DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE Tag: कविता 88 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 8 Aug 2021 · 1 min read एक आदिवासी- आनंदश्री एक आदिवासी एक आदिवासी लड़ रहा है जल जंगल जमीन, और अपने अस्तित्व को बचाने अपने अस्मिता को बचाने प्रकृति की गोद मे रहकर लाठी और पुराने नुस्खों से एक... Hindi · कविता 1 414 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 7 Aug 2021 · 1 min read नीरज का भाला नीरज का भाला नीरज आपके भाले ने कमाल कर दिया उम्मीद के दिये को सुरज में बदल दिया लंबी दौड़, एक भाला इतिहास से भर दिया करोड़ो के दिलो में... Hindi · कविता 2 364 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 5 Aug 2021 · 1 min read सुबह का भुला सुबह का भुला सुबह का भूल को भुला दे नई शुरुवात कर दे नए विश्वास से नया जीवन बना दे बार बार वही सोच को नए विचार में बदल दे... Hindi · कविता 1 429 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 4 Aug 2021 · 1 min read सफलता ऐसे नही मिलती रोज नई सोच से खुद को गढना होता है नए विश्वास से सींचना होता है आपा धापी मे भी खुद को खोजना होता है समय के साथ चलना होता है... Hindi · कविता 2 2 271 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 3 Aug 2021 · 1 min read बस लक्ष्य बना क्यों बेकार में उलझा है अपनी शक्तिको याद कर सांसो को भर के पंख पसार बुद्धि को खोल कर नया विश्वास भर आसमान जमीं को एक कर दर्द में भी... Hindi · कविता · बाल कविता 501 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 3 Aug 2021 · 1 min read आज एक फैसला कर आज एक फैसला कर अभी रात काली है तू सुबह का इंतज़ार कर बाहर कोरोना का कहर है तू घर में ही बैठा कर जाना है बहुत दूर तुमको रुक... Hindi · कविता 1 188 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 3 Aug 2021 · 1 min read । माँ- हर सांस उसका उधार हैं । । माँ- हर सांस उसका उधार हैं । माँ अस्तित्व है प्रकृति की गोद है जंहा शब्द नही सिर्फ अनुभव है माँ भाग्य वरदान है, जन्नत का सुकून है प्रेम... Hindi · कविता 1 1 215 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 3 Aug 2021 · 1 min read संकट उपहार है संकट उपहार है जो जागा है वह समझेगा बात मेरी मानेगा संकट अवसर का उपहार है संकट के ही बॉक्स में अवसर का गिफ्ट है हल, फल, सीढ़ी है आगे... Hindi · कविता · बाल कविता 223 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 3 Aug 2021 · 1 min read आसमान मुट्ठी में होगा उड़े पतंग आसमान में डोर हमारे हाथ में है सर सर करती हवाओ में एक नयी आस है मै भी उड़ना चाहूँ गगन में पंख फैलाये सपनो के आसमान से... Hindi · कविता · बाल कविता 225 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 3 Aug 2021 · 1 min read यह समय भी गुज़र जाएगा यह समय भी गुज़र जाएगा यह समय भी गुजर जाएगा वक्त का परिंदा नया सूरज लाएगा थक कर हार न जाना जाना बहुत दूर तुमको चलते चलते एक दिन चमकता... Hindi · कविता 1 182 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 3 Aug 2021 · 1 min read आज दर्द है, लेकिन रुकना नही आज दर्द है, लेकिन रुकना नही क्योंकि दर्द कल भी आएगा तैयारी कर, मोर्चा बांध क्योंकि दर्द कल भी आएगा यह बस्ती है, हस्तियों की क्यो अपने आप को छोटा... Hindi · कविता 1 256 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 19 May 2021 · 1 min read यह तेरी ख़ोज है नए जीवन की शुरुवात है कुछ छूट गया कुछ बाकी कुछ अपने तो, कुछ पराये बने यह तेरी ही ख़ोज है मंजिल हरियाली है पत्थरीले रास्ते है शरीर लथपथ है... Hindi · कविता 1 288 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 26 Apr 2021 · 1 min read ।। जरूरी है ।। ऐसी क्या मजबूरी है जो जिंदगी से ज्यादा जरूरी है क्या घर से निकलना बहुत जरूरी है ? मास्क और हाथ-धोना, सोशल दूरी ही तो जरुरी है घर मे ही... Hindi · कविता 1 392 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 2 Mar 2021 · 3 min read हम कहां जा रहे हैं- आनंदश्री हम कहां जा रहे हैं- आनंदश्री विवेकबुद्धि को जगाने का नायाब तरीका हम कहां जा रहे हैं, यह केवल सवाल नहीं जवाब भी है। जिस नजरिए से आप देखोगे उस... Hindi · कविता 298 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 16 Feb 2021 · 2 min read सूरज हूँ रमक छोड़ जाऊंगा , मिट भी गया तो चमक छोड़ जाऊंगा - राजू भाई कसौधन (राष्ट्रीय अध्यक्ष , अखिल भारतीय वैश्य कसौधन महासभा ट्रस्ट , रजि ) राजू भाई कसौधन यह नाम आज कसौधन बिरादरी में अछूता नहीं है , बिरादरी के बहुत ही काम लोग है जिन्होंने अपना परिचय केवल अपने स्थली तक सिमित न रखते... Hindi · कविता 1 312 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 4 Feb 2021 · 2 min read आप जो चाहते हो, उस पर ध्यान दो, न कि उस पर जो आप नही चाहते - आनंदश्री -अदृश्य का नियम काम करता है आप मानो या न मानो आप जो चाहते हो, उस पर ध्यान दो, न कि उस पर जो आप नही चाहते - आनंदश्री -अदृश्य का नियम काम करता है आप मानो या न मानो इसे... Hindi · कविता 3 2 224 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 3 Feb 2021 · 1 min read भाव एवं विचार ही हमारे जीवन का निर्माता हैः- आनन्द्श्री भाव एवं विचार ही हमारे जीवन का निर्माता हैः- आनन्द्श्री विश्व के तमाम मनोवैज्ञानिक साथ में आये और सभी मनोविद्वानों ने अपने खुद के अनुभव एवं विचार प्रकट करते हुए... Hindi · कविता 1 2 275 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 21 Jan 2021 · 3 min read सही सलाह के लिए तैयार रहे - आनंदश्री - जो हमेशा पूंछते है , वह मंजिल पर जल्दी पंहुचते है कोरोना जैसे मुश्किल दौर का सामना करते समय अनिश्चित विकल्पों का सामना करना पड़ रहा है ऐसे समय... Hindi · कविता 1 2 244 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 19 Jan 2021 · 2 min read हर परिस्थिति में अपने साथ खुश रहना सीखे , खुश रहने का पहला सूत्र यही है - आनंदश्री हर परिस्थिति में अपने साथ खुश रहना सीखे , खुश रहने का पहला सूत्र यही है - आनंदश्री - तुलना करना छोड़िये और इसी समय आप जैसे भी स्वयं को... Hindi · कविता 1 2 1k Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 14 Jan 2021 · 2 min read स्वयं को नए रूप में देखना शुरू करे - आनन्द्श्री " फेक इट एंड मेक इट " को अपनाये स्वयं को नए रूप में देखना शुरू करे - आनन्द्श्री " फेक इट एंड मेक इट " को अपनाये क्या आप विचारों में मजबूत और शक्ति शाली है ? या,... Hindi · कविता 3 2 327 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 12 Jan 2021 · 2 min read दुनिया आपको कुछ भी समझें, आपको पता होना चाहिए कि आप कौन हो - आनंदश्री दुनिया आपको कुछ भी समझें, आपको पता होना चाहिए कि आप कौन हो - आनंदश्री - जब ईश्वर साथ है तो कौन हमारे खिलाफ है कुछ फर्क नही पड़ता कार्ली... Hindi · कविता 3 3 448 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 18 Jul 2020 · 1 min read प्रकृति, योग, भारतीय संस्कृति, और कोरोना पर जीत- आनन्द्श्री प्रकृति, योग, भारतीय संस्कृति, और कोरोना पर जीत- आनन्द्श्री अवसाद और भयावह की इस माहौल में बहुत कुछ नकारात्मक हुआ। ऊपर से लॉक डाउन के कारण घूमने फिरने के आदी... Hindi · कविता 2 1 209 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 2 Jul 2020 · 1 min read संघर्ष की कहानी में संघर्ष की कहानी में यह वक्त संघर्ष का है रोज नए खबरों का है सहमी सहमी दुनिया में शांति को महसूस करने का है बैठ जाओ घर में तुम अपने... Hindi · कविता 3 418 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 27 Jun 2020 · 1 min read नया सहस नया सहस दृढ विश्वास को ह्रदय में भरकर साहस से नयी शुरुवात कर असंभव को संभव कर दिखला फिर से एक नयी शुरुवात कर जीवन पथ पर चलते चलते कितना... Hindi · कविता 1 1 368 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 26 Jun 2020 · 1 min read विशाल भारत विशाल भारत जीतेगा विशाल भारत कोरोना के इस काल में कोरोना पोसिटिव्ह ना रहे पर विचार हमेशा पोसिटिव्ह रहे मरीज नहीं हम, योद्धा है ईश्वर पर हमको श्रद्धा है आने... Hindi · कविता 1 2 422 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 11 May 2020 · 1 min read केनवास पर जिंदगी केनवास पर जिंदगी केनवास के खाली पन्ने में रंग भरते हुए लाल पीले हरे नीले कुछ काले काले रंग को चुनते चुनते भरे चले है चले चले है - आनंदश्री Hindi · कविता 1 240 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 11 May 2020 · 1 min read क़िताबे सोचता हूँ कभी किताबो के पन्ने में झाँक कर किताबे मौन में भी बहुत कुछ कहती है जिंदगी की सच्चाई बताती है आईने की तरह बस तुम उसे पढ़ते रहना... Hindi · कविता 1 1 209 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 11 May 2020 · 1 min read अक्षर अक्षर चुनता हूँ संभल संभल कर बस यही मेरी कहानी है बस यही मेरी जिंदगानी है यही शब्द मेरी कहानी बनेगी यही मेरी तक़दीर लिखेगी - आनंदश्री Hindi · कविता 1 340 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 11 May 2020 · 1 min read एक चुनौती एक चुनौती एक चुनौती है जिंदगी रोज पहेली है जिंदगी सोचो तो बहुत कुछ एक समंदर हैउ जिंदगी चलते चलते थक जाओ तो एक छाँव है जिंदगी प्रार्थना में चले... Hindi · कविता 1 235 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 11 Apr 2020 · 1 min read अपने विश्वास पर विश्वास करे अपने विश्वास पर विश्वास करे यह असंभव संभव है सब कुछ बड़ा हासिल करने के लिए होता है सोचता हूँ बड़ी उपलब्धि बड़ी सफलता में समानता क्या है कड़ी मेहनत,... Hindi · कविता 529 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 1 Apr 2020 · 1 min read लॉक डाउन अनिश्चित काल के इस माहौल में एक दूसरे का साथ निभाते है कुछ रिश्तों में जो जंग लगी थी उसको चमकदार बनाते हैं । लॉक डाउन के इस घड़ी में... Hindi · कविता 1 416 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 1 Apr 2020 · 1 min read खिल गई है धूप खिल गई है धूप रात कंखिल गई है धूप रात कंही गुम हो गई काले बादल अब सुबह में बदल गई आशा की बूंदे हर जगह बिखर गई जो चल... Hindi · कविता 216 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 23 Mar 2020 · 1 min read कोरोना की आत्मकथा कोरोना की आत्मकथा हां, मैं कोरोना हूँ मुकुटधारी कांटो भरा एक वायरस हूँ वुहान चीन में पैदा हुआ चमदागड मेरा जनक इंसान मेरा टारगेट है बड़ा घमंडी खूंखार, निर्दयी हूँ... Hindi · कविता 563 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 14 Mar 2019 · 1 min read छोड़ दो ख्वाहिशे है बहुत कुछ पाने की रोज नए नए बातो को भुलाने की बोझ बन जाती है जिंदगी जब बहुत कुछ रखा जाता है मन मस्तिष्क के पटल पर अपने... Hindi · कविता 1 551 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 14 Mar 2019 · 1 min read याद करना यह एहसासो की बात है शब्दों में ना अटकना बस भावनाओं में खो जाना पा लेगा हर वह चीज जिस जिस का एहसास है तुझे बस रोज उसे याद करना... Hindi · कविता 1 490 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 14 Mar 2019 · 1 min read बस तू शुरुवात कर सूरज भी हारेगा तेरी रोशनी से आभा प्रतिभा से तेरी बस तू शुरुवात कर नया कदम उठा जो सीखा अब तक उसे उपयोग में ला कुछ नया कर कुछ नया... Hindi · कविता 1 281 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 13 Mar 2019 · 1 min read अटल विश्वास आज अभी की बात करें कल किसने देखा है कुछ दूर चल कर आये है कुछ दूर चलना बाकी है मंजिल आज कल मिल जायेगी मन में अटल विश्वास रखो... Hindi · कविता 463 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 12 Mar 2019 · 1 min read एक प्रेम का दिया जलाये अंधकार से रोशनी की ओर चले एक प्रेम का दिया जलाये अपने आस पास का माहौल चमकाए उसे अपने आभा के ईत्तर से महकाये एक प्रेम का दिया जलाये आनंदश्री Hindi · कविता 1 441 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 12 Mar 2019 · 1 min read मन के आँखों से ... अंधे बन कर मत जीना मन के आँखों से दुनिया देखना पा लेगा हर जंहा को आसमान छू लेगा बस तुम आँखे खोल कर जीना बस तुम आँखे खोल कर... Hindi · कविता 1 255 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 12 Mar 2019 · 1 min read जहां चाह, वंहा राह है .. जहां चाह है वंहा राह है बस अपनी चाह को पहचानो फिर लगा दो जी जान को आगे बढ़ो सामना करो अपने डर को फिर देखो आश्चर्य से अपने आप... Hindi · कविता 1 358 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 12 Mar 2019 · 1 min read प्रतिबिम्ब आईने के इस शहर में हर चेहरा अपना सा लगता हैं मैं रूखा रूखा तो सब रूखे रूखे मैं खुशियों का सागर तो सब मौजी लहरें सी लगती है मैं... Hindi · कविता 1 425 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 12 Mar 2019 · 1 min read प्रेरणा प्रेरणा ईश्वर से मिलती है ज्योति ज्ञान से जलती है.. Hindi · कविता 1 281 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 12 Mar 2019 · 1 min read मैं बदलाव हूँ मैं कसौधन बदलाव हूँ _यही मेरी पहचान है_ _मैं कसौधन परिवार हूँ_ _ईमान मेरा धर्म है_ _कश्यप की संतान हूँ_ सबक सिख कर सबक सिखा कर जाना है बहुत दूर... Hindi · कविता 1 248 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 11 Mar 2019 · 1 min read हार न मानना हार न मानना कुछ शामे निराश से भरी होगी जीतते जीतते रह जाएगी लेकिन जोश को कम न होने देना हार न मानना उम्मीद का दिया जलाए रखना अपनो पर... Hindi · कविता 2 330 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 11 Mar 2019 · 1 min read तू उठ , चल, तू उठ , चल, नयी रोशनी राह ताके आगे बढ़, शोर को अनदेखा कर तू चल , उठ, वक्त नहीं है खोने का समय नहीं है सोने का बस नयी... Hindi · कविता 2 447 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 10 Mar 2019 · 1 min read सोशल मीडिया सोशल मीडिया में सब अकेले हो रहे है भीड़ में रह कर भी सब साथ छुट रहे है कौन पहचानता है इसको किसको सब अनजान है बेखबर खुद से सिल्फ़ी... Hindi · कविता 2 210 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 10 Mar 2019 · 1 min read ख्वाब कुछ ख्वाब टूट जाते है कुछ हौसला बढ़ा जाते है कुछ नई चाह पैदा करते है तो कुछ पीछे छोड़ जाते है ख्वाब जिद पैदा करते है जीवन मे कुछ... Hindi · कविता 2 477 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 10 Mar 2019 · 1 min read रूबरू रोज रूबरू होता हूँ जिंदगी के हकीकत से आश्चर्य होता है कायनात के हर शख्स से हँसता हूँ, हँसाता हूँ जान कर रब के खेल से सदियां गुजर गई, लोग... Hindi · कविता 2 227 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 10 Mar 2019 · 1 min read कुछ बात बने ... हे ईश्वर थक गया हूँ चलते चलते तुम आओ तो बात बनें राह मुश्किल है कठिन डगर है तुम्हारे इशारों पर बात बने नई खोज करनी है पहले खुद को... Hindi · कविता 2 233 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 10 Mar 2019 · 1 min read जीवन जीते हुए जीवन जीते हुए ए दोस्त, एक काम जरुर करना जिंदगी को भरपूर जी लेना जिसमे आपको अपनी अभिव्यक्ति व्यक्त करनी है. भरपूर जीना ए दोस्त भरपूर जीना. दिनेश किशोर गुप्ता Hindi · कविता 2 214 Share Page 1 Next