Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Feb 2019 · 1 min read

अपने ही मन के अंदर से !

कुछ रोज टूट जाती हूँ मैं,’अंदर’ से
तुम देखते हो मुझे बाहर से,
मैं बिखरती-सिसकती-सुबकती
हूँ मन के अंदर से।
एक पालना टूट के बिखरा है,
कुछ खिलौने छूट के टूटे हैं,
मेरे कलेजे के समंदर में।
मेरा अपना फिर खोया है
लालच के घने जंगल से,
टूट के फिर मैं बिखरी हूँ,
अपने ही मन के अंदर से !
।।सिद्धार्थ।।

Language: Hindi
5 Likes · 294 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मेरी हथेली पर, तुम्हारी उंगलियों के दस्तख़त
मेरी हथेली पर, तुम्हारी उंगलियों के दस्तख़त
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
भूल
भूल
Neeraj Agarwal
जो कभी मिल ना सके ऐसी चाह मत करना।
जो कभी मिल ना सके ऐसी चाह मत करना।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
दोहा-प्रहार
दोहा-प्रहार
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
खुल जाये यदि भेद तो,
खुल जाये यदि भेद तो,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
बुलंदियों पर पहुंचाएगा इकदिन मेरा हुनर मुझे,
बुलंदियों पर पहुंचाएगा इकदिन मेरा हुनर मुझे,
प्रदीप कुमार गुप्ता
गलत चुनाव से
गलत चुनाव से
Dr Manju Saini
तुम नादानं थे वक्त की,
तुम नादानं थे वक्त की,
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
कृषक
कृषक
Shaily
जब तक हो तन में प्राण
जब तक हो तन में प्राण
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
*पाऍं कैसे ब्रह्म को, आओ करें विचार (कुंडलिया)*
*पाऍं कैसे ब्रह्म को, आओ करें विचार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
तू जाएगा मुझे छोड़ कर तो ये दर्द सह भी लेगे
तू जाएगा मुझे छोड़ कर तो ये दर्द सह भी लेगे
कृष्णकांत गुर्जर
मोहब्बत अनकहे शब्दों की भाषा है
मोहब्बत अनकहे शब्दों की भाषा है
Ritu Asooja
कैसा हो रामराज्य
कैसा हो रामराज्य
Rajesh Tiwari
ज़िंदगी बेजवाब रहने दो
ज़िंदगी बेजवाब रहने दो
Dr fauzia Naseem shad
सुंदरता के मायने
सुंदरता के मायने
Surya Barman
वो नेमतों की अदाबत है ज़माने की गुलाम है ।
वो नेमतों की अदाबत है ज़माने की गुलाम है ।
Phool gufran
आज वही दिन आया है
आज वही दिन आया है
डिजेन्द्र कुर्रे
क्युं बताने से हर्ज़ करते हो
क्युं बताने से हर्ज़ करते हो
Shweta Soni
“बिरहनी की तड़प”
“बिरहनी की तड़प”
DrLakshman Jha Parimal
एक पूरी सभ्यता बनाई है
एक पूरी सभ्यता बनाई है
Kunal Prashant
***** सिंदूरी - किरदार ****
***** सिंदूरी - किरदार ****
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
अगर दुनिया में लाये हो तो कुछ अरमान भी देना।
अगर दुनिया में लाये हो तो कुछ अरमान भी देना।
Rajendra Kushwaha
बेवजह कदमों को चलाए है।
बेवजह कदमों को चलाए है।
Taj Mohammad
अन्तर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस
अन्तर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस
Bodhisatva kastooriya
चेतावनी हिमालय की
चेतावनी हिमालय की
Dr.Pratibha Prakash
Red Hot Line
Red Hot Line
Poonam Matia
मसान.....
मसान.....
Manisha Manjari
प्यार की बात है कैसे कहूं तुम्हें
प्यार की बात है कैसे कहूं तुम्हें
Er. Sanjay Shrivastava
■ सलामत रहिए
■ सलामत रहिए
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...