Comments (4)
8 Jan 2020 04:21 PM
Nice yare
शक्ति राव मणि
Author
8 Jan 2020 04:40 PM
yup
इतने जख्म खाए हैं कि मरहम लगाते थक गया हूं।
एक नजर तुम्हारी मुझ पर हो जाए तो कुछ सुकून आ जाए।
श़ुक्रिया !
सुंदर