारा (M,P,)

1 Like · 318 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
उल्लासों के विश्वासों के,
उल्लासों के विश्वासों के,
*प्रणय प्रभात*
परिणति
परिणति
Shyam Sundar Subramanian
जिंदगी
जिंदगी
Bodhisatva kastooriya
जबसे तुमसे लौ लगी, आए जगत न रास।
जबसे तुमसे लौ लगी, आए जगत न रास।
डॉ.सीमा अग्रवाल
एक गुल्लक रख रखी है मैंने,अपने सिरहाने,बड़ी सी...
एक गुल्लक रख रखी है मैंने,अपने सिरहाने,बड़ी सी...
पूर्वार्थ
जड़ें
जड़ें
Dr. Kishan tandon kranti
अक्षर ज्ञान नहीं है बल्कि उस अक्षर का को सही जगह पर उपयोग कर
अक्षर ज्ञान नहीं है बल्कि उस अक्षर का को सही जगह पर उपयोग कर
Rj Anand Prajapati
विराम चिह्न
विराम चिह्न
Neelam Sharma
बाल मन
बाल मन
लक्ष्मी सिंह
हर रात की
हर रात की "स्याही"  एक सराय है
Atul "Krishn"
भोर काल से संध्या तक
भोर काल से संध्या तक
देवराज यादव
"ऐसा मंजर होगा"
पंकज कुमार कर्ण
सर्द ऋतु का हो रहा है आगमन।
सर्द ऋतु का हो रहा है आगमन।
surenderpal vaidya
जिस बस्ती मेंआग लगी है
जिस बस्ती मेंआग लगी है
Mahendra Narayan
मन मेरा मेरे पास नहीं
मन मेरा मेरे पास नहीं
Pratibha Pandey
बापू गाँधी
बापू गाँधी
Kavita Chouhan
2837. *पूर्णिका*
2837. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
उल्लास
उल्लास
Pt. Brajesh Kumar Nayak
परत दर परत
परत दर परत
Juhi Grover
श्री श्याम भजन 【लैला को भूल जाएंगे】
श्री श्याम भजन 【लैला को भूल जाएंगे】
Khaimsingh Saini
प्रेम हो जाए जिससे है भाता वही।
प्रेम हो जाए जिससे है भाता वही।
सत्य कुमार प्रेमी
नारी के चरित्र पर
नारी के चरित्र पर
Dr fauzia Naseem shad
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
गृहस्थ के राम
गृहस्थ के राम
Sanjay ' शून्य'
*रणवीर धनुर्धारी श्री राम हमारे हैं【हिंदी गजल/गीतिका】*
*रणवीर धनुर्धारी श्री राम हमारे हैं【हिंदी गजल/गीतिका】*
Ravi Prakash
ए दिल मत घबरा
ए दिल मत घबरा
Harminder Kaur
निंदा और निंदक,प्रशंसा और प्रशंसक से कई गुना बेहतर है क्योंक
निंदा और निंदक,प्रशंसा और प्रशंसक से कई गुना बेहतर है क्योंक
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
भुला ना सका
भुला ना सका
Dr. Mulla Adam Ali
मांँ ...….....एक सच है
मांँ ...….....एक सच है
Neeraj Agarwal
अधूरी दास्तान
अधूरी दास्तान
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
Loading...