Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Mar 2019 · 1 min read

मुक्तक !

दुख इसका नही कि वो शांति की बात नही करते हैं
हम परेशां हैं कि वो इंसानियत भुलाने की बात करते हैं।
हथियारों के व्यपारी हैं जो, शांति दूत बना कर उसे लाए हैं
अपनों के सीने में लोहा उतारने की हिमायत वो करते हैं।
हथियारों के सौदागर अब युद्ध के सै-सै फ़ायदे गिनवाते हैं
जो युद्ध न हुआ तो हथियार बैठ कर क्या वो खायेंगे।
01-03-2019
।।सिद्धार्थ।।

Language: Hindi
4 Likes · 477 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मैं जो कुछ हूँ, वही कुछ हूँ,जो जाहिर है, वो बातिल है
मैं जो कुछ हूँ, वही कुछ हूँ,जो जाहिर है, वो बातिल है
पूर्वार्थ
असमान शिक्षा केंद्र
असमान शिक्षा केंद्र
Sanjay ' शून्य'
फितरत अमिट जन एक गहना
फितरत अमिट जन एक गहना
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
किन मुश्किलों से गुजरे और गुजर रहे हैं अबतक,
किन मुश्किलों से गुजरे और गुजर रहे हैं अबतक,
सिद्धार्थ गोरखपुरी
अगहन कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को उत्पन्ना एकादशी के
अगहन कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को उत्पन्ना एकादशी के
Shashi kala vyas
कहानी ....
कहानी ....
sushil sarna
Ahsas tujhe bhi hai
Ahsas tujhe bhi hai
Sakshi Tripathi
सोशल मीडिया का दौर
सोशल मीडिया का दौर
Shekhar Chandra Mitra
आए तो थे प्रकृति की गोद में ,
आए तो थे प्रकृति की गोद में ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
2456.पूर्णिका
2456.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
बदल कर टोपियां अपनी, कहीं भी पहुंच जाते हैं।
बदल कर टोपियां अपनी, कहीं भी पहुंच जाते हैं।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
!...............!
!...............!
शेखर सिंह
बाल दिवस विशेष- बाल कविता - डी के निवातिया
बाल दिवस विशेष- बाल कविता - डी के निवातिया
डी. के. निवातिया
खो गईं।
खो गईं।
Roshni Sharma
संत गाडगे संदेश 2
संत गाडगे संदेश 2
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
लहू जिगर से बहा फिर
लहू जिगर से बहा फिर
Shivkumar Bilagrami
मन है एक बादल सा मित्र हैं हवाऐं
मन है एक बादल सा मित्र हैं हवाऐं
Bhargav Jha
औरों के धुन से क्या मतलब कोई किसी की नहीं सुनता है !
औरों के धुन से क्या मतलब कोई किसी की नहीं सुनता है !
DrLakshman Jha Parimal
गोलगप्पा/पानीपूरी
गोलगप्पा/पानीपूरी
लक्ष्मी सिंह
रूठना मनाना
रूठना मनाना
Aman Kumar Holy
■ खाने दो हिचकोले👍👍
■ खाने दो हिचकोले👍👍
*Author प्रणय प्रभात*
*गर्मी के मौसम में निकली, बैरी लगती धूप (गीत)*
*गर्मी के मौसम में निकली, बैरी लगती धूप (गीत)*
Ravi Prakash
तन्हाई
तन्हाई
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
आया होली का त्यौहार
आया होली का त्यौहार
Ram Krishan Rastogi
'रामबाण' : धार्मिक विकार से चालित मुहावरेदार शब्द / DR. MUSAFIR BAITHA
'रामबाण' : धार्मिक विकार से चालित मुहावरेदार शब्द / DR. MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
--एक दिन की भेड़चाल--
--एक दिन की भेड़चाल--
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
महादेव ने समुद्र मंथन में निकले विष
महादेव ने समुद्र मंथन में निकले विष
Dr.Rashmi Mishra
आत्मसंवाद
आत्मसंवाद
Shyam Sundar Subramanian
"बेहतर"
Dr. Kishan tandon kranti
थकावट दूर करने की सबसे बड़ी दवा चेहरे पर खिली मुस्कुराहट है।
थकावट दूर करने की सबसे बड़ी दवा चेहरे पर खिली मुस्कुराहट है।
Rj Anand Prajapati
Loading...