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3 Feb 2021 · 1 min read

भाव एवं विचार ही हमारे जीवन का निर्माता हैः- आनन्द्श्री

भाव एवं विचार ही हमारे जीवन का निर्माता हैः- आनन्द्श्री

विश्व के तमाम मनोवैज्ञानिक साथ में आये और सभी मनोविद्वानों ने अपने खुद के अनुभव एवं विचार प्रकट करते हुए मन के बारे में गहरा रहस्य बतलाया । यह एक अनुठा रहस्य बताया कि आप मानवीय ट्रांसमिशन टाॅवर की तरह हैं और अपने विचारों से फ्रीक्वेन्सी प्रसारित कर रहे हैं। अगर आप अपनी जिंदगी में कोई चीज बदलना चाहते हैं, तो अपने विचार फ्रीक्वेन्सी बदल लें। प्रीक्वेन्सी बदलते ही वातावरण बदल जाता है।

विचारो के प्रति सजग रहे क्यूंकि आपके विचार वस्तुएँ बन जाते हैं।
आपके जीवन में जो भी चीजें आ रही हैं, उन्हें आप अपने जीवन में आकर्षित कर रहे हैं। और वे उन तस्वीरों द्वारा आपकी ओर आकर्षित हो रही हैं, जो आपके मस्तिष्क में है। यानी जो आप सोच रहे हैं। आपके मस्तिष्क में जो भी चल रहा है, उसे आप अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं। मनोभाव-परिवर्तक, जैसे सुखद यादें, सुंदर प्राकृतिक दृश्य या आपका पसंदीदा संगीत आपकी भावनाओं को बदल सकते हैं और पल भर में आपकी फ्रीक्वेन्सी बदल सकते हैं।

आप हर समय वस्तु और घटना को आकर्षित कर रहे हो
जब आप आनंदित होते है तो मेग्नेट बन जाते है , जब आप दुखी होते है तो पीतल। आप हर समय इस यूनिवर्सल को तरंगे भेज रहे है। इस विज्ञान को जान कर आज से ही अपने विचार और भावनाओ को देखना शुरू करे।

प्रो डॉ दिनेश गुप्ता – आनंदश्री
आध्यात्मिक व्याख्याता – माइंडसेट गुरु
मुंबई
8007179747

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 268 Views
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