Dr Manju Saini Tag: कविता 480 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next Dr Manju Saini 21 Mar 2022 · 1 min read शीर्षक: फाल्गुन आगमन शीर्षक: फाल्गुन आगमन आम बगिया में बौराने लगे कोयल कुहू कुहू करने लगे सरसो खेतो में फूलने लगे गेंहू पर बालियां दिखने लगे समझो कि फाल्गुन आगमन है। बगिया में... Hindi · कविता 1 115 Share Dr Manju Saini 21 Mar 2022 · 1 min read शीर्षक: मैं और मेरी कविता शीर्षक: मैं और मेरी कविता शायद बने हम एक दूजे के लिए मेरे शब्द और मेरी कविता मेरे शब्द मानो दिल मेरी कविता का मेरी धड़कन में बसे गहराई से... Hindi · कविता 2 2 221 Share Dr Manju Saini 16 Mar 2022 · 1 min read शीर्षक:होली के रंग काश कुछ यूँ हो जाये तू आये और होली का रंग सबसे पहले लगा जाए काश कुछ यूँ हो जाये तू पास हो मेरे महक उठे होली की चमक मेरे... Hindi · कविता 1 2 149 Share Dr Manju Saini 14 Mar 2022 · 1 min read शीर्षक:बोलती आँखे शीर्षक:बोलती आँखे सुनो … आज भी तुम्हारी कुछ बोलती सी आँखे सामने आ जाती हैं यादो में तुम्हारी ठहरो ना कुछ वक्त समा जाऊं आँखों मे तुम्हारी शून्य में ही... Hindi · कविता 2 2 219 Share Dr Manju Saini 10 Mar 2022 · 1 min read शीर्षक:मझधार मझधार में है नैया तुम छोड़कर ना जाना एक आस तुमसे ही हैं मेरी धड़कनो में तुम हो तुमसे ही जिंदगी हैं तुम ही मेरी बंदगी हो आ जाओ तुम... Hindi · कविता 1 158 Share Dr Manju Saini 10 Mar 2022 · 1 min read शीर्षक:समेट लो मुझे शीर्षक:समेट लो मुझे यूँ ही बस.. समेत लो मुझे अपने में बसा लो मुझे अपने अंतर्मन की अताह गहराई में मन की उस पिटारी में रख लो मुझे जहाँ से... Hindi · कविता 118 Share Dr Manju Saini 9 Mar 2022 · 1 min read शीर्षक:रंगों का त्यौहार ?रंगों का त्योहार ? तन के तार छूए बहुतो ने पर मिला न मीत अपना सा मन का तार न भीगा तुम अपने रंग में रंग लो तो समझूँ कि... Hindi · कविता 110 Share Dr Manju Saini 8 Mar 2022 · 1 min read शीर्षक:श्रद्धये हो तुम ख़ुद पर फक्र करो कि तुम एक औरत हो तुम दुनिया से नही दुनिया ही तुम से है तुम ही जीवनदायिनी हो ये स्रष्टि तुम से है नमन आज ही... Hindi · कविता 149 Share Dr Manju Saini 7 Mar 2022 · 1 min read शीर्षक:नमन तुम्हे ए नारी केवल एक दिन ही क्यो सम्मानित नारी पल पल प्रतिक्षण सम्मान योग्य नारी माँ, बेटी,रूप में पूजित सदैव नारी पत्नी रूप में पोषक ये ही नारी हर रूप में नमन... Hindi · कविता 143 Share Dr Manju Saini 7 Mar 2022 · 1 min read शीर्षक:पर्वत सी अटल नारी शीर्षक:पर्वत सी अटल नारी मैं पर्वत सी नारी अडिग होंसले मेरे कर्तव्य निभाती अजंता एलोरा पर उकेरी गई आकृति मुझ बिन नही पूर्ण होती चित्रकारी हर मुद्रा उकेरी पाषाण पर... Hindi · कविता 226 Share Dr Manju Saini 7 Mar 2022 · 1 min read शीर्षक:कौन हूँ मैं कौन हूँ मैं क्या है मेरा अस्तित्व, यही प्रश्न उठता हैं प्रतिक्षण, क्या नारी होना मेरी कमजोरी हैं क्या वर्ष में एक दिन सिर्फ एक दिन ही मेरे सम्मान के... Hindi · कविता 128 Share Dr Manju Saini 3 Mar 2022 · 1 min read शीर्षक:सुकून माँ तेरे जाने से सुकून ही चला गया जैसे जीवन से जीवन शून्य-सा हो गया मेरा लगता है जैसे जीने की ख्वाहिशें दम तोड़ गई हो मेरी तो मानो कि... Hindi · कविता 354 Share Dr Manju Saini 1 Mar 2022 · 2 min read शीर्षक:आज शर्मसार मेरी लेखनी आज मेरी लेखनी शर्मसार हैं लिख रही हैं उस औलाद की कहानी जिसे जन्म दिया माँ ने कष्टो को सहकर तुम्हे भी पढ़ने की व्याकुलता होगी कि क्या..! आज क्या... Hindi · कविता 202 Share Dr Manju Saini 27 Feb 2022 · 1 min read शीर्षक: मन की हलचल मेरे मन की अस्थिरता और हलचल कुछ कहना चाहती हैं कुछ तो कराना चाहती हैं मुझ से जो मैं समझने की कोशिश कर रही हूँ खामोशियां भी कुछ कहना चाहती... Hindi · कविता 258 Share Dr Manju Saini 27 Feb 2022 · 1 min read शीर्षक:ताजा थीम्पोस्ट:ताजा उस दिन हमारे प्रेम में मानो ... ओस की ताजा ताजा हल्की भीगी बरसात थी वह शरद की रोपा था हमने यहीँ बस यूँ ही वह हरसिंगार यहीं… प्रेम... Hindi · कविता 268 Share Dr Manju Saini 20 Feb 2022 · 1 min read शीर्षक:गुमसुम शीर्षक:गुमसुम मैं गुमसुम सी देखती रहती कि…. आप अकेले ही सब परेशानी झलते रहे आपने कभी साझा करना चाहा ही नही अपने कष्टों को,परेशानी को आप सदैव ही छुपाते रहे... Hindi · कविता 163 Share Dr Manju Saini 19 Feb 2022 · 1 min read शीर्षक:मैं चाहती हूँ मैं एक होना चाहती हूँ जैसे आकाश में चांद एक अनेक तारो के बीच चमकता हैं वैसे ही अपनी लेखनी को देखना चाहती हूँ चमकते हुए। मैं चुपचाप सी होना... Hindi · कविता 135 Share Dr Manju Saini 19 Feb 2022 · 1 min read शीर्षक:स्वर कोकिला को शब्द श्रद्धांजलि सुर ताल की इस दुनिया मे कैसा यह शोर हुआ है टी वी चैनल बता रहे कि सुरो की मल्लिका शांत हुई हैं तुम्हारे तो नाम मे ही छिपा हैं... Hindi · कविता 164 Share Dr Manju Saini 10 Feb 2022 · 2 min read शीर्षक:टेडी सी उपहार बेटियां ?टेडी सी उपहार बेटियां? टेडी सी ईश्वर का उपहार मेरी प्यारी बिटिया कोमल सी मुलायम सी होती हैं बेटियां पापा मुझे बोलते थे मेरी टेडी हैं बिटिया मेरे तो ईश्वर... Hindi · कविता 1 280 Share Dr Manju Saini 10 Feb 2022 · 1 min read शीर्षक:मैं बात कर लेती हूँ सुनों.. ना तुम बहुत बाते करती हूं मैं अक्सर तुमसे न जाने क्यों सामने होने पर बोल नही पाती हूं पर अपनी लेखनी से अपनी कविताओं में बात कर लेती... Hindi · कविता 189 Share Dr Manju Saini 4 Feb 2022 · 1 min read शीर्षक:लो बसंत आया लो वसंत आया मेरा प्यारा बसंत पेड़ो में नव चेतन लाने लो आ गया वसंत पेड़ो के रूखे अधरों पर हरित क्रांति लेकर आया नव सृजन को ततपर प्रकृति फूलो... Hindi · कविता 161 Share Dr Manju Saini 4 Feb 2022 · 1 min read शीर्षक:बसंत देखो प्रकृति का नियम अनूठा पुराना पत्ता पेड़ से रूठा प्रकृति ने अठखेलियां अपनाई प्रकृति में नव बहार खिल आई पेड़ देख बसन्त को पहले ही तैयार हुआ नव कौंपले... Hindi · कविता 152 Share Dr Manju Saini 4 Feb 2022 · 1 min read शीर्षक:अतीत मेरा शीर्षक:अतीत मेरा मैं जैसे... रख देती हूं फिर से उठाकर तुम्हारे अनमोल अहसास अतीत की दहलीज पर, मैंने देखा है.. तुम में स्ययं को तुम्हारी आंखों मे स्ययं का विलय... Hindi · कविता 145 Share Dr Manju Saini 4 Feb 2022 · 1 min read शीर्षक:भीतर के जज्बात शीर्षक:भीतर के जज्बात भीतर कहीं मेरे गहरी टूटन हैं पर होंठो पर मैं मुस्कान लिए हर समय आप सभी के सामने बिखेरती रहती हूँ प्यारी सी मुस्कुराहट ये झूठा मुस्कुराना... Hindi · कविता 1 305 Share Dr Manju Saini 3 Feb 2022 · 1 min read शीर्षक:मेरे देश की शान सुभाष तुम प्रेरणा मेरी,मेरे देश की हो शान सुभाष चंद्र बोस हैं तुम्हारा नाम तुममें भरा देश प्रेम की प्रेरणा का सार आजादी के लिए तुमने किये सभी त्याग, संघर्ष और... Hindi · कविता 287 Share Dr Manju Saini 3 Feb 2022 · 1 min read शीर्षक:मेरे अंतस्तल में चुपचाप क्योंकी मोहताज नही इश्क मेरा तुम बसे जो हो मेरी रूह में मेरी अनंत तल तक जज्बातो में मेरे!! चुपचाप यादों में बसे हो सम्मुख खड़े हो जैसे मेरे... Hindi · कविता 166 Share Dr Manju Saini 3 Feb 2022 · 1 min read शीर्षक: मैं वोट हूँ शीर्षक:मैं वोट हूँ मैं आपकी वोट हूँ आज अपने जज्बात खोल रही हूँ मन ही मन मैं रो भी रही हूँ मैं वोट हूँ आपके लोकतंत्र की आन बान शान... Hindi · कविता 187 Share Dr Manju Saini 13 Jan 2022 · 2 min read मैं हूँ वो पतंग मैं हूँ वो पतंग… जो उड़ती फिरती मस्त सी... वो भी बेखबर सी उड़ती गई पतंग सी ढील मिलती गई ऊंचाई छूती गई उसे भी मालूम कि दायरें हैं उसके... Hindi · कविता 1 371 Share Dr Manju Saini 12 Jan 2022 · 1 min read मेरी माँ मेरी माँ ********* तुम्हारे सान्निध्य को तरसती आज भी बिलखती फिर स्वंय ही स्वंय को समझाती भी तुम्हारी ममता की छाँव में बेखबर सी थी मैं प्रेम से सिंचित पुष्प... Hindi · कविता 189 Share Dr Manju Saini 16 Dec 2021 · 1 min read पापा की पुण्यतिथी आज पापा की २८ वी पुण्य तिथि पर आपके यूँ अचानक छोड़ कर चले जाना घाव कितना गहरा होगा शायद आपको अहसास भी नही होगा मैं चीखती रही यादे घाव... Hindi · कविता 1 2 346 Share Dr Manju Saini 15 Dec 2021 · 1 min read शीर्षक:गुच्छा चाबी का एक चाबी के गुच्छे से जोड़ती घर परिवार आभूषण सा लिए घूमती उसको अपने संग लगा ढुङ्गे पर इठलाती कर सोलह श्रंगार तभी तो कहलाती घर की लक्ष्मी घर मे... Hindi · कविता 2 2 519 Share Dr Manju Saini 11 Dec 2021 · 1 min read ए मेरे मन न जाने क्यों मेरी सोच सिर्फ तुम तक क्यो अटक कर रह गई हर पल सोचना सिर्फ तुमको ही और तुम्हें सोच कर फिर बस रह जाना बस तुम तक... Hindi · कविता 1 182 Share Dr Manju Saini 3 Dec 2021 · 1 min read अथाह शीर्षक:अथाह मुझे नही पता कि मैं भी हूँ या नहीं पर मेरे पास तुम सदा के लिए हो मैं तुम से प्रेम करती रही... औऱ वो भी बिल्कुल साफ और... Hindi · कविता 357 Share Dr Manju Saini 3 Dec 2021 · 2 min read माँ का स्नेह शीर्षक:माँ का स्नेह ये तस्वीर और माँ का अप्रितम स्नेह याद आता हैं वो गुजरा जमाना…. माँ के असीम स्नेह को सार्थक करती ये तस्वीर वो माँ का सर्दी आने... Hindi · कविता 498 Share Dr Manju Saini 2 Dec 2021 · 1 min read शीर्षक:नाते विषय:नाते मेरे द्वारा आधुनिक रिश्ते की पुकार पढियेगा मेरी रचना के माध्यम से ऐ मेरे मोबाईल सदा साथ मेरा देना तुम तुम से मेरा नाता गहरा तुम बिन ना कोई... Hindi · कविता 1 177 Share Dr Manju Saini 27 Nov 2021 · 1 min read साथ साथ ही.. शीर्षक:साथ साथ ही... आओ सर्दी की ये सुबह , जी भर के जी लें साथ साथ आ दोस्त एक कप चाय , बैठ साथ-साथ ही पी ले। साथ साथ ही...... Hindi · कविता 1 1 465 Share Dr Manju Saini 21 Nov 2021 · 1 min read सफर विषय:सफर ए जिंदगी क्या करूँ शिकवा क्या करूँ शिकायत तुझे जीते जीते तो प्रश्नों की बाढ़ हैं मन मे घुमड़ते प्रश्नों का क्या जवाब हैं लगता हैं तुझे ढोये चले... Hindi · कविता 151 Share Dr Manju Saini 18 Nov 2021 · 1 min read कार्तिक पूर्णिमा शीर्षक:कार्तिक पूर्णिमा कार्तिक पूर्णिमा यानि गंगा स्नान आओ चले गंगा के घाट मिलकर करे माँ गंगा अभिनंदन हाथ बढ़ाओ दीप जलाओ मिलकर उसको जल में कर अर्पण अपने-अपने फूल... Hindi · कविता 1 226 Share Dr Manju Saini 18 Nov 2021 · 1 min read संग संग संग संग आ निहारे करीब से अपलक .. अधखुली सी आंखों से सपने.. स्वप्निल,अनुपम सी सौगात लिए यादे.. सुनहरी सतरंगी,अद्भुत सी करीबियों की बुदबुदाहट.. दूर तक फैले व्योम में टिमटिमाते... Hindi · कविता 1 212 Share Dr Manju Saini 18 Nov 2021 · 1 min read इश्क पोस्ट:१ इश्क़.. मृगतृष्णा तैरना नही.. डूब जाना पूर्ण नही.. अपूर्ण होना जीना नही.. जी कर मरा होना इश्क.. पार नही होना रह जाना बीच में ही.. एकाकी से नितांत एकाकी... Hindi · कविता 301 Share Dr Manju Saini 17 Nov 2021 · 2 min read रुपहली दीप्ति रुपहली दीप्ति हाँ मैंने देखा है सुदूर एक प्रकाशपुंज उस पुंज की दीप्ति हाँ मैंने देखा है सुदूर एक प्रकाशपुंज उस पुंज की दीप्ति आलोकित सी प्रकाशित सी मैंने देखा... Hindi · कविता 339 Share Dr Manju Saini 14 Nov 2021 · 1 min read खुशियाँ विषय:खुशियाँ आओ मिलकर दिवाली की सजावट की जाए सड़क पर बैठे दिए वाले के दिये लेकर खुशियां सजाए। चलो आओ मिलकर दीप जलाते है भाईचारे ओर मोहव्बत को बढाते हैं।... Hindi · कविता 466 Share Dr Manju Saini 14 Nov 2021 · 1 min read छठ मैय्या नहाए खाये आज किये पूर्ण सब बड़े ही भाव से किया वंदन मैया का लुप्त नहीं होने देंगे,वर्षों की अपनी रीतियाँ छठ मैय्या को भाव से किया आज नहाए की... Hindi · कविता 299 Share Dr Manju Saini 14 Nov 2021 · 1 min read अनादर विषय:अनादर वो एक विधाता सब का है चाहे मानो किसी रूप में तुम उसके सामने कुछ चाल नही चलती कोई चाल नही, जिसे तुम चल जाओगे वो ही तो भाग्य... Hindi · कविता 317 Share Dr Manju Saini 14 Nov 2021 · 1 min read देवउठनी एकादशी देवउठनी एकादशी "देवउठनी एकादशी का शुभ दिन आया आज देवउठनी एकादशी के दिन करके स्नान सभी भगवान विष्णु के साथ मां लक्ष्मी को याद कर सभी विधिवत पूजा मिलकर परिवार... Hindi · कविता 253 Share Dr Manju Saini 14 Nov 2021 · 1 min read बालदिवस ??बालदिवस की हार्दिक शुभकामनाएं?? बाल-दिवस है आज पर हुआ अचानक रविवार आओ खेलें मिलकर खेल पर नही जाना स्कूल जगह-जगह पर मची हुई खुशियों की मस्ती की धूम जन्मदिन चाचा... Hindi · कविता 499 Share Dr Manju Saini 14 Nov 2021 · 1 min read गुंजाइश गुंजाइश हैरान हूँ मैं, न जाने कहां खोई गई इंसानियत सभी की संवेदना? आहत आज एक दूसरे से सभी आखिर क्यों वेदनाओं को आहत किया सभी ने सभी की क्या... Hindi · कविता 157 Share Dr Manju Saini 24 Oct 2021 · 1 min read सब तेरे नाम का हैं सजना… सिंदूर बिन श्रंगार अधूरा हैं सबका मेरे पैरों में खनकती पायल माथे पर चमकती लाल बिंदिया हाथों में चूड़ी व खनकता कंगना सब तेरे नाम का है सजना.. सिंदूर बिन... Hindi · कविता 351 Share Dr Manju Saini 22 Oct 2021 · 2 min read मेरे शहर में बस यूँ ही*** मेरे शहर में बस यूँ ही*** नफरत की आग में आज ख़त्म होते जा रहे हैं सब रिश्ते नाते उन बस्तियों,घरों को जला दिया,उजाड़ दिया उन्होंने, जहां हम वर्षों से... Hindi · कविता 269 Share Dr Manju Saini 21 Oct 2021 · 1 min read बेटी ही क्यो बेटी ही क्यों? **************** अब तो बेटी करे पुकार आखिर कब तक बोलो सरकार..? आज फिर एक बेटी हो गई हैवानियत का शिकार क्या कर रहा है समाज? क्यों गूंगा... Hindi · कविता 3 4 258 Share Previous Page 3 Next