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27 Jun 2020 · 1 min read

नया सहस

नया सहस

दृढ विश्वास को ह्रदय में भरकर
साहस से नयी शुरुवात कर
असंभव को संभव कर दिखला
फिर से एक नयी शुरुवात कर

जीवन पथ पर चलते चलते
कितना पाया खोया तुमने
अब थोड़ा सा समय क्या बदला
भूल गए अपने सहस को

कई दुखो को पार किया
भयभीत को तुमने हराया
यह समय है नयी शुरुवात का
समय है नए सहस का।।

प्रोफ डॉ दिनेश गुप्ता – आनंदश्री
मुंबई

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 355 Views
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