Shweta Soni 433 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next Shweta Soni 1 May 2024 · 1 min read देश का भविष्य देखती हूंँ,, जब किसी बच्चे को मैं, फुटपाथ पर सोते हुए… चंद सिक्के खनखनाते डाल देती हूँ, मैं उसकी झोली में.. और बढ़ जाती हूँआगे फिर पलट कर देखती हूँ..... Poetry Writing Challenge-3 1 37 Share Shweta Soni 1 May 2024 · 1 min read एक गीत पात कब तक झरेंगें फूल कब तक खिलेंगें आम की बाग के कच्चे कच्चे बौर कब तक पकेंगें नीम के पेड़ पर घोसलें की आस कब तक सधेंगें मेघ पुरवाईयों... Poetry Writing Challenge-3 1 45 Share Shweta Soni 1 May 2024 · 1 min read बेटियाँ बेटियों को खुलने दिया करो खिलने दिया करो खेलने दिया करो हँसने दिया करो खिलखिलाने दिया करो नाचने गाने दिया करो घर सर पर उठाने दिया करो आजादी से आने-जाने... Poetry Writing Challenge-3 1 35 Share Shweta Soni 1 May 2024 · 1 min read छल जाते हैं हर एक हृदय से अपने लिए हम कटु शब्द ही पाते हैं सब नाते ही छल जाते हैं सब रिश्ते ही ठुकराते हैं अपनापा क्या जाने वो जिसने स्वार्थ हेतु... Poetry Writing Challenge-3 1 50 Share Shweta Soni 1 May 2024 · 1 min read मजदूर जेठ की दुपहरी में तर ब तर पसीने से ईंट सर पे ढोता है कौन इसका होता है स्वप्न धरा रहता है अपना घर बनाने का नींव सबके बोता है... Poetry Writing Challenge-3 1 45 Share Shweta Soni 1 May 2024 · 1 min read जेठ की दुपहरी में जेठ की दुपहरी में तर ब तर पसीने से ईंट सर पे ढोता है कौन इसका होता है स्वप्न धरा रहता है अपना घर बनाने का नींव सबके बोता है... Quote Writer 138 Share Shweta Soni 30 Apr 2024 · 1 min read ग़ज़ल कौन अपना यहाँ, किसको अपना करें ज़िंदगी का इसे हम तजुर्बा करें वो भी राहों में पत्थर बिछाए जिसे फूल सा हम सहेजें, सराहा करें जो मिला हमको क़मतर से... 122 Share Shweta Soni 30 Apr 2024 · 1 min read पाँव थक जाएं, हौसलों को न थकने देना पाँव थक जाएं, हौसलों को न थकने देना जिंदगी के लिए साँसों को न थकने देना बैठ के छाँव में बरगद के नींद आ जाए खुद के देखे हुए सपनों... Quote Writer 136 Share Shweta Soni 30 Apr 2024 · 1 min read मन की पीड़ाओं का साथ निभाए कौन मन की पीड़ाओं का साथ निभाए कौन दुःख में मेरे घर भी आए जाए कौन बाँह पसारे जिनके लिए मैं खड़ी रही वह सोचे हैं मुझसे प्रीत निभाए कौन Quote Writer 96 Share Shweta Soni 29 Apr 2024 · 1 min read बहुत बार बहुत बार यूं ही रोता है बहुत बार आहत होता है यह निर्दोष, निश्छल मन प्रिय जनों के कटु वचनों से कटु प्रश्नों से अनुत्तरित सवाल बनके रह जाता है... Quote Writer 97 Share Shweta Soni 28 Apr 2024 · 1 min read हर एक हृदय से हर एक हृदय से अपने लिए हम कटु शब्द ही पाते हैं सब नाते ही छल जाते हैं सब रिश्ते ही ठुकराते हैं अपनापा क्या जाने वो जिसने स्वार्थ हेतु... 1 40 Share Shweta Soni 28 Apr 2024 · 1 min read आज मन उदास है आज मन उदास है रिक्त हृदय अभिलाषाओं से मुक्त नहीं हो पाया मन को छलते-छलते इसने दर्द बहुत हीं पाया अनगिन झूठी बातों पर भी सहज किया विश्वास है आज... 1 102 Share Shweta Soni 28 Apr 2024 · 1 min read भाव में शब्द में हम पिरो लें तुम्हें भाव में शब्द में हम पिरो लें तुम्हें गीत के अर्थ में हम सँजो लें तुम्हें प्रेम की पूर्ण होती रहे आरती...... Quote Writer 106 Share Shweta Soni 27 Apr 2024 · 1 min read सुनती हूँ सुनती हूँ कोई दस्तक कोई आहट न सरगोशी कोई तन्हा खड़ी हूँ.. काफिला है साथ भी मेरे... Quote Writer 74 Share Shweta Soni 27 Apr 2024 · 1 min read न जिसमें कभी आया जाया करो न जिसमें कभी आया जाया करो कोई ख्वाब ऐसा दिखाया करो Quote Writer 40 Share Shweta Soni 27 Apr 2024 · 1 min read जो रोज समय पर उगता है जो रोज समय पर उगता है जो रोज समय पर ढलता है उस दिनकर के मन की ज्वाला को कौन यहां छू पाता है सूरज तो रोज ही आता है!!! Quote Writer 100 Share Shweta Soni 26 Apr 2024 · 1 min read अपनी आवाज में गीत गाना तेरा अपनी आवाज में गीत गाना तेरा नीम पर बैठकर चहचहाना तेरा नीड़ का कर रही है तू निर्माण फिर मुझ में आशा भरे घर बनाना तेरा Quote Writer 1 132 Share Shweta Soni 26 Apr 2024 · 1 min read लोगों को ये चाहे उजाला लगता है लोगों को ये चाहे उजाला लगता है सूरज अपनी आग में जलता रहता है Quote Writer 74 Share Shweta Soni 26 Apr 2024 · 1 min read बेटियों को मुस्कुराने दिया करो बेटियों को खुलने दिया करो खिलने दिया करो खेलने दिया करो हँसने दिया करो खिलखिलाने दिया करो नाचने गाने दिया करो घर सर पर उठाने दिया करो आजादी से आने-जाने... 81 Share Shweta Soni 26 Apr 2024 · 1 min read बाप अपने घर की रौनक.. बेटी देने जा रहा है बाप अपने घर की रौनक.. बेटी देने जा रहा है यूँ समझ लो सर की अपने पगड़ी देने जा रहा है नौकरी पाने की खातिर चलते-चलते जो घिसी भीख में... Quote Writer 179 Share Shweta Soni 26 Apr 2024 · 1 min read देश का भविष्य देखती हूंँ,, जब किसी बच्चे को मैं, फुटपाथ पर सोते हुए... चंद सिक्के खनखनाते डाल देती हूँ, मैं उसकी झोली में.. और बढ़ जाती हूँआगे फिर पलट कर देखती हूँ..... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 2 58 Share Shweta Soni 26 Apr 2024 · 1 min read मैं तेरी पहचान हूँ लेकिन मैं तेरी पहचान हूँ लेकिन तू मेरा अस्तित्व नहीं है Quote Writer 106 Share Shweta Soni 25 Apr 2024 · 1 min read इक पखवारा फिर बीतेगा इक पखवारा फिर बीतेगा एक अमावस फिर हारेगा पूरनमासी फिर जीतेगा Quote Writer 85 Share Shweta Soni 25 Apr 2024 · 1 min read ग़ज़ल न जाने किस लिए ये मन मेरा सहमता है जो अपने मन के मुताबिक ये कुछ भी करता है🌹 मैं उसकी देखभाल एक जुनूं से करती हूँ वो एक फूल... 78 Share Shweta Soni 25 Apr 2024 · 1 min read हर किसी का कर्ज़ चुकता हो गया हर किसी का कर्ज़ चुकता हो गया जिंदगी का खत्म किस्सा हो गया✍️ अब रुकें भी क्या हम अपने शहर में आप से भी अब तो मिलना हो गया✍️ वह... Quote Writer 111 Share Shweta Soni 25 Apr 2024 · 1 min read वह मुझे चाहता बहुत तो था वह मुझे चाहता बहुत तो था ये मगर सिलसिला ग़लत तो था झूठे चेहरे पे फ़रेबी आँखें उसको पहचानना सरल तो था मार डाला है मुझे जिंदा रख ये मेरा... Quote Writer 119 Share Shweta Soni 25 Apr 2024 · 1 min read काम पर जाती हुई स्त्रियाँ.. काम पर जाती हुई स्त्रियाँ.. काम से आती हुई स्त्रियाँ.. काम से काम पर हीं दोबारा भाग कर आती हुई स्त्रियाँ.. घर.. रसोई से कार्यालय तक जूझकर आती हुई स्त्रियाँ... 1 77 Share Shweta Soni 25 Apr 2024 · 1 min read ऐसा लगता है कि शोक सभा में, नकली आँसू बहा रहे हैं ऐसा लगता है कि शोक सभा में, नकली आँसू बहा रहे हैं आप हिंदी की उपयोगिता,अंग्रेज़ी में लिखकर बता रहे हैं Quote Writer 91 Share Shweta Soni 25 Apr 2024 · 1 min read पात कब तक झरेंगें पात कब तक झरेंगें फूल कब तक खिलेंगें आम की बाग के कच्चे कच्चे बौर कब तक पकेंगें नीम के पेड़ पर घोसलें की आस कब तक सधेंगें मेघ पुरवाईयों... Quote Writer 93 Share Shweta Soni 24 Apr 2024 · 1 min read मैं उसकी देखभाल एक जुनूं से करती हूँ.. मैं उसकी देखभाल एक जुनूं से करती हूँ.. वो एक फूल है...हवा से भी सिहरता है Quote Writer 75 Share Shweta Soni 24 Apr 2024 · 3 min read हर जौहरी को हीरे की तलाश होती है,, अज़ीम ओ शान शख्सियत.. गुल हर जौहरी को हीरे की तलाश होती है,, अज़ीम ओ शान शख्सियत.. गुलज़ार साहब.. की सर्वश्रेष्ठ फिल्म मेरे हिसाब से इजाजत है मगर जिस पर आज लिखने जा रही हूँ... 119 Share Shweta Soni 24 Apr 2024 · 1 min read अगर अगर हमारे पूर्वजों ने स्त्री और पुरुष को मापने का पैमाना अलग-अलग नहीं बनाया होता तो आज स्त्री भी खुश होती पुरुष भी मुस्कुरा रहा होता Quote Writer 85 Share Shweta Soni 23 Apr 2024 · 1 min read संवेदना संवेदना से शून्य होना आदमी के पतन का आभास देता है क्या प्रेम,, क्या अपराध क्या- क्या दया..क्या आघात क्या दोनों में दोनों का विरोधाभास देता है मरघट पे जाकर... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 4 59 Share Shweta Soni 22 Apr 2024 · 1 min read कफ़न ग़रीबी का नक्शा अगर देखना है कफ़न एक कहानी है पढ़ लीजिएगा ग़रीबी भी रो दे ऐसी गरीबी के दर्शन भी इसमें कर लीजिएगा किसी के भी बस का न... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 2 75 Share Shweta Soni 22 Apr 2024 · 1 min read देख लूँ गौर से अपना ये शहर देख लूँ गौर से अपना ये शहर जाने कब लौट के आना होगा Quote Writer 1 129 Share Shweta Soni 22 Apr 2024 · 1 min read कोई दर ना हीं ठिकाना होगा कोई दर ना हीं ठिकाना होगा जिंदगी का ये फ़साना होगा Quote Writer 1 70 Share Shweta Soni 22 Apr 2024 · 1 min read संवेदना का कवि बहुत आवश्यक है , संवेदना का होना कवि होने के लिए, ,संवेदना विहीन कवि फूलों पर लिख सकता है फूलों पर बैठी हुई तितली पर नहीं लिख सकता, पानी पर... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 4 91 Share Shweta Soni 21 Apr 2024 · 1 min read कहीं भी कहीं भी दुनिया के किसी हिस्से में अगर… वह.. झूल जाती है पंखे से जल जाती है आग में पी लेती है ज़हर तो कहीं भी दुनिया के किसी हिस्से... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 3 41 Share Shweta Soni 21 Apr 2024 · 1 min read संवेदनहीन संवेदनहीन प्राणियों के लिए अपनी सफाई में कुछ कहने को होता है तो बस ये कि हम तो हर हाल में खुश रहते हैं.. "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 2 46 Share Shweta Soni 21 Apr 2024 · 1 min read संवेदना भले हीं कितनी भी लाशें बिछा दें हम संवेदना शून्य होकर नहीं जीती जा सकती कोई भी जंग!! "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 2 53 Share Shweta Soni 21 Apr 2024 · 1 min read कहीं भी कहीं भी दुनिया के किसी हिस्से में अगर... वह.. झूल जाती है पंखे से जल जाती है आग में पी लेती है ज़हर तो कहीं भी दुनिया के किसी हिस्से... 1 1 50 Share Shweta Soni 21 Apr 2024 · 1 min read बाखुदा ये जो अदाकारी है बाखुदा ये जो अदाकारी है सौ तजुर्बों पे एक भारी है मेरे हिस्से में फूल थे ही कब मेरी काँटों से साझेदारी है Quote Writer 1 99 Share Shweta Soni 21 Apr 2024 · 1 min read दोपहर जल रही है सड़कों पर दोपहर जल रही है सड़कों पर खिल रहे अमलतास शाखों पर Quote Writer 91 Share Shweta Soni 21 Apr 2024 · 1 min read वो परिंदा, है कर रहा देखो वो परिंदा, है कर रहा देखो घोंसले की तलाश शाखों पर Quote Writer 93 Share Shweta Soni 21 Apr 2024 · 1 min read लग रहा है बिछा है सूरज... यूँ लग रहा है बिछा है सूरज... यूँ खिल रहे हैं पलाश शाखों पर Quote Writer 108 Share Shweta Soni 21 Apr 2024 · 1 min read इस जीवन के मधुर क्षणों का इस जीवन के मधुर क्षणों का याद आना भी दुख देता है,,, कभी-कभी तो ढलता सूरज मन उदास कर देता है कभी-कभी दिनकर का नभ पर उग आना भी दुख... Quote Writer 102 Share Shweta Soni 21 Apr 2024 · 1 min read चाहे तुम चाहे तुम अंतिम सीमा तक साथ चलोगे मेरे चाहे तुम आखिरी पड़ाव तक साथ रहोगे मेरे चाहे तुम बैठोगे मेरे साथ छांव में धूप के चले जाने तक फिर भी... 1 77 Share Shweta Soni 21 Apr 2024 · 1 min read सब खो गए इधर-उधर अपनी तलाश में सब खो गए इधर-उधर अपनी तलाश में कुछ दोस्त फिर मिले भी मगर अलहदा मिले Quote Writer 65 Share Shweta Soni 21 Apr 2024 · 1 min read पिता पिता अपने बेटे को पालना चाहता है वैसे ही जैसे पाला था उसे उसके पिता ने.... मगर मां अपनी बेटी को नहीं पालना चाहती वैसे जैसे पाला था उसकी मां... Quote Writer 2 110 Share Shweta Soni 21 Apr 2024 · 1 min read वक्त ए रूखसती पर उसने पीछे मुड़ के देखा था वक्त ए रूखसती पर उसने पीछे मुड़ के देखा था मैं अब तक पर जान ना पाई उसने कैसे देखा था Quote Writer 88 Share Previous Page 3 Next