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अंतर्व्यथा की भावपूर्ण अभिव्यक्ति !
इस ज़िदगी का ज़हर अब हम पी लेंगे ,
तेरी यादों के सहारे अब हम जी लेंगे ,
श़ुक्रिया !

शुक्रिया जनाब

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