Santosh Shrivastava Language: Hindi 724 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 14 Next Santosh Shrivastava 15 Jan 2019 · 1 min read जीवन के खेल क्षणभंगुर हैं ये जीवन के खेल संभल कर खेलो जिन्दगी के खेल Hindi · मुक्तक 709 Share Santosh Shrivastava 15 Jan 2019 · 1 min read मकर संक्रांति की शुभकामनाएं करते है नमन सूर्य देवता तुम्हें सम्पूर्ण सृष्टि को करते ऊर्जावान देते प्रकाश और बनाते कर्मप्रधान उत्तरायन और दक्षिणायन देख चमत्कार विश्व ने किया तुम्हें नमस्कार तिल गुड का मानवता... Hindi · कविता 381 Share Santosh Shrivastava 14 Jan 2019 · 1 min read अभिशप्त शहर मेरे गाँव के चौपाल का वह पीपल का पेड़ जिसके नीचे होली पर फाग गाई जाती थी ईद पर सिमयीयो का दौर चलता था प्यार एकता का प्रतीक था वह... Hindi · कविता 227 Share Santosh Shrivastava 14 Jan 2019 · 1 min read बर्फ कौन कहता पानी हमेशा चंचल रहता है उसे भी शान्त , गंभीर और स्थिर रहना आता है (संदर्भ: बर्फ) Hindi · मुक्तक 241 Share Santosh Shrivastava 13 Jan 2019 · 2 min read रिश्ता पैसों का " बाबू जी मुझे रिटायर हुए तीन साल हो गये मेरी पेंशन अभी तक नही बनी बाबू जी बडी परेशानी में हूँ।" रामलाल हाथ जोड़ कर पेन्शन प्रकरण डील करने... Hindi · कविता 248 Share Santosh Shrivastava 12 Jan 2019 · 1 min read न रखो मन में कोई भ्रम कितना भ्रम हम पाले है जिन्दगी में कौन अपना कौन पराया नहीं जान पाये जिन्दगी में भ्रम के संसार में जीने का मजा ही अलग है जो अपने भी न... Hindi · कविता 371 Share Santosh Shrivastava 11 Jan 2019 · 2 min read घर की इज्जत "इन्सपेक्टर चेतना ने अपनी टोपी निकाली और कुर्सी पर बैठ कर सुस्ताते लगी । अभी वह चार लड़कियों को पकड कर लाई थी जो रात को दो बजे घर से... Hindi · कहानी 640 Share Santosh Shrivastava 11 Jan 2019 · 1 min read मृत्यु जीवन का एक सत्य कहते हैं मृत्यु अंतिम सत्य नहीं है जीवन यात्रा का अंत नहीं है एक नई यात्रा का शुभारंभ है । सोचता हूँ संभवतः ऐसा ही हो ऐसा ही होता भी... Hindi · कविता 424 Share Santosh Shrivastava 11 Jan 2019 · 1 min read विश्व हिन्दी दिवस - हिन्दी का महत्व राजभाषा हिन्दी हर देश को अपनी भाषा , संस्कृति एवं धरोहर पर गर्व होता है भारत पर चूंकि अंग्रेजों ने कयी साल राज किया था इसलिए भारतवासियों की भाषा पर... Hindi · लेख 378 Share Santosh Shrivastava 9 Jan 2019 · 1 min read गरीबों का आसरा अमीर क्यो गरीबों को चिढ़ाते है करोडों के मकानों में रहते है करोडों की शादी करते हजारों के खाने की बरवादी करते करोडों अरबों के घोटाले चुनावों मे अरबों के... Hindi · कविता 194 Share Santosh Shrivastava 9 Jan 2019 · 2 min read अ-तिथि (हास्य कविता) सुबह पांच बजे मोबाईल की घंटी बजी उधर से आवाज आई " आ रही हूँ " फोन हाथ से छूटता छूटता बचा कड़ाके की सर्दी में पसीने से तरबतर हुआ... Hindi · कविता 767 Share Santosh Shrivastava 8 Jan 2019 · 1 min read जीवन की विडंबना जीवन में बस तेरा है सहारा राधा डोले वृन्दावन ढूंढे कृष्ण का आसरा राम डोले वन वन हनुमान बने आसरा प्रह्लाद ने की आराधना पाया ईश्वर का आसरा पर्वत से... Hindi · कविता 222 Share Santosh Shrivastava 8 Jan 2019 · 1 min read मेरा परिवार मेरा प्यार मेरा घर संसार मेरी शक्ति मेरी भक्ति मेरे अपने मेरे सपने मेरी माता मेरे पिता मेरी सृष्टि मेरी गृहस्थी सब है बस मेरा परिवार जैसे माँ का दरबार... Hindi · कविता 549 Share Santosh Shrivastava 8 Jan 2019 · 1 min read दाम्पत्य जीवन में खुशियाँ दाम्पत्य जीवन को सुखी और सान्नद बनाने में पति पत्नी के बीच आपसी सहमति और सुविधा से सेक्स संबंध आवश्यक हैं। स्वस्थ सेक्स संबंधों से मानसिक तनाव खत्म होता है... Hindi · लेख 192 Share Santosh Shrivastava 8 Jan 2019 · 1 min read हिम्मत हिम्मत नही है सच का सामना करने का तो मत उतारो मैदान में हिम्मत नहीं है डर का सामना करने का तो घर से मत निकलो हिम्मत नहीं है दान... Hindi · कविता 262 Share Santosh Shrivastava 7 Jan 2019 · 1 min read किताबों का संसार किताब हैं ज्ञान का भंडार किताबों में बसा हैं घर संसार इतिहास की गवाह हैं ये किताबें दादा दादी की बसी हैं इसमें कहानियाँ किताबों के बिना सूना है संसार... Hindi · कविता 1k Share Santosh Shrivastava 7 Jan 2019 · 1 min read जीवन के रंग जीवन के है अनेक रंग कभी खुशी तो कभी गम के रंग उत्साह भर देते हैं जीवन में इन्द्रधनुषी रंग पति पत्नी केजीवन में खुशियों के रंग भर देते है... Hindi · कविता 342 Share Santosh Shrivastava 6 Jan 2019 · 2 min read गिला - शिकवा रेल तेज गति से जा रही थी रात के दो बज रहे थे लेकिन संध्या की आँखो से नींद कौसो दूर थी । तभी उसकी आँखो के आगे एक चलचित्र... Hindi · कहानी 593 Share Santosh Shrivastava 6 Jan 2019 · 1 min read फकीर मजार में चादरों से ढके मौला ने कहा : ठंड से ठिठुरते फकीर को उड़ा ये चादर मैं, पसीने से लथपथ हूँ। " Hindi · कविता 228 Share Santosh Shrivastava 6 Jan 2019 · 1 min read सांसे जिंदगी ने किया सवाल कैसी गुजर रही है दोस्त मैंने भी कहा दिया: "उधार की सांसे है, किराये का जिस्म है जब तलक देगी साथ गुजार लूँगा जिन्दगी तेरे साथ... Hindi · मुक्तक 393 Share Santosh Shrivastava 5 Jan 2019 · 1 min read पानीपूरी और बरसात (हास्य ) यूँ तो मेरे पति मेरा बहुत ध्यान रखते है पर जब सटते है तो फिर बाप रे बरसात के दिन थे ।एक बार हम बाजार गये । हल्की बून्दाबान्दी हो... Hindi · लघु कथा 344 Share Santosh Shrivastava 5 Jan 2019 · 1 min read मोह माया का भ्रम माया है मन का भ्रम नहीं छोड़ती यह ताउम्र माया में जब फंसा मानव मन हो गया गुलाम वह दौलत धन माया का नही है अंत इसमें फंसे मानव दानव... Hindi · कविता 460 Share Santosh Shrivastava 4 Jan 2019 · 1 min read बेटी है घर की शान बेटी है घर की शान उसे दो घर संसार में मान बेटी को मत कहो मासूम बेटी तो है नौ देवी रूप हर अवतार में है शक्ति स्वरूप पिता ने... Hindi · कविता 594 Share Santosh Shrivastava 3 Jan 2019 · 1 min read सबरीमाला पर विचार सिर्फ साफ सफाई के उद्देश्य से मासिकधर्म के दिनों में मंदिर , किचन आदि पर स्वविवेक से स्त्री स्वयं वहाँ नहीं जाती है इसके लिए इतना हो हल्ला मचाने नियम... Hindi · लेख 230 Share Santosh Shrivastava 3 Jan 2019 · 1 min read कर्म ही जीवन है कर्म ही जीवन है कर्म ही पूजा है कर्म ही धर्म है जीवन में है सफल वही इन्सान जो है कर्म प्रधान कृष्ण का भी यही है संदेश करो कर्म... Hindi · कविता · बाल कविता 670 Share Santosh Shrivastava 2 Jan 2019 · 1 min read बेटी माँ बेटी का रिश्ता है निराला कभी खट्टा तो कभी चाशनी का प्याला सिखाती माँ , बेटी को दुनियादारी बेटी मै आ जाती जल्दी समझदारी है बेटी का अमूल्य दुलार... Hindi · कविता 573 Share Santosh Shrivastava 2 Jan 2019 · 1 min read शिक्षा शिक्षा नही है महंगी पाठशालाओं की मोहताज गरीबी में भी शिक्षा होती है सिरताज शिक्षा नहीं चाहिए ऐसी जो करें नौकरी की मोहताज रोजगारोन्मूलक शिक्षा की जरूरत है आज व्यवहारिक... Hindi · कविता 331 Share Santosh Shrivastava 1 Jan 2019 · 1 min read स्वागत है नववर्ष नववर्ष है उम्मीदों का सागर बीती ताही बिसार दे आगे की सुधि ले का देता संदेशा नववर्ष देते है शुभकामनाएं नूतन वर्ष मे यश मिले जीवन मे संतोष मिले हैं... Hindi · कविता 194 Share Santosh Shrivastava 31 Dec 2018 · 1 min read बीता कल बीता कल कल की बातें कुछ यादगार कुछ भूली बातें बात करें अब नये साल में नयी बातों की कामना यही है नूतन वर्ष मे यश मिले जीवन मे संतोष... Hindi · कविता 352 Share Santosh Shrivastava 30 Dec 2018 · 1 min read नये साल का संकल्प पत्नी ने कहा : "सुनो जी नये साल में संकल्प लो तुम । " मैने कहा:" प्रिय विचार अच्छा है लेकिन हमारी बात से मत मानना तुम बुरा" पत्नी ने... Hindi · कविता 196 Share Santosh Shrivastava 28 Dec 2018 · 2 min read प्यार और लडाई प्यार - तकरार "बेटा बनारस वाली गाडी कौन से प्लेटफार्म पर आऐगी " रमा ने अपने सिर पर रखी गठरी नीचे रखते हुऐ गेट पर खडे टीटी से पूछा ।... Hindi · कहानी 472 Share Santosh Shrivastava 28 Dec 2018 · 1 min read दिल अजीब दास्ताँ है दिल तेरी जब तक धडकता रहे तब तक अह्सास जिन्दगी का बंद धडकनें अंत इन्सान का आंखे हुई चार तो बेकाबू हुआ दिल प्यार हुआ क़ुबूल तो... Hindi · कविता 1 230 Share Santosh Shrivastava 28 Dec 2018 · 1 min read रिश्ते खून तो खून है शरीर के अंदर है तो बे-रंग है निकल आया तो लाल है खून के रिश्ते जब टूट जाते है तब यह सफेद कहलाता है और क्या... Hindi · कविता 1 240 Share Santosh Shrivastava 27 Dec 2018 · 1 min read रस्मे (हास्य) हमारी शादी में विदा से पहले देवी पूजन कमरे में जाते समय सालिया रास्ता रोक कर खडी हो गयी और कोई गीत गाने को कहा लेकिन मुझे कुछ आता नही... Hindi · लघु कथा 388 Share Santosh Shrivastava 27 Dec 2018 · 1 min read अस्तित्व जगत जननी जगत पालनी है धरती असीम कष्ट असीम संकट झेल कर भी पालती है धरती धरती के बिना शून्य है मानव का अस्तित्व भटक गया है इन्सान स्वार्थी हो... Hindi · कविता 368 Share Santosh Shrivastava 27 Dec 2018 · 2 min read दामाद बारात आने में थोडी देर थी । सब बाहर तैयारी में लगे थे और संध्या पुरानी यादो मे खोई गयी थी : " मेरी शादी की बात चल रही थी... Hindi · लघु कथा 591 Share Santosh Shrivastava 26 Dec 2018 · 1 min read गति समझौते बन गए हैं जिन्दगी के पर्याय मेरे अंधकार टूटन बिखराव चिर सहयोगी हैं अंत हीन बेतरतीब सफर के मेरी आस्था श्रद्धा मेरा दृढ़ विश्वास बंद है मेरी मुट्ठियों में... Hindi · कविता 243 Share Santosh Shrivastava 26 Dec 2018 · 1 min read यादें यादों कभी पुरानी नही होती यादोँ को भूलाया नही जा सकता दर्द का अहसास उसे ही होता है दोस्त जो अपनो की याद में दिन का चैन और रात की... Hindi · मुक्तक 431 Share Santosh Shrivastava 26 Dec 2018 · 1 min read दरवाजे घर की इज्जत होते है दरवाजे दरवाज़े के पीछे की दुनिया होती है निराली लड़ते है पति पत्नी मन का निकाल फिर हो जाते हैं एक लड़ते है भाई बहन... Hindi · कविता 207 Share Santosh Shrivastava 25 Dec 2018 · 1 min read अभिव्यक्ति लेखन है अभिव्यक्ति का एक सशक्त माध्यम इतिहास बदल दिया है इसने भारत की आजादी का "सर फरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है देखना है जोर कितना कातिले... Hindi · कविता 342 Share Santosh Shrivastava 24 Dec 2018 · 1 min read सुखी परिवार भावों के मोती दिनांक 24/12/18 परिवार सुखी परिवार में बसा है घर संसार दादा दादी का हो आशीर्वाद माता पिता का हो प्यार बच्चों पर हो ईश कृपा जितनी हो... Hindi · कविता 1 1 651 Share Santosh Shrivastava 22 Dec 2018 · 1 min read सुखी घर संसार संस्कारों पर टिका है सुखी घर संसार बच्चों के संसार की बुनियाद है बचपन से ही बड़ो की इज्जत करना ईमानदारी और मेहनत से पैसा कमाना शिष्ट और मर्यादित भाषा... Hindi · कविता 211 Share Santosh Shrivastava 21 Dec 2018 · 1 min read छवि पायल तेरे रूप निराले कान्हा पैरों इठलाऐ वृन्दावन राधा पैरों इठलाऐ कान्हा दुल्हन , पैरो सौभाग्य की निशानी कुंवारी झम झम मन भाऐ माता दुर्गा के पैर सुहाए नहीं बिन... Hindi · कविता 220 Share Santosh Shrivastava 20 Dec 2018 · 1 min read भूख कल भूख से साक्षात्कार हो गया बड़ी वीभत्स है वो क्रूर डरावनी और निष्ठुर मैं एक एक कौर के लिए तरस रहा था और वो ठहाके लगा रही थी मेरा... Hindi · कविता 220 Share Santosh Shrivastava 19 Dec 2018 · 1 min read देशप्रेम कहाँ गया वो देशप्रेम "जब सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है" हर युवक बोलता था । जब लहूलूहान होने पर भी वीरों की देह सिर्फ बोलती थी वन्देमातरम... Hindi · कविता 221 Share Santosh Shrivastava 18 Dec 2018 · 1 min read गम चाँद रात भर चलता रहा निशा को हिम्मत दिलाता रहा साथ हूँ तेरे अकेला न समझ मेरे साथी निशा ने इन्सान से कहा मैं बनाई ही गयी हूँ इसलिए अगले... Hindi · कविता 230 Share Santosh Shrivastava 17 Dec 2018 · 1 min read संस्कार संस्कारों का खजाना होते हैं माता पिता और दादा दादी नाना नानी संस्कार होते हैं अनमोल जबकि खर्च होता नहीं कुछ भी संस्कार पहचान है एक सुसंस्कृत परिवार के, सुसंस्कृत... Hindi · कविता 448 Share Santosh Shrivastava 14 Dec 2018 · 1 min read समझौता समझौता (हास्य कविता ) अरे समझौता करना सीखना हो तो हम से सीखो कदम पर कदम पर समझौता किया है हमने जहाँ समझौता तोड़ा वही हुई है दुर्गति हमारी सुबह... Hindi · कविता 417 Share Santosh Shrivastava 13 Dec 2018 · 1 min read कोहरा (हास्य कविता) छाया है घना कोहरा रात ढल रही है अचानक पत्नी ने झकझोर कर उठा दिया बोली : "सुनो जी जरा बाहर का मौसम तो देखो कितना है सुहाना शुद्ध ताजा... Hindi · कविता 931 Share Santosh Shrivastava 13 Dec 2018 · 1 min read वक्त उजड़े चमन की बुलबुलों से क्या गुफ्त़गू करें मयकदे के शोर-ओ -शऊर से कहीं दूर हम चलें शराब-ओ- शबाब रहा कभी मेरा शगल नहीं वक्त गुजर गया बहुत चलो अब... Hindi · मुक्तक 218 Share Previous Page 14 Next