sushil sarna 1172 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next sushil sarna 26 Sep 2024 · 2 min read बुजुर्ग को सुनाते हैं ..... बुजुर्ग को सुनाते हैं ..... हाँ मानता हूँ मेरा जिस्म धीरे धीरे अस्त होते सूरज की तरह अपना अस्तित्व खोने लगा है मेरी आँखों की रोशनी भी धीरे धीरे कम... 26 Share sushil sarna 25 Sep 2024 · 1 min read मेघ-मेघ में धड़कनें, बूँद- बूँद में प्यार। मेघ-मेघ में धड़कनें, बूँद- बूँद में प्यार। ...........हरी चुनरिया से हुआ, धरती का शृंगार। .............काया भीगी मेह में, मचले मन के गीत - .................बाहों में अच्छी लगी, इनकारों की हार।... 17 Share sushil sarna 25 Sep 2024 · 1 min read क्षणिका क्षणिका ख़ामोश जनाज़े करते हैं अक्सर बेबसी के तकाज़े ज़माने से सुशील सरना / Quote Writer 108 Share sushil sarna 25 Sep 2024 · 1 min read जलता हुआ एक सूरज ... जलता हुआ एक सूरज ... सो गया थक कर सिंधु के क्षितिज़ पर ज़मीं के बशर के लिए चैन-ओ-अमन की फरियाद के लिए जलता हुआ एक सूरज । संचार हुआ... 27 Share sushil sarna 25 Sep 2024 · 1 min read कब लेते संसार में, कब लेते संसार में, चोर व्यर्थ सामान । होगी रचना कीमती, जिसकी इतनी शान ।। सुशील सरना / 25-9-24 Quote Writer 59 Share sushil sarna 25 Sep 2024 · 1 min read कब आये कब खो गए, कब आये कब खो गए, रचना के उद्गार । चोरी ने लो भर दिया , अतुल कीर्ति भंडार । सुशील सरना / 25-9-24 Quote Writer 1 36 Share sushil sarna 25 Sep 2024 · 1 min read चोरी जिसका काव्य हो , चोरी जिसका काव्य हो , जागें उसके भाग । उस कवि को फिर मिले, सबका ही अनुराग ।। सुशील सरना / 25-9-24 Quote Writer 41 Share sushil sarna 24 Sep 2024 · 1 min read अनजाने से ..... अनजाने से ..... मैं व्यस्त रही अपने बिम्ब में तुम्हारे बिम्ब को तराशने में तुम व्यस्त रहे स्वप्न बिम्बों में अपना स्वप्न तराशने में हम व्यस्त रहे इक दूसरे में... 25 Share sushil sarna 24 Sep 2024 · 1 min read कटे पेड़ को देखने, कटे पेड़ को देखने, हुई इकट्ठी भीड़ । देख विहग रोने लगा, अपना उजड़ा नीड़ ।। सुशील सरना / 24-9-24 Quote Writer 37 Share sushil sarna 24 Sep 2024 · 1 min read पीत पात सब झड़ गए, पीत पात सब झड़ गए, सूनी लगती डाल । कैसी है यह जिंदगी, सबसे बड़ा सवाल ।। सुशील सरना / 24-9-24 Quote Writer 46 Share sushil sarna 24 Sep 2024 · 1 min read रुख आँधी का देख कर, रुख आँधी का देख कर, पत्ते हुए उदास । कौन गिरेगा डाल से, कौन रहेगा पास ।। सुशील सरना / 24-9-24 Quote Writer 31 Share sushil sarna 23 Sep 2024 · 1 min read अभिव्यक्ति का संत्रास ... अभिव्यक्ति का संत्रास ... वरण किया आँखों ने यादों का ताज पूनम की रात में होती रही स्रावित यादें नैन तटों से अविरल तन्हा बरसात में यादों की वीचियों पर... 17 Share sushil sarna 23 Sep 2024 · 1 min read ***किस दिल की दीवार पे…*** ***किस दिल की दीवार पे…*** लोग सिर्फ साँसों तक ही साथ देते हैं साँसों के बाद जिस्म ही जला देते हैं चंद दिनों तक जलते हैं यादों के दिए फिर... 15 Share sushil sarna 23 Sep 2024 · 1 min read कड़वाहट का आ गया, कड़वाहट का आ गया, सम्बन्धों में दौर । उलझन सुलझे किस तरह, कोई करे न गौर ।। सुशील सरना / 23-9-24 Quote Writer 33 Share sushil sarna 23 Sep 2024 · 1 min read जरा- जरा सी बात पर, जरा- जरा सी बात पर, होता अब टकराव । अब तो सब विच्छेद का, जोड़े करें चुनाव ।। सुशील सरना / 23-9-24 Quote Writer 29 Share sushil sarna 23 Sep 2024 · 1 min read पति-पत्नी के बीच में, पति-पत्नी के बीच में, बड़ी अहम की होड़ । जनम - जनम के साथ को, दिया बीच में छोड़। । सुशील सरना 23-9-24 Quote Writer 33 Share sushil sarna 23 Sep 2024 · 1 min read अपने-अपने दम्भ की, अपने-अपने दम्भ की, तोड़े जो प्राचीर । उस जोड़े की फिर सदा, सुखमय हो तकदीर ।। सुशील सरना / 23-4-24 Quote Writer 59 Share sushil sarna 23 Sep 2024 · 1 min read खूब तमाशा हो रहा, खूब तमाशा हो रहा, अदालतों के द्वार । आपस के संबंध अब, खूब करें तकरार ।। सुशील सरना 23-9-24 Quote Writer 32 Share sushil sarna 23 Sep 2024 · 1 min read अहम तोड़ता आजकल , अहम तोड़ता आजकल , आपस का माधुर्य । तार - तार सिन्दूर का, हो जाता सौन्दर्य ।। सुशील सरना 23-9-24 Quote Writer 37 Share sushil sarna 23 Sep 2024 · 1 min read पति-पत्नी के मध्य क्यों , पति-पत्नी के मध्य क्यों , बढ़ने लगे तलाक । थोड़े से टकराव में, रिश्ते होते खाक ।। सुशील सरना / 23-9-24 Quote Writer 58 Share sushil sarna 22 Sep 2024 · 1 min read एक क्षणिका एक क्षणिका हो जाती है साँझ कभी कभी साँझ से पहले घुट जाती है उम्मीद जब साँसों से पहले सुशील सरना 16 Share sushil sarna 22 Sep 2024 · 1 min read दोहा चौका. . . . रिश्ते दोहा चौका. . . . रिश्ते हृदय कुंड में विष भरा, नकली है मुस्कान । रौंद रहा है स्वार्थ में, रिश्तों को इंसान ।। रिश्ते कागज पुष्प से, आज हुए... 26 Share sushil sarna 22 Sep 2024 · 1 min read कुंडलिया कुंडलिया मुझसे ऊँचा क्यों भला, उसका हो प्रासाद । यही सोचकर रात -दिन, सदा बढ़े अवसाद । सदा बढ़े अवसाद , समझ ना कुछ भी आता । मन में लेकर... 24 Share sushil sarna 22 Sep 2024 · 1 min read ऐंठे- ऐंठे चल रहे, आज काग सर्वत्र । ऐंठे- ऐंठे चल रहे, आज काग सर्वत्र । पितर पक्ष में काग के, बदल गए नक्षत्र ।। सुशील सरना / 22-9-24 20 Share sushil sarna 21 Sep 2024 · 1 min read कितना अच्छा होता ..... कितना अच्छा होता ..... कितना अच्छा लगता है फर्श पर चाबी के चलते खिलौने देखकर एक ही गति एक ही भाव न किसी से कोई गिला न शिकवा ऐ ख़ुदा... 37 Share sushil sarna 21 Sep 2024 · 1 min read क्षणिका .... क्षणिका .... मुद्दत हो गई खुद से मुलाकात हुए शायद उनसे बिछुड़ने का अंजाम है ये पलक से गिरा लकीरों पे किसी याद का मुकाम है ये सुशील सरना 32 Share sushil sarna 21 Sep 2024 · 1 min read क्षणिका ... क्षणिका ... दे जाती है कितने ही ग़म ग़म भुलाने के नाम पर कम्बख़्त शराब होश में आने के बाद सुशील सरना Quote Writer 45 Share sushil sarna 21 Sep 2024 · 1 min read शेष है अभी... शेष है अभी... मैं नहीं चाहता अभी मृत्यु का वरण करना प्रेम का वरण करना शेष है अभी साँसों में प्रतीक्षा की दहलीज़ पर खड़े हैं कई स्वप्न निस्तेज से... 12 Share sushil sarna 21 Sep 2024 · 1 min read प्यार समर्पण माँगता, प्यार समर्पण माँगता, प्यार नहीं इंकार । प्यार चाहता प्यार से, प्यार भरा अभिसार ।। सुशील सरना / 21-9-24 Quote Writer 47 Share sushil sarna 21 Sep 2024 · 1 min read प्यार ईश की वन्दना, प्यार ईश की वन्दना, प्यार जगत का सार । प्यार दिखावे से परे, प्यार मौन शृंगार ।। सुशील सरना / 21-9-24 Quote Writer 60 Share sushil sarna 21 Sep 2024 · 1 min read पावन सच्चे प्यार का, पावन सच्चे प्यार का, मिलना है संजोग । प्यार तपस्या रूह की, प्यार नहीं है भोग ।। सुशील सरना / 21-9-24 Quote Writer 40 Share sushil sarna 20 Sep 2024 · 1 min read छलनी सब सपने हुए, छलनी सब सपने हुए, छलनी हुआ शरीर । कौन सुने संसार में, अबला अंतस पीर ।। सुशील सरना / 20-9-24 Quote Writer 1 63 Share sushil sarna 20 Sep 2024 · 1 min read नजरें नीची लाज की, नजरें नीची लाज की, वहशी करता मौज । खुलेआम ही हो रहा, घृणित तमाशा रोज ।। सुशील सरना / 20-9-24 Quote Writer 1 62 Share sushil sarna 20 Sep 2024 · 1 min read अबला सबला हो गई, अबला सबला हो गई, कहने की है बात । जाने कितने सह रही, घुट-घुट वो आघात ।। सुशील सरना / 20-9-24 Quote Writer 61 Share sushil sarna 20 Sep 2024 · 1 min read बेबस अबला क्या करे, बेबस अबला क्या करे, कामुक लूटें लाज । रोज -रोज इस कृत्य से, घायल हुआ समाज ।। सुशील सरना / 20-9-24 Quote Writer 53 Share sushil sarna 20 Sep 2024 · 1 min read चाहे जिसको नोचते, चाहे जिसको नोचते, वहशी कामुक लोग । फैल वासना का रहा , अजब घृणित यह रोग ।। सुशील सरना / 20-9-24 Quote Writer 53 Share sushil sarna 20 Sep 2024 · 1 min read सपनों का पीछा करे, सपनों का पीछा करे, हाथ न आता छोर । हर छाया में ढूँढता, स्वप्न सलोनी भोर ।। सुशील सरना / 20-9-24 Quote Writer 40 Share sushil sarna 19 Sep 2024 · 1 min read सपनों पर इंसान का, सपनों पर इंसान का, कब होता अधिकार । स्वप्निल माया के लिए, भटके मन हर बार ।। सुशील सरना / 19-9-24 Quote Writer 35 Share sushil sarna 19 Sep 2024 · 1 min read वक्त पड़े तो मानता, वक्त पड़े तो मानता, पत्थर को भगवान । कितना स्वार्थी आज का, निकला यह इंसान ।। सुशील सरना / 19-9-24 Quote Writer 38 Share sushil sarna 19 Sep 2024 · 1 min read ढूँढे से मिलता नहीं , ढूँढे से मिलता नहीं , मन को सच्चा मीत । जग में सच्ची प्रीत का, वक्त गया है रीत ।। सुशील सरना / 19-9-24 Quote Writer 36 Share sushil sarna 19 Sep 2024 · 1 min read झूठे हैं सब कहकहे, झूठे हैं सब कहकहे, झूठ जीत अरु हार । सत्य यहाँ पर झूठ को, जीते सब किरदार ।। सुशील सरना / 19-9-24 Quote Writer 49 Share sushil sarna 19 Sep 2024 · 1 min read रे मन अब तो मान जा , रे मन अब तो मान जा , झूठी जग की प्रीत । कदम - कदम पर जिंदगी, गाती झूठे गीत ।। सुशील सरना / 19-9-24 Quote Writer 34 Share sushil sarna 19 Sep 2024 · 1 min read औरों के ही रात दिन, औरों के ही रात दिन, गिनते रहते दोष । देखा मन का आइना, उड़े स्वयं के होश ।। सुशील सरना / 19-9-34 Quote Writer 32 Share sushil sarna 18 Sep 2024 · 1 min read उम्र के पन्नों पर.... उम्र के पन्नों पर.... उम्र के पन्नों पर कितनी दास्तानें उभर आयी हैं पुरानी शराब सी ये दास्तानें अजब सा नशा देती हैं हर कतरा अश्क का दास्ताने मोहब्बत में... 13 Share sushil sarna 18 Sep 2024 · 1 min read मैं बहुत हेट करती हूँ …………… मैं बहुत हेट करती हूँ …………… हेट हेट हेट हाँ मैं बहुत हेट करती हूँ ये लव मुहब्बत और प्यार जैसे सब लफ़्ज़ों से मुझे हेट होती है क्या मिलता... 37 Share sushil sarna 17 Sep 2024 · 1 min read मुझसे ऊँचा क्यों भला, मुझसे ऊँचा क्यों भला, उसका हो प्रासाद । यही सोचकर रात -दिन, सदा बढ़े अवसाद ।। सुशील सरना/17-9-24 Quote Writer 57 Share sushil sarna 17 Sep 2024 · 1 min read तनहाई के दौर में, तनहाई के दौर में, यादों का है शोर । जुड़ी हुई है ख्वाब से, उसी ख्वाब की डोर ।। सुशील सरना / 17-9-24 Quote Writer 35 Share sushil sarna 17 Sep 2024 · 1 min read छीना झपटी हो रही, छीना झपटी हो रही, किस पर हो विश्वास । रहबर ही देने लगे, अपनों को संत्रास ।। सुशील सरना / 17-9-24 Quote Writer 44 Share sushil sarna 17 Sep 2024 · 1 min read भोर यहाँ बेनाम है, भोर यहाँ बेनाम है, साँझ यहाँ गुमनाम । जिस्मों के बाजार में, हमदर्दी नाकाम ।। सुशील सरना / 17-9-24 Quote Writer 44 Share sushil sarna 17 Sep 2024 · 1 min read चढ़ते सूरज को सदा, चढ़ते सूरज को सदा, करते सभी सलाम। साँझ ढले तो भानु की, बीते तनहा शाम।। सुशील सरना Quote Writer 56 Share Previous Page 3 Next