आकाश महेशपुरी 493 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid आकाश महेशपुरी 16 May 2024 · 7 min read चमेली के औषधीय गुणों पर आधारित 51 दोहे व भावार्थ चमेली के औषधीय गुणों पर आधारित 51 दोहे व भावार्थ *********************************** **खंड अ* परिचय, उपयोग एवं फायदे 1- बेल चमेली की मिले, भारत में हर ओर। घर, मंदिर या वाटिका,... Hindi · दोहा 26 Share आकाश महेशपुरी 8 Apr 2024 · 1 min read मेरी आवाज से आवाज मिलाते रहिए मेरी आवाज से आवाज मिलाते रहिए शेर जम जाये तो ताली भी बजाते रहिए आँख से हो के ही जाता है दिलों का रस्ता दिल में आने के लिए आँख... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 65 Share आकाश महेशपुरी 4 Apr 2024 · 1 min read है शिकन नहीं रुख़ पर है शिकन नहीं रुख़ पर आँख में ख़ुमारी है ज़िंदगी भले हमने दर्द में गुजारी है मानता हूँ दुनिया में राज है तेरा लेकिन वक़्त की नज़र में तो हर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 33 Share आकाश महेशपुरी 26 Mar 2024 · 1 min read जिनपे लिखता हूँ मुहब्बत के तराने ज्यादा जिनपे लिखता हूँ मुहब्बत के तराने ज्यादा वे ही लगते हैं मेरे दिल को दुखाने ज्यादा ज़िंदगी तेरे तजुर्बे से यही सीखा है ज़ख़्म देते नहीं अपनो से बेगाने ज्यादा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 58 Share आकाश महेशपुरी 20 Mar 2024 · 1 min read हर कोना गुलाबों सा ये महकाए हुए हैं हर कोना गुलाबों सा ये महकाए हुए हैं कुछ लोग तेरी बज़्म में जो आए हुए हैं कुछ लोग यहाँ रोज ही लड़ने में हैं मशरूफ वो चैन से हैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 54 Share आकाश महेशपुरी 16 Mar 2024 · 1 min read मतलब निकल गया तो यूँ रुसवा न कीजिए मतलब निकल गया तो यूँ रुसवा न कीजिए दुनिया की तरह प्यार का सौदा न कीजिए हैं प्यार के सिवा भी कई काम आजकल हर वक़्त सज के सामने आया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 53 Share आकाश महेशपुरी 5 Mar 2024 · 1 min read चाय और सिगरेट सेवा में स्कूल का, खुला हुआ था गेट। पर बच्चे पीते मिले, चाय और सिगरेट। चाय और सिगरेट, धुँआ भी छोड़ रहे थे। सपनों को अय्याश, नशे में तोड़ रहे... Hindi · कुण्डलिया 1 110 Share आकाश महेशपुरी 28 Feb 2024 · 1 min read करते नेता ढोंग देंगे सबको नौकरी, कहते नेता रोज। लेकिन क्यों मिलती नहीं, सभी रहे हैं खोज। सभी रहे हैं खोज, कि करते झूठे वादे। करते नेता ढोंग, नहीं हैं नेक इरादे। जब... Hindi · कुण्डलिया 1 45 Share आकाश महेशपुरी 26 Feb 2024 · 1 min read अज़ीज़-ए-दिल को भी खोना नसीब है मेरा अज़ीज़-ए-दिल को भी खोना नसीब है मेरा कहाँ सुकून से सोना नसीब है मेरा वफ़ा की राह में धोका दिया मुझे जिसने उसी की याद में रोना नसीब है मेरा... Hindi · मुक्तक 68 Share आकाश महेशपुरी 4 Feb 2024 · 1 min read झाड़ू अउरी बेलन ई दर्द करेला केतना दिन झाड़ू भा बेलन के खाइल ऊ बड़ी भाव से पुछलें पर हमरा से उत्तर ना आइल पीठी में दर्द जियादे बा ई दवा अभिन कबले... Bhojpuri · कविता · हास्य-व्यंग्य 109 Share आकाश महेशपुरी 2 Feb 2024 · 1 min read किसी भी बात की चिंता... किसी भी बात की चिंता ऐ यार मत करना भले तू होड़ के दरिया को पार मत करना तुम्हारी जिंदगी माँ बाप की अमानत है गलत कदम का भुला कर... Hindi · मुक्तक 106 Share आकाश महेशपुरी 31 Jan 2024 · 1 min read बहुत दागी यहाँ पर हैं बहुत दागी यहाँ पर हैं कोई मिलता नहीं फेयर बहुत खोजो तो सच्चा आदमी मिल जाएगा रेयर न जाने सत्य की नेता से क्यूँ उम्मीद करते हो नहीं वो झूठ... Hindi · मुक्तक 63 Share आकाश महेशपुरी 31 Jan 2024 · 1 min read नेता राजनीति का चलेगा जब दाव तब कहते हैं लोग भले राधा नहीं नाचेगी ये, जबतक नव मन तेल नहीं आएगा। नेता राजनीति का चलेगा जब दाव तब, पाँच मन तेल, नव बार नचवाएगा। नेता नीचता की... Hindi · घनाक्षरी 81 Share आकाश महेशपुरी 30 Jan 2024 · 1 min read छलने लगे हैं लोग देकर यकीन साथ का छलने लगे हैं लोग लालच की गोद में यहाँ पलने लगे हैं लोग कहने को आदमी हैं मगर स्वार्थ के लिए गिरगिट की तरह रंग बदलने... Hindi · मुक्तक 53 Share आकाश महेशपुरी 28 Jan 2024 · 1 min read नेता पल्टूराम (कुण्डलिया) जनता को भाता नहीं, उछल कूद का काम। किस पर करें यकीन हम, नेता पल्टूराम। नेता पल्टूराम, पलटते देर न लगती। लेकिन किस्मत हाय, हमारी नहीं पलटती। डूब रहा है... Hindi · कुण्डलिया 77 Share आकाश महेशपुरी 26 Jan 2024 · 1 min read लहसुन खाने से लहसुन कई, मिट जाते हैं रोग। औषधियों में श्रेष्ठ है, कहते हैं सब लोग। कहते हैं सब लोग, शुगर, बीपी, मोटापा। चाहे पक्षाघात, वात के मम्मी पापा। डरते... Hindi · कुण्डलिया 101 Share आकाश महेशपुरी 14 Jan 2024 · 1 min read राम का राज्य पुनः देश में लाने के लिए नफरतों का ये तमस दूर भगाना होगा प्यार का दीप ज़माने में जलाना होगा राम का राज्य पुनः देश में लाने के लिए ऊँच औ नीच का ये भेद मिटाना... Hindi · मुक्तक 2 86 Share आकाश महेशपुरी 11 Jan 2024 · 1 min read संगिनी भी साथ रहे गाँव या शहर में है होता जब यज्ञ कोई, पति बैठता है सदा संगिनी के संग में। यही कहते हैं सभी संगिनी भी साथ रहे, पूजा-पाठ, हार, जीत, कष्ट या... Hindi · घनाक्षरी 134 Share आकाश महेशपुरी 1 Jan 2024 · 1 min read प्यार के बदले यहाँ प्यार कहाँ मिलता है प्यार के बदले यहाँ प्यार कहाँ मिलता है चाहने से हसीं संसार कहाँ मिलता है सब मुहब्बत की नुमाइश में लगे हैं यारों दिल को सच्चा कोई दिलदार कहाँ मिलता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 130 Share आकाश महेशपुरी 22 Dec 2023 · 1 min read संजू की जयकार करने लगते लोग हैं, संजू की जयकार। जब दिखती हर छोर पर, बैटिंग की रफ्तार। बैटिंग की रफ्तार, धार में जब रहता है। बड़ा बड़ा स्कोर, तास जैसे ढहता है।... Hindi · कुण्डलिया 91 Share आकाश महेशपुरी 15 Dec 2023 · 1 min read खेल जगत का सूर्य रन का जैसे यंत्र है, करता रन बौछार। खेल जगत का सूर्य है, अपना सूर्य कुमार। अपना सूर्य कुमार, मार से हक्का बक्का। रह जाते हैं लोग, देखकर इसका छक्का।... Hindi · कुण्डलिया 1 192 Share आकाश महेशपुरी 24 Nov 2023 · 1 min read पनौती पनौती शब्द की चर्चा बहुत सुनने लगा हूँ मैं भला क्या अर्थ है इसका यही गुनने लगा हूँ मैं वहम जैसा पनौती है वहम से कुछ नहीं होता वहम को... Hindi · मुक्तक 2 204 Share आकाश महेशपुरी 20 Nov 2023 · 1 min read दिल को किसी के रंग में... दिल को किसी के रंग में इतना न ढालना हो जाये आँसुओं को भी मुश्किल सम्हालना अपनी खुशी के वास्ते हर काम खुद करो मत दूसरों से तुम कभी उम्मीद... Hindi · मुक्तक 1 1 80 Share आकाश महेशपुरी 15 Nov 2023 · 1 min read हुस्न उनका न कभी... हुस्न उनका न कभी दिल से बिसारा जाए वक़्त कैसे बिना महबूब गुजारा जाए जब वो नज़रों के ही पैग़ाम को पढ़ लेते हैं सोचता हूँ भला क्यूँ लब से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 67 Share आकाश महेशपुरी 30 Oct 2023 · 1 min read मुंगेरीलाल के सपने... मुंगेरीलाल के सपने दिखाने कौन आता है कि अरसे बाद बस बातें बनाने कौन आता है जरा बूझो, तुझे फिर अक्ल का पुतला मैं समझूँगा किसी मुफ़लिस के घर दावत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 75 Share आकाश महेशपुरी 25 Oct 2023 · 2 min read चमचे भी तुम्हारे हैं फटेहाल हो गए खा खा के माल गाल तेरे लाल हो गए कब आओगे नेता जी कई साल हो गए चमचे भी तुम्हारे हैं फटेहाल हो गए कब आओगे नेता जी कई साल... Hindi · गीत · हास्य-व्यंग्य 2 169 Share आकाश महेशपुरी 16 Oct 2023 · 1 min read माशूक मुहब्बत में... माशूक मुहब्बत में ज़ुल्फ़ों से हवा देगा फिर हुस्न की आँधी से दिल को भी उड़ा देगा तुम चाँद उसे बेशक़ ऐ यार समझते हो मर जाओगे सदमे से मेकप... Hindi · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 101 Share आकाश महेशपुरी 16 Oct 2023 · 1 min read है हुस्न का सौदागर... नज़रों में बसाएगा नज़रों से गिरा देगा यूँ टूट के मत चाहो इक रोज रुला देगा उससे न मिलो अपनी वो मस्त अदाओं से जिसकी न दवाई है वह रोग... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 259 Share आकाश महेशपुरी 26 Sep 2023 · 1 min read सर-ए-बाजार पीते हो... निकाले रोज़ जाते हो नगर की नालियों से तुम निकल आते तो अच्छा था नशे की जालियों से तुम सर-ए-बाजार पीते हो हया भी पी गए हो क्या नवाजे कबतलक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 228 Share आकाश महेशपुरी 18 Sep 2023 · 1 min read लंपी घातक रोग लंपी घातक रोग के चलते मनवा भइल पागल केतनी गइयन के अबहिं ले टीका नइखे लागल ख़बर गाइ कुल के मरले के कबले रोज सुनाई लखनऊ से चलल टीका गाँवें... Bhojpuri · कविता 144 Share आकाश महेशपुरी 25 Aug 2023 · 1 min read हम कवियों की पूँजी श्रोता जन आपको हैं, करते प्रणाम हम, आपका आशीष प्राण वायु के समान है। आप ही से शोभा इस महफिल की बढ़ी है, आप आए कृपा यह आपकी महान है।... Hindi · घनाक्षरी 2 380 Share आकाश महेशपुरी 7 Aug 2023 · 1 min read कहाँ गइलू पँखिया पसार ये चिरई कहाँ गइलू पँखिया पसार ये चिरई कहाँ गइलू पँखिया पसार बिन दरसन मन रोज कुम्हिलाला अब गछिया प चहँकल ना सुनाला सुन लागे गँउवा जवार ये चिरई कहाँ गइलू पँखिया... Bhojpuri · गीत 1 189 Share आकाश महेशपुरी 5 Aug 2023 · 1 min read नज़र का फ्लू नहीं बस मेल बढ़ता है यहाँ पर साथ खाने से बिमारी भी हमें मिलती किसी के पास आने से मुहब्बत के लिए नज़रों का मिलना है जरूरी पर नज़र का... Hindi · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 3 127 Share आकाश महेशपुरी 2 Aug 2023 · 1 min read जो सत्ता के लिए... वो बुजदिल आदमी है तुम उसे मजबूत मत कहना किसी भी हाल में उसको खुदा का दूत मत कहना जो सत्ता के लिए जनता को आपस में लड़ाता हो कि... Hindi · मुक्तक 2 294 Share आकाश महेशपुरी 2 Aug 2023 · 1 min read इश्क़ तेरा नींद के पूर्व या नींद के बाद में होती खुजली बहुत है किसी दाद में इश्क़ तेरा भी है दाद से कम नहीं दिल को खुजला रहे हैं तेरी याद... Hindi · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 102 Share आकाश महेशपुरी 17 Jul 2023 · 1 min read विश्वास कैसे मर गया इस कदर इंसान का विश्वास कैसे मर गया कोई शौहर से डरी, बीवी से कोई डर गया इतना हंगामा मुनासिब है नहीं अब दोस्तों बेवफा इक आदमी गर बेवफाई कर... Hindi · मुक्तक 1 80 Share आकाश महेशपुरी 11 Jul 2023 · 1 min read घर की जिम्मेदारी हृदय में बीज खुशियों के कभी बोने नहीं देती कि घर की जिम्मेदारी चैन से सोने नहीं देती किसी औरत से कम मिलता नहीं है दर्द मर्दों को कमाने की... Hindi · मुक्तक 2 111 Share आकाश महेशपुरी 6 Jul 2023 · 1 min read पढ़ाना छोड़ दोगे क्या वो सपना देखती है जो वही तुम तोड़ दोगे क्या कि कायर आदमी में नाम अपना जोड़ दोगे क्या वहम में तुम भी गीता सी पुनीता एक नारी को गलत... Hindi · मुक्तक 2 121 Share आकाश महेशपुरी 5 Jul 2023 · 1 min read फितरत है इंसान की मतलब की दुनिया में अब तो कद्र नहीं अहसान की वादे करना और मुकरना फितरत है इंसान की मीठे मीठे शब्दों से ये अक्सर मधु रस घोलेंगे मन में जलती... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · गीत 19 17 4k Share आकाश महेशपुरी 27 Jun 2023 · 1 min read महज़ वादा नहीं करते मिटाकर शब्द पन्नों के उन्हें सादा नहीं करते जो कहते हैं वो करते हैं महज़ वादा नहीं करते वही कहते हैं जिसका मान भी रख पाएँ जीवन में कहीं भी... Hindi · मुक्तक 117 Share आकाश महेशपुरी 7 Jun 2023 · 1 min read मुझे चित-चोर कहती है मुझे धड़कन कभी वो धड़कनों का शोर कहती है कि तुमसे ही मुहब्बत की बँधी यह डोर कहती है नजर उससे मिली क्या इत्तिफ़ाक़न एक दिन यारों न जाने क्यों... Hindi · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 4 182 Share आकाश महेशपुरी 7 Jun 2023 · 1 min read शामिल है कैबिनेट में... वो हो गया है खास मैं तो आम रह गया उसको सलाम करना मेरा काम रह गया शामिल है कैबिनेट में वो बिन पढ़े-लिखे पढ़-लिख के क्यों मैं आज भी... Hindi · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 1 163 Share आकाश महेशपुरी 7 Jun 2023 · 1 min read ये दुनिया है लुटेरों को फरिश्ता देवता को चोर कहती है ये दुनिया है, शरीफ़ों को सदा कमजोर कहती है किसी की चापलूसी में गिरेगी और ये कितना जरूरत के लिए यह गिद्ध... Hindi · मुक्तक 2 268 Share आकाश महेशपुरी 30 May 2023 · 1 min read शराफत का पुजारी हूँ जिसे बच्चा कोई खेले कि वो खेला नहीं हूँ मैं लुढ़क जाऊँगा धक्के से कोई ठेला नहीं हूँ मैं शराफत का पुजारी हूँ मगर यह याद रख लेना मसल कर... Hindi · मुक्तक 1 299 Share आकाश महेशपुरी 22 May 2023 · 1 min read तिलक-विआह के तेलउँस खाना तारल मछरी, मुर्गा, सब्जी छानल भात मिठाई शादिन के इ तेलउँस खाना तेल निकाले भाई पूँडी के आटा में खूबे डालल जात रिफाइन ऊपर से भरपेट खिआवे लो साढ़ू-सढ़ुआइन चाउर... Bhojpuri · कविता · हास्य-व्यंग्य 2 353 Share आकाश महेशपुरी 20 May 2023 · 1 min read नोट पुराने नोट पुराने बंद ये, फिर होंगे इस साल। पास तुम्हारे हों अगर, ले आओ तत्काल। ले आओ तत्काल, दृष्टि बटुए पर डालो। हे पत्नी जी आज, पुनः पेटी खंगालो। मिल... Hindi · कुण्डलिया · हास्य-व्यंग्य 2 305 Share आकाश महेशपुरी 10 May 2023 · 1 min read चुनावी मौसमों में... गरीबों को लुभाना चाहते हैं तभी घर उनके खाना चाहते हैं चुनावी मौसमों में नम्र होकर ये झूठे सर झुकाना चाहते हैं ये चलते गाड़ियों के झुंड लेकर न जाने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 144 Share आकाश महेशपुरी 27 Apr 2023 · 1 min read ड्रीम इलेवन ड्रीम इलेवन में मैं रुपये लगाता रोज लाख व करोड़ के ही सपने सजाता हूँ कौन सी बनाऊँ टीम यही सोचता हूँ बस मित्र मंडली से रात-दिन बतियाता हूँ स्वप्न... Hindi · घनाक्षरी 1 288 Share आकाश महेशपुरी 27 Apr 2023 · 1 min read शादी होते पापड़ ई बेलल जाला शादी होते पापड़ ई बेलल जाला जिनिगी के ठेला तरिया ठेलल जाला लइकन के शादी मनभावन लागे पर लइका का जाने सन ई झेलल जाला - आकाश महेशपुरी दिनांक- 20/04/2023 Bhojpuri · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 2 345 Share आकाश महेशपुरी 25 Apr 2023 · 1 min read सिसकते वक़्त की... सिसकते वक़्त की सारी कहानी भूल जाता हूँ नए इस दौर में बातें पुरानी भूल जाता हूँ सुकूँ देते हैं मुझको खिलखिलाते फूल से चेहरे हँसाता हूँ किसी को तो... Hindi · मुक्तक 1 367 Share Page 1 Next