Ranjana Mathur Language: Hindi 458 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next Ranjana Mathur 20 Feb 2020 · 1 min read आख़िर किसलिए मेरी एक नई ग़ज़ल - ख़ुशनुमा सी शाम आख़िर किसलिए। प्यार का पैग़ाम आख़िर किसलिए। क्यूँ मुखौटे डालते मासूम बन छुप रहे अस्क़ाम आख़िर किसलिए। उंगली हम औलाद पर कैसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 213 Share Ranjana Mathur 20 Feb 2020 · 1 min read आपकी नज़रे इनायत आपकी नज़रे इनायत हो तो फिर क्या चाहिए, प्यार में थोड़ी शरारत हो तो फिर क्या चाहिए। धूप भी छाया है जब हो साथ दामन आपका, साथ में थोड़ी मुहब्बत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 375 Share Ranjana Mathur 20 Feb 2020 · 1 min read मौत को ज़िन्दगानी लिखेंगे अजब प्यार की हम कहानी लिखेंगे कि हम मौत को ज़िन्दगानी लिखेंगे। कि बहने लगीं आँख गर तेरे ग़म में तो दरिया की उसको रवानी लिखेंगे। जो बुझते चिरागों को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 389 Share Ranjana Mathur 4 Dec 2019 · 1 min read ग़ज़ल ****** हम किस तरह चलते रहे, कदमों को भी है खबर नहीं। किसके लिए है तड़प मेरी, मुझे कोई आता नज़र नहीं। गुमनामियों में गुज़र रहा, है फ़कीर दिल का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 254 Share Ranjana Mathur 4 Dec 2019 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल सुनहरा सवेरा बुलाता हमें है। कि उजली किरण से मिलाता हमें है। सुनाकर हमें धुन सदा प्यार की ही वो जीने का लहज़ा सिखाता हमें है। कहीं धूप थोड़ी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 241 Share Ranjana Mathur 3 Dec 2019 · 1 min read ग़ज़ल मुझे ऐसा गुमां क्यों हो रहा है कहीं ईमान दिल का खो रहा है। चलो सहरा को हम कर दें खियाबां कि सूखा बाग भी अब रो रहा है। किया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 263 Share Ranjana Mathur 3 Dec 2019 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल *** क़फ़स में बंद पंछी को उड़ाना भी ज़रूरी है। कि घुटती ज़िन्दगी में सांस आना भी ज़रूरी है। करो तुम बागबां बनकर के रखवाली ख़ियाबां की कि मुरझाए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 306 Share Ranjana Mathur 3 Dec 2019 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल लुटा दी लाख अत्फ़ें रब ने दुनिया को सजाने में बड़ी ही नेमतें बिखरी हैं कुदरत के खज़ाने में। नहीं आसां यहाँ हर शख्स की हो दूर रुसवाई पड़ें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 335 Share Ranjana Mathur 3 Dec 2019 · 1 min read आखिर किसलिए ख़ुशनुमा सी शाम आख़िर किसलिए प्यार का पैग़ाम आख़िर किसलिए। क्यूँ मुखौटे डालते मासूम बन छुप रहे अस्क़ाम आख़िर किसलिए। उंगली हम औलाद पर कैसे करें खूं हमारा ख़ाम आख़िर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 340 Share Ranjana Mathur 10 Oct 2019 · 1 min read ग़ज़ल रूह भी चाहती न दूरी है आपके बिन ये जां अधूरी है इब्तिदा दिन की होती तुझसे ही सांस भी तेरे बिन न पूरी है तिश्नगी इश्क की न मिट... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 294 Share Ranjana Mathur 8 Jun 2019 · 1 min read ग़ज़ल - बदगुमानी बदल दे न किस्मत लिखे मुंह जबानी बदल दे कभी तो ख़ुदा ज़िन्दगानी बदल दे। लो आए खुशी के ये दिन और रातें जो रातें थीं काली आसमानी बदल दे। हुई खार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 411 Share Ranjana Mathur 8 Jun 2019 · 1 min read ग़ज़ल - सलीका ज़िन्दगी का मुहब्बत में मज़ा तो दिल की क़ुर्बानी से आया है कि मिटने की कसम है दिल तो मनमानी से आया है। पियो तुम जाम आँखों से कि मयखाने में तुम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 264 Share Ranjana Mathur 8 Jun 2019 · 1 min read ग़ज़ल- "रिझाती है मुझे" ज़िन्दगी तू क्यों सताती है मुझे। गीत यादों के सुनाती है मुझे। आसमां में संग तारों के कभी चांद बन कर तू रिझाती है मुझे। वो किनारा झील का सूना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 237 Share Ranjana Mathur 28 May 2019 · 1 min read ग़ज़ल आसमां उस रात कुछ ज़्यादा हसीं हो जाएगा। चाँद भी करके शरारत शबनमी हो जाएगा। छा उठेगीं ख़ुशबुएं जब रात रानी की वहां नूर तेरे रूप का अपनी अदा दिखलाएगा।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 249 Share Ranjana Mathur 25 May 2019 · 1 min read हुई जीत विश्वास की भारत पुत्र हुआ है विजयी सारे शत्रु हुए हैं आहत। जीत सदा सत्य की होती आज हुआ यह सच साबित। सद्सेवा में मग्न सत्पुरुष बना शत्रु की आँख का कांटा।... Hindi · कविता 1 245 Share Ranjana Mathur 25 May 2019 · 1 min read दो मुक्तक मुक्तक (1) हुई सत्य की जीत है चहुंओर है हर्ष। होगा पुनः प्रारंभ अब भारत का उत्कर्ष। दुर्भावनाओं के व्यंग्यवाण बहुत झेले, किन्तु उस सत्पुरुष ने नहीं छोड़ा संघर्ष। ??????????????????... Hindi · मुक्तक 1 226 Share Ranjana Mathur 7 May 2019 · 1 min read ज़िन्दगी ग़ज़ल लगने लगी है बन मुहब्बत का वो साज बजने लगी प्यार की धुन से आवाज़ सजने लगी। ज़िन्दगी के खियाबां में गुल प्यार के क्या खिले सारी दुनिया महकने लगी। होगा तेरा भला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 359 Share Ranjana Mathur 7 May 2019 · 1 min read नज़ारा बाद का..... सभी वादे निभाने जा रहे हैं कि वो मूरख बनाने जा रहे हैं। नया क्या देखने को अब मिलेगा उसी हरकत को तो दुहरा रहे हैं। वही हल्ला वही गुल्ला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 314 Share Ranjana Mathur 25 Apr 2019 · 1 min read मुक्तक (1) मात्राभार - 24 मत देने का आपका, बहुत बड़ा अधिकार। बुद्धि और विवेक संग, चुनें योग्य सरकार। यदि चयन में आपने, कर दी लापरवाही। तो मूरख राजा बनें, होगा... Hindi · मुक्तक 331 Share Ranjana Mathur 25 Apr 2019 · 1 min read ग्रीष्म ?? तपती धूप अगन बरसती खोजती छाया ?? रवि प्रचंड है संतप्त बैशाख तीक्ष्ण रश्मियां ?? प्यासी वसुधा शुष्क हैं तरुवर है त्राहि त्राहि ?? है अनुनय एक कटोरा जल... Hindi · हाइकु 1 497 Share Ranjana Mathur 23 Apr 2019 · 4 min read वह लड़की कुछ समय पहले घर में "फिश एक्वेरियम" आया था। उसमें सात मछलियां डाली थीं। उनमें एक सबसे सुन्दर मछली को हमने "परी मछली" नाम दिया था। बदकिस्मती से वही परी... Hindi · कहानी 303 Share Ranjana Mathur 16 Apr 2019 · 1 min read कर सकता नहीं ??? चाह तेरी नज़र की इन्कार कर सकता नहीं, अश्कों से लबरेज ये अब्सार कर सकता नहीं। ??? सुबह का है आफ़ताब कि चाँद है तू रात का, क्या कहूँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 246 Share Ranjana Mathur 10 Apr 2019 · 1 min read जहाँ माँ मुस्कुराती है दिलों जां वार कर वो ज़िन्दगी सबकी बनाती है ज़हर पीकर वो सबको ही सदा अमृत पिलाती है। कड़ी तपती दुपहरी हो कि मौसम तेज़ बारिश का बनी वो ढाल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 473 Share Ranjana Mathur 8 Apr 2019 · 1 min read माँ ये माँ की दुआ का असर है ग़म क्या है मुझे ना ख़बर है। देखे जिस जगह सिर्फ ख़ुदा माँ की उस जगह भी नज़र है। जिसके सिर पर न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 220 Share Ranjana Mathur 8 Apr 2019 · 1 min read ले लो फिर अवतार ले लो तुम अवतार मैया ले लो फिर अवतार भक्तों की पीड़ा को मिटा दो कर दो बेड़ा पार ले लो तुम अवतार। नारी के पग पग पर काँटे वह... Hindi · गीत 1 1 260 Share Ranjana Mathur 6 Apr 2019 · 1 min read हूँ वो शाइर हूँ वो शाइर जो अजाबों की अज़ल लिखती हूँ अश्कों के हर्फों से मैं दर्दे ग़ज़ल लिखती हूँ। तुम मुझे चाहे समझ लेना धरा की माटी मैं तो तुमको ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 225 Share Ranjana Mathur 6 Apr 2019 · 1 min read ग़ज़ल---- ज़ख्म किसी को दिखाना नहीं। राज़ दिल के किसी को बताना नहीं है भरोसे के लायक जमाना नहीं। रहम उन पर करो जो हैं बेबस पड़े तुम कभी भी दुखी को सताना नहीं । मान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 387 Share Ranjana Mathur 31 Mar 2019 · 2 min read बदलते परिवेश में पिता और पुत्री राजा जनक व उनकी दुलारी सुपुत्री सीता आज भी भारतीय संस्कृति में पिता व पुत्री के मध्य स्नेह, प्रेम व वात्सल्य के सामंजस्य के अद्वितीय उदाहरण के रूप में स्थापित... Hindi · लेख 414 Share Ranjana Mathur 31 Mar 2019 · 2 min read साहित्य और सावन कजरारी काली घटाएं... उमड़ते घुमड़ते बादल.... रिमझिम बुंदियां..... भीना भीना मौसम..... सावन शब्द ही अपने आप में बड़ा मनभावन है। मन का सम्बन्ध भावों से और भाव तो साहित्यकार का... Hindi · लेख 1k Share Ranjana Mathur 31 Mar 2019 · 2 min read देश सेवा आज स्वतंत्रता प्राप्ति के इतने लंबे अंतराल के पश्चात यदि हम देश के प्रति लगाव आस्था व निष्ठा के परिप्रेक्ष्य में विश्लेषण करने चलें तो कुछ अकल्पनीय तथ्यों से सामना... Hindi · लेख 368 Share Ranjana Mathur 31 Mar 2019 · 1 min read बरखा हाइकू श्यामल घटा दमकत दामिनी घन बरसे। ओ घनप्रिया मेघाच्छादित नभ आयी बरखा। श्रावण मास नाचे सौदामिनी बरसे नैना। छाये बदरा घनप्रिया के संग झूम घटाएँ। मैं विरहिन चमके है... Hindi · हाइकु 594 Share Ranjana Mathur 31 Mar 2019 · 3 min read "अंधविश्वास " एक ही घर के कुल ग्यारह सदस्य जिसमें बच्चे भी सम्मिलित है न जाने किन अंधविश्वासों व आडम्बरों से ग्रस्त हो कर एक साथ काल के गाल में समा गये,... Hindi · लेख 1 256 Share Ranjana Mathur 31 Mar 2019 · 2 min read कुंभ के मेले में मेरा सत्य यात्रा संस्मरण बात लगभग आज से बाईस-तेईस वर्ष पूर्व की है। मेरा मायका उज्जैन (मध्य प्रदेश) में होने के कारण मैं साल में एक या दो बार सपरिवार... Hindi · कहानी 1 226 Share Ranjana Mathur 31 Mar 2019 · 3 min read वह टेलिफ़ोन की घंटी सत्य घटना (स्वयं मेरे साथ घटित सत्य वृत्तांत) कहते हैं कि परलोक सिधार कर भी अपने प्रियजनों की आत्मा हमें कभी छोड़ कर नहीं जाती। वह किसी न किसी रूप... Hindi · कहानी 219 Share Ranjana Mathur 31 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक (1) जिसका बहुमत उसी की *सत्ता दिखलाए वह अपनी प्रभुत्ता उससे पंगा लिया तो जैसे आ पड़ा मधुमक्खी का छत्ता। (2) अतुल *सुंदरी थी पद्मावती थी वह पतिव्रता नारी सती... Hindi · मुक्तक 557 Share Ranjana Mathur 31 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक मुक्तक जिसका बहुमत उसी की *सत्ता दिखलाए वह अपनी प्रभुत्ता उससे पंगा लिया तो जैसे आ पड़ा मधुमक्खी का छत्ता। (2) अतुल *सुंदरी थी पद्मावती थी वह पतिव्रता नारी सती... Hindi · मुक्तक 233 Share Ranjana Mathur 31 Mar 2019 · 1 min read ग़ज़ल "टूटे दिल को क्यूँ अश्कों से भीगा तेरा चहरा लगता है देखे न सुने न ज़माना ये बहरा लगता है। ?? वो चोटें जो एवज वफ़ा के खाई थीं मैंने उनका घाव दिया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 321 Share Ranjana Mathur 30 Mar 2019 · 2 min read जन्मकुंडली आज चोपड़ा जी आरती बिटिया को विदा कर के निश्चिंत हो गये थे। हों भी क्यों न यह शादी उनकी इच्छानुसार हुई थी। रमेश अरोरा के होनहार सुपुत्र प्रशासनिक अधिकारी... Hindi · लघु कथा 279 Share Ranjana Mathur 28 Mar 2019 · 1 min read दीप और बाती लौ उसकी यूँ देखी इठलाती तो पूछा उठा दीप री बाती तू क्यूँ इतना इतराती श्रयण तो दिया है मैंने ही तुझे अपने अंतस में वरना तेरा क्या मोल वर्तिका... Hindi · कविता 259 Share Ranjana Mathur 28 Mar 2019 · 1 min read ॐ सूर्याय नमः दिया तुम्हें मालिक ने यह नगीना अनमोल दे रहा जो हर इक को उसके हिस्से की/धूप /ऊष्मा /ताप बेमोल/बगैर नाप-तौल किस में है इतना दम उसके न्याय पर कुछ सके... Hindi · कविता 327 Share Ranjana Mathur 28 Mar 2019 · 1 min read स्वागत है अभिनन्दन आओ! स्वागत है अभिनन्दन!! माँ ले खड़ी है हल्दी चंदन! पिता करे अगवानी नन्दन! जन जन का है तुमको वन्दन! आओ! स्वागत है अभिनन्दन!! शौर्य तुम्हारा अप्रतिम अद्भुत साहस अविचल... Hindi · कविता 344 Share Ranjana Mathur 28 Mar 2019 · 2 min read मेंहदी नेह प्रेम की प्यारी मेंहदी, है हम नारियों का सौभाग। रचती रहे यूँ ही हाथों में, जुग-जुग जीता रहे सुहाग।। देख सखी ये तेरी-मेरी, हैं सुन्दर रची हथेलियाँ। आज सुहाग... Hindi · कविता 336 Share Ranjana Mathur 28 Mar 2019 · 1 min read उसी का ये ज़माना है इरादा ये कि अब रूठे हुए रब को मनाना है, दिलों में आस औ उम्मीद के दीपक जलाना है। तमन्ना झूम कर नाचे सफलता भी कदम चूमे, हमें हर इक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 269 Share Ranjana Mathur 27 Mar 2019 · 1 min read दोहे मात पिता का कीजिए, सदैव आदर मान। जिनसे हमको है मिला, इस जीवन का दान।। अहंकार से तुम सदा, बचना मेरे यार। रावण की गति क्या हुई, जाने सब संसार।।... Hindi · दोहा 511 Share Ranjana Mathur 25 Mar 2019 · 1 min read " जय श्री राम " श्री राम जय राम जय जय राम हर सुख दुख में लूं तेरा ही नाम। तू ही है मेरा जीवन दाता तू ही हमारा भाग्य विधाता तू ही बनाए मेरे... Hindi · कविता 368 Share Ranjana Mathur 24 Mar 2019 · 1 min read तुमको नमन आज शहादत पर उन वीरों की कितनों के झुकते हैं शीश। देश के लिए बलिदान हो गये स्वतंत्र भारत जिनकी है बख्शीश। स्मरण है किस किसको आज जिनके बूते आज़ादी... Hindi · कविता 227 Share Ranjana Mathur 22 Mar 2019 · 1 min read सतरंगी मीठे फल प्यारे लाल रंग का गोल सेब है हरे रंग का है अमरूद। पीला पीला मस्त आम है और हरे भरे गुच्छे अंगूर। नारंगी होता है संतरा और चीकू का रंग है... Hindi · कविता · बाल कविता 528 Share Ranjana Mathur 21 Mar 2019 · 2 min read नमन तुमको आओ हम उस वीर धरा का विश्व से परिचय कराएं। गौरवशाली भारत वैभव का परचम फिर लहराएं।। अविच्छिन्न था देश हमारा सकल विश्व में था विख्यात। उत्तुंग हिमालय किरीट सजे... Hindi · कविता 528 Share Ranjana Mathur 21 Mar 2019 · 1 min read इस बार होली में ? भरी हों नेमतें खुशियों की अब हर एक झोली में करें हम बैर औ नाराज़गी रुखसत अब डोली में। ? चलाओ आज पिचकारी अनोखे प्रेम रंगों की सजा डालो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 224 Share Ranjana Mathur 21 Mar 2019 · 1 min read काष्ठकार हैं कहलाते कोई कहे बढ़ई कोई कहता है खाती कोई हमको कहता है सुतार लकड़ी है हमारी रोजी रोटी हम कहलाते हैं काष्ठकार ???? मिला हमें पूर्वजों से विरासत में काष्ठकारी का... Hindi · कविता 316 Share Previous Page 3 Next