Mugdha shiddharth Language: Hindi 841 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 16 Next Mugdha shiddharth 8 May 2019 · 1 min read मुक्तक ! बस दो टका दे के, सौ टका का ईमान खरीदने आई है हमारी सरकार हमें हाशिये पे धकेलने कि क़वायद लाई है। हम जिन्दा लाशों के ढेरो से खून की... Hindi · मुक्तक 2 206 Share Mugdha shiddharth 8 May 2019 · 1 min read मुक्तक ! तेर-मेरे दिल कि बात, जो आज आग बन आई है हर एक लब पे गर सुर सा सज जाए तो वही अच्छा। / भँवर से क्या डरें हम जिंदगी लहरों... Hindi · मुक्तक 3 217 Share Mugdha shiddharth 7 May 2019 · 1 min read मुक्तक ! आप तो बस खोजते रह गए हमें सताने के नुस्खे हम ने 'साहेब' आप पे ध्यान देना ही छोड़ दिया। अपने हको हुक्क़ कि बातों को गुनगुना के देखा तो... Hindi · कविता 1 431 Share Mugdha shiddharth 7 May 2019 · 1 min read जब चीर के कलेजा से दिल को निकला जायेगा ! उठो बेड़ियाँ खनकाओ और ज़रा यलगार करो खनकते बाजूाओं से तुम दहलता संग्राम करो। अपनी दर्दों के सीने पे चढ़ के चीत्कार करो आओ सब मिल कर अबकि प्रतिकार करो... Hindi · कविता 2 556 Share Mugdha shiddharth 4 May 2019 · 1 min read हाँ हम ‘अर्बन नक्सल’ हैं ! देश बेच कर जो खाते हैं, खाते नहीं जो कभी अघाते हैं देश प्रेम की बातें मन मेंभूले से भी कभी नही लाते हैं देशभक्ति को जुमला बस बनाते है... Hindi · कविता 3 259 Share Mugdha shiddharth 2 May 2019 · 1 min read ये वो सरकार जो देशभक्ति कि पीठ पर है सवार आईना उल्ट-पलट के देख लो चाहे जितनी भी बार सच के दामन से लिपटने के लिए आँख मिलाना ही पड़ेगा हर एक बार। बंद आँखों से सच कभी दीखता नहीं... Hindi · कविता 2 175 Share Mugdha shiddharth 2 May 2019 · 1 min read बेशक थोड़ी मजबूर हूँ, पर हाँ मैं भी एक मजदूर हूँ । सौ में नब्बे आदमी इस दौर में मजबूर हैं जो मजदूर है बांकी जो भी बचे वो सेठ हैं, जो बड़े मगरुर हैं। कोई हसुआ-हथौड़ा लिए मेहनत की राह पे... Hindi · कविता 2 463 Share Mugdha shiddharth 29 Apr 2019 · 1 min read मुक्तक ! सत्ता का हर एक लब्ज़ अब आवारा हो गया है हमारे देश का हर शख़्स इसके नीचे बेचारा हो गया / कोई पानी को तरसता है, कोई अदानी को खिलाता... Hindi · कविता 3 252 Share Mugdha shiddharth 29 Apr 2019 · 1 min read मुक्तक ! इस चुनावी मौसम में कुछ अलग कर के देख राम-रहीम नहीं, अपनी जेब को टटोल के देख तू दूसरों के फ़र्जी वादों को चुप-चाप न सुन अपनी हालात को एक... Hindi · मुक्तक 3 364 Share Mugdha shiddharth 27 Apr 2019 · 1 min read मुक्तक कुछ लोग उसे फकीर समझते हैं हम तो भईया हुआ गिरा ज़मीर समझते हैं। देश को जो बेच दे, बाँट दे और तोड़ दे उसे,वाहियात-नकारा सरकार समझते हैं ! ...सिद्धार्थ... Hindi · मुक्तक 3 321 Share Mugdha shiddharth 27 Apr 2019 · 1 min read चाँद चाँद रात के आंगन में उतरा है कोई कह दो जाके उसे हम मातम मना रहे हैं। बारुद के ढ़ेरों से चिथड़े उठा रहे हैं सालों पहले बिखेरे थे किसी... Hindi · कविता 3 496 Share Mugdha shiddharth 27 Apr 2019 · 1 min read मुक्तक आईना ने पलट कर पूछा है ... बता आमदनी का जरिया क्या है ...? / हम ने भी उठ के कह दिया ... नफ़रत के बाज़ार में मुहब्बत बेचती हूँ... Hindi · मुक्तक 3 249 Share Mugdha shiddharth 27 Apr 2019 · 1 min read मुक्तक वो मुझे लफ़्ज़ों से अपने लबरेज़ कर गया आखों से छलका ऐसे मुझे मोती कर गया... / जिन्हें वस्ल-ए-यार कि हवस हो ख़्वाबों से करते कहां परहेज़ वो मुस्कुरा भी... Hindi · मुक्तक 3 227 Share Mugdha shiddharth 26 Apr 2019 · 1 min read मुक्तक सादगी को रौंद के पुर्दिल महल न कभी बनाना तुम दुनियाँ की रीत देख के जुबाँ पे छाले न उगना तुम... / बड़ी बेसब्र थी जुबाँ पे इश्क का नमक... Hindi · कविता 3 267 Share Mugdha shiddharth 22 Apr 2019 · 2 min read आइये हम मिलते हैं तेज़ाब के शिकार से ! आइये हम मिलते हैं तेज़ाब के शिकार से ऊधडी हुई खालों में सिसकती बयार से. गलती हुई खालों से उठती, अजीब सी सड़ाँध से आइये हम मिलते हैं तेज़ाब के... Hindi · कविता 5 2 428 Share Mugdha shiddharth 19 Apr 2019 · 1 min read दोष बिच्छू का नहीं... दोष बिच्छू का नहीं... की उस ने हमें काटा, 'जहर' हमारे शरीर में फैलाया, काटना और ज़हर फैलाना धर्म है उसका ... वो अपने धर्म पे था, दोष हमारा है...... Hindi · कविता 3 671 Share Mugdha shiddharth 27 Mar 2019 · 1 min read गांव ! कहीं एक गांव था मेरा वो गांव मुझ से छूट गया, आम,सखुआ, महुआ का छांव मुझ से छूट गया। एक शहर मिला था बदले में, गलियां,सड़कें, चैराहे वो सारा राह,... Hindi · कविता 4 372 Share Mugdha shiddharth 27 Mar 2019 · 3 min read कालाहांडी, भूख और गरीबी ! ओडिशा: इस चुनावी समय में भी कुछ लोग अपनी जिंदगी कि जरूरी जरूरतों को लेकर आवाज़ बुलंद करने में पीछे नहीं हट रहे ,क्या कर सकते हैं, आश्वासन और जुमलों... Hindi · लेख 4 2 696 Share Mugdha shiddharth 16 Mar 2019 · 3 min read वो जो मेरठ दो सौ घर जल गए पता तो करो लाख के थे क्या ? कई साल हुए इस बात को पर भूल नही पाती। एक बार कापड़ा धोने के दरमियान कपड़े के साथ सै का नोट भी धुल गया था मुझ से,जिसे इस्त्री (प्रेस)... Hindi · लेख 3 1 245 Share Mugdha shiddharth 13 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक ! टेढ़े-मेढे रास्ते मैंने अपने वास्ते खुद ही चुन लिए बेबसों की आवाज़ जो अचानक ही मैंने सुन लिए ! *** बीरान कमरे से कोई आवाज़ सी आती है देखो तो,... Hindi · मुक्तक 1 267 Share Mugdha shiddharth 13 Mar 2019 · 1 min read मुजरिम ! जब भी इस दौर का इतिहास लिखा जाएगा एक-एक कर के हम सब को शामिल किया जाएगा। हथियार उठाने वाला हाँथ उनका सही, देखने वाले हम भी थे भला चुप्पी... Hindi · कविता 2 411 Share Mugdha shiddharth 12 Mar 2019 · 3 min read जकिया जाफरी एक मज़लूमा ! ज़किया जाफ़री ----------------- ये ज़किया बी हैं, आप लोग जानते हैं क्या इन्हें ? शायद जानते हों पर भूल गए होंगे, मैं भी भूल गई थी एक मित्र ने जब... Hindi · लेख 4 1 252 Share Mugdha shiddharth 9 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक ! वो बदन ही नहीं तू ध्यान से देख तू बदन के आगे भी कुछ और देख के देख लड़कियां हर दौर में बेहतरीन होती हैं ढलेंगी हर सांचे में एक... Hindi · मुक्तक 3 210 Share Mugdha shiddharth 9 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक ! मेरा बचपन मेरे दामन को छोड़ती ही नही जब भी छुड़ाती हूँ और जोर से लिपट जाती है ! ** हमें अपने घऱ-आंगन गए जमाने हो गए माँ के हाँथ... Hindi · मुक्तक 2 257 Share Mugdha shiddharth 9 Mar 2019 · 1 min read मुझे सिर्फ मैं होना है ! तुम्हें राम होना है ? रोका किस ने है ? हो जाओ, हमें सीता नहीं होना है। आग में तप कर भी, जंगल का कोना नहीं होना है । दो... Hindi · कविता 2 244 Share Mugdha shiddharth 9 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक ! आज की औरत हूँ, आज़ाद होना है उड़ती हवा हूँ माहताब होना है। हवाओं के पर पे सबार होना है, उड़ने-खुलने के लिए तैयार होना है। तेरी झूठी रिवायतों कि... Hindi · मुक्तक 2 232 Share Mugdha shiddharth 9 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक ! तुम मुझे इतनी हैरत से न देखो, मत सोचो कि औरत हूँ, इतनी आग कहाँ से लाती हूँ ? कि चुप्पी टूटी तो सैलाब आएगा, देखना एक नया इंकलाब आएगा... Hindi · कविता 2 1 382 Share Mugdha shiddharth 9 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक ! खुले पिंजड़े में बैठी चिड़िया से कोई पूछो पर होने पे भी परवाज़ क्यूँ नहीं करती। घर की देहरी पे बैठी औरत से भी पूछो आंगन से ख़ुद को आज़ाद... Hindi · मुक्तक 2 1 270 Share Mugdha shiddharth 9 Mar 2019 · 1 min read वो लड़की ! वो लड़की वो जो गई थी सौदा करने हाट में, गीत गाते बाट में, जो हाट से लौटी नहीं निगल लिया जिसे हाट ने, मैं ही तो रही होउंगी या... Hindi · कविता 2 489 Share Mugdha shiddharth 5 Mar 2019 · 1 min read आईए-आईए आप हमारे साथ आ जाइए ! आइए-आइए अब की आप हमारे साथ आइए अपने हक के लिए मिल कर आवाज़ तो लगाइए, उस तरफ़ नही, ज़रा इस तरफ़ तो आइए, मेरे साथ मिल कर सरकार की... Hindi · कविता 2 196 Share Mugdha shiddharth 2 Mar 2019 · 1 min read लेख एक उम्मीद थी अब वो भी टूटी समझो उसकी हर बात को तुम झूठी ही समझो ! --------------------------------------------- चारों तरफ़ मिडिया में कुछ गिने चुने चैनलों को छोड़ कर यही... Hindi · लेख 5 1 444 Share Mugdha shiddharth 1 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक ! दुख इसका नही कि वो शांति की बात नही करते हैं हम परेशां हैं कि वो इंसानियत भुलाने की बात करते हैं। हथियारों के व्यपारी हैं जो, शांति दूत बना... Hindi · मुक्तक 4 552 Share Mugdha shiddharth 1 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक ! आज तुम्हारी हर कही बात झूठ ही लगती है हमें एक वो भी दिन थे तुझ पे एतबार कर लिया था। चापलूसी देख के गलतियां हो ही जाया करती हैं... Hindi · मुक्तक 3 375 Share Mugdha shiddharth 1 Mar 2019 · 1 min read मेरा भईया ! सोन चिरैया तुम मेरी मैं तेरा भईया रहना हमेशा खुश तुम मेरी परछाइयाँ। जब भी लगे तुम्हें तुम हो उदास बहना एक आवाज़ लगा के कहना मेरी बहना खोजे सोन... Hindi · कविता 3 478 Share Mugdha shiddharth 28 Feb 2019 · 1 min read हम ने उमीद ही ग़लत जगह लगाई है। बदले हुए सरकार तेरे तेवर फिर आज नज़र आई है। सियासत के रंगीन चौखट पर देखो फिर एक बार आवाज़ हमारी दबी-कुचली हुई सी ही नज़र आई है। शहीदों की... Hindi · कविता 3 205 Share Mugdha shiddharth 27 Feb 2019 · 2 min read वो आज़ाद हमारा है गले जनेऊ, मूछों पे हाॅंथ कमर में पिस्टल रहता था देश भक्ति जिसके नस-नस में लहू बन दौड़ा करता था वो आज़ाद हमारा था वो आज़ाद हमारा है। दुश्मन में... Hindi · कविता 3 408 Share Mugdha shiddharth 27 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक मेरे शब्द वो चीख़ है जो हर जख्म पे निकल आती है तू वो हाकिम है जिसके सीने में धडकता दिल ही नहीं। मौत नंगी नाचती रही हर दिन घर... Hindi · मुक्तक 2 555 Share Mugdha shiddharth 27 Feb 2019 · 1 min read उमीद ही ग़लत जगह लगाई है। होठों पे तेरे फिर वही पहले सी मुस्कान उभर आई है बदले हुए सरकार तेरे तेवर फिर आज नज़र आई है। सियासत के रंगीन चौखट पर देखो फिर एक बार... Hindi · कविता 3 223 Share Mugdha shiddharth 25 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक हम मुतमइन हो नहीं सकते इस दौरे सियासत में ख़िलाफ़त के लिए बोलना अभी बेहद जरूरी है ! उन्माद बेचने वालों की बड़ी-भीड़ लगी है प्यारे उन के मुहों में... Hindi · मुक्तक 3 477 Share Mugdha shiddharth 25 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक मेरे दिल को सुकून क्यों नहीं कुछ टुटा है क्या ? मेरे दिल के पिंजर में दो नाम चीख़ कि तरह आया है चित्रकूट की गलियों से ! ।।सिद्धार्थ।। Hindi · मुक्तक 4 480 Share Mugdha shiddharth 25 Feb 2019 · 1 min read अपने ही मन के अंदर से ! कुछ रोज टूट जाती हूँ मैं,'अंदर' से तुम देखते हो मुझे बाहर से, मैं बिखरती-सिसकती-सुबकती हूँ मन के अंदर से। एक पालना टूट के बिखरा है, कुछ खिलौने छूट के... Hindi · कविता 5 335 Share Mugdha shiddharth 9 Feb 2019 · 1 min read सुक्की हूँ मैं ! सुक्की हूँ मैं, मेरे पसलियों में फसी है एक गोली जबानों के बंदूकों की नाल से निकली बारूद भरी गर्म लोहे कि गोली, मरी नहीं हूँ मैं, जिन्दा हूँ, अपनी... Hindi · कविता 2 283 Share Mugdha shiddharth 7 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक "मुझे मेरे पुरखों ने हक दिया है, जुवा पे अपने आग रख लो तुम्हें सत्ता ने हक दिया है,लहू लगे हाथों को बेदाग़ कर लो !" *** 07-02-2019 (सिद्धार्थ) Hindi · मुक्तक 2 239 Share Mugdha shiddharth 7 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक ! "तीर तलवार कि जरूरत नहीं मुझे, तुम्हें हो तो सँभाल लो, मुल्क़ मुहाने पे है धर्मयुद्ध के, हम कलम से काम चलालेंगे !" *** 07-02-2019 (सिद्धार्थ) Hindi · मुक्तक 1 382 Share Mugdha shiddharth 7 Feb 2019 · 2 min read भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आज़ाद ! "ईमान बेच कर जो सियासी मंडी में, सत्ताधीशों को माई-बाप लिखते हैं खबरों की उस मंडी को, इस कलिकाल का अभिशाप हम कहते हैं !" भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आज़ाद... Hindi · लेख 2 1 256 Share Mugdha shiddharth 5 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक खैरात नहीं हमें हमारा हक़ का तो दीजिए जो हमारे हक का है बस उतना ही दे दीजिए चंद सिक्के उछाल के मातमपुर्सी कर रहें हैं आप हमारे हक़ पे... Hindi · मुक्तक 2 511 Share Mugdha shiddharth 5 Feb 2019 · 3 min read गिद्ध हैं सारे के सारे ! ये जो बंगाल में हो रहा है, क्या वो हमारे मतलब का है ? है ही लोकतंत्र पर ये बड़ा सबाल है। और हम इस लोकतंत्र के अहम हिस्स्से। तो... Hindi · लेख 2 1 222 Share Mugdha shiddharth 4 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक जब कभी इस दौर का इतिहास लिखा जायगा बग़लगीर नीरो का ही तुझको समझा जाएगा, जल रहा था देश मेरा धर्म के उन्वान पर, तू बैठ मजे में जुमले कि... Hindi · मुक्तक 1 434 Share Mugdha shiddharth 3 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक माँ :आप से फूल, खुशबु,तारे, सितारे कि बातें कौन करे, आप दिल में रहतीं हैं, आप से दिलगी कि बातें कौन करे। बस खुश रहा कीजिए, हमें भी अपनी यादों... Hindi · कविता 2 194 Share Mugdha shiddharth 1 Feb 2019 · 2 min read हमारे प्रधान सेवक ! हमारे प्रधान सेवक ठान कर बैठे हैं कि झूठ का सर झुकने नहीं देंगे। गज़ब-गज़ब झूठ बोलते हैं भाई बड़े से बड़ा झूठा पानी मांगे उनके आगे। अब किस -किस... Hindi · लेख 2 3 322 Share Previous Page 16 Next