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सुंदर भावपूर्ण प्रस्तुति।
दोस्ती करके निभाना अलग बात है। जिन्हें दोस्त माना है उन्हें दुश्मन ना बनाया कर।
आपके लफ्ज़े इज़हार में तब्द़ीली की कोश़िश की है। कुब़ूल हो।
श़ुक्रिया !
Thank you ?
सुंदर भावपूर्ण प्रस्तुति।
दोस्ती करके निभाना अलग बात है।
जिन्हें दोस्त माना है उन्हें दुश्मन ना बनाया कर।
आपके लफ्ज़े इज़हार में तब्द़ीली की कोश़िश की है।
कुब़ूल हो।
श़ुक्रिया !
Thank you ?