Shobhit Ranjan 74 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shobhit Ranjan 15 Feb 2021 · 1 min read Shayari मेरा किस्सा जिसके चारों ओर भटकता है, चांद उसी की गली से तो निकलता है, हमारा हाथ छुड़ाए छोड़ता नहीं वह अब, जो सारी दुनिया का हाथ झटकता है। Hindi · मुक्तक 4 7 272 Share Shobhit Ranjan 30 Nov 2019 · 1 min read शायरी नए किरदार में ढल गया हूं, बीती गलतियां नहीं दोहराऊंगा, और, जो कहते है तुम कुछ नहीं कर सकते, वक़्त आने पर उनको भी उनकी औकात दिखाऊंगा Hindi · मुक्तक 4 215 Share Shobhit Ranjan 14 Mar 2020 · 1 min read जीवन जिसको मन अपना ना सके उसको भी अपनाना पड़ता है, जीवन की पटरी पर चलने की खातिर साथ निभाना पड़ता है। दर्द भरे हो जीवन में फिर भी, हर्ष दिखाना... Hindi · कविता 3 3 271 Share Shobhit Ranjan 25 Feb 2020 · 1 min read हकीक़त अच्छा। तुम्हारे सहर का दस्तूर बदल गए हैं, तभी, वो हमारे प्यारे हमसे दूर हो गए हैं। दूरियों ने दूर कर दी हम दोनों की सेकायते, आंसू भी मिल कर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 246 Share Shobhit Ranjan 27 Jan 2020 · 1 min read देश कहां तो तय था घर हर एक सर के लिए, यहां तो घर मयस्सर नहीं बेघर के लिए। यहां गरीबों को नहीं रोटी-मकान मिलता है, यहां मयस्सर है रोटी सिर्फ़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 567 Share Shobhit Ranjan 6 May 2020 · 1 min read शायरी दिल के बुरे नहीं हम बस दुनियां ने बदनाम कर रखा है, मोहब्बत, खुशामत,मिन्नत,इल्तेज़ा क्या क्या नहीं किया मैंने, तेरे लिए, फिर भी तूने अपनी ज़िंदगी से मुझे बेनाम कर... Hindi · मुक्तक 3 376 Share Shobhit Ranjan 25 Jan 2020 · 1 min read मैं जिसे गाता-गुनगुनाता हूं मैं जिसे गाता-गुनगुनाता हूं, उस हसीना से आपको मिलाता हूं। कत्थई सी हैं आंखे उनकी , मैं अक्सर उसी में घुल सा जाता हूं। तू किसी समंदर से बहती जाती... Hindi · गीत 3 1 198 Share Shobhit Ranjan 27 Mar 2020 · 1 min read भारत जान हमारी है भारत माता का बटवारा करने की क्यों तैयारी है, देश के गद्दारों से कह दो, ये भारत शान हमारी है, ये भारत जान हमारी। गुल और गुलशन फिर दोनों को... Hindi · कविता 3 2 417 Share Shobhit Ranjan 24 Nov 2019 · 1 min read मां दुश्मन घबरा गए हमरी कामयाबी पर, जो जाते हुए उन्हें मेरी हार दिख गई, और, मार दूंगा हर एक सक्श को मैं, अगर बेबस उसके होते हुए मुझे उसकी मां... Hindi · मुक्तक 3 213 Share Shobhit Ranjan 25 Nov 2019 · 1 min read ग़ज़ल हसने के बहाने से ही रोएं आंखे, मगर आंसू पोछने को पास में एक रुमाल तो रक्खा जाए। घर के मंदिर में रक्खो भगवान की मूरत तुम, मगर दिल के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 378 Share Shobhit Ranjan 18 Mar 2020 · 1 min read शायरी वो जिसे देख के दूर जाया जाता है, ऐसा कोई सक्स मै बन जाऊ क्या, और, मैं मानता हूं कि वक़्त देना व ज़रूरी है प्यार में, वक़्त ना मिलने... Hindi · मुक्तक 2 241 Share Shobhit Ranjan 6 Nov 2019 · 1 min read मां प्यार, यार, वादे, इरादे सब छुट जाएंगे, और आसमान, सूरज, चांद, सितारों से क्या सिकायात करू, मेरे बाद तो मुझे मेरे अपने है भूल जाएंगे, और ज़िन्दगी ने बदल दिए... Hindi · मुक्तक 2 436 Share Shobhit Ranjan 26 Mar 2020 · 1 min read वक़्त समय से लड़ाई है अपनी, अक्सर उससे हार जाता हूं, फिर भी पता नहीं कैसे, मैं उसे हर दम अपने साथ पाता हूं। Hindi · मुक्तक 2 225 Share Shobhit Ranjan 31 Mar 2020 · 1 min read बताने लगा हूं मैं। अब बाहर निकलने लगा हूं मैं, लोगो के दिए दर्द सहने लगा हूं मैं। हंसने की आदत एक ही बुरी थी मुझे, देखो हंसते - हंसते अब रोने लगा हूं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 400 Share Shobhit Ranjan 1 Apr 2020 · 1 min read लड़के भी घर छोड़ जाते हैं। घर की सलामती को घर छोड़ जाते हैं, हम अक्सर पैसों के खातिर अपना शहर छोड़ जाते हैं। खुदा से यू बगावत करना अच्छी बात नहीं, चंद खुशियों के खातिर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 523 Share Shobhit Ranjan 2 Apr 2020 · 1 min read शायरी बढ़ कर तूफान के आग़ोश में दे दी ज़िन्दगी अपनी, अरे, मरने वाले तुझे कहां ज़ीने का हुनर आता था। Hindi · मुक्तक 2 484 Share Shobhit Ranjan 4 Apr 2020 · 1 min read शायरी एक वो था जो ख़राब जमाने से उठा, और, ये दुनियां हैरान हैं, कैसे ये सक्श उसके घराने से उठा। Hindi · मुक्तक 2 1 499 Share Shobhit Ranjan 5 Nov 2019 · 1 min read मैं क्या चाहता हूं। ना मैं हुस्न की अंजुमन चाहता हूं, ना मैं धन दौलत,ना दुल्हन चाहता हूं, ना मैं चांद जैसा बदन चाहता हूं, ना मैं रोशनी की समा चाहता हूं, ना दोस्ती,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 238 Share Shobhit Ranjan 25 Apr 2020 · 1 min read मां मां के पैरों से बढ़ कर कोई धाम क्या होगा, उसके आंखों से प्यारा कोई जहान क्या होगा, तुम्हें लेना है, ले लो मेरे भी मकान सभी, मेरी मां मेरे... Hindi · मुक्तक 2 418 Share Shobhit Ranjan 4 May 2020 · 1 min read शायरी चांद तो मेरा हमसफ़र बन गया है, जब से रातों में जागने लगा हूं, और,सितारे नाराज़ से लगते हैं मुझसे थोड़े, जब से तेरी तस्वीर रातों में निहारने लगा हूं। Hindi · मुक्तक 2 506 Share Shobhit Ranjan 12 May 2020 · 1 min read करने को है बहुत कुछ खुद को खुद से इतना भी ना मिलाया कर, वक्त पर कुछ बातें खुद से भी छिपाया कर। बारिशों के इरादे खतरनाक से लगते हैं मुझको, खुद को उससे भीगने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 386 Share Shobhit Ranjan 16 May 2020 · 1 min read ग़ज़ल उम्रभर वो यू कुछ करता रहा, धूल आंखो पर थी,और शीशा साफ़ करता रहा। ख़्वाब बन कर मेरे दिल में बस गया था, और, मैं नादान अपनी नींदे उड़ाता रहा।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 209 Share Shobhit Ranjan 28 May 2020 · 1 min read शायरी 1.हमसे दूर जाने की सोच रहें हो, जा कर तो देखो, खुद से ज्यादा नज़दीक पाओगी मुझे। 2. उम्र भर तक गोद में खिलाया उसने, आज तेरे कहने पर कैसे... Hindi · मुक्तक 2 472 Share Shobhit Ranjan 13 Jan 2021 · 1 min read ग़ज़ल मेरी ज़िंदगी के पन्नों में तेरा अब नाम नहीं है, क्या ये सच है कि अब वो जमाने में गुमनाम नहीं है, सब पूछते हैं आज भी मुझसे कैसी है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 3 311 Share Shobhit Ranjan 20 Jan 2021 · 1 min read शायरी हाल तो पूछ लू तेरा, पर डरता हूँ तेरी यादों से, जब भी सोने की कोशिश करता हूँ तब तब ये आती हैं। Hindi · मुक्तक 2 273 Share Shobhit Ranjan 15 Mar 2020 · 1 min read मुक्तक आईना धुंधला गया है, सिर्फ़ तेरी याद से, दिल मेरा बैठ गया है, सनम तेरे तकरार से, वक़्त मिल जाए कभी तो लौट आना तुम सनम, ये दीवाना बैठा रहेगा... Hindi · मुक्तक 2 241 Share Shobhit Ranjan 9 Nov 2019 · 1 min read शायरी हर शाम परिंदों को चह-चहाते देखा है, मैंने लोगों को पैसे के लिए जान लुटाते देखा है, फिर कहां किसी को मोहब्बत की तस्वीर अच्छी लगी, जिसने भी मां को... Hindi · मुक्तक 2 234 Share Shobhit Ranjan 10 Nov 2019 · 1 min read देश प्यार करना है तो वतन से करो, सनम में क्या रक्खा है, अलग ही करना है तो अपने दुश्मनी को करो, कश्मीर में क्या रक्खा है, निकाल कर फैंक दो... Hindi · मुक्तक 2 221 Share Shobhit Ranjan 13 Nov 2019 · 1 min read मां जिसकी ओढ़नी ओढ़ कर सोया करते थे, जिसकी जिंदगी के कारण हम जिया करते थे, प्यार क्या है उसने मुझे बताया, उस खुदा के फरिश्ते को हम मां कह के... Hindi · मुक्तक 2 256 Share Shobhit Ranjan 8 Nov 2019 · 1 min read मैं और तेरी सोच। जूते फटे पहनकर ऊपर कभी चढ़े थे, जरूरते हमारी हरदम इच्छाओं से परे थे। काम लेने से पहले हमने दाम न पूछ पाया, सोच हमारी हर दम तुम्हारी औकात से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 246 Share Shobhit Ranjan 16 Nov 2019 · 1 min read मां घर की वीरानी को, वो औरत दूर कर देगी, अरे, मां को घर तो ला, वो मका को घर कर देगी। Hindi · मुक्तक 2 525 Share Shobhit Ranjan 17 Nov 2019 · 1 min read शायरी समंदर की गहराई से मोती धुंड लाओ, सायारो के शेर की गहराई धुंड लाओ, और क्या कहते रहते तुम मेरे बारे में आक्सर, जाओ बाज़ार वहां से पहले तुम अपना... Hindi · मुक्तक 2 444 Share Shobhit Ranjan 20 Nov 2019 · 1 min read सायरी ये नया वक़्त, दौर बनने लगा, धूप छट्टे ही आसमां सोर करने लगा, और, हौंसला इन जीनों का तो देखिए जनाब, चंद पैसे आते ही अपने आकाओं को दूर करने... Hindi · मुक्तक 2 384 Share Shobhit Ranjan 7 Nov 2019 · 1 min read ग़ज़ल मैं हिंदू हूं मगर कुरान लिखता हूं, तुम लड़ते हो चलो, मैं तुम्हारे लड़ाई की दास्तान लिखता हूं, क्या फर्क है अपने अंदर उसे ढूंढो तुम, मैं तुम्हारे मौत का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 228 Share Shobhit Ranjan 16 Mar 2020 · 1 min read शायरी जो दुःख है उसे हराता रहता हूं, की खुशियों को हर दम हंसाता रहता हूं, ज़िंदगी एक पल की हो या एक उम्र की, बस उसी ज़िंदगी के पलों को... Hindi · मुक्तक 2 230 Share Shobhit Ranjan 27 Nov 2019 · 1 min read ज़िन्दगी। खुद को ही कश्ती खुद को पतवार बना डाला, मैंने अपनी मां को ही अपना संसार बना डाला। दोसी होगा कोई और उसके कत्ल का, उसने खुद को ही खुद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 203 Share Shobhit Ranjan 4 Dec 2019 · 1 min read शायरी सामने बैठो तो बातें ना किया करते हैं, दीवारों को तरफ मुंह मोड़ लिया करते हैं, और फिर अगर दूसरों से बातें करो तो, उस पर भी अक्सर हमने ताने... Hindi · मुक्तक 2 396 Share Shobhit Ranjan 8 Dec 2019 · 1 min read ग़ज़ल अगर यकी नहीं आता तो आजमाओ मुझे, अरे, सच में अंदर से टूट गया हूं, तू कहे तो बिखर कर दिखाऊं तुझे। अजब आग है दिन-रात जलती है लोगों के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 219 Share Shobhit Ranjan 19 Dec 2019 · 1 min read ग़ज़ल साथी कुछ पल साथ चलो तुम, कुछ दूर तलक तो चलना है, तुम तो अभी ही थक गए हो, मुझको तो नया इतिहास गड़ना है। जिंदगी मिली है दो पल... Hindi · कविता 2 2 249 Share Shobhit Ranjan 27 Dec 2019 · 1 min read मेरी सोच - मेरी ताकत उदासी शाम है, आसमान कितना शांत बैठा है, दिल टूटा परिंदा शाम की पुल पर खामोश बैठा है। मैं अगर मर जाऊं, मुझे जलाना मत, मेरे अंदर ना जलने का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 341 Share Shobhit Ranjan 7 Jan 2020 · 1 min read रोए थे। मिलने की चाहत में दिल खोल कर रोए थे, हम भी किसी के बदले लहजे को याद करके रोए थे। मिले उनसे जब भी गम छुपा लिया हमने, बैठकर तन्हाई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 191 Share Shobhit Ranjan 13 Mar 2020 · 1 min read टूटा दर्द। तेरे आने से पहले तेरी आहट जान जाते थे, तू एक ऐसा सक्स था जिसके सारे बात हम मान जाते थे। खुदा ने क्या कारनामा दिखाया था मुझ पर, एक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 424 Share Shobhit Ranjan 18 May 2023 · 1 min read हमेशा देर कर देता हूं मैं। हमेशा देर कर देता हूं मैं, दिल की बात कहनी हो, जीवन भर साथ देना हो, उसके पास जाना हो, या उसको खुद तक बुलाना हो, हमेशा देर कर देता... Poetry Writing Challenge 1 71 Share Shobhit Ranjan 26 May 2023 · 1 min read तुम मेरे कभी साथ ना होते, तुम मेरे कभी साथ ना होते, तुम मेरे अगर ख्वाब ना होते, प्यार - मोहब्बत कुछ नहीं होते दुनियां में, गर दिल में सब के जज़्बात ना होते। मिल कर... Poetry Writing Challenge 1 34 Share Shobhit Ranjan 26 May 2023 · 1 min read इशारों को अगर समझो, राज़ को राज़ रहने दो, इशारों को अगर समझो, राज़ को राज़ रहने दो, जो बातें दिल में हो, उसे होंठों को कहने दो, मोहब्बत एक नशा है उसे करना नहीं, उसे दिल में बसाकर,... Poetry Writing Challenge 1 412 Share Shobhit Ranjan 26 May 2023 · 1 min read सुनहरी धूप महकती हवाएं संग लई हैं, सुनहरी धूप महकती हवाएं संग लई हैं, खेतों में खड़ी प्यारी फसल लहराई हैं। मौसम बड़ा सुहाना सा है हर तरफ, देखो, बगों में मुरझाती कलियां फिर से खिल आई... Poetry Writing Challenge 1 89 Share Shobhit Ranjan 18 May 2023 · 1 min read मत कर तू अभिमान जीवन तबाह करने को आया है ये तूफान, मत कर तू अभिमान रे बंदे,मत कर तू अभिमान मत कर तू अभिमान रे बंदे मत कर तू अभिमान, तेरी ख़त्म हो... Poetry Writing Challenge 1 236 Share Shobhit Ranjan 18 May 2023 · 1 min read सुनहरी धूप महकती हवाएं संग लई हैं। सुनहरी धूप महकती हवाएं संग लई हैं, खेतों में खड़ी प्यारी फसल लहराई हैं। मौसम बड़ा सुहाना सा है हर तरफ, देखो, बगों में मुरझाती कलियां फिर से खिल आई... Poetry Writing Challenge 1 323 Share Shobhit Ranjan 18 May 2023 · 1 min read खुश हूं। बुरा वक़्त जा चुका है,उसके दिए शिख़ से आज मैं ख़ुश हूं, आने वाला है वक़्त नया खुशियां लेकर,उसके इंतेज़ार में ख़ुश हूं, सब के साथ नहीं अकेले हाल में... Poetry Writing Challenge 1 238 Share Shobhit Ranjan 18 May 2023 · 1 min read मेरी कविता। मेरी कविता शब्दों की सोलह श्रृंगार नहीं है, मेरी कविता शिघाशन की जय - जयकार नहीं है, मेरी कविता उन महलों की मीठी रश पान नहीं है, मेरी कविता झूठे... Poetry Writing Challenge 1 203 Share Page 1 Next