Shyam Hardaha 66 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shyam Hardaha 29 Dec 2022 · 4 min read सुई-धागा को बनाया उदरपोषण का जरिया ‘जीवन में कभी उदास मत होना कभी किसी बात से निराश मत होना जिंदगी एक संघर्ष है, चलता रहेगा कभी अपने जीने का अंदाज मत खोना जो हुआ, उसका गम... Hindi · Story 2 3 497 Share Shyam Hardaha 16 Dec 2022 · 6 min read श्याम बैरागी : एक आशुकवि अरण्य से जन-जन, फिर सिने-रत्न तक पहुंच देश के स्वच्छता अभियान से जुड़े सर्वाधिक लोकप्रिय गीत ‘गाड़ीवाला आया घर से कचरा निकाल’ से देश-विदेश में प्रसिद्ध और मध्यप्रदेश के अरण्याच्छादित आदिवासी अंचल में जन्मे जनकवि-गायक श्याम बैरागी... Hindi 2 2 596 Share Shyam Hardaha 12 Jun 2021 · 3 min read तनाव नहीं, रिलेक्स देती हैं किताबें आज एक बंदे को मैंने किताब पढ़ने की सलाह क्या दी, वो तो भड़क ही गया मुझ पर और मुझे रहा सुनाने और यहां तक कि उसने मुझे अपनी औकात... Hindi · लेख 6 4 510 Share Shyam Hardaha 30 May 2021 · 1 min read आपदा में अवसर का खेल आराध्य ने अपने भक्तों को- आपदा में अवसर ढूंढने का मंतर दिया. भक्त जल्द समझ गए बाकी सब खिजियाते रह गए भक्त-जो पहले ‘चौकीदार’ थे वे सब अब ‘अवसरवादी’ हो... Hindi · कविता 1 345 Share Shyam Hardaha 29 May 2021 · 5 min read कोरोना के कहर पर मोदी से सवाल कोरोना अब भारत के तमाम शहरों में कहर ढा रहा है. दिन-रात एंबुलेंस के सायरन, श्मशान घाटों में जलती चिताएं और सरकारी-गैरसरकारी अस्पतालों में भीड़, ऑक्सीजन सिलेंडर और बेड की... Hindi · लेख 544 Share Shyam Hardaha 19 Dec 2020 · 6 min read कोरोना ने दिखाई जीवन-राह अक्सर बातचीत में हम परस्पर चर्चा करते हैं या हमारे बड़े-बूढ़े भी हमें नसीहत देते रहते हैं साहस रखने की, सहनशीलता रखने की, अनुकूल-प्रतिकूल परिस्थितियों में भी सामान्य रहने की... Hindi · लेख 4 3 476 Share Shyam Hardaha 24 Aug 2020 · 4 min read श्री गणेश जी की अनेक जन्मकथाएं कौन सही-कौन गलत? इन दिनों देश में गणेशोत्सव का पर्व चल रहा है. बेशकर हमें उत्सव मनाना चाहिए लेकिन हम पर्व क्यों मना रहे हैं, उसका मुख्य ध्येय क्या है, यह भी तो... Hindi · लेख 4 4 332 Share Shyam Hardaha 31 Jul 2020 · 8 min read लार्ड मैकाले : एक दूसरा किंतु क्रांतिकारी पहलू अभी तक आपने लार्ड थॉमस बैबिंग्टन मैकाले(25 अक्टूबर 1800-28 दिसंबर 1859) को भारत में ‘नौकर बनाने वाला कारखाना’ खोलने वाले के तौर पर जाना जाता है. हमें अब तक उनके... Hindi · कविता 5 3 352 Share Shyam Hardaha 31 Jul 2020 · 2 min read आज मुझे एक ऐसा भी हिंदू मिला आज ही की बात है. मैं घर से ऑफिस के लिए निकला. इंदोरा चौक, नागपुर में अपने सहकर्मी के इंतजार में सिटी बस स्टॉप पर खड़ा था. वहां खड़े एक... Hindi · लेख 7 1 344 Share Shyam Hardaha 31 May 2020 · 3 min read ‘गिद्ध और छोटी बच्ची’ किसी ने मुङो वाट्सएप्प पर एक पोस्ट फॉरवर्ड की है जिसका शीर्षक है ‘प्रवासी मजदूर और राजनीति.’ उन्होंने आगे लिखा कि मित्रों, एक तस्वीर और कहानी शेयर कर रहा हूं,... Hindi · लेख 8 4 647 Share Shyam Hardaha 19 May 2020 · 4 min read ‘जमाती दोषी, प्रवासी श्रमिक परेशान!!’’ आपको याद होगा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जमातियों पर कोरोना फैलाने का आरोप लगाया था. अब जब प्रवासी मजदूरों पर कोरोना फैलाने का आरोप लग रहा... Hindi · लेख 7 3 568 Share Shyam Hardaha 6 May 2020 · 2 min read भक्तों की तथाकथा (भाग-3) आपको याद होगा कि वर्ष 2017 में तुअर दाल के दाम आसमान पर चढ़ गए थे. 60 रुपए की तुअर दाल 200 को पार कर गई थी. त्राहि-त्राहि मची हुई... Hindi · लेख 5 5 663 Share Shyam Hardaha 6 May 2020 · 1 min read अंधभक्तों की तथाकथा (भाग-2) 8 नवंबर को 2016 को मिस्टर बाहुबली ने नोटबंदी की. करीब 50 दिन लोगों ने बैंकों की लाइन में लगकर बिताए. सैकड़ों लोग लाइन में लगकर मर गए. देश की... Hindi · लेख 4 3 349 Share Shyam Hardaha 6 May 2020 · 2 min read अंधभक्तों की तथाकथा भाग-1 बात 2014 की है. मौसम की गर्मी के साथ ही लोकसभा चुनाव की सरगर्मी अपने चरम पर थी. वक्त शाम का था. बड़ी संख्या में लोग शहर के एक वाचाल... Hindi · लेख 2 1 314 Share Shyam Hardaha 24 Apr 2020 · 2 min read खलनायक कौन : गोदी मीडिया, विपक्ष या तबलीगी? बुधवार और गुरुवार दो दिन घर पर ही था. गुरुवार वैसे भी मेरा वीकली अवकाश का दिन था. इन दोनों दिनों मैंने न तो कोई किताब पढ़ी, न ही ट्यूब... Hindi · लेख 6 2 549 Share Shyam Hardaha 20 Apr 2020 · 3 min read मुस्लिमों को ‘कोरोना का पर्याय’बताना गलत लोकतंत्र के चार अहम स्तंभ होते हैं-विधायिका, कार्यपालिका, न्यायपालिका और मीडिया. लेकिन कुछ समय से देखा जा रहा है कि केवल कार्यपालिका ही अपना काम कर रही है, मीडिया तो... Hindi · लेख 3 1 590 Share Shyam Hardaha 2 Apr 2020 · 3 min read बुद्धिजीवियों में भी पोगापंथ की बीमारी देश को खतरा धार्मिक पोंगापंथियों से सबसे ज्यादा है जो स्वयं तो मानसिक रूप से बीमार हैं ही. साथ ही देश को भी ‘स्वस्थ नहीं रहने देंगे’ के अभियान पर... Hindi · लेख 4 2 307 Share Shyam Hardaha 30 Mar 2020 · 4 min read कुप्रबंधन का कोरोना मिस्टर परफेक्ट अर्थात हमारे प्रथमसेवक शनिवार 21 मार्च की रात्रि 8 बजे टीवी पर अवतरित हुए. पहले उन्होंने चिंतातुर शब्दों में कोरोना की वैश्विक विभीषका का जिक्र किया. साथ ही... Hindi · लेख 4 3 415 Share Shyam Hardaha 23 Mar 2020 · 2 min read कोरोना : देवालय नहीं कर सकता रक्षा!! आप इन दिनों अखबारों और टीवी चैनलों में पढ़-सुन रहे होंगे कि कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए तमाम मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा आदि बंद कर दिए गए हैं. यह... Hindi · लेख 3 5 464 Share Shyam Hardaha 12 Jan 2020 · 5 min read सीएए-एनसीआर-एनपीआर : देशहित नहीं, केवल राजनीतिक हित किसी भी देश और समाज में तीन तरह का वर्ग रहता है- एक वह जिसे देश में कुछ भी हो, उसे फर्क नहीं पड़ता है. वह ‘मस्त रहो मस्ती में,... Hindi · लेख 8 2 531 Share Shyam Hardaha 27 Dec 2019 · 5 min read सूर्यग्रहण : पढ़े-लिखे लोग भी दिशाहीन आज 26 दिसंबर, गुरुवार को इस साल का आखिरी सूर्यग्रहण था. हालांकि यह पूर्ण सूर्यग्रहण नहीं था. यह ग्रहण भारत में सुबह 8 बजे ग्रहण लगा और 1 बजकर 36... Hindi · लेख 6 2 314 Share Shyam Hardaha 19 Dec 2019 · 5 min read प्लीज! मोदी जी, झूठ बोलना बंद कीजिए ना!! संदर्भ : भारतीय नागरिकता संशोधन कानून आप और आपके भ्रातासम अमित शाह जी इस कानून को लेकर देश में ऐसा भ्रम फैलाने में जुटे हैं कि जैसे इस कानून को लाकर आपने देश के लिए कोई... Hindi · लेख 7 2 348 Share Shyam Hardaha 17 Dec 2019 · 5 min read हां, हम भी किसी के भक्त हैं ........पर अंधभक्त नहीं ‘मैं मूरख, खल कामी, कृपा करो भर्ता’ भगवान जगदीशजी की आरती की यह पंक्तियां आप सबने सुनी होंगी. देखिए यहां एक अंधभक्त किस तरह अपने आपको ‘मूर्ख, दुष्ट और कामी’... Hindi · लेख 5 1 880 Share Shyam Hardaha 15 Nov 2019 · 1 min read दोगली सोच जब वे कथित ‘जातिवाद’ से हो रहे थे लाभान्वित या होते रहे तो ‘जातिवाद’ सही है कहते रहे- यह तो हमारी परंपरा है शास्त्रोक्त है, यह तो- हमारी तहजीब है... Hindi · कविता 10 1 476 Share Shyam Hardaha 15 Nov 2019 · 1 min read मरखंडे बात है 35 साल पहले की. ‘कोसी’ और ‘लाली’ हमारे घर थीं इन नामों की गाएं. बचपन में जिनका खूब दूध पिया ऊर्जा पाकर उछला-कूदा. ‘कोसी’ थी सीधी और सफेद... Hindi · कविता 5 531 Share Shyam Hardaha 15 Nov 2019 · 1 min read जवाब दें भागवत फिर हुआ नागपुर के पास कुही तहसील के मांगली गांव में वाहशियाना व्यवहार दरिंदों ने लूटा-पीटा और एक आदिवासी नाबालिग बाला से किया बलात्कार. यह घटना- नारी की स्वतंत्रता पर... Hindi · कविता 4 259 Share Shyam Hardaha 15 Nov 2019 · 1 min read बस में सवार... हर रोज आफिस आते-जाते मैं बस में सवार ‘मन’ विचार तरंगों पर सवार खिड़की की कांच में सर टिकाए अपने आप में खोकर कविता तलाशने बुनने लगता हूं शब्द खोजता... Hindi · कविता 6 1 267 Share Shyam Hardaha 14 Nov 2019 · 1 min read गुनगुनी धूप में दोपहर में भोजन उदरस्थ कर जम जाता था कुर्सी पर थपाक; रिमोट लेकर टीवी को नचाने कुछ सार्थक तलाशने यह मेरा नित्यक्रम था. कि एक दिन श्रीमती ने कहा- ये... Hindi · कविता 7 1 314 Share Shyam Hardaha 13 Nov 2019 · 1 min read जनतंत्र को ग्रहण ‘जनतंत्र/संविधान अगर सूर्य हैं तो उसकी रश्मियां हैं- स्वतंत्रता-समता-बंधुता-न्याय. फिर भी देश में चहुंओर फैला है तम अनाचार, भ्रष्टाचार बलात्कार, तमाम अपराधों का मचा है कोहराम लोग अपने आप में... Hindi · कविता 6 497 Share Shyam Hardaha 13 Nov 2019 · 1 min read आदमी साधन-संपन्न शक्ति-सामर्थ्य रखते हुए भी हंस चाल छोड़ व बगुला भगत बन रहा है आदमी ‘सत्य’ की चाह रखते हुए भी ‘असत्य’ से घबराकर ‘शेर चाल’ छोड़ गीदड़ की तरह... Hindi · कविता 5 303 Share Shyam Hardaha 13 Nov 2019 · 1 min read घरेलू हिंसा मैं बस से उतर कर जा रहा था घर कि राह में मिली श्रीमतीजी उदास-गमगीन चेहरा लिए मलीन जा रही थी एसटी बूथ फोन करने इंदोरा चौक मेरे घर यानी... Hindi · कविता 5 469 Share Shyam Hardaha 13 Nov 2019 · 1 min read भागवत को जवाब दिल्ली बलात्कार कांड की आड़ पर संघ प्रमुख भागवत ने बघारा अपना संस्कृति-ज्ञान ‘इंडिया बनाम भारत’ अर्थात ‘भारतीय बनाम पाश्चात्य’ संस्कृति का अलापा राग कहा-‘भारत में नहीं इंडिया में होते... Hindi · कविता 4 1 796 Share Shyam Hardaha 12 Nov 2019 · 1 min read मानवता के रक्षक सड़क किनारे एक तिमंजिला निमार्णाधीन मकान- उसी से सटकर सड़क की ओर बांस-चटाई से बनी छोटी सी झोपड़ी. इसी में रह रहा है तीन सदस्यीय गरीब सुखी परिवार. पति-पत्नी और... Hindi · कविता 4 3 321 Share Shyam Hardaha 12 Nov 2019 · 1 min read किताबें होती हैं निर्जीव किंतु अपने अंदर अनगिन जीवन स्पंदित करती हैं किताबें. ताउम्र जो ज्ञान न हो पाए उसे घंटों में दे जाती हैं किताबें. एकांत-तन्हा क्षणों में भी भीड़-सा... Hindi · कविता 3 1 463 Share Shyam Hardaha 12 Nov 2019 · 1 min read वे दो लड़कियां चिड़ियों-सी फुदकती, चहकती स्कूटी पर सवार जींस पहनकर जा रही थीं दो लड़कियां. देख मेरा मन प्रमुदित हुआ; एक वह जमाना था- जब लड़कियां इस उम्र में थामी होतीं मां... Hindi · कविता 5 283 Share Shyam Hardaha 12 Nov 2019 · 1 min read यह भी भ्रष्टाचार देवालय पहुंचकर ड्यौढ़ी पर झुककर घंटा बजाकर नैवेद्य चढ़ाकर अपने आप में सिमटकर आंखें बंद कर मुंह से बुदबुदा कर मंदिर में विराजी मूर्ति से सिर्फ अपने लिए- दूसरों से... Hindi · कविता 4 487 Share Shyam Hardaha 12 Nov 2019 · 1 min read सामंती व्यवहार नहीं रहे राजे-महाराजे न बचे अब कोई सामंत लेकिन जन-गण-मन में छोड़ गए वे सामंती प्रपंच हर कोई है इसका शिकारी और शिकार अर्थात सबकी चाहत- ‘दूसरे पर हो अपना... Hindi · कविता 3 499 Share Shyam Hardaha 10 Nov 2019 · 6 min read बदलाव का वाहक होता है यौवन विषय का विस्तार करें, इसके पहले हिंदी साहित्य के दो लब्धप्रतिष्ठित साहित्यकार-कवि रामधारी सिंह ‘दिनकर’ की लिखित चंद पंक्तियां आपके सामने पेश करना जरूरी समझता हूं :- ‘‘वय की गंभीरता... Hindi · लेख 4 2 292 Share Shyam Hardaha 19 Oct 2019 · 10 min read बचपन को भी कराएं साहित्य से रूबरू महादेवी वर्मा ने कहीं लिखा है, ‘‘अतीत चाहे कितना भी दु:खद या सुखद क्यों न रहा हो, उसकी स्मृतियां हमेशा मधुर लगती हैं.’’ फिर अगर ये स्मृतियां बचपन से जुड़ी... Hindi · लेख 8 6 653 Share Shyam Hardaha 9 Oct 2019 · 4 min read कहीं व्यर्थ की तो नहीं है यह कड़वी दवा? (यह लेख मैंने नोटबंदी की घोषणा के तीसरे दिन 10/11/2016 को ही लिखा था, जब सारे लोग, तमाम अखबारों के विद्वान स्तंभकार और संपादकीय लेखक मोदीजी की वाहवाही करने में... Hindi · लेख 6 1 348 Share Shyam Hardaha 6 Oct 2019 · 1 min read क्या कहें उन्हें? क्या कहें उन्हें जो जर्जर-संस्कृति के बोझ तले दबे हैं गर कोई उठाना चाहता है उन्हें इस बोझ के तले से उन्हें ये बंधु अपना दुश्मन संस्कृति-विरोधी मान बैठते हैं.... Hindi · कविता 8 652 Share Shyam Hardaha 6 Oct 2019 · 4 min read यही है विकास का गुजरात मॉडल!!! आपको कभी इन बातों पर आश्चर्य नहीं होता कि किसी वक्त हमारे देशवासियों को ‘काला कुली’ कहकर बुलाने वालों को विगत कुछ दशकों से हमारे देश में ‘विश्व सुंदरियां’ नजर... Hindi · लेख 7 2 322 Share Shyam Hardaha 5 Oct 2019 · 3 min read ज्ञान युग में भी ज्ञानियों की ओछी सोच हमारी कथित ‘महान’ भारतीय संस्कृति में लड़कियों की ऑनर किलिंग कोई नई बात नहीं है. ऑनर किलिंग का मतलब होता है-सम्मान के लिए हत्या. हर रोज देश के हर कोनों... Hindi · लेख 7 2 657 Share Shyam Hardaha 2 Oct 2019 · 5 min read मोदी और संत कबीर!! संतो देखत जग बौराना। सांच कहीं तो मारन धावै, झूठे जग पतियाना।। नेमी देखा धरमी देखा, प्रात करै असनाना। आतम मारि पखानहि पूजै, उनमें कछु नहिं ज्ञाना।। बहुतक देखा पीर... Hindi · लेख 5 2 735 Share Shyam Hardaha 22 Sep 2019 · 3 min read डोंडियाखेड़ा (आपको याद होगा कि अक्टूबर 2013 में शोभन सरकार नामक एक साधु को सपना आया कि उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के डौड़ियाखेड़ा गांव स्थित राजा राव राम बख्श सिंह... Hindi · कविता 11 4 325 Share Shyam Hardaha 21 Sep 2019 · 1 min read एकांगी आधुनिकता जब मैं पहनता हूं कोई जींस/टीशर्ट तो सभी कहते/पूछते हैं अरे भाई वाह!! मस्त लग रही है, कहां से खरीदी है/सिलाई है? लेकिन जब मैं पढ़ता हूं कोई- नई/डॉयनामिक किताब... Hindi · कविता 8 2 334 Share Shyam Hardaha 18 Sep 2019 · 4 min read फिल्म ‘काला’ की समीक्षा यूं तो उस दिन फिल्म देखने का मूड बिल्कुल भी नहीं था. वैसे भी बचपन से मन:पटल में ही अंकित कर दी दी गई फिल्मों के प्रति नकारात्मकता के कारण... Hindi · लेख 6 1 737 Share Shyam Hardaha 18 Sep 2019 · 15 min read ‘मेरी आत्मकथा-किशोर साहू’ हिंदी सिनेमा के शुरुआती दौर की झांकी पहली बार इस फिल्मी सितारे के नाम से मेरा परिचय 2011 में लोकमत समाचार, नागपुर के कार्यालय में संपादन कार्य के दौरान हुआ. सहकर्मियों के बीच नागपुर शहर से जुड़ी... Hindi · लेख 6 1k Share Shyam Hardaha 16 Sep 2019 · 6 min read आरक्षण : सच जानना जरूरी हमारे देश में दलित, आदिवासियों एवं अन्य पिछड़े वर्ग के लोगों को नौकरी व स्थानीय स्वराज संस्थाओं में उन्हें समुचित प्रतिनिधित्व देने की दृष्टि सेभारतीय संविधान में आरक्षण का प्रावधान... Hindi · लेख 7 2 333 Share Shyam Hardaha 13 Sep 2019 · 7 min read अप्रैल फूल अपने बचपन से रू-ब-रू कराने के पहले मैं यहां सबसे पहले मध्य प्रदेश के बैतूल जिले की युवा कवयित्री रेखा कापसे की पंक्तियां उद्धृत करना चाहता हूं- ‘बचपन की गलियों... Hindi · लेख 7 1 304 Share Page 1 Next