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यही रात अंतिम यही रात भारी।
Kumar Kalhans
हवस का सूरज।
Kumar Kalhans
बस यूं ही कुछ हो गया था।
Kumar Kalhans
कलम ठहर न जाए देखो।
Kumar Kalhans
जब मेरी नज़र से देखोगे तब मेरी दहर को समझोगे।
Kumar Kalhans
गीत नया गाता हूं।
Kumar Kalhans
जोर जवानी चुटकी में।
Kumar Kalhans
राह चलने से ही कटती है चला करते हैं।
Kumar Kalhans
घन घटाओं के जैसा कोई मीत हो।
Kumar Kalhans
नदी
Kumar Kalhans
इक जीवन दो रूप हमारे।
Kumar Kalhans
बेहयाई हया का नया नाम है।
Kumar Kalhans
प्याला।
Kumar Kalhans
प्याला।
Kumar Kalhans
अंगवस्त्र
Kumar Kalhans
प्याला।
Kumar Kalhans
प्याला।
Kumar Kalhans
ज़हर
Kumar Kalhans
कहानी
Kumar Kalhans
मान लें।
Kumar Kalhans
पछतावा।
Kumar Kalhans
किसी ने पूजा मुझे अपना मुकद्दर समझा।
Kumar Kalhans
तेरी गुस्ताख निगाहों में हया देखी है।
Kumar Kalhans
नजरों से नजरें मिलाना आ गया।
Kumar Kalhans
कितनी बेचैनी है कितनी बेकरारी देखिए।
Kumar Kalhans
वसूली।
Kumar Kalhans
दो दोस्त।
Kumar Kalhans
खूब इस दुनियां में हमने है तमाशा देखा।
Kumar Kalhans
समय समय की बात है।
Kumar Kalhans
हम अपनी छोटी सी दुनियां के भगवान बने फिरते हैं।
Kumar Kalhans
तासीर है मेरी अच्छा भी हूं बुरा हूं।
Kumar Kalhans
मुझको मुस्काने का हक है।
Kumar Kalhans
नेता जी का जूता।
Kumar Kalhans
निर्ममता का नाम जगत है।
Kumar Kalhans
बेरुखी के पल टहलते जर्द हर अहसास है।
Kumar Kalhans
जैसी भी वैसी ही बनी रहना।
Kumar Kalhans
हो जाओ होशियार फिर मक्कार आ गए।
Kumar Kalhans
कोई शौक नहीं मेरी ज़रूरत है शायरी।
Kumar Kalhans
आकर नहीं जाते हैं ये मेहमान कसम से।
Kumar Kalhans
आप सहलाओगे तो सो जायेगा।
Kumar Kalhans
महबूब मेरा करता है कोई खता नहीं।
Kumar Kalhans
सुंकू वह चीज है हर पल जिसे हम पा नहीं सकते।
Kumar Kalhans
सच कहता हूं मैंने मेले देखे हैं।
Kumar Kalhans
जो मुझे तुमसे मिला है मैं वही लौटा रहा हूं।
Kumar Kalhans
रंग तुम जिस रोज छू लोगी कहर बरपाओगी।
Kumar Kalhans
अर्द्ध रात्रि अंधकार में हुआ।
Kumar Kalhans
सब्र का इम्तेहान लेते हो।
Kumar Kalhans
मुझे प्रेम और पूजा में कुछ अंतर नहीं दिखाई पड़ता।
Kumar Kalhans
मैं जब भी चाहूंगा आज़ाद हो जाऊंगा ये सच है।
Kumar Kalhans
जाने क्यों उससे ही अदावत थी।
Kumar Kalhans