Mugdha shiddharth Language: Hindi 841 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 10 Next Mugdha shiddharth 21 Feb 2020 · 1 min read मुक्तक ख्वाहिशें गुमनाम रहे लबजों से ये न हो जाहिर इश्क की बात चले फिर दर्द कैसे न हो जहिर डाल पे लगी फूल यक-ब-यक मुरझाता तो नहीं बिछड़ के डाल... Hindi · कविता 4 478 Share Mugdha shiddharth 20 Feb 2020 · 1 min read तुमने ही छुपाए थे... क्या बाबा तुमने ही छुपाए थे... क्या बाबा मेरे नन्ही हंथेलियो में खेलती रंग बिरंगी तितली को जाने कहां खो गई है, जाने किस आंगन जाकर सो गई रहती थी वो मेरे... Hindi · कविता 3 398 Share Mugdha shiddharth 1 Jan 2020 · 1 min read मुक्तक 1. ये जो कुछ घंटे बचें हैं वो कैसे कटेगा... विश्व गुरु हुए तो देश शिष्य किस को धरेगा...?? 2. ख्वाहिशों के समंदर में दिसम्बर फिर से डूबने वाला है... Hindi · मुक्तक 2 509 Share Mugdha shiddharth 1 Jan 2020 · 1 min read मुक्तक 1. मुड़ के देखेंगे तो हमें साथ ही पाएंगे, हम दूर तलक आपका साथ निभाएंगे... नए साल में हम मिल के मुस्कुराएंगे... बधाई✨ ~ सिद्धार्थ 2. रेशम हूं उलझी हूं... Hindi · मुक्तक 2 1 407 Share Mugdha shiddharth 10 Dec 2019 · 2 min read स्त्रियों का स्त्रियों से घृणा मेरी प्यारी बेटी ' ओशी ' दुनियां को खूबसूरत ही होना था प्रेम प्यार से लबा लब भरे होना था नानी दादी की परिकथा सा ही रहना था मगर कुछ... Hindi · कविता 3 1 225 Share Mugdha shiddharth 9 Dec 2019 · 1 min read मुक्तक १. मेरे उलझे हुए ख्वाबों की ताबीर में वो बस सगा सा दिखे अपनी ताबीर में वो ~ सिद्धार्थ २. बीते जून का झगड़ा था, मन से मन का रगड़ा... Hindi · मुक्तक 3 1 229 Share Mugdha shiddharth 9 Dec 2019 · 1 min read मुक्तक १. कुछ कुछ अपने कुछ पराये लगते हो तुम मुझे जिंदगी के सताये लगते हो ! ...सिद्धार्थ २. ये सूरज जल रहा है, या हम तुम जल रहे हैं या... Hindi · मुक्तक 2 489 Share Mugdha shiddharth 9 Dec 2019 · 1 min read मुक्तक १. नजर से दूर दिल से भी दूर जाओग क्या ? हमें अपने ख्याल से निकाल पाओगे क्या ? ~ सिद्धार्थ २. एक कहानी से कई और कहानी निकल आते... Hindi · मुक्तक 2 221 Share Mugdha shiddharth 8 Dec 2019 · 3 min read ओशी मेरी प्यारी बेटी ओशी (Oshi ) बहुत -बहुत प्यार। आज तुम्हारा जन्म दिन है, खुश हूँ मैं बहुत खुश, तुम्हारे पास होती तो गले लगा के कहती "जन्मदिन मुबारक हो... Hindi · लघु कथा 4 5 553 Share Mugdha shiddharth 8 Dec 2019 · 1 min read मुक्तक 1. सूरज ससुराल जा रहा है... रात के दामन में मुँह छिपा के रोयेगा सुबह सबेरे मैके आके अपना ओज बिखेरेगा ...सिद्धार्थ 2. दम है अगर तो इस नदी को... Hindi · मुक्तक 2 240 Share Mugdha shiddharth 8 Dec 2019 · 1 min read भाग के आग में बेटी ये है देश मै औरतों कि इस्थिति, मगर आधी अधूरी। ज्यादा मामले तो संज्ञान में आते ही नहीं और लोग संसद मै बैठ बकैती करने में, और हैदराबाद इनकाउंटर को... Hindi · लेख 2 2 283 Share Mugdha shiddharth 8 Dec 2019 · 1 min read राष्ट्रहित कबूतर उतरे नहीं उतारे गए है दाना डाल कर ललचाए गए हैं अब शिकारियों का तांता लगेगा पाव पाव मांस राष्ट्रहित में बटेगा फिर डकार के साथ शांति दूत के... Hindi · कविता 2 390 Share Mugdha shiddharth 8 Dec 2019 · 2 min read लेख #हाउड़ी मोदी का #नारा कस के #बुलन्द करने वाले देश ने कस के तमाचा जरा है भक्तों के गाल पे । लेकिन भक्त तो ठहरे भक्त उसे भी चुम्मा ही... Hindi · लेख 2 229 Share Mugdha shiddharth 8 Dec 2019 · 2 min read लेख #हाउड़ी मोदी का #नारा कस के #बुलन्द करने वाले देश ने कस के तमाचा जरा है भक्तों के गाल पे । लेकिन भक्त तो ठहरे भक्त उसे भी चुम्मा ही... Hindi · लेख 2 289 Share Mugdha shiddharth 25 Nov 2019 · 1 min read मुक्तक 1. बेटियों को नंगा कर के गाय को कोट पहनाएंगे साहिब-ए- मुल्क जाने और क्या क्या दिखलायेंगे ! ~ सिद्धार्थ 2. ऐ दोस्त इस दहर में खुशी कम गम बहुत... Hindi · मुक्तक 4 403 Share Mugdha shiddharth 25 Nov 2019 · 1 min read हम ने तेरी चाहत में खुद को सजा के रखा है हम ने तेरी चाहत में खुद को सजा के रखा है झुमके-बाली, कंगना बिंदिया लगा के रखा है आओगे उम्मीद नहीं है फिर भी आश लगा के रखा है तेरे... Hindi · गीत 4 189 Share Mugdha shiddharth 24 Nov 2019 · 1 min read मुक्तक १. कहां- कहां खोजूं मैं खुद को मुझ में तो तुम अंदर तक बैठे हो ~ सिद्धार्थ २. हमने हिसाब रखा ही नहीं तुम कितनी बार आकर जाते हो ये... Hindi · मुक्तक 4 259 Share Mugdha shiddharth 24 Nov 2019 · 1 min read लेख सारा माथा पच्ची छोड़ कर, साहेब से कोई पूछे युवा देश के युवाओं को पढ़ना चाहिए या दलाली, भड़वागिरी ही करना चाहिए ? अगर यही करना है फिर तो ठीक... Hindi · लेख 4 218 Share Mugdha shiddharth 24 Nov 2019 · 1 min read मैं अभागी भारत हूँ मैं भारत हूँ, अब जर्जर और संतप्त हुई हूँ अब तक गैरों ने ही लूटा था अब अपनों के हांथो ही अभिशप्त हुई हूँ डलहौजी तो ग़ैर था फिर भी... Hindi · कविता 4 246 Share Mugdha shiddharth 24 Nov 2019 · 1 min read मुक्तक १. तबाही हमारी लेकर आये हो पर तुम अपनी मान से गए आग हमने भी फेंका है क्या हुआ जो हम भी जान से गए। ~ सिद्धार्थ २. तबाही हमारी... Hindi · मुक्तक 3 493 Share Mugdha shiddharth 23 Nov 2019 · 1 min read कोई नहीं ... आओ, साथ में मेरे कोई नहीं... आओ, साथ में मेरे ले चलूं तुझे मैं... सच से रूबरु कराने... बर्दास्त न कर पाओ तो छोड़ जाना साथ मेरा... बढ़ कर धर लेना राह नया जो... Hindi · कविता 2 235 Share Mugdha shiddharth 23 Nov 2019 · 1 min read लेख रेप, बलात्कार का जिस पे आरोप न हो, इस कलिकाल में वो साधु सन्यासी नहीं... ये करामात हमारे ही देश में हो सकता है, कहीं और मुमकिन ही नहीं। रेप,... Hindi · लेख 2 2 474 Share Mugdha shiddharth 23 Nov 2019 · 1 min read मुक्तक १. हम आएंगे ... किसी दिन तुम से मिलने फिर पूछेंगे क्या तुम्हें भी तंग किया है दिल ने ...पुर्दिल २. कैसे कहूं तेरे हिज्र का बादल कितना घनेरा है... Hindi · मुक्तक 1 477 Share Mugdha shiddharth 23 Nov 2019 · 1 min read मुक्ता १. तू कोई ख़्वाहिश करे और पूरी न हो 'अल्लाह' की ऐसी कोई मजबूरी न हो ! ... पुर्दिल २. नींद से अलसाई आंखों को मालूम है नींद बिस्तर के... Hindi · मुक्तक 2 367 Share Mugdha shiddharth 23 Nov 2019 · 1 min read मुक्तक हम सोते रहे आरामदेह बिस्तरों पे नींद के बगैर वो सो गया माटी पे यूं ही कागजी शब्दों को ओढ़। ... सिद्धार्थ २. फलक के दामन में देख चांद आधा... Hindi · मुक्तक 1 212 Share Mugdha shiddharth 23 Nov 2019 · 1 min read ये अहले बतन ' वादा ' सर तेरा झुकने न देंगे अपनी अंगुलियों को बना कर कलम आंखों को अपने रक्तिम कर रखा है । इस दविस के दौर में भी हमने खुद को इश्के इंकलाब से लबरेज कर रखा है... Hindi · कविता 1 503 Share Mugdha shiddharth 22 Nov 2019 · 1 min read ये मेरी मर्जी थी ये मेरी मर्जी थी नाम तेरे एक अर्जी थी रात के सिरहाने में तेरे दिलकश तराने में डूब जाने की जाने मुझ में कैसी खुदगर्जी थी आंचल में टांका था... Hindi · कविता 2 288 Share Mugdha shiddharth 21 Nov 2019 · 4 min read लेख #रामजल #मीणा और #जेएनयू सब कुछ याद कर ही रहे हैं तो, इन्हें भी याद कर ही लीजिए । शायद दिमाग के बन्द खिड़की किवाडी ही खुल जाय। ये हैं... Hindi · लेख 3 2 622 Share Mugdha shiddharth 21 Nov 2019 · 1 min read मुक्तक १. क्यूँ पूछ कर तुम को बेजार करूँ क्यूँ खुद को गम का तलबग़ार करूँ तुम्हें फुरसत मिले तो बताजाना अपना हाल खुद ही सुना जाना, मुझ से भी मेरा... Hindi · मुक्तक 2 264 Share Mugdha shiddharth 21 Nov 2019 · 1 min read तुम्हारे पीठ पे... यूँ तो कई बार मिले हो तुम मगर खाबों में... एक बार... बस एक बार पीछे से धपाक करने की चाहत तुम्हारे पीठ पे... छोटे बच्चे की तरह झूल जाने... Hindi · कविता 3 421 Share Mugdha shiddharth 19 Nov 2019 · 1 min read मुक्तक १. मेरे जिस्म की जर्जर दीवार पर मजहब न खोज इश्क हूं इश्क बनकर ही खाक में मैं मिल जाऊंगा ... सिद्धार्थ २. हम लड़ रहें है कि सबको मिले... Hindi · मुक्तक 2 211 Share Mugdha shiddharth 19 Nov 2019 · 2 min read शशिभूषण समद #JNU के छात्र आंदोलन का एक सिपाही: कॉमरेड '#शशिभूषण समद' जो दृष्टि हीन हैं। पुलिस और सरकार जानवर हुई है इन्हें भी पीटा गया छाती में गहरा चोट है। ऐसा... Hindi · लेख 3 519 Share Mugdha shiddharth 19 Nov 2019 · 2 min read हम भी बिहारी और हम भी गमछाधारी ... हम भी बिहारी और हम भी गमछाधारी, अरे सौ पे न सही दस पे तो जरुरे भारी हम अभी पगलाए नहीं हैं, हम सहिय कह रहे हैं। अरे गजवे कुछ... Hindi · लेख 3 440 Share Mugdha shiddharth 19 Nov 2019 · 1 min read मुक्तक १. मन्दिर तुम रख लो, स्कूल हमें दे दो मनुस्मृति तुम रख लो, संविधान हमें दे दो भगवान तुम रख लो विज्ञान हमें दे दो जातिवाद के पहाड़ तुम ढोलो,... Hindi · मुक्तक 2 1 513 Share Mugdha shiddharth 19 Nov 2019 · 1 min read मुक्तक १. तुम चालाक कभी मत बनना गलतियां चाहे जितना कर लो ... सिद्धार्थ २. मैं, हर बार हार कर छुप कर बैठ जाती हूं फीर एक फोन आता है... हेलो...... Hindi · मुक्तक 2 363 Share Mugdha shiddharth 19 Nov 2019 · 1 min read मुक्तक १. इस दौर का जब भी इतिहास लिखा जायेगा एक तुम्हारा नाम ' समद' उस में दर्ज किया जायेगा कि आंख वाले आंधो के नस्लों की फसलों के लिए तुम्हारे... Hindi · मुक्तक 2 209 Share Mugdha shiddharth 19 Nov 2019 · 1 min read मुक्तक 1. समय को बांधने का हुनर यहां किस ने सीख़ रख़ा है वो कौन है जिस ने जहां में नहीं जहर को चख रखा है ! ...सिद्धार्थ 2. गरम खून... Hindi · मुक्तक 1 484 Share Mugdha shiddharth 14 Nov 2019 · 1 min read मुक्तक १. लाज़मी है तेरा उठ के खड़ा होना तारीख़ें गवाह है. ज़िद पे जो आई आईना तो, पत्थर को भी तोडा है ! ...सिद्धार्थ २. खुल कर हंसने दो, उछल... Hindi · मुक्तक 2 2 270 Share Mugdha shiddharth 14 Nov 2019 · 1 min read मुक्तक १. फूल ही अपनी खुश्बू पे क्यूँ इतराए यार की यादों की ख़ुश्बू ऐसी पल में कुंवरानी को मीरा कर जाय ! ...पुर्दिल २. दिमाग कहता है छोड़ दूँ तुम्हें... Hindi · मुक्तक 1 1 460 Share Mugdha shiddharth 14 Nov 2019 · 1 min read अब फ़रियादें घुटेंगी नहीं अब फ़रियादें घुटेंगी नहीं अब शब्द अटकेंगे नहीं सिले होठों को अब चीखना होगा रुंधे हुए गले को चितकरना होगा पर्ची चाहे जो भी निकले 'कहो' या 'सुनों' उसे कहने... Hindi · कविता 1 179 Share Mugdha shiddharth 14 Nov 2019 · 2 min read वशिष्ठ नारायण सिंह #वशिष्ठ नारायण सिंह ; बिहार के भोजपुर जिला में बसंतपुर नाम के गाँव में जन्म हुआ था। निधन से पूर्व वे मानसिक बिमारी से पीडित थे और बसन्तपुर में ही... Hindi · लेख 4 1 235 Share Mugdha shiddharth 13 Nov 2019 · 1 min read और हो गए हम...अछूत पैदा होने से अब तक... न जाने कब से कब तक... माँ के पेट की भीत को को लात मारने से धरती को लातों के निचे रौदने तक हवा पानी... Hindi · कविता 1 1 276 Share Mugdha shiddharth 13 Nov 2019 · 2 min read लेख #हाय क्या #जोरदार सीन है... J. P. Dutta भी देख लें तो एक नई फ़िल्म बना दें। अरे 'बॉडर' टाईप, लेकिन नाम क्या रखेंगे ? 'मूर्खिस्तान में बदलो हिंदुस्तान को'... Hindi · लेख 1 1 265 Share Mugdha shiddharth 13 Nov 2019 · 1 min read मुक्तक १. बड़ा नाज़ुक मिज़ाज है वो, बस साफ़गोई से चलता है समझा कर तो देखो, इश्क़ अक़्ल के बगीचे में नहीं पलता है ...सिद्धार्थ २. इश्क़ भीतर भीतर चलता है... Hindi · मुक्तक 1 186 Share Mugdha shiddharth 13 Nov 2019 · 2 min read माँ कहती थी माँ कहती थी देश घर है मेरा…अब मेरे घर में आग लगी है कैसे चुप बैठूँ … कैसे न तन के एठुं कुछ लोग कहतें हैं शब्द मेरे तल्ख क्यूँ... Hindi · कविता 2 2 255 Share Mugdha shiddharth 12 Nov 2019 · 1 min read जेएनयू विरोध #जेएनयू में विरोध प्रदर्शन क्यूँ ? यूनिसेफ (यूनाइटेड नेशन्स चिल्ड्रेंस फंड, लघुनाम:यूनीसेफ) की ओर से एक रिपोर्ट आई है। उनके चीफ का कहना है 2030 तक 53/ (तिरेपन परसेंट) से... Hindi · लेख 3 1 219 Share Mugdha shiddharth 12 Nov 2019 · 1 min read सिगरेट फूंक रही हूँ मैं सिगरेट फूंक रही हूँ मैं नए जीवन के प्रवेश द्वार पे डर कर छुप कर खड़ी हूँ मैं... अंदर कुछ लकड़ी सा है... उसी को अबकी धूक रही हूँ मैं... Hindi · कविता 4 2 209 Share Mugdha shiddharth 12 Nov 2019 · 2 min read धन्य हम धन्य हमारे साहेब हम दोनों धन्यवाद के अधिकारी ... #धन्य हम #धन्य हमारे #साहेब हम दोनों #धन्यवाद के #अधिकारी इस फोटो को देख कर क्या लगता है... ??? क्या इन्हें पैसों की जरूरत होगी ? मतलब रोजी-रोजगार उस से... Hindi · लेख 3 2 245 Share Mugdha shiddharth 12 Nov 2019 · 1 min read लेख पटना हनुमान मन्दिर ट्रस्ट राम मंदिर के लिए 10 करोड़ रुपया देगा_ वैसे अच्छी बात ही होगी, जब इतने ज्ञानी सब मंदिरों में बैठे हैं और उन्होंने निर्णय लिया है... Hindi · लेख 3 1 240 Share Mugdha shiddharth 12 Nov 2019 · 1 min read मुक्तक १. लब्ज़ हर दूसरे ज़बान पे अपना बयान बदलती है तुम नजरों को पढ़ना भला क्यूं नहीं सीखते...? ... सिद्धार्थ २. रब ने जाने कैसी दुनियां बनाई है खुशी अपनी... Hindi · मुक्तक 3 192 Share Previous Page 10 Next