वीर कुमार जैन 'अकेला' 369 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid वीर कुमार जैन 'अकेला' 29 May 2022 · 1 min read निभाता चला गया तुमने सौंपी थी जो मुझको जिम्मेदारियां तमाम उम्र मैं उनको निभाता चला गया। लिखे थे तुमने नग़में जो प्यार से भरे जुबां से अपनी उन्हें गुनगुनाता चला गया।। ना तुम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 3 259 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 20 Apr 2022 · 2 min read वो क्या था वो क्या था बचपन में जब पिता जी ने अपने कंधे पर बिठा कर मेला घुमाया था तब मुझे नही पता था वो क्या था थोड़ा बड़ा हुआ तो गोद... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 4 6 116 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 2 Jul 2021 · 9 min read परिवर्तन दीपांकर और माधवी को अभी एक सप्ताह ही हुआ था इस सोसाईटी में आये हुए। मुम्बई जैसे महानगर में दोनों का आगमन ऐसा था मानो स्वर्ग नगरी में आ गए... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 3 8 442 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 22 Jul 2021 · 1 min read मां बाप बाप की उंगली छूटी तो मां का आंचल भुला दिया। जिसने बचपन में आंसू पोंछे आज उसी को रुला दिया।। जिस आंचल में छुप कर तू बचपन में सोया करता... Hindi · गीत 3 1 357 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 23 Jul 2021 · 1 min read निवेदन मैं इस लेख के माध्यम से साहित्य पीडिया के संचालकों से अनुरोध करना चाहता हूँ के मैं अपने उद्गारों को सीधे साहित्य पीडिया पर टाइप करता हूँ और अविरल गति... Hindi · लेख 3 5 365 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 25 Jul 2021 · 1 min read परियां बचपन में सुनी थी परियों की कहानी दादी और नानी की जबानी नही पता था परी कैसी होती है अब जाना वो बेटी जैसी होती है मा बाप के लिये... Hindi · मुक्तक 3 1 407 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 29 Jul 2021 · 1 min read दोहे कबीर तुलसी सूर को पढ़ते बीती रात समझने की कोशिश करी पर बनी नही बात उल्टा सीधा जोड़ कर दोहा दिया बनाए गाली बिल्कुल मत दीजिये गर समझ ना आये... Hindi · दोहा 3 3 411 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 12 Oct 2021 · 3 min read उत्सव शहर के एक छोर पर एक मिनी भारत बसता है। नाम भी है 'भारत सिटी'। बहु मंजिलों वाले टावर के साथ घूमने के लिए पार्क, चारों कोनों में भाईचारे के... उत्सव - कहानी प्रतियोगिता · कहानी 3 1 295 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 27 Nov 2021 · 1 min read ढूंढ रहा हूँ अपनों से चोट खाया हूँ मरहम ढूंढ रहा हूँ जख्म कहाँ कहाँ लगे हैं जख्म ढूंढ रहा हूँ ना जाने कब कैसे किसने छला है मुझको दुनिया की भीड़ में... Hindi · मुक्तक 3 2 254 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 24 Jun 2021 · 1 min read बेटियां कुदरत की नियामत होती हैं बेटियां माँ बाप के लिये अमानत होती है बेटियां दान में महादान कन्या का दान, कन्यादान एक बाप के लिए सौभाग्य होती हैं बेटियां पायलट... Hindi · कविता 2 314 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 26 Jun 2021 · 1 min read कोरोना सुकून के दिन कब आएंगे ये मंज़र बहुत भयानक है भूख से तरसती आंखों को कब निवाला नसीब होगा एक बाप ना जाने कब काल के हाथों मजबूर हो गया... Hindi · शेर 2 266 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 30 Jun 2021 · 1 min read कलम की तड़प आज मैंने कुछ नया लिखा नहीं आज मन बहुत उदास है ना कहानी ना गीत ना छंद ना रुबाई सिर्फ आंसू ही मेरे पास हैं सोचता था ये साल बेहतर... Hindi · मुक्तक 2 1 502 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 3 Jul 2021 · 1 min read गुजरे जमाने का इश्क बचपन के इश्क की आज फिर बुढ़ापे में देखो चर्चा हो गई यादें पुरानी फिर से जिंदा हुई सिसकते हुए जो कभी थी सो गई वह बचपन का इश्क दहलीज... Hindi · कविता 2 2 384 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 4 Jul 2021 · 1 min read चुनावी जीत जिला पंचायत के चुनाव में कैसा किया कमाल कमल चारों और खिला बाकी का देखो हाल विपक्षियों के गढ़ में देखो कैसी गाड़ी कील सीट ना मिली एक भी हो... Hindi · दोहा 2 367 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 17 Jul 2021 · 1 min read बिदाई नाजों से पली ससुराल को चली बांध प्रीत की डोर अपने पिया के छोर बाबुल भी खड़े रोते क्यों ऐसे पल होते छोड़ मां का आँचल बहन भाई रहे मचल... Hindi · कविता 2 1 288 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 18 Jul 2021 · 1 min read कहर का मंजर ये मालूम ना था कि अब तुमसे मिल ना पाएंगे इस कोरोना की लहर में अपनों से बिछड़ जाएंगे यह कैसा कहर बरपाया है अंजाना सा दुनिया में पता ना... Hindi · कविता 2 501 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 21 Jul 2021 · 1 min read दुश्मन हम इंसान है किसी की जान के दुश्मन तो नहीं दोस्ती निभाना सीखा है सब से दुश्मनी तो नहीं फिर क्यों कर किसी के खून से रंग गए हाथ मेरे... Hindi · मुक्तक 2 1 406 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 21 Jul 2021 · 1 min read सपना खुली आंख से फिर एक सपना देखा है मैंने उसको दूर कहीं तड़पते हुए देखा है मैंने इस भयानक शोर में चीख उसकी दब गई होगी जिंदगी बक्श दो पुकारते... Hindi · मुक्तक 2 4 347 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 24 Jul 2021 · 1 min read गुरु पूर्णिमा गुरु पूर्णिमा के शुभ अवसर पर विशेष पहले गुरु मां बाप जिन्होने उंगली थाम चलना सिखाया संस्कारित कर के जिन्होंने समाज में रहना सिखाया दूसरे गुरु हमारे शिक्षक जिन्होंने शिक्षा... Hindi · कविता 2 1 426 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 28 Jul 2021 · 1 min read नियामत बचपन में सुना था पानी और हवा भगवान की नियामत हैं कुछ खुदगर्ज लोगों ने ईश्वर के इस नियामत को बाज़ारी भाव में बेच दिया। पानी तो कब से बोतलों... Hindi · कविता 2 358 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 28 Jul 2021 · 1 min read पंच वर्षीय योजना सियासत में सुना था चुनाव जीतने के बाद सरकार सत्ता में आती है देश के विकास के लिए पंच वर्षीय योजना बनाती है ये भोली जनता है जो हराती भी... Hindi · कविता 2 180 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 28 Jul 2021 · 1 min read विदेशी बनाम देसी कुछ बदले बदले से मेरे त्योहार नज़र आते हैं हाथों में अब विदेशी उपहार नज़र आते हैं वो त्योहारों की खुशियां और आपसी प्यार वो बहनों का दुलार और बचपन... Hindi · गीत 2 425 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 31 Jul 2021 · 1 min read नाज़ उस खेतो में अनाज उगाने वाले बाप को अपनी दोनों जुड़वां बेटियों पर आज नाज़ हो रहा था।उसकी परवरिश एवं बेटियों की मेहनत रंग लाई थी। आज सिविल सर्विसेज का... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 2 5 537 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 1 Aug 2021 · 1 min read प्रतीक्षा उसने बुलाया था मिलने को और मैं प्रतीक्षा ही करता रहा दोपहर को तय था समय मिलने का और मैं उंगलियों पर घंटे गिनता रहा वो समय देकर ना आएंगे... Hindi · शेर 2 1 260 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 1 Aug 2021 · 1 min read देर तू लौट आना मेरे जाने से पहले देख कहीं देर ना हो जाए चला गया तो फिर मिल ना सकूंगा देख कहीं देर ना हो जाये इकठ्ठा हो रहे हैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 369 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 3 Aug 2021 · 1 min read शुकराना आपके प्यार ने यहां तक पहुँचाया आपका शुक्रिया अब तो एक ही कम है शतक बनाने में आपका शुक्रिया आपके इसी स्नेह और प्यार का अभिलाषी हूँ सर्वदा आपके इस... Hindi · मुक्तक 2 3 300 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 6 Aug 2021 · 1 min read मेरे गीत मेरे गीतों को तेरे अधरों की आवाज मिल जाये सरगम से भरे सुर ताल का संगीत मिल जाये दर्द भरे हों या फिर हों प्यार से संजोये हुए मुझे हर... Hindi · मुक्तक 2 2 252 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 11 Aug 2021 · 1 min read वो तेरा वादा भूलने का दौर था पर मैं भुला ना सका एक तेरा प्यार और एक मिलने का वादा प्यार किया नही जाता बस हो जाता है प्यार तो प्यार है क्या... Hindi · शेर 2 310 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 18 Aug 2021 · 1 min read क्रोध और वेदना चंद मुठ्ठी भर लोगों ने ये कैसा कहर बरपाया है। हथियारों को लहराते हुए कैसे सबको डराया है।। पत्थरों का प्रहार कर शीशे सब चकनाचूर किये। अग्नि ज्वाला में भस्म... Hindi · कविता 2 635 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 23 Aug 2021 · 1 min read मुहँ ना फुलाया करो छोटी सी तकरार पर यूँ मुहँ ना फुलाया करो समझदार हो एक तुम्ही यूँ मुहँ ना फुलाया करो नाराजगी अपनो से ही होती है गैरों से नही अपने तो अपने... Hindi · शेर 2 318 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 24 Aug 2021 · 1 min read स्त्री स्त्री एक पर उससे रिश्ते अनेक जन्म देने वाली स्त्री माँ कहलाती है राखी वाली स्त्री बहिन कहलाती है सात फेरों और सात वचन निभाने वाली प्यारी सी स्त्री अर्धांगिनी... Hindi · कविता 2 2 204 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 26 Aug 2021 · 1 min read विछोह की वेदना हमें उम्मीद थी बुझे चिरागों को रोशन कर देंगे अंधेरों से तुम निकल ना पाओगे ये पता न था हमें उम्मीद थी डूबती कश्ती को किनारा मिलेगा बीच मझधार दामन... Hindi · शेर 2 2 336 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 26 Aug 2021 · 1 min read कौन सा घर है उसका अपना मां ने बेटी को समझाते हुए कहा चूल्हा चौका रोटी गोल बनाना सीख ले जब अपने घर जाएगी तब क्या करेगी क्या माँ बाप का घर उसका अपना नही ससुराल... Hindi · कविता 2 3 260 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 27 Aug 2021 · 1 min read व्यथित हूँ मैं भी देश की समस्या आम जन की समस्या बन आई है अब तो महंगाई की समस्या हर जन त्रस्त है महंगाई से पस्त है खाने को रोटी नही खाली ये दोनों... Hindi · कविता 2 260 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 29 Aug 2021 · 1 min read कायल किसी ने गीत लिखे किसी ने कविता कही किसी ने शेर सुनाए अलग अलग बयार बही मन हुआ मेरा भी कुछ लिखूँ मन के उदगार किसी से कहूँ कोई मेरी... Hindi · कविता 2 205 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 29 Aug 2021 · 1 min read नाविक डूबती नाव को किनारा मिलेगा भरोसा था मुझे इन लहरों से छुटकारा मिलेगा भरोसा था मुझे पतवार जिसके हाथों में थी वो पार लगा तो देगा उस परवर दीगार पर... Hindi · कविता 2 4 224 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 6 Sep 2021 · 1 min read नही तो गर सोची तुमने बॉलीवुड में पैर जमाने की माननी होंगी सारी बातें तुम्हें आकाओं की अपने दीन धर्म को तुम्हें ताक पे धरना होगा तपते हुए अंगारों पर आंख मूंद... Hindi · कविता 2 2 419 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 9 Sep 2021 · 1 min read जौहरी इस धरा पर हुनरमंद तो बहुतेरे तुम सरीखे, एक सच्चे जौहरी की तलाश अभी जारी है। जिस दिन तलाश पूरी हो जाएगी मेरी जनाब, दावा है निखरने की बारी अब... Hindi · शेर 2 1 239 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 12 Sep 2021 · 1 min read अपनी निबेड़ तू अपनी सिली जाती नही मत औरों की उधेड़ तू तुझको पराई क्या पड़ी पहले अपनी निबेड़ तू धंधे काले है या सफेद उसके वो जाने उसका काम तू अपना दिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 428 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 14 Sep 2021 · 1 min read हिंदी हिंदी, हिन्दू, हिंदुस्तान इनकी कहीं खो गई पहचान साल में केवल एक बार मनाते हैं 14 सितंबर को है हिंदी दिवस, बताते हैं हिंदी भाषी देश में कैसी ये बेला... Hindi · कविता 2 2 200 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 14 Sep 2021 · 1 min read शेर उर्दू के तखल्लुस जब ज़बां से हिंदी ने बयां किये मेरा भारत महान भी भारत से हिंदुस्तान हो गया वीर कुमार जैन 14 सितंबर 2021 Hindi · शेर 2 2 183 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 18 Sep 2021 · 1 min read भीगी पलकें बचपन में गर तुमसे हमने मोहब्बत की ना होती उम्र के इस पड़ाव पर जिंदगी यूँ तन्हा ना होती पता ना था इश्क हमारा सिर्फ हमारा ही तो था मौहब्बत... Hindi · शेर 2 4 525 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 20 Sep 2021 · 1 min read शेर नदी भी अपना अस्तित्व खो देती है समंदर से मिलने के बाद अपनी हैसियत से बड़े लोगों से मेरे दोस्त जरा संभल कर मिला करो वीर कुमार जैन 20 सितंबर... Hindi · शेर 2 169 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 20 Sep 2021 · 1 min read शेर तेरे आने की चाहत में पलके नही झपकने दीं सुना है दिल में आने का रास्ता यहीं से गुजरता है वीर कुमार जैन 20 सितंबर 2021 Hindi · शेर 2 1 163 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 25 Sep 2021 · 1 min read शेर मेरे जख्मों का मरहम नही है जिनके पास मैंने जख्मों को अपने उन्हें दिखाना छोड़ दिया जो मिला खुद से खुदा से वो कबूल कर लिया कुछ और पाने की... Hindi · शेर 2 173 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 30 Sep 2021 · 1 min read तुम्हारे मुस्कुराने से ये मुरझाईं कलियां खिलने को आतुर तुम एक बार मुस्कुरा तो दो। आंखों में है इंतज़ार दिल है बेकरार तुम एक बार मुस्कुरा तो दो।। आंखों में रुके अश्क बह... Hindi · कविता 2 364 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 21 Oct 2021 · 1 min read लहर एक लहर उठी किनारे तक आई और भिगो कर चली गयी। हम तेरे ख्यालों में खोए थे पता नही कब आई और भिगो कर चली गयी।। Hindi · कविता 2 172 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 2 Nov 2021 · 1 min read हाय रे सितम कोरोना से बचे तो पेट्रोल ने मार दिया उसने सामने से इसने पीछे से वार किया हर सुबह दामों में उछाल से मर रहे तिल तिल महंगाई ने देखो जिंदगी... Hindi · मुक्तक 2 2 235 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 24 Nov 2021 · 1 min read अभिमान आज चौपाल पर कुछ ज्यादा हलचल थी किसी के हाथ में हुक्का किसी के चिलम थी चर्चा शायद किसी गंभीर बात पर थी साईकल, हाथी, कमल और हाथ पर थी... Hindi · कविता 2 1 301 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 24 Nov 2021 · 1 min read किस्मत से मंच, माइक, श्रोता और वाह वाह एक कवि का खुली आँखों का सपना है चांद सितारे और एक रात का सफर बाकी सब पराये सिर्फ यही तो अपना है किस्मत... Hindi · कविता 2 1 334 Share Page 1 Next