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25 Apr 2024 · 1 min read

पात कब तक झरेंगें

पात कब तक झरेंगें
फूल कब तक खिलेंगें

आम की बाग के कच्चे कच्चे
बौर कब तक पकेंगें

नीम के पेड़ पर घोसलें की
आस कब तक सधेंगें

मेघ पुरवाईयों के भरोसे
और कब तक रहेंगें

वेदना, पीर, संताप,संत्रास..
आप कब तक सहेंगें

आँसुओं में नहाए हुए
दुःख ये कब तक थिरेंगें

देखते-देखते राह उनका
नैन कब तक थकेंगें…. 🌿🌿

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