शक्ति राव मणि Language: Hindi 57 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid शक्ति राव मणि 4 Dec 2022 · 1 min read मैं हरि नाम जाप हूं। पापों का पाप हूं मैं हर पुण्य संसार हूं। दवा हूं रोग हूं मैं, हर चिंतन विचार हूं।। दुख भी हूं मैं सुख भी हूं, मोह हूं माया हूं ।... Hindi 5 2 482 Share शक्ति राव मणि 13 Jul 2022 · 1 min read वो राधा से फिर न मिला । उम्र आठ तक माखन चोर सी देख लीला कृष्ण रूप तन से अंग संवर जाए मोर पंख नीला।। नटखट,चतुर,समझ,तेज,बुद्धि, जो गोपियों संग खेल जाए राधा को देख, कृष्ण समझ तेज... Hindi · Gajal · कविता · गीतिका गजल रूहानी 3 2 833 Share शक्ति राव मणि 8 Jun 2022 · 1 min read तन्हा ही खूबसूरत हूं मैं। तन्हा ही खूबसूरत हूं मैं। अपनी सिमटती जान का गुलशन ए मोहब्बत हूं मैं क्या कोई सहारे की चाह रखूं आसमां भी नहीं, खुद का छत हूं मैं जमाना जिसका... Hindi · कविता 1 567 Share शक्ति राव मणि 31 Mar 2022 · 2 min read इश्क कहां संभलता हैं । ये ख्याल मुझे भी आता है की अब तुझे देखूं और बस यहीं ठहर जाऊं, राते राते करु बाते बातें करूं मैं भी पागल होना चाहता हूं, पर मैं सोच... Hindi · कविता 2 249 Share शक्ति राव मणि 31 Oct 2021 · 1 min read कई ‘शे’र बिखर गए तो कई गजले…। ईर्ष्या है मुझे तेरे नाम से वक़्त बदले तो हम भी बदले पर कैसे बदले यादों को याद है इश्क़ - ए -सर- ए- आम कत्ले। मैं अकेला नहीं था... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 573 Share शक्ति राव मणि 5 Aug 2021 · 1 min read इश्क़ अधूरा होता है क्या वो पूछे हमसे इश्क़ कभी अधूरा होता है क्या? मानो अब दुनिया वही है वैसा होता है क्या? क्यूं मंद मंद मुस्कुराते हुए खामोश रहते हो ठहर जाए कोई ऐसा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 9 346 Share शक्ति राव मणि 31 Jul 2021 · 20 min read गोविंदपुरी घाट हत्याकांड एन्सेलेडस रोश :- शाहीन तुम तो मेरे पिताजी के खास दोस्त हो तुम्हें तो मालूम होगा आखिर कहां गए हैं? शाहीन:- आपके पिताजी पृथ्वी गए हैं, गायत्री वल्लभ से मदद... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 2 4 442 Share शक्ति राव मणि 1 Jul 2021 · 14 min read एलिमेंट :- ऑफिसर मारा गया! अध्याय प्रथम ११ दिसम्बर २०३८ हरिद्वार रूद्र :- इनकी मर्डर की फाइल तैयार करो जल्दी से जल्दी रिसो :- देखो ये बॉक्स…… यहाँ इन लाशो के पास हैं क्या हैं... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 3 5 651 Share शक्ति राव मणि 19 Jun 2021 · 1 min read ज्ञानी हर एक है रस्ता मिल जाता है पर मकाम आसान नहीं होते भटकना जरूर पर दुखी मन वीरान नहीं होते। हर एक कदम में टूटेगा हौसला मंजिल तक यही तो कामयाब जिंदगी है,... Hindi · कविता 2 539 Share शक्ति राव मणि 24 May 2021 · 1 min read नि:शब्द प्रेम दुनिया में जी रहा हूं मुताबिक तो नहीं जी रहा हूं मैं वजूद को मेरा वजूद देख लेगा नीर तेरे घट का नहीं पी रहा हूं मैं। शुकून मिला होगा... Hindi · कविता 4 2 452 Share शक्ति राव मणि 9 Feb 2021 · 1 min read वो तो इंकार कर गए मैं कर बैठा मोहब्बत उस रश्ते से , उन गलियों से यूं तो दीवारें कभी नापी ना थी उफान पर था दिल शायद इसलिए पार कर गए। लहजा जल्दी उठने... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 38 863 Share शक्ति राव मणि 25 Nov 2020 · 1 min read ऐ अक्ल होशियार कब तक कभी तो दिल की भी सुनेगा ऐ अक्ल होशियार कब तक अब्तर वो रस्ता ताके है तेरा, तेरा ये ऐतबार कब तक। आकिबत जद्दोजहद में है ये नजरें नज़रों को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 763 Share शक्ति राव मणि 4 Aug 2020 · 1 min read ये जो मोहब्बत है ये जो मोहब्बत है जो तुम्हें हुई है जो किसी को हो रही है कल के दिन खुद की गलती से जब नाकाम हो जाओगे या नाकाम कर दिए जाओगे... Hindi · कविता 5 4 535 Share शक्ति राव मणि 27 Jun 2020 · 1 min read कभी मेरे श्रृंगार से वाक़िफ होते वो सिर्फ अपने लिए कहता, तेरे बिन जिंदगी कुछ कम थी। कभी मेरे श्रृंगार से वाक़िफ होते मेरी आंखे भी नम थी। कभी कोशिश तो की होती मुझको मुझसे ही... Hindi · कविता 4 370 Share शक्ति राव मणि 4 May 2020 · 1 min read अहम से अहंकार ख्वाबों ख्वाबों में ही हक़ीक़त से लड़ बैठा भूभाग पर पांव काम कर जाते है मैं आसमां में बिना सोचे उड़ बैठा। ये कैसा अंधेरा था मेरे मन का जो... Hindi · कविता 3 2 352 Share शक्ति राव मणि 21 Apr 2020 · 1 min read इश्क़ अश्क हुए इश्क़ अश्क हुए बिछड़ने से जरा पहले बाते खत्म हुई कहने से जरा पहले। इन यादों का अब क्या करू जो सताती है ये यादें मौत बन जाती है मरने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 337 Share शक्ति राव मणि 8 Jan 2020 · 1 min read तुम भी ये घाव अब दवा से कहां सही होते है दुआओ की भीड़ में एक दुआ दे जाना तुम भी। ये घाव मैने खुद को ही दिए है खुद को ही... Hindi · कविता 4 4 469 Share शक्ति राव मणि 16 Dec 2019 · 1 min read समंदर तो नहीं इस तरह न रूठा कर मेरा दूसरा मुकद्दर तो नहीं दायरे की दरिया हूं सुख जाऊंगा कोई समंदर तो नहीं। जिया नाराजगी में समझ खो देती है कफ़न मांगती है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 434 Share शक्ति राव मणि 27 Sep 2019 · 1 min read वैश्य ये दुनिया धोखे की है,धोखे में जीना सिखा दिया कदम जो रखें क्यो हुस्न-ओ-महफिल थमा दिया कली निकलने दो फूल बन जानें दो,आने दो जानें दो लड़का होता तो जिम्मेदारी... Hindi · कविता 1 310 Share शक्ति राव मणि 15 Jun 2019 · 1 min read यहाँ सिर्फ सवाल उठते हैं जिंदगी से जवाब न मांग यहाँ सिर्फ सवाल उठते हैं काबे मे झोली न फैला मंदिरों में भी बवाल उठते हैं। जिनके सवाल जवाब इंसानों से नहीं होते वहीं अक्सर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 522 Share शक्ति राव मणि 1 Jun 2019 · 1 min read तुझे खोने की ख्वाहिश नहीं कभी मेरे शब्दों पर मत जाना दोस्त शायर ज़रूर हूं पर तुझे खोने की ख्वाहिश नहीं मुझे भी संभाल के रखना जरुर, भले ही यादों मे सही काम काजो मे... Hindi · कविता 1 328 Share शक्ति राव मणि 20 Apr 2019 · 1 min read जिऊं तो सुहागन मरु सुहागन सोलह बारे बरत रखूं न हो कोई चुभन फल में मांगू जिऊं तो सुहागन मरु तो सुहागन। मैं सजती तब थी जब सँवरती नहीं थी मेरा सँवरना जैसे रुप तेरा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 368 Share शक्ति राव मणि 12 Apr 2019 · 1 min read एजाज़ लिख दूँ मैं रोशनी पलट दूँ की ऐसे अल्फाज़ लिख दूँ धार है मेरे कहने मे अगर खंजर को आवाज़ लिख दूँ। मिट्टी मे मिल जाते हैं आकाश कई अक्सर बंजर पेरो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 324 Share शक्ति राव मणि 23 Mar 2019 · 1 min read एक दिन भूल जाते हैं बिती रैना जब हम एक दिन भूल जाते हैं नई यादों से पुरानी यादें जब धूल जातें हैं। अब नहीं कहेंगे किसी से अपने दिल का हाल कुछ जिम्मे है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 375 Share शक्ति राव मणि 6 Feb 2019 · 1 min read मुशायरे में'शे'र अर्ज करो एक लौ अगर बूझ रहीं हैं तो जलानी क्यो है उजाला है चारों और तो लौ दिखानी क्यो है शौक से लटकाते है निंबू मिर्च बाजारों में जिस भूमि के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 378 Share शक्ति राव मणि 23 Jan 2019 · 1 min read मगर क्यो तबाह-सी मंज़र में फिर मंज़र क्यों बदल गये हम तो पुराना शहर क्यों। बेहोशी सही मैंने ओढ़ी थी तेरे नाम की चादर खुले आसमां में जीते हैं अब,तो ये चादर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 309 Share शक्ति राव मणि 23 Jan 2019 · 1 min read तिरंगा खड़ा था लहू गिरे थे जब वर्षावसान में तिरंगा खड़ा था तब शमशान में देश हित सोच रखें देशभक्त हैं वो और युद्ध? तब मानसिक संतुलन बिगड़ना है इंसान में ये देश... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 391 Share शक्ति राव मणि 23 Jan 2019 · 1 min read जैसे गज़ल मैं समझा दूँ एक अकसना जैसे ग़ज़ल अश्क गिरते हैं जैसे झरना जैसे ग़ज़ल। ख्वाब तो ख्वाब में ही टूट जाते हैं टूटे मोती का हिरा बनना जैसे ग़ज़ल। उड़ान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 446 Share शक्ति राव मणि 23 Jan 2019 · 1 min read मैं नमन करु मैं नमन करूँ उन फ़ौजी को जो हुआ करते तैनात है सिर्फ सरहद की बात हैं,वतन की बात हैं,वर्दी की बात हैं। भाई लकिरों ने बटँवारा किया तब दुश्मन सी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 563 Share शक्ति राव मणि 18 Jan 2019 · 1 min read जहर ख़ाक है अब बस बहुत हुआ सच तेरा सफर ख़ाक हैं कुछ हवाएं लगी थी मुझे अब्तर हुए सरसर ख़ाक हैं मिहिर कहता के ज्वार से मेरी,आग राख है मैं प्रचंड हो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 345 Share शक्ति राव मणि 1 Jan 2019 · 1 min read या तो मोहब्बत हो जाए या युद्ध मोहब्बत और युद्ध में मैंने समानता देखी है जब खत्म होती है तो ख़ामोशी होती हैं मोहब्बत और युद्ध तब होती हैं जब खामोशी में आग दहकती है मोहब्बत आसान... Hindi · कविता 2 249 Share शक्ति राव मणि 1 Nov 2018 · 1 min read माँ तेरी आँचल में माँ तेरी आँचल में ही अपना-सा लगता है दूर हूँ तेरी आँचल से तो सपना-सा लगता है। अहजान जानों-जहान तू,प्रिय तू, पुराण-ब्रहमाण तू ध्यान कैसे भंग होगा,ॐ उच्चारण भी माँ... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 25 575 Share शक्ति राव मणि 16 Sep 2018 · 1 min read जब थामा था तुने हाथ अत्र-अत्र अहजान हुए जब थामा था तुने हाथ वक्त भी मेरे साथ हुए जब थामा था तुने हाथ यूँ तो लकीरों पर विश्वास न था मेरा विश्वास से ही लकीरें... Hindi · कविता 3 2 486 Share शक्ति राव मणि 23 Jun 2018 · 1 min read शतरंज सी है जिंदगी ।।।।।।।।।।। वो सभा बेहतरीन हुई जब ये सवाल उठा कैसे जन्म से मृत्यु शतरंज सी है जिंदगी मेरी घड़ी की सुई पाँच कला आगे थी सौ वर्ष का जिवन है... Hindi · कविता 2 459 Share शक्ति राव मणि 20 May 2018 · 1 min read वजूद माॅ ने कहा था तेरे होने पर एक वजूद देखा है फिर मैने क्यू हर बार इन ऑखो से तुझे देखा है, मैरी उम्र अब बेसहारे की है फिर भी... Hindi · कविता 2 587 Share शक्ति राव मणि 17 Mar 2018 · 1 min read एक भीड चल पडी थी एक भीड चल पडी थी राह पर,कुछ हसीन सपने लिये हर पल सजौता गया,सिर्फ और सिर्फ अपने लिए दे रखा था फरेब साथ मे रहने का किसे पता कि क्या... Hindi · कविता 3 358 Share शक्ति राव मणि 2 Mar 2018 · 1 min read साहित्यपीडिया - एक कदम साहित्य की ओर कवि सँवारते दोहो की कुण्डलिया मुक्तिया सूक्तियाँ लेखन की बिंदिया नजर,गजल के 'शे'र की कहर कहर बहर मे गीतिका की सीढ़ियाँ शब्द का विभेदन चः कोटियाँ लिखो ऐसी बात जो... Hindi · कविता 3 498 Share शक्ति राव मणि 4 Feb 2018 · 1 min read खूबीयाँ तो नही तुममे गजल तेरे नाम की लिखू या तुझपे इतनी खूबीयाँ तो नही तुममे वो तो हमने नज्म ऐसा मारा कई 'शे'र बिखर गए तो कई गजले... शक्ति..... Hindi · मुक्तक 1 419 Share शक्ति राव मणि 26 Jan 2018 · 1 min read अंतिम यात्रा (सम्पूर्ण) जन्नत सा वो शहर था नरक-सी वो आग थी अंधकार से लिपटा बदन था और वो सुंदर खाट थी अजीब-सा सपना था दुश्मनो की टोली थी,हमारे बंदुको मे गोली थी... Hindi · कविता 1 643 Share शक्ति राव मणि 31 Dec 2017 · 1 min read कलियुग है ये युगो युगो की बात को ना दोहराओ कलियुग है ये आज सति मे रति वासना मे डुबा युग है ये प्रथम चरणे इक्यानवे वर्ष का पहला दिन है ये वैवस्वत्... Hindi · कविता 1 448 Share शक्ति राव मणि 24 Dec 2017 · 1 min read अल्फाजो से,आश्नाओ से अक्सर अग्यार रहे हम अल्फाजो से वो अजीज अदीब हुआ मेरे सवालो से अफसुर्दा-ए-अफसोस रहा मुझको यूँ अंजुमन भी हमारा अदम रहे उनके जवाबो से अक्ल-ए-अंदाजा लगा रहे थे अंजाम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 382 Share शक्ति राव मणि 24 Dec 2017 · 1 min read मेरी उम्र को जो नजर लगी मेरी उम्र को जो नजर लगी फिर जिने की जो लत लगी बीत गयी जो आधी,आधी जो साये मे बची मेरा दुश्मन भी सामने ना आये,तेरी ही हरकत लगी उड़ान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 277 Share शक्ति राव मणि 24 Dec 2017 · 1 min read उधड़ गयी जो सीयन अब उधड़ गयी जो सीयन उधड़ने दे ख्वाब अगर सच नही तो रहने दे खुला जो छत आसमाँ का,वक्त का पहिया रुक गया रुका तो थक गया,बाहर खडी मौत को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 323 Share शक्ति राव मणि 21 Oct 2017 · 1 min read फर्क अब इस तरह समझना शायरी दिल को छू जाती है कविता दिल मे बस जाती है फर्क अब इस तरह समझना जो आने वाला था,दरवाजा खटखटा के चला जाता है जिसकी उम्मीद नही थी,वो... Hindi · कविता 1 638 Share शक्ति राव मणि 20 Oct 2017 · 1 min read डोर फूलो की माला मे अब डोर है कहाँ सब कुछ है पर वो शोर है कहाँ तिनका तिनका बिटोरा था हमने बस तिनके ही है कुछ और है कहाँ खनखती... Hindi · कविता 1 486 Share शक्ति राव मणि 20 Oct 2017 · 1 min read निशानी ढूँढ रहा था जहाँ कुछ नही था वहाँ निशानी ढूँढ रहा था रात का अंधेरा था और उजियारा ढूँढ रहा था मोत के बहाने जिंदगी ढूँढ रहा था सोया मे कुछ इस कदर... Hindi · कविता 1 658 Share शक्ति राव मणि 18 Oct 2017 · 1 min read काफिला सजा है काफिला सजा है शायरानो का मेरा जख्मी यार पता पूछता है मयखानो का डूबती मोहब्बत से सिखा है तेरना मदिरानो का जाम झलक रहा हे हाथो से,आँखो से वो गम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 323 Share शक्ति राव मणि 18 Sep 2017 · 1 min read उनसे कहते भी तो क्या उनसे कहता भी तो क्या,वो मोहब्बत था गुजरा मै उस वक्त से जो बेवक्त था उनसे सुनता भी तो क्या जो पहले नरम तो टूटने पर वो सख्त था कहने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 450 Share शक्ति राव मणि 3 Sep 2017 · 1 min read अन्तिम यात्रा जन्नत सा वो शहर था नरक-सी वो आग थी अंधकार से लिपटा बदन था और वो सुंदर खाट थी अजीब-सा सपना था एक लौं और चारो ओर बौछार थी मुक्त... Hindi · कविता 1 480 Share शक्ति राव मणि 10 Aug 2017 · 1 min read ममता का परिचय- यूँ एक बसर हुई यूँ एक बसर हुई तेरे आने से जिंदगी असर हुई हमको थी पहले से खबर पर खबर होने के बाद खबर हुई महीनो का सफर दर्द मे रहा दर्द तब... Hindi · कविता 1 821 Share Page 1 Next