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मुद्रा का अपमान..
Ambarish Srivastava
शिक्षक दिवस
Ambarish Srivastava
पीर हिन्दी की....
Ambarish Srivastava
नैनन में है जल भरा...
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भारत रत्न लौह पुरुष सरदार पटेल के प्रति ..
Ambarish Srivastava
मगर मेरे भाई न शादी रचाना....
Ambarish Srivastava
समसामयिक चुनावी कविता
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चुनावी कुण्डलिया छंद
Ambarish Srivastava
दोहे : अपना यह मंतव्य....
Ambarish Srivastava
कसम तुम्हें नेता सुभाष की....गीत.
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सहिये इस चाबुक की मार...वीर छंद (आल्हा)
Ambarish Srivastava
करे समर्थन वो गद्दार....
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करिए नष्ट समूल....( छंद दोहा)
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हमारा ही घर खूब....: मुक्तक
Ambarish Srivastava
वाह वाह क्या बात....छंद कुण्डलिया.
Ambarish Srivastava
वाह! कमाया नाम.....: छंद कुण्डलिया
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रंग हरा यदि किन्तु....: छंद कुण्डलिया.
Ambarish Srivastava
ग़ज़ल: करिए न ऐसा काम....
Ambarish Srivastava
चौराहों पर दण्ड उन्हें दें.....गीत
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ग़ज़ल : सबसे ही अलग बात है...
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जड़े होठों पर ताले...:शाश्वत कुण्डलिया छंद
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असहिष्णुता किधर है...:मुक्तक
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छटपटाता कसमसाता ....:मुक्तक
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आपा खोया रँगरूटों नें ...मुक्तक
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स्नेह और नीर …..:मुक्तक
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पर पंक्षी के पंख नोचता...:मुक्तक
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सॅंभले मानव जाति...कुण्डलिया
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यहीं यमलोक दिखा दे....हास्य-कुण्डलिया
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छमिया, मुखड़ा तो दिखा...:हास्य-कुण्डलिया
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पति ने पटका देखकर....:हास्य 'कुण्डलिया'
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'सैनिक मत बलिदान करें!'...: मुक्तक
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'मेघ बरसें बने तन ये चन्दन' : नवगीत
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मित्र के प्रति : मुक्तक
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भाभी बोलीं बाय-बाय...: हास्य घनाक्षरी
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शहीदों के लहू का वो ...: गीत
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झूठ की अम्मा रो दी...:हास्य कुण्डलिया :
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बंधु जानिये मर्म...दोहे
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समझ सकें यदि मर्म...: छंद कुण्डलिया
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‘सामने होगा सागर’ ...: छंद कुंडलिया.
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यार मुबारक ईद....: दोहे
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जागेश्वर का जन्म दिन...:दोहे
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आखिर हम कब तक सहें....: छंद कुण्डलिया
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‘सैनिक शासन आज लगा दो...’ : छंद लावनी
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‘होते मानव के लिए, मानव के अधिकार’ : दोहे
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जागृत करें विवेक ... :छंद कुंडलिया
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अपने गुरु हैं देवगुरु...: छंद कुण्डलिया
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आप विश्व सिरमौर...: छंद कुण्डलिया
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आग लगा जो स्वार्थी, रहे रोटियां सेंक ...: दोहे
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जिसके गुट में एकता.....: छंद कुण्डलिया
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आगे आयें आप...छंद कुण्डलिया
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