Kavita Chouhan 232 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next Kavita Chouhan 14 Feb 2023 · 1 min read दिल की बातें.... दिल की बातें...... दिल तुम्हारा होना चाहता कैसा अनोखा रिश्ता हमारा हरपल तुम्हारी याद दिलाता बिन तेरे अब कहीं ना रहना दिल की बातें आज कहना बगिया की इक बहार... Hindi · कविता · कविता-हिन्दी 331 Share Kavita Chouhan 4 Feb 2023 · 1 min read जीवन एक गुलदस्ता ..... (मुक्तक) जीवन एक गुलदस्ता ..... (मुक्तक) जीवन एक गुलदस्ता फूलों भरा गुलाब,चमेली,जसवंती सजी हर फूल महकता भीनी खुशबू लिए । कभी फूल महकते इसमें अपार काँटे चुभते कभी गहरे बार बार... Hindi · कविता · मुक्तक 744 Share Kavita Chouhan 27 Jan 2023 · 1 min read कौन हूँ कौन हूँ...... बतलाओ मैं कौन हूँ काली घटाओं सी बरसती बूँदों सी या बेबस मौन हूँ। इक अटल शीला या सुमन सी कोमल हूँ हरपल खिलखिलाती यूँ चंचल हिरनी सी... Hindi · कविता 1 235 Share Kavita Chouhan 12 Jan 2023 · 1 min read युवा शक्ति युवा शक्ति...... युवा शक्ति इक भीतर जगाओ कर्तव्य पथ पर बढ़ते जाओ नस- नस में उर्जा को बहने दो नभ में रवि सा प्रकाश भरो दहाड़ सिंह सी गर्जना करो... Hindi · कविता · राष्ट्रीय युवा दिवस विशेष 577 Share Kavita Chouhan 8 Jan 2023 · 1 min read बदला सा...... बदला सा ..... बदला सा है जीवन मेरा सुनहरा स्वप्न या कल्पना अलेश पतझड़ सा मौसम निर्जल,बेमजा सा बन गया है बसन्त बिखरा सा कोना कोना सजा आज करीने से... Hindi · कविता · प्रेम 272 Share Kavita Chouhan 31 Dec 2022 · 1 min read नूतन वर्ष की नई सुबह नूतन वर्ष की नई सुबह.... नूतन वर्ष की नई सुबह हो उगता हुआ सूरज नया सा सर्व दिशाएँ आलोकित हो होकर विदा तिमिर हर पथ से नव प्रभात का आगमन... Hindi · कविता · नववर्ष 180 Share Kavita Chouhan 21 Dec 2022 · 1 min read आ जाते जो एक बार आ जाते जो एक बार....... आ जाते जो एक बार आनंदित सा हो मन मिट जाते अवसाद आ जाते जो एक बार परे निर्बल मरुस्थल स्नेह का गहरा सागर वो... Hindi · कविता · घनाक्षरी · विरह गीत 1 299 Share Kavita Chouhan 8 Dec 2022 · 1 min read मेरे हृदय में तुम मेरे हदय में तुम मेरी हर साँस में नित इक मधुर संगीत आनंद अपरिचित नसों में रूधिर बन अविरल सा बहता प्रेम शीतल मृदुल गूँजता उर में इक कर्णप्रिय वो... Hindi · Humour · प्रेम 2 197 Share Kavita Chouhan 27 Nov 2022 · 1 min read दुल्हन दुल्हन .... सजसँवर गई दुल्हन प्यारी बज रहे ओर ढोल नगाड़े बन्ना बन्नी गीत सब गाएं मईया खड़ी देखे जाए सखियाँ देख तुझको मुस्काये बचपन की यादें आएगी घड़ियाँ ये... Hindi · कविता · बेटी-की-विदाई 1 1 309 Share Kavita Chouhan 20 Nov 2022 · 1 min read खुद को पुनः बनाना खुद को पुनः बनाना ! बिखर गया जो कतरा-कतरा उसको फिर से आज सजाना ! फेक दिया जो टुकड़े करके उसे जोड़कर फिर अपनाना ! बचपन मे जैसे फूलों को... Hindi · Hindi Kavita · Poem 3 4 199 Share Kavita Chouhan 7 Nov 2022 · 1 min read लौट आये पिता देखा एक अनोखा सपना पाई वो सुखद छाया सी घर आँगन के हर कोने में अपनों के संग दिखलाये पिता आभास था कितना सुखद वो फिर से घर लौट आये... Hindi · कविता · चौपाई · पिता 1 264 Share Kavita Chouhan 5 Nov 2022 · 1 min read नगर से दूर...... नगर से दूर गाँव में छोटी बस्ती सी एक हरे भरे खेतों के समीप सुखद आराम सुगंध भरी वायु बहती मंत्रमुग्ध कर रंग बिरंगे परिदृश्य में नयनाभिराम टूटे फूटे खपरैल... Hindi · कविता · कविता-हिन्दी · घनाक्षरी · हिन्दी कविता 1 3 237 Share Kavita Chouhan 31 Oct 2022 · 1 min read आओगे मेरे द्वार कभी आओगे मेरे द्वार कभी..... आओगे मेरे द्वार कभी दंभ देहरी पर झटक आना रख देना गुस्सा बाहर ही निर्मल मन ले भीतर आना मंदिरों सा पावन मन मेरा सजा थाल... Hindi · कविता · चौपाई 162 Share Kavita Chouhan 28 Oct 2022 · 1 min read छठ है आया छठ है आया नमन सूर्य को कर दिनकर को अर्घ्य चढ़ाया , सहस्त्रों किरणें चमकाकर रवि फिर उजला दिखलाया करके तैयारी ढेर सारी खीर, और पकवान बनाया चार दिनों का... Hindi · Hindi Poetry · कविता 1 230 Share Kavita Chouhan 23 Oct 2022 · 1 min read ऐसी दीपावली मनाएँ..…. ऐसी दीपावली मनाएँ अंधकार फिर दूर हो जाए ईर्ष्या, द्वेष,निराशा से परे प्रेम,उल्लास से ये मन भरे तमस,अत्याचारों व दुखों से दूर प्रखर दीप्ति शुभारम्भ हो दीपक मन के भीतर... Hindi · Hindi Poetry · कविता · चौपाई 1 2 203 Share Kavita Chouhan 19 Oct 2022 · 1 min read घोर अंधेरा ................ घोर अंधेरा ................ हुआ विदा सन्नाटा अब कालापन नहीं दिखायेगा , फिर से आकर घोर अँधेरा हमको नहीं डरायेगा ! नया उजाला पाकर वो सूनेपन में छुप जायेगा , दुख... Hindi · Hindi Poetry · Kavita 1 301 Share Kavita Chouhan 9 Oct 2022 · 1 min read मैं तुमसे प्रेम करती हूँ मैं तुमसे प्रेम करती हूँ मैं तुमसे प्रेम करती हूँ तुम्हारे लिये सँवरती हूँ प्रियतम मेरी श्वास तुम्हारे लिये सपने नित नये बुनती हूँ न आता नजर तुम्हारे सिवा दिल... Hindi · कविता 6 253 Share Kavita Chouhan 5 Oct 2022 · 1 min read सबके मन मे राम हो जब सत्य प्रकाशमय हो अंधकार पर लगा विराम हो द्वेष ,जलन ,ईर्ष्या से परे सब मन मे प्रेम ,स्नेह भरा हो उँच नीच भेदभाव भुलाकर सबके लिये सदभाव हो झूठ... Hindi · कविता · दशहरा कविता 3 2 225 Share Kavita Chouhan 26 Sep 2022 · 1 min read माँ आई शेर पे सवार माँ आई नवरात्रि की सबको बधाई सज गये सब घर और द्वारे जय कारा दे माँ को पुकारे माता के नौ रूप निराले कितने पावन भोले भाले... Hindi · कविता · हिन्दी कविता 346 Share Kavita Chouhan 21 Sep 2022 · 1 min read नभ में था वो एक सितारा नभ में था वो एक सितारा लगता था हम सबको प्यारा चमचमाके सबको हँसाता सामने वो जब भी आता ऊर्जा नई सबको दे जाता दुःख दर्द अपना भूल जाते संताप... Hindi · Kavita · Raju Shrivastav · Tribute Poem 299 Share Kavita Chouhan 20 Sep 2022 · 1 min read अनमोल है स्वतंत्रता अनमोल है स्वतंत्रता ............................ हो प्रफुल्लित या स्वतंत्र हो ! पराधीनता मृत्यु तुल्य है क्या स्वछंद हो ? सांसें पहरे के बन्धन में रोआँ तक है कर्ज में डूबा ,... Hindi · Poetry · हिन्दी कविता 1 389 Share Kavita Chouhan 10 Sep 2022 · 1 min read आओ पितरों का स्मरण करें आओ पितरों का स्मरण करें विदा हुए जो इस संसार से देकर स्नेह आशीष हमें उनके लिए तर्पण करें न आएंगे लौट फिर कभी वे देते थे जो पोषण दुलार... Hindi · Hindi Poem · Poem · Poetry · कविता · हिंदी कविताएं 587 Share Kavita Chouhan 31 Aug 2022 · 1 min read गणेश है हम सबके प्यारे गणेश है हम सबके प्यारे आज है जन्मदिन उनका पधारें है वे द्वार हमारे भोली सूरत नयन मतवारे शिव गौरा के पुत्र कहलाते मोदक है उनको बहुत भाते देवों में... Hindi · Hindi Poem · कविता · गणेश चतुर्थी 235 Share Kavita Chouhan 19 Aug 2022 · 1 min read नंद के घर आयो लाल नंद के घर आयो लाल जननी थी देवकी और वासुदेव की संतान निकल पड़े वासुदेव धरकर इक टोकरी में सौंपने नंद को बालगोपाल मुखड़े पर थी इक प्यारी मुस्कान दिखा... Hindi · Poetry · कविता 276 Share Kavita Chouhan 17 Aug 2022 · 1 min read अनाथ अनाथ कल रात माँ सपने में आई देखा उनींदी आँखों से इक सुंदर लोरी उसने सुनाई देकर थपकियाँ प्यार से पास मेरी वो बैठी दिखलाई गोद में रखकर सिर मेरा... Hindi · Poem · कविता 1 721 Share Kavita Chouhan 7 Aug 2022 · 1 min read वही मित्र है जो सबसे निराला और विचित्र है ,वही मित्र है कभी अल्हड़ तो कभी संजीदा बनकर, हंसी खेल में तरकीब नई दिखा जाते निराश चेहरों पर मुस्कान नई ले आते ऐसे... Hindi · Friendshipday Poem · Kavita 295 Share Kavita Chouhan 3 Aug 2022 · 1 min read जीवन के आधार पिता जीवन के आधार पिता ............................. पिता धरोहर ,जीवन के आधार पिता जीवन रूपी नैया के पतवार पिता ! तपती धर पर हैं शीतल जलधार पिता , कर्तव्यों को सदा निभाता... Hindi · कविता · पिता 1 336 Share Kavita Chouhan 2 Aug 2022 · 1 min read देह मिलन देह मिलन क्या शाश्वत प्रेम ? सहमी इच्छाओं को जगाता हो निश्छल झरनें सा बहता खीचता प्रेम आलिंगन हो स्वच्छन्द सा क्षणिक बन्धन बिलख रहा भीतर अंतर्द्वंद इक दूजे के... Hindi · Hindi Poem · Love · कविता 2 1k Share Kavita Chouhan 19 Jul 2022 · 1 min read चल रहा वो चल रहा वो निडर होकर भागता सरपट सड़क पर एक पल रुकता नहीं वो है न रंजिश और दहशत है उठा अरुणाभ मस्तक ! देखता चिरकाल परिवर्तन मगर रुकता नहीं... Hindi · कविता 2 4 291 Share Kavita Chouhan 8 Jul 2022 · 1 min read वो चुप सी दीवारें वो चुप सी दीवारें .......................... वह चुप सी दीवारें उदास खिड़कियाँ वो बंद दरवाजे वो शोर मचाती हुई घड़ी की सुइयाँ वो घर का सूनापन वह बेबस चिमनियाँ ! वो... Hindi · Life · कविता 1 2 191 Share Kavita Chouhan 8 Jul 2022 · 1 min read कैसी तेरी खुदगर्जी है कैसी तेरी खुदगर्जी है , कहते सब उसकी मर्जी है ! भटक गया राहों से अपने कैसे लौट सकेगा , यहां घरों पर नाम , पता , ना तख्ती है... Hindi · Motivational · कविता 775 Share Kavita Chouhan 16 Mar 2022 · 1 min read इक लड़का वो चुप सा बैठा इक लड़का डूबे से सब अपनी बातों कहानियों में किसी से कुछ न कहता अनमना सा दिखता इक लड़का खोया है कुछ बीती बातों में अनाम... Hindi · कविता 1 225 Share Kavita Chouhan 21 Feb 2022 · 1 min read दिल लगाऊं कहां दिल लगाऊं कहां ये दिल तो तेरा हो गया ,अब दिल लगाऊं कहां बस तेरा ख्याल ही इस दिल में बसा ,अब इसे मैं समझाऊं कहां हर वक्त रहता है... Hindi · कविता 1 429 Share Kavita Chouhan 12 Feb 2022 · 1 min read एक मीठी नींद इक मीठी नींद इक ऐसी मीठी नींद आएगी सुख और शान्ति दे जाएगी। न कोई रंज होगा सारी परेशानी पीछे छूट जाएगी। दे जायेगी थपकियाँ प्यार से अपना सारा फिर... Hindi · कविता 1k Share Kavita Chouhan 5 Feb 2022 · 1 min read बसंत ऋतु खिल रही है फूल की हर डाली महक उठी आज बगिया सारी पीले फूलों ने भी न्यारी रंगत पाई पत्ते पत्ते बिखरे पड़े है राहों में देखो वन उपवन में... Hindi · कविता 503 Share Kavita Chouhan 31 Jan 2022 · 1 min read बाबूजी बाबूजी घर की बुनियादें ,घर की एक नींव थे बाबूजी कुछ नही कहते न कभी ज्यादा हंसते चुप ही रहे बाबूजी माँ का गुस्सा,हंसी ओर खनक थे बाबूजी।। हमेशा काम... Hindi · कविता 1 550 Share Kavita Chouhan 30 Jan 2022 · 1 min read संत था वो एक महान संत था वो एक महान दिया जिसने देश की खातिर बलिदान चलता था लाठी को ले पहनकर धोती बुनता चरखे से वस्त्रों को एक साथ करके आंदोलन ढेर सारे बचाया... Hindi · कविता 2 212 Share Kavita Chouhan 24 Jan 2022 · 1 min read इक दीवाना था इक दीवाना था वो हर गली हर डगर उसे ही ढूंढता था हो जाये जो एक पल के लिए नज़रों से ओझल बेचैन हो दौड़ पड़ता था सबसे जुदा सबसे... Hindi · कविता 297 Share Kavita Chouhan 22 Jan 2022 · 1 min read युवा युवा शक्ति है नव ऊर्जा है युवा सामर्थ्य है तरंग है युवा राष्ट्र की नींव रखते है युवा करके सही दिशा का आकलन विकास कर रहा हर युवा। कभी एक... Hindi · कविता 204 Share Kavita Chouhan 21 Jan 2022 · 1 min read आज फिर उसकी याद आ गई आज फिर उसकी याद आ गई देकर वास्ता हमे फिर रुला गई इक वो ही तो थी जो मन को भा गई। भटक रही थी जिंदगानी अंधेरी रातों में बातें... Hindi · कविता 245 Share Kavita Chouhan 19 Jan 2022 · 1 min read राणा के जयकारों से चप्पा चप्पा गूंज उठा राणा के जयकारों से मुग़लों को मार गिराया तीखे हथियारों से। राजस्थान में जन्मा एक शेर जो था मेवाड़ के गलियारों से। हल्दी घाटी भी रंग... Hindi · कविता 1 268 Share Kavita Chouhan 15 Jan 2022 · 1 min read अब तेरी हो जाऊंगी पाकर प्यार तेरा अब तेरी हो जाऊंगी खाकर कसम कहती हूं ,अब तुझ बिन ना रह पाऊंगी। होगा चाहे लाख दुश्मन जमाना फिर भी यह जिंदगी तुझ संग बिताऊंगी ।... Hindi · कविता 2 494 Share Kavita Chouhan 11 Jan 2022 · 1 min read ---ए दिल--- ए दिल तू भी कभी मुस्कुरा दिया कर न ऐसे यूं रूठ जाया कर बैठ कर यूं हताश उदास क्या होगा कोई तो अपना होगा जो तुझसे जुड़ा होगा अपनी... Hindi · कविता 2 4 418 Share Kavita Chouhan 5 Jan 2022 · 1 min read मैं जीना चाहती हूँ मैं जीना चाहती हूं। परिन्दों सी उड़ना चाहती हूं। अपने पंखों की उड़ान से गगन को मापना चाहती हूं चिडियों सी चहकना चाहती हूं। संगीत की धुन पर थिरकना चाहती... Hindi · कविता 763 Share Kavita Chouhan 3 Jan 2022 · 1 min read बोलो न क्या लिखूं बोलो न क्या लिखूं शेरों शायरी कविता लिखूं या फिर अपने जज़्बात लिखूं। तुम्हारी आँखों को मयखाना या होठों को शराब लिखूं। तुमको मीठी ग़ज़ल या जरूरी सी कोई बात... Hindi · कविता 1 1k Share Kavita Chouhan 25 Dec 2021 · 1 min read सांता तुम अब जल्दी आना सांता तुम अब जल्दी आना जोर से बेल बजाना सजाकर क्रिसमस ट्री फिर क्रिसमस मनाएंगे हम जिंगल भी गाएंगे बहोत सारे गिफ्ट लाना उसमे खुशी,प्रेम,दया करुणा,शांति,सहायता,सब अलग अलग डिब्बों भरकर... Hindi · कविता 1 2 339 Share Kavita Chouhan 23 Dec 2021 · 1 min read दिल कहता है दिल कहता है तुझे कुछ कह जाऊं ,आजा कि मैं तुझ में आज समा जाऊं । आज तनहा है शाम मेरी , तेरा हो जाऊं कि तेरा बन जाऊं। तुझ... Hindi · कविता 198 Share Kavita Chouhan 18 Dec 2021 · 1 min read मेरा प्यार तुम हो मेरा प्यार तुम हो मेरा प्यार तुम हो ,पूछे जो कोई मुझसे मेरे दिलदार तुम हो हर शब्द में मेरे तुम शामिल एक गीत एक झंकार तुम हो रोज नया... Hindi · कविता 454 Share Kavita Chouhan 4 Dec 2021 · 1 min read वो लड़की देखते देखते दिल ले गई वो लड़की कुछ कह पाता इससे पहले जाने कहाँ खो गई वो लड़की ढूंढ रहा हो के बेकरार सा थामे हुए दिल को अपने न... Hindi · कविता 1 2 521 Share Kavita Chouhan 27 Nov 2021 · 1 min read ------आ कहीं दूर चले-------- आ कहीं दूर चले सात समंदर दूर नगरी पार चलें आ कहीं दूर चले जहां प्यार हो , उठती लहरें सूरज की किरण दीदार करें आ कहीं दूर चले तेरी... Hindi · कविता 1 504 Share Previous Page 3 Next