Mahender Singh Language: Hindi 807 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 9 Next Mahender Singh 10 Aug 2021 · 1 min read राजनेता कोई नई बात नहीं, कहकर भूल जाना, झूठ के पुलिंदे छापे जहां भी वे है जाते वहीं के बाँध लें साफे, जमात कर ले इकट्ठे सभी एक जैसे बैठे समान... Hindi · कविता 3 3 372 Share Mahender Singh 10 Aug 2021 · 1 min read कभी कभी कभी कभी, हमेशा नहीं दे जाते है ,दस्तक अवसर लोग मशगुल है अक्सर. शौकीन मनोरंजन पर. खलता है अकेलापन, लगाकर लीड कानों में. खो देता है निज जीवन सो जाते... Hindi · कविता 3 3 545 Share Mahender Singh 10 Aug 2021 · 1 min read भगवान मैंने तो सुना था, जो जनक,पालक,विनाशक (कुदृष्टि, पाप,,दुर्व्यवहार, दुर्व्यसनको हरणे वाला) होता है. भगवान होता है, इस सदी में पाया, क्रिकेट खेलने वाले भी, इस मुकाम को हासिल कर सकते... Hindi · लघु कथा 3 2 423 Share Mahender Singh 10 Aug 2021 · 1 min read *सफर आओ मिलकर *सफर करें, क्यों न नेता हमें डफर कहें. बन गया है ये कैसा कल्चर, शिक्षा चिकित्सा बैठी पेंचर. Hindi · मुक्तक 3 2 224 Share Mahender Singh 10 Aug 2021 · 1 min read शौक *व्यंग्य कविता आपके शौक छीन लेते है. उनके हक, . फर्क नहीं पडता फिर कोई बसे या उजड़े . आपके शौक श्मशान की राख पर, आपकी शाख बनी रहनी चाहिए.. Hindi · कविता 3 2 331 Share Mahender Singh 10 Aug 2021 · 1 min read फैसले *व्यंग्य मेरे फैसले थोडे जज्बाती हैं, अपनी भावनाओं के थैले मुझे बाँधकर दे दे. मुझे पैसे वालों के बहुत काम करने हैं. Hindi · कविता 5 3 335 Share Mahender Singh 10 Aug 2021 · 1 min read जय जयकार *व्यंग्य जय जयकार के नारों में, शामिल कुछ लोग, घर वापिस लौटे, घर के भीतर, नजारे, कुछ ऐसे थे, भीतर चाम, माँस के लोथड़े, बाहर थे .. अहित कर आये... Hindi · कविता 3 3 327 Share Mahender Singh 9 Aug 2021 · 1 min read मन की पुष्टि एक दृश्य जो देखते बनता है, सप्तरंगी इंद्रधनुष एक घोडे पर सवार एक बोझिल तुरंग चित्रित करते कैनवास है कौन सा दृश्य. जिसे कहे हम. एक दृश्य जो देखते बनता... Hindi · कविता 3 2 676 Share Mahender Singh 9 Aug 2021 · 1 min read मन घडन्त गणित मनुष्य विचारवान प्राणी है, मनुष्य के मस्तिष्क पटल पर विचारों का प्रवाह चलते रहता है, एक मिनट में लगभग पच्चीस से तीस विचार आते जाते है, मन के क्रियान्वयन में... Hindi · लेख 4 3 375 Share Mahender Singh 8 Aug 2021 · 1 min read देशहित राष्ट्रवाद मैं ये सोचकर चुप रहा शायद ! वाकिफ हो तुम, देशहित राष्ट्रवाद की मुहिम से, और सबकुछ बदलते गया. Hindi · कविता 5 4 307 Share Mahender Singh 8 Aug 2021 · 1 min read बहुआयामी व्यक्तित्व मेरे वो सब साथी बेचैन अजनवी से दिखाई पड रहे है जो मुझे जानने के हर कदम दावा, साथ रहने की इबादत लिखते रहे. आज तवज्जो नहीं, मेरे हालात की,... Hindi · लघु कथा 4 3 473 Share Mahender Singh 8 Aug 2021 · 1 min read अपाहिज घबराहट एक मनोवैज्ञानिक लक्षण है, आजकल के बच्चे वाचाल तो बहुत है मनोदैहिक मजबूत कतई नहीं, वे जल्दी थक जाते है, हार मान लेते है. आगे हार के कारणों के... Hindi · लेख 4 6 365 Share Mahender Singh 8 Aug 2021 · 1 min read कोहिनूर हम तो तेरे तन बदन के नहीं, तेरी नजरों के कायल हैं, दुनिया लाख फब्तियां कसती रही, तुमने नहीं सुनी, आज वही साधारण सीसा, हीरो में कोहिनूर तराश डाला. Hindi · शेर 3 2 470 Share Mahender Singh 8 Aug 2021 · 1 min read वो, वो नहीं मेरे देखने में फर्क रह गया शायद, वो, वो नहीं है, जिसे मानती है दुनिया !!! . वो, वो है जिसे जानती तो है, मगर कहने से चूक जाती है. Hindi · शेर 3 2 201 Share Mahender Singh 8 Aug 2021 · 1 min read ताज्जुब व्यंग्य भी हास्य भी. कविता. ताज्जुब. . माना कि तुम समझदार हो, सामने वाले को भी तो.. बेवकूफ मत समझो... सरकारी कुछ नहीं रहेगा. न शिक्षा, न ही चिकित्सा. हकीकत... Hindi · कविता 5 4 407 Share Mahender Singh 8 Aug 2021 · 1 min read मैंने सुना है मैंने सुना है और अब पाया भी है, महा झूठा भी दिनभर में एक बार सच बोल देता है, मतलब ये हुआ कितना भी निकम्मा आदमी हो अगर वह बोलता... Hindi · लघु कथा 6 5 351 Share Mahender Singh 7 Aug 2021 · 1 min read आयोजन चीजे तो बहुत सामने रखी हमने, ध्वनि और रोशनी उनमें विशेष.. दोनों में माध्यम और तरंगें खास. अब जरा बताओ कैसे ब्राह्मण श्रेष्ठ और अन्य पतित वा भ्रष्ट हैं. Hindi · शेर 3 2 1k Share Mahender Singh 7 Aug 2021 · 1 min read अदालत तेरी अदालत, कब लगती है,कहाँ लगती है, फैसले हमारी मर्जी के खिलाफ होते है .. हम चाहते हैं, तब नहीं आते, तू चाहे तत्काल आते हैं, . भगवान को बनाया... Hindi · शेर 6 4 633 Share Mahender Singh 7 Aug 2021 · 1 min read खतौनी खतौनी लिए बैठा है चौकीदार, नहीं करता किसी पर ऐतबार.. दिल चाहे जो वो करते आया. कालेधन पर नहीं, वह जनता की जेब पर वार करता है. . मौके नहीं... Hindi · शेर 5 3 563 Share Mahender Singh 6 Aug 2021 · 1 min read विचार प्रसंग कारण खोजने जो चला, कारक मिलिया न कोय, हालात माडे थे जिनके, मिले चदरिया ताने सोय . मेरा मुझको आसरा, जाने अंत हालात, विपद पडे साथ था, हुई एक मुलाकात.... Hindi · दोहा 6 4 496 Share Mahender Singh 6 Aug 2021 · 1 min read बातें चंद बातें चिकनी चुपडी बोल दिया करो, भूना कर उनको फिर से मन की बात हो, गड़बड़ लगे कुछ, घडियाल आँसू बहा दो, आँकडे अस्सी लाख पहुंचे, अब शर्म करो. Hindi · मुक्तक 6 5 589 Share Mahender Singh 5 Aug 2021 · 1 min read निसर्ग छलकती है वो गगरी, जो हो अधभरी, जिस जगह तुम नहीं, कैसी नगरी. प्रेम गली अति सांकरी कौन नर कैसी नारी. डॉक्टर महेन्द्र सिंह हंस Hindi · शेर 3 3 379 Share Mahender Singh 5 Aug 2021 · 1 min read विवेक जागरण प्रेम आराधना और साधना, होती नहीं एक समान, एक समर्पण दूजे अर्पण, नहीं हाथ कोय कमान. . जग घूमे देखे पंचधाम,चूके एक गंगा स्नान, सब पत्थर पलटे,चूके एक पाहन बे... Hindi · दोहा 5 4 556 Share Mahender Singh 5 Aug 2021 · 1 min read प्रेम आराधना कुछ लिखे संध्या तेरे नाम, बन जाये बिगड़े हुए काम, पास नहीं फूटी कौड़ी दाम, संध्या लेकर आती गोदाम. संध्या समय में बजते घंटाल, कौन देखे मुरगाई सी चाल.. पशु... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 4 301 Share Mahender Singh 5 Aug 2021 · 1 min read ख्वाहिश ख्वाब तो नवाबों वाले, तिनके तोडने नहीं दो, विचारधारा बीच मझधार,कहते फँसे रहण दो, कहते फँसे रहण दो, निकले हों, सब इकसार, देखो सब बाट नहीं होता सबका सम व्यवहार... Hindi · कुण्डलिया 5 4 573 Share Mahender Singh 3 Aug 2021 · 1 min read हास्य, तुम लिखते रहो तुम लिखते रहो यहाँ थूकना मना है. मौके की तलाश में लोग वहीं थूकते, देखे गये. . लिखे गया यहां पेशाब करना मना है. साथ में लिखा, देखो गधा मूत... Hindi · कविता 5 5 452 Share Mahender Singh 2 Aug 2021 · 1 min read मजदूर किसान तेरे अरमानों की बलि चढते देखकर, दुखी मन तो बहुत हुआ रुके देखकर पहुंचा सके ना तुम,उन्हें अंजाम तक चले जब वो साथ मिलकर गिर पडे वे संग वैसाखी के,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 4 685 Share Mahender Singh 2 Aug 2021 · 1 min read मूल मूल ते मतलब नहीं, चाहिए फल आहार, जड़ ते चेतन नाहीं, ध्वनि रोशन आधार. . भूल पडे मूल बिसरे, उलझे अपने जाल, जो जन पाहन आसरे, पावे भर पेट माल. Hindi · दोहा 4 5 381 Share Mahender Singh 2 Aug 2021 · 1 min read भूख भूखे की शिनाख्त हो, फिर लंगर में इलाज, मान लेना, जान लेना, फिर ब्राह्मण वैश्य या शूद्र. . मन की पहले पहचान. फिर धार्मिक अहसान. कौन बडे, छोटे कौन.. देखे... Hindi · कविता 4 3 610 Share Mahender Singh 1 Aug 2021 · 1 min read परिचय छंद बंध कला, योग और साधना, एक एक कर इनको सदा जानना इनको सदा जानना,व्यर्थ न जपना, कह सुधीजन सभी, कौन है अपना, भूखे से भूख जान, मन से दरिद्रता.... Hindi · कुण्डलिया 3 3 332 Share Mahender Singh 1 Aug 2021 · 1 min read दोस्त राह एक आदमी दो,आदत पसंद लोग, कुछ तुम चाह रखो,बैठ सके एक जोग. बैठ सके एक जोग, पनप जाता है लोभ दर्शक सभी कहे प्रभावी हो जाता क्षोभ अब राह... Hindi · कुण्डलिया 2 4 435 Share Mahender Singh 31 Jul 2021 · 1 min read जलवे किरदार को किरायेदार न समझो, जहां में जहाँ भी रहते हैं. खबर रखते है, कदर इंसानियत की करते हहै, खुद को श्रेष्ठ सिद्ध करने की होड में नहीं . मेरे... Hindi · शेर 3 2 513 Share Mahender Singh 30 Jul 2021 · 2 min read निचोड कुछ ही पंक्तियों में निचोड, नाम श्लोगन, नीति, योजना. आगे दौड पीछे छोड. भागे जैसे बैरक तोड़. नोटबंदी कालेधन पर रोक. भले भरे स्विस बैंक भंडार. अब आयेगा धन,जेब से... Hindi · कविता 7 5 545 Share Mahender Singh 30 Jul 2021 · 1 min read वजह वजह में वजह अज्ञात से ज्ञान काम से काम नहीं कोई धाम बहुमूल्य चाम. नक्श और नयन. प्राकृतिक देन. हंस गये लेन. नहीं अल्लाह देन देखो और खोजे येनकेन प्राकरेण.... Hindi · कविता 6 3 378 Share Mahender Singh 30 Jul 2021 · 1 min read बदरा घूमड घूमड बदरा आई, हरियाली छाई फूट गई सूखी कंदरा.. खिल आई बंद डोडी. टर्र टर्र टर्राते मेंढक. शीत निद्रा तोड़ आये कछुए हरियाली छाई घूमड घूमड बदरा आई, .... Hindi · कविता 5 4 600 Share Mahender Singh 29 Jul 2021 · 1 min read कार्यपालक वो भी मुख्य एक ऐसा सी.ई.ओ.. चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर जो खुद तनख्वाह पर हो, कंपनी को बंद के कगार पर लाकर खडे कर दे जिसे अपने मजदूरों में उत्साह भरने की बजाय उन्हें... Hindi · लेख 2 2 234 Share Mahender Singh 29 Jul 2021 · 1 min read उसूल जब एक उसूल दूसरे से मिला, कहने लगा हमें बनाकर लोग वसूली केंद्र लेते है बना. व्यर्थता रोक लेते है जगहां, समझ कर सिगरेट, लेते है जला, शरीर अपना, दुभर... Hindi · कविता 3 3 528 Share Mahender Singh 29 Jul 2021 · 1 min read टका महफिल में मशगूल मशहूर टके ने टकले के सिर पर, खनकते हुए कहा, ये मेरी बदौलत है, जो तेरे अल्फ़ाज़. राजघराने की तारीफ़, शुक्रगुज़ारी में. भूखे की ओर इशारा तक... Hindi · शेर 3 2 232 Share Mahender Singh 29 Jul 2021 · 1 min read रास्ते उन्हीं कदमों पर, चलते हुए, नकार दिया था, हमने, . आजकल घूमाकर हाथ हमने कान पकडने को फैशन बना दिया. . कहो अब प्रतिनिधित्व के फैसले हमारे नहीं, Hindi · शेर 3 2 338 Share Mahender Singh 28 Jul 2021 · 1 min read पूंजीवाद गरीब से जो छीन कर, भरती है जो व्यवस्था, पूंजीपतियों के भंडार, कभी ना रखे पसंद पर. . वैश्विक पूंजीवाद मूल, है विनाश महाकाल. भूखे तो भूख से मरे, पेट... Hindi · दोहा 3 3 388 Share Mahender Singh 28 Jul 2021 · 1 min read शिनाख्त तेरे माथे की सनक, शिनाख्त ना बन जाये तुम्हारी, शिकायत तुम से नहीं, बिना बिंदिया के, जमाने का दस्तूर ऐसा है. . ये सिंदूरी चमक तेरे माथे की, रक्षक है... Hindi · शेर 4 2 474 Share Mahender Singh 28 Jul 2021 · 1 min read दास्तान पीछा नहीं छोडऩे वाली वो दास्तां, भले न हो तेरा, उससे कोई वास्ता. निकला जब तेरी गली से वो कारवां क्या सोचा, देखा क्या-क्या, हो जवां कह न पाये, कुछ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 4 539 Share Mahender Singh 28 Jul 2021 · 1 min read अरमान मेरे अरमानों को तैरते देख चूहे मत छोड़ देना कहीं..., उन्हें पंख से संवारा है मैंने, मंजिल मिलेगी जरूर...., उड़ कर ही सही ......?☺️ Hindi · शेर 3 2 215 Share Mahender Singh 27 Jul 2021 · 2 min read अजीब हरकतें मोतीलाल अपनी सीट पर बैठे बिल्कुल एकाग्रता से मंजू को बोलते हुए सुन वा देख रहे थे, मंजू बिल्कुल भी नहीं जानती थी, चिकित्सा शास्त्र कैसे काम करता है. चिकित्सक... Hindi · कहानी 5 4 483 Share Mahender Singh 25 Jul 2021 · 1 min read मातृत्व बच्चे तो बच्चे होते, के आपणा के गैर, आपणा तो राजा भोज,गैर कहे सो बैर. निज देह मोह तजे, तज भूख और प्यास, खुद गीले सोय कर, सूखा रखे आसपास.... Hindi · दोहा 4 3 665 Share Mahender Singh 24 Jul 2021 · 1 min read शौक अजब गजब दुनिया है ये, अजीब से लोग, कोई कामी,क्रोधी कोई, बहुतेरे ठहरे लोभी. ये तो पैमाने नहीं है जीवन मूल्य मापतौल. याद रख चुन ले, सहजता से अनमोल पल.... Hindi · मुक्तक 3 2 214 Share Mahender Singh 24 Jul 2021 · 1 min read यातना रोकना है रोक ले,भोगना है भोग लें, सफर जिंदगी के,है तेरे हाथ में अब. भोग चाहे, रोक ले, हंस हंस मौज ले. दो दिन खेला, भले रो रोकर गुजार दें... Hindi · मुक्तक 3 2 207 Share Mahender Singh 24 Jul 2021 · 1 min read प्ररेणा थोडे कभी, अधिक भी,मंजिल ओर बढे चल, सफर सुहाने, दृश्य लुभावने, भूला कर कल, जलाकर मशाल, छोड कर मिले सब मलाल. पहुंच जायेगा जरूर, इतने से हौसले लिए चल डॉक्टर... Hindi · मुक्तक 4 4 534 Share Mahender Singh 23 Jul 2021 · 1 min read तरवर मैं तेरे मुहरों में से एक नहीं, कुहरे में छुप जायें वो दरख्त नहीं, मेरी मौजूदगी ही काफी है देते रहेंगे जो मिला है, छाँव, पुष्प, फल और समूल. डॉक्टर... Hindi · शेर 3 2 325 Share Mahender Singh 23 Jul 2021 · 1 min read बख्शीश बेहाल हैं वो लोग जो खैरियत बख्शीश देने गये कोई थे अजीज शख्स गुजरने के बाद उनके. मिजाज ए शोहरत कैसा है. ले कर गये सबकुछ, खजाने हवाले जहां के... Hindi · शेर 6 3 552 Share Previous Page 9 Next