Anoop 'Samar' Language: Hindi 253 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Anoop 'Samar' 23 May 2022 · 1 min read ज़ाफ़रानी कभी रंगीन तो कभी ज़ाफ़रानी लगती हैं! मेरी कहानी बस मेरी कहानी लगती हैं! कौन कहता हैं मोहब्बत चार दिन की है! अज़ी हमसे पूछो सारी जवानी लगती हैं! मोहब्बत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 278 Share Anoop 'Samar' 24 Apr 2022 · 1 min read बाबू जी कभी अभिमान हैं बाबूजी, स्वाभिमान है बाबू जी! कभी धरती हैं बाबूजी कभी आसमान है बाबू जी! कभी हंसी हैं बाबूजी और अनुशासन है बाबू जी! कभी मौन हैं बाबूजी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 12 22 1k Share Anoop 'Samar' 12 Apr 2022 · 1 min read तल्खिय़ां सच है कल सब मर जायेंगे दो हिचकियां लेकर! लेकिन जिंदा हैं सब ज़िंदगी की तल्खिय़ां लेकर! सुकूं की छाँव मिल जाये तो डेरा डाल देंगे सब! यूँ ही बंजारे... Hindi · शेर 2 308 Share Anoop 'Samar' 28 Feb 2022 · 1 min read दुनिया देखती हैं सुनती हैं तरस खाती हैं दुनिया! ये न समझना की काम आती हैं दुनिया! ये सोच के खुद मैंने फूॅंक डाला घर अपना! बरकत को मेरी देख के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 3 220 Share Anoop 'Samar' 30 Jan 2022 · 1 min read अरमान खुशियां कम अरमान बहुत हैं! हर इंसाँ हैरान बहुत हैं! देखा जो था रेत का घर! दूर से उसकी शान बहुत हैं! सच का न कोई सानी था! आज तो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 248 Share Anoop 'Samar' 19 Dec 2021 · 1 min read मजदूृृर.... रोज़ नई इमारत पर नज़र आते हैं! मजदूरों के रोज़ दफ्तर बदल जाते हैं! ✒ Anoop S. #Theuniques #Theincomparable #LafzDilse Hindi · शेर 2 2 237 Share Anoop 'Samar' 19 Dec 2021 · 1 min read ताल्लुक... तर्क ए ताल्लुक मुझ से तो होगा नहीं! तुम देखो..तुमको ताल्लुक रखना हैं या नहीं! ✒ Anoop S. #Theincomparable #Theuniques #LafzDilse Hindi · शेर 3 3 264 Share Anoop 'Samar' 19 Dec 2021 · 1 min read इतवार आ कर इतनी जल्दी क्यों चले जाते हो! यूँ लगता हैं तुम मेरा इतवार हो गये हो! ✒ Anoop S. Hindi · शेर 2 1 269 Share Anoop 'Samar' 19 Dec 2021 · 1 min read इक रोज़.. चढ़ता हुआ समंदर भी उतर जायेगा इक रोज़! और अपना मुकद्दर भी सँवर जायेगा इक रोज़! कुछ भी न कहा जुबां से जब घर जला हमारा! अपना ख़ामोश रहना असर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 3 471 Share Anoop 'Samar' 7 Feb 2021 · 1 min read उसके खत में... कुछ खता थी........उसके खत में! कुछ वफ़ा थी........उसके खत में! कुछ रज़ा थी........उसके खत में! कुछ सज़ा थी.......उसके खत में! बहुत कुछ अर्ज़ था...उसके खत में! ला-ईलाज़ मर्ज़ था....उसके खत... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 70 602 Share Anoop 'Samar' 7 Feb 2021 · 1 min read नज़र नहीं आता.... आज कल हमको तू और तेरा इश्क नज़र नहीं आता! तेरे असातिर से निकलने का रास्ता नज़र नहीं आता! जो मिला ही नहीं आज तक वो हमारे तसव्वुर में था!... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 383 Share Anoop 'Samar' 1 Feb 2021 · 1 min read तेरी नज़र... तेरी नज़र ने ये क्या पिला दिया मुझको! मैं तो होश में था पर सुला दिया मुझको! मैं तो सिर्फ़ तुझसे मिलने आया था यहाँ! पर तुने तो सबसे ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 265 Share Anoop 'Samar' 5 Jan 2021 · 1 min read बेटियाँ.....!! आन बान हैं बेटी मेरी वो मेरा हैं अभिमान! घर आंगन शोभित करे बेटी हैं लक्ष्मी जान! बेटी से महके जमीं और घर आंगन परिवेश! जब खुशियाँ जन्मे कोख से... Hindi · दोहा 3 7 322 Share Anoop 'Samar' 3 Jan 2021 · 1 min read मालूम नहीं था हमको.....!! अपना ही मुक़द्दर मालूम नहीं था हमको! टूटेगा मेरा घर भी मालूम नहीं था हमको! बहुत शान से सफ़र ये तय कर रहे थे हम! रास्ते के पत्थर का मालूम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 483 Share Anoop 'Samar' 25 Dec 2020 · 1 min read गरीबी... अपने घर की ग़रीबी की भरपाई करता हूँ! बस सुई से मैं ख़्वाबों की तुरपाई करता हूँ! आज फ़िर सर्द रातें क्या बिगाड़ लेंगी मेरा! मैं बांध के पत्थर पेट... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 7 340 Share Anoop 'Samar' 20 Dec 2020 · 1 min read अदब बिकता हैं...!! इज्जत गैरत ईमान खुद्दारी मत पूछिये क्या क्या! ये बड़ा बाज़ार हैं ज़नाब यहाँ पर सब बिकता हैं! नया खुदा हैं अब तो अपने शहर का हर नुक्कड़! एक बार... Hindi · शेर 3 6 280 Share Anoop 'Samar' 20 Dec 2020 · 1 min read शब..! शब गुजर जायेगी एक नई सहर के आगाज़ के साथ! पलटकर देखेगी कामयाबी तू शिद्दत से आवाज़ तो दे! #LafzDilSe By Anoop S. Hindi · शेर 3 261 Share Anoop 'Samar' 20 Dec 2020 · 1 min read मुन्तज़िर...!! हमको बुला कर भी वो आये नहीं छत पर! हमने भी सारी रात मुन्तज़िर सी गुज़ार दी! #Lafzdilse By Anoop S. Hindi · शेर 2 314 Share Anoop 'Samar' 20 Dec 2020 · 1 min read करीब...!! मैं जाता हूँ जब करीब कुछ बताने के लिये! ज़िन्दगी दूर चली जाती हैं सताने के लिये! महफ़िलो की कभी शान न समझो मुझको! हम तो अक्सर हँसते हैं गम... Hindi · मुक्तक 2 2 225 Share Anoop 'Samar' 20 Dec 2020 · 1 min read इक रोज़....!! चढ़ता हुआ समंदर भी उतर जायेगा इक रोज़! और अपना मुकद्दर भी सँवर जायेगा इक रोज़! कुछ भी न कहा जुबां से जब घर जला हमारा! अपना ख़ामोश रहना असर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 251 Share Anoop 'Samar' 15 Dec 2020 · 1 min read हौसला रखो...!! बुरा वक़्त हैं गुज़र जायेगा ज़रा हौसला रखो! अच्छा वक़्त फ़िर आयेगा ज़रा हौसला रखो! कभी रोक न पाया अंधेरा भी सवेरा होने से! राहे ले जायेगी मंजिल पे जरा... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 14 62 703 Share Anoop 'Samar' 9 Dec 2020 · 1 min read मेरे अल्फ़ाज़ वो मेरे अल्फ़ाज़ को ताना तीर समझ बैठा! नादान मेरी कलम को शमशीर समझ बैठा! नाकाम सारी कोशिशें फ़ैसले ना थे हक में! मंज़ूर-ए-खुदा कह के तकदीर समझ बैठा! #LafzDilse... Hindi · मुक्तक 5 4 486 Share Anoop 'Samar' 9 Dec 2020 · 1 min read बेजान परिंदा...!! बेजान परिंदा हूँ मैं,मुझ मे अभी जान बाकी हैं! सँभल के देखना मुझको अभी तुफ़ान बाकी हैं! लहरों की ख़ामोशी को तू बेबसी ना समझना! जितनी गहराई अंदर हैं उतना... Hindi · मुक्तक 2 4 407 Share Anoop 'Samar' 8 Dec 2020 · 1 min read तेरी नज़र....!! तेरी नज़र ने ये क्या पिला दिया मुझको! मैं तो होश में था पर सुला दिया मुझको! मैं तो सिर्फ़ तुझसे मिलने आया था यहाँ! पर तुने तो सबसे ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 375 Share Anoop 'Samar' 7 Dec 2020 · 1 min read मुनासिब न होगा! हर बार नज़दीक आना मुनासिब न होगा! अब सारी रस्मे निभाना मुनासिब न होगा! माना की बहुत दर्द हैं इधर दिल में हमारे! ज़ख्म सब को दिखाना मुनासिब न होगा!... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 389 Share Anoop 'Samar' 7 Dec 2020 · 1 min read पिला दिया मुझको! तेरी नज़र ने ये क्या पिला दिया मुझको! मैं तो होश में था पर सुला दिया मुझको! मैं तो सिर्फ़ तुझसे मिलने आया था यहाँ! पर तुने तो सबसे ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 268 Share Anoop 'Samar' 7 Dec 2020 · 1 min read गुलाब ने कहा...! पन्नों के तह में दफ्न मुरझाए गुलाब ने कहा! वो आज भी है ख्वाबों में मेरे ख़्वाब ने कहा! मुहब्बत यूँ रुसवा हो गयी तिजारत बन के! उन सदियों से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 262 Share Anoop 'Samar' 7 Dec 2020 · 1 min read समझने लगे हैं हम! अब जा के ज़िन्दगी को समझने लगे हैं हम! जब पेचोख़म में इस के उलझने लगे हैं हम! पहले ख़ुशी ही रास थी अब हूँ ग़मों से ख़ुश! उनका ख्याल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 223 Share Anoop 'Samar' 7 Dec 2020 · 1 min read ज़िन्दगी गुज़र रही है! ये शब तो बस आप की जुस्तजू में गुज़र रही हैं! इस ही कश्मकश में तो ये ज़िन्दगी गुज़र रही है! याद करते भी हो कि नहीं क्या मालुम हम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 262 Share Anoop 'Samar' 7 Dec 2020 · 1 min read वो किसान...!! तेज धुप कड़कती बिजली और तेज बारिश! मगर वो कभी हार कहाँ मानता हैं! सुबह से शाम तक वो कितना थक जाता हैं! मगर वो कभी आराम कहाँ माँगता हैं!... Hindi · कविता 4 8 606 Share Anoop 'Samar' 6 Dec 2020 · 1 min read सुनाओ तो सही...!! कुछ वक़्त खुद के लिये बिताओ तो सही! ख़ुद से ख़ुद को अब मिलवाओ तो सही! तेरी, मेरी, इसकी,उसकी छोडो भी अब! ख़ुद से ख़ुद की शक्ल मिलाओ तो सही!... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 547 Share Anoop 'Samar' 4 Dec 2020 · 1 min read इक रोज़...! चढ़ता हुआ समंदर भी उतर जायेगा इक रोज़! और अपना मुकद्दर भी सँवर जायेगा इक रोज़! कुछ भी न कहा जुबां से जब घर जला हमारा! अपना ख़ामोश रहना असर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 498 Share Anoop 'Samar' 26 May 2020 · 1 min read बचपन...!! वो कागज़ की कश्ती और नदी का किनारा था! खेलने की मस्ती थी और दिल भी आवारा था! अब आ गये हैं हम सब समझदारी के ज़माने में! हमारा वो... Hindi · मुक्तक 3 2 443 Share Anoop 'Samar' 26 May 2020 · 1 min read हौसला रखो...!! बुरा वक़्त हैं गुज़र जायेगा ज़रा हौसला रखो! अच्छा वक़्त फ़िर आयेगा ज़रा हौसला रखो! कभी रोक न पाया अंधेरा भी सवेरा होने से! राहे ले जायेगी मंजिल पे जरा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 3 357 Share Anoop 'Samar' 26 May 2020 · 4 min read "अजनबी हमसफ़र" "अजनबी हमसफ़र" वो ट्रेन के रिजर्वेशन के डब्बे में बाथरूम के तरफ वाली एक्स्ट्रा सीट पर बैठी थी, उसके चेहरे से पता चल रहा था कि थोड़ी सी घबराहट है... Hindi · लघु कथा 3 3 286 Share Anoop 'Samar' 25 May 2020 · 1 min read जाता हूँ जब करीब..!! मैं जाता हूँ जब करीब कुछ बताने के लिये! ज़िन्दगी दूर चली जाती हैं सताने के लिये! महफ़िलो की कभी शान न समझो मुझ को! हम तो अक्सर हँसते हैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 6 627 Share Anoop 'Samar' 25 May 2020 · 1 min read मेरा शहर..!! हाँ बहुत ही सुनसान हैं सड़के मुरादाबाद में! हाँ बहुत ही चुपचाप हैं गलियाँ मुरादाबाद में! चहलकदमी कम हो गयी हैं अब हर चौक में! हाँ ये सच हैं कोई... Hindi · कविता 3 2 273 Share Anoop 'Samar' 25 May 2020 · 1 min read चाँद.. उनकी ही जिद थी कि कोई मुझसा दूसरा लेकर आओ तो जाने! बड़ी मशक्कत से चाँद को खींचकर अपने कमरे तक लाया हूँ! Hindi · मुक्तक 4 544 Share Anoop 'Samar' 25 May 2020 · 1 min read ज़िद...!! जो मिल ना सके उसे पाने की ज़िद नहीं करते! जो ना हो उसको अपनाने की ज़िद नहीं करते! जिस वक्त आया हुआ होता हैं समंदर मे तुफ़ां! तब साहिल... Hindi · मुक्तक 3 2 234 Share Anoop 'Samar' 25 May 2020 · 1 min read तेरी याद...!! दुर रहकर भी तेरी याद आये तो क्या करे! अब तु हमारे दिल से न जाये तो क्या करे! सोचते हैं मिलेंगे अब ख्वाब मे हम तुम से! खुशी मे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 284 Share Anoop 'Samar' 25 May 2020 · 1 min read कवर...!!! हमें यह नहीं पता कि क्या ढ़कना है और क्या खुला रखना है ?? हम भारत वासियों को कवर चढ़ाने का बहुत शौक है ! . बाज़ार से बहुत सुंदर... Hindi · लेख 3 278 Share Anoop 'Samar' 25 May 2020 · 2 min read "पिता का हाथ" "पिता का हाथ" एक पिता ने अपने बेटे की बेहतरीन परवरिश की ! बेटा एक सफल इंसान बना और एकमल्टीनेशनल कम्पनी का सी ई ओ बना ! शादी हुई और... Hindi · लघु कथा 4 2 358 Share Anoop 'Samar' 25 May 2020 · 1 min read रात गहरी हैं रात गहरी हैं पर सुबह होने से रोक नही पायेगी! मुश्किले बेइन्तहा हैं पर मुश्किले भी कट जायेगी! दूरियाँ भी मिट जायेंगी सूरज की रोशनी के साथ! जब होगी सुबह... Hindi · मुक्तक 3 2 228 Share Anoop 'Samar' 25 May 2020 · 1 min read जाता हूँ जब करीब! मैं जाता हूँ जब करीब कुछ बताने के लिये! ज़िन्दगी दूर चली जाती हैं सताने के लिये! महफ़िलो की कभी शान न समझो मुझ को! हम तो अक्सर हँसते हैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 251 Share Anoop 'Samar' 25 May 2020 · 1 min read ज़िद नहीं करते ! जो मिल ना सके उसे पाने की ज़िद नहीं करते! जो ना हो उसको अपनाने की ज़िद नहीं करते! जिस वक्त आया हुआ होता हैं समंदर मे तुफ़ां! तब साहिल... Hindi · मुक्तक 3 216 Share Anoop 'Samar' 25 May 2020 · 1 min read ख़ुदा खैर करे! टक्कर हम ने भी ली है दुश्मनों से सौ-सौ बार! सामना जब अपनो से ही हो तो खुदा खैर करे! रूबरू हुए दुनिया से तो पता हमको भी चला! जब... Hindi · मुक्तक 4 2 273 Share Anoop 'Samar' 25 May 2020 · 1 min read ज़ख्म वो नाराज़ हैं हमसे कि हम कुछ लिखते नहीं! लफ्ज़ लाये कहाँ से जब हम को मिलते नहीं! दर्द की ज़ुबान होती तो बता देते हम तुमको! ज़ख्म कैसे दिखा... Hindi · मुक्तक 3 484 Share Anoop 'Samar' 25 May 2020 · 1 min read झुका हुआ शख़्स कलम लाएंगी एक रोज़ बदलाव की सूरत! लफ़्ज़ो से खतरनाक शरारा नहीं होता हैं! तहजीब अदब और सलीका भी तो कुछ है! झुका हुआ हर शख़्स बेचारा नहीं होता हैं!... Hindi · मुक्तक 4 2 473 Share Anoop 'Samar' 24 May 2020 · 1 min read इश्क तो हो ही गया... इश्क तो हो ही गया फिर छुपाना क्यूूूं है! परिंदों को हवाओं से अब बचाना क्यूूूं है! ज़िंदगी तो छोटी बहुत हैं जानते हैं सब! फ़िजूल की बातों में वक्त... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 237 Share Anoop 'Samar' 24 May 2020 · 1 min read इश्क तो हो ही गया... इश्क तो हो ही गया फिर छुपाना क्यूूूं है! परिंदों को हवाओं से अब बचाना क्यूूूं है! ज़िंदगी तो छोटी बहुत हैं जानते हैं सब! फ़िजूल की बातों में वक्त... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 248 Share Page 1 Next