Vedha Singh Language: Hindi 85 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Vedha Singh 24 Jan 2024 · 1 min read चम-चम चमके चाँदनी चम-चम चमके चाँदनी, चाहे चाँद चकोर। चीख-चीख चातक चपल,चुप चंदा चितचोर।। चेतक चौकन्ना चला, चारा चरने खेत। चंपक चरवाहा चतुर, है चुपचाप सचेत। चुप-चुप-चुप चुपचाप चुप,चमगादड़ चहुँ ओर। चम-चम चमके... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 246 Share Vedha Singh 24 Jan 2024 · 1 min read रुपयों लदा पेड़ जो होता , रुपयों लदा पेड़ जो होता , सोचो जीवन कैसा होता। नहीं जेब पे ताला होता , हर कोई पैसे वाला होता न कोई भूखा नंगा होता , जीवन कितना चंगा... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 250 Share Vedha Singh 24 Jan 2024 · 1 min read गाय रोम-रोम में देव बसे है ,गाय हमारी माता है। परम पूज्य पाप हारिणी माँ, सबसे परम् पुनीता है। दूध-दही घी-मक्खन औषधि , सकल रूप गुणकारक है। स्वस्थ प्रदायक , मंगल... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 1 210 Share Vedha Singh 24 Jan 2024 · 1 min read कबूतर करे कबूतर गुटर-गुटर गूँ | सबसे प्यारा मैं दिखता हूँ| धवल सफेद सलेटी काला| लगता हूँ मैं भोला-भाला| जब उड़ता हूँ बनती माला| इंसानों ने भी है पाला| बालकनी में... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 208 Share Vedha Singh 24 Jan 2024 · 1 min read दिनकर/सूर्य सात रंग का घोड़ा गाड़ी, जिस पे दिनकर करे सवारी। स्वर्ण प्रभा की डोरी थामे, जग में फैलाते उजियारी| मिटी शोहरत शशि की देखो, नष्ट समर में तम का घेरा|... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 209 Share Vedha Singh 24 Jan 2024 · 1 min read बात पते की कहती नानी। आओ बच्चों सुनो कहानी| बात पते की कहती नानी| प्रात काल तुम जल्दी उठना। अच्छी-अच्छी पुस्तक पढना| मात पिता की सेवा करना। जीवन में तुम आगे बढ़ना। कभी नहीं करना... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 1 205 Share Vedha Singh 24 Jan 2024 · 1 min read हरी भरी तुम सब्ज़ी खाओ| हरी भरी तुम सब्ज़ी खाओ| तन-मन को तुम स्वस्थ बनाओ| पालक, मेथी, बथुआ खाओ, काले लंबे बाल बनाओ| गोभी, गाजर, भिंडी खाकर, लंबे लंबे तुम हो जाओ| हरी भरी तुम... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 250 Share Vedha Singh 24 Jan 2024 · 1 min read बचपन लगे मासूम सा बचपन, बड़ा भोला निराला है| बहुत नादान नटखट सा, भरा मुख पे उजाला है| उड़े मन बादलों पर ये,सुगंधित हैं सभी बातें| नहीं चिंता ज़माने की, खुशी... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 262 Share Vedha Singh 24 Jan 2024 · 1 min read पुस्तक पुस्तक में है ज्ञान समंदर| बंद करो मस्तक के अंदर| मात शारदे इसमें रहती| वेदों की ये गाथा कहती| पुस्तक को रखो सम्भाल कर| रोज़ पढ़ो गठ्ठर निकालकर| सीखो सही... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 234 Share Vedha Singh 24 Jan 2024 · 1 min read देव दीपावली आज देव दीपावली,लाई खुशी हजार । दीपों की लड़ियाँ सजी, रौशन है घर-बार।। जग-मग कर चमके जगत, दूर अँधेरा आज। दीपों का उत्सव मना, करते सब शुभ काज।। फूलों रंगों... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 195 Share Vedha Singh 24 Jan 2024 · 1 min read इंटरनेट इंटरनेट का ये जहाँ, लगे हुए सब लोग| आँखों पर ढक्कन लगा, हुए करोड़ों रोग|१| खाना सोशल मीडिया, वॉट्सैप है नीर। रिश्ते-नाते खो दिये,हालत है गंभीर|२| मिलना जुलना बंद अब,... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 321 Share Vedha Singh 24 Jan 2024 · 1 min read चलो चलाए रेल। सब मिल जुल कर खेलते, इक सुंदर सा खेल। कांधे ऊपर हाथ रख, चलो चलाए रेल। आगे हो सबसे बड़ा, छोटा पीछे खेल। धीरे-धीरे सब चलो, करो न पेलम पेल।।... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 300 Share Vedha Singh 24 Jan 2024 · 1 min read टॉम एंड जेरी मुझको है कार्टून में, जेरी बहुत पसंद। सोच रही हूँ आज मैं, लिख दूँ दोहा छंद।। जेरी छोटा सा मगर, बहुत बड़ा शैतान। टाँगे खींचे टॉम की,पर बनता नादान। एक... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 1 1 305 Share Vedha Singh 24 Jan 2024 · 1 min read संकल्प नव मास ये आंग्ल वर्ष का, नव संकल्प लेने का दिन। मंगलमयी हो सबको ये, शुभकामना देने का दिन। हो भावना पुरुषार्थ की। नहीं कामना हो स्वार्थ की। लें संकल्प... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 199 Share Vedha Singh 24 Jan 2024 · 1 min read अपने मन के भाव में। अपने मन के भाव में, खुद की करती खोज। शब्दों के मोती सजा मैं लिखती हर रोज़।। उड़ूँ कल्पना संग मैं, पकड़ कलम की डोर। अद्भुत अविरल ये छटा, करती... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 235 Share Vedha Singh 24 Jan 2024 · 1 min read प्रथम किरण नव वर्ष की। प्रथम किरण नव वर्ष की, देती नवल उजास। हिम्मत,ताकत,जोश दे,एक अडिग विश्वास।। फैली चादर ओस की, मोती बिखरे पात। स्वप्न लिए सब नैन में, थिरक रहे हर गात।। नवल वर्ष... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 222 Share Vedha Singh 24 Jan 2024 · 1 min read ऋतु गर्मी की आ गई, 🌞🌞🌞🌞🌞🌞🌞🌞🌞🌞🌞 ऋतु गर्मी की आ गई, लेकर खुशी हज़ार। हम सब बच्चों के लिए, मस्ती की बौछार। गर्मी की छुट्टी पड़ी, हम सब करते मौज। धमाचौकड़ी कर रही, हम बच्चों... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 216 Share Vedha Singh 23 Jan 2024 · 1 min read हवा चली है ज़ोर-ज़ोर से हवा चली है ज़ोर-ज़ोर से, घिरी घटा घंघोर| पेड़ संग में झूल रहे सब, पत्ते करते शोर| बादल करते घनर-घनर कर, बारिश का एलान| पक्षी उड़ते आसमान में, छेड़े मधुरम... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 1 222 Share Vedha Singh 23 Jan 2024 · 1 min read संगीत सातों सुर संगम करे, तब बनता संगीत| हो मुखरित सुर साधना, भरे हृदय में प्रीत| सुर की सरिता से सजे, अंतरमन का साज़| सुर, गति, लय, ताल से, गूँज उठे... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 232 Share Vedha Singh 23 Jan 2024 · 1 min read फूल खिले हैं डाली-डाली, ★★★★★★★★★★ फूल खिले हैं डाली-डाली, सभी ओर फैली हरियाली। प्रात काल की सूर्य किरण से, धरती पर छाई उजियाली। ★★★★★★★★★★ रंग बिरंगे फूल खिले हैं, लगते कितने प्यारे-प्यारे। धरती से... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 249 Share Vedha Singh 23 Jan 2024 · 1 min read नटखट-चुलबुल चिड़िया। इक थी नन्ही सी प्यारी सी , नटखट-चुलबुल चिड़िया। घर -आंगन में फुदक-फुदक कर , करती ता-ता थैया। तिनका-तिनका चुन कर लाती , फिर घोसला बनाती। अपने पंखों को फहराकर... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 391 Share Vedha Singh 23 Jan 2024 · 1 min read जग-मग करते चाँद सितारे । जग-मग करते चाँद सितारे ,सबको लगते कितने प्यारे। रोज शाम को लिए चांदनी , हँसते रहते नील गगन में। ओढ़ रात की काली चादर ,चाँद उतर आया आंगन में। ये... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 212 Share Vedha Singh 23 Jan 2024 · 1 min read बना चाँद का उड़न खटोला बना चाँद का उड़न खटोला मैं आसमान जाऊँगी, खेल खेलुँगी लुक्का-छुप्पी तारे तोड़ कर लाऊँगी। परियों संग चांद से उड़कर इक खास जगह मैं पहुँची, चॉकलेटी दुनिया थी वहाँ हर... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 367 Share Vedha Singh 23 Jan 2024 · 2 min read रात स्वप्न में दादी आई। ★★★★★★★★★★★★★★★★★★ कभी न दादी को है देखा। ऐसी क्यों किस्मत की रेखा। मगर स्वप्न में मिलने आती- आज लिखूँ मैं उसकी लेखा। ★★★★★★★★★★★★★★★★★★ श्वेत सुनहरी साड़ी पहने, रात स्वप्न में... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 228 Share Vedha Singh 23 Jan 2024 · 1 min read महाकाल भोले भंडारी| महाकाल भोले भंडारी, नीलकंठ बाघंबरधारी। मस्तक पर शीतल शशि शोभित, सिर पे गंगा करती मोहित। वैरागी कैलाशी शंकर, भैरव इनका रूप भयंकर। विरूपाक्ष हे कपालधारी, महाकाल भोले भंडारी। वामदेव सदाशिव... Poetry Writing Challenge-2 · गीत · चौपाई 263 Share Vedha Singh 13 Jun 2021 · 1 min read बारिश बारिश की बूंदें गिरी, घिरी घटा घनघोर। बिजली चमकी जोर से, मेघ मचाए शोर।। मेरा मन तो चल पड़ा, खुले गगन की ओर। खेलूँ बूँदों संग मैं, होकर भाव विभोर।।... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 6 409 Share Vedha Singh 13 Jun 2021 · 1 min read बरसात हवा चली है ज़ोर-ज़ोर से, घिरी घटा घंघोर| पेड़ संग में झूल रहे सब, पत्ते करते शोर| बादल करते घनर-घनर कर, बारिश का एलान| पक्षी उड़ते आसमान में, छेड़े मधुरम... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 4 3 641 Share Vedha Singh 18 Aug 2019 · 1 min read बचपन बचपन की किलकारियां, छुपन - छुपाई खेल। काँधे ऊपर हाथ रख, चले हमारी रेल।। वेधा सिंह Hindi · दोहा 547 Share Vedha Singh 18 Aug 2019 · 1 min read बहन बातचीत औ मस्खरी, सब दीदी के संग। बड़ी बहन होती नहीं, किसको करती तंग।। सुख दुःख की वो संगिनी, मेरी दिल ओ जान। मुझको लगती कीमती, उसकी हर मुस्कान।। मेरी... Hindi · दोहा 1 591 Share Vedha Singh 9 Jun 2019 · 1 min read नीम ?????????? पेड़ लगाओ नीम का, दूर करो सब रोग। इसके गुण को जानकर, सभी सुखों को भोग।। ?????????? डेंगू-मच्छर दूर कर, रखता नीम निरोग। तना, छाल, जड़, पात का, सेवन... Hindi · दोहा 583 Share Vedha Singh 9 Jun 2019 · 1 min read बारिश ??????????? बारिश की बूंदें गिरी, घिरी घटा घनघोर। बिजली चमकी जोर से, मेघ मचाए शोर।। ??????????? मेरा मन तो चल पड़ा, खुले गगन की ओर। खेलूँ बूँदों संग मैं, होकर... Hindi · दोहा 1 1 465 Share Vedha Singh 9 Jun 2019 · 1 min read गर्मी ??????????? ऋतु गर्मी की आ गई, लेकर खुशी हज़ार। हम सब बच्चों के लिए, मस्ती की बौछार। गर्मी की छुट्टी पड़ी, हम सब करते मौज। धमाचौकड़ी कर रही, हम बच्चों... Hindi · गीत 406 Share Vedha Singh 2 Jun 2019 · 1 min read दोहा ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤ जो मन में रखता नहीं, कभी छुपा कर दंभ। सारे गम को भूल कर, करता नव आरंभ।। ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤ सबके दिल में गाड़ दो, खुशियों का इक खंभ। सारा जग... Hindi · दोहा 368 Share Vedha Singh 2 Jun 2019 · 2 min read सूरत अग्नि कांड सूरत में हुए अग्नि कांड से रोंगटे खड़े हो जाते है। आंखों में अश्रु भर आते हैं। कानो में मासूमों के चिखने की आवाज गुंज उठती है। आत्मा कल्पित हो... Hindi · लेख 2 565 Share Vedha Singh 2 Jun 2019 · 1 min read समय .समय ही वो चीज़ है जो हमें सबसे ज्यादा चाहिए, पर ये वो भी चीज़ है जिसका हम निकृष्ट (गलत) उपयोग करते हैं। -विलियम पेन्न समय सबके लिए एक विरोधाभास... Hindi · लेख 596 Share Vedha Singh 9 Feb 2019 · 1 min read आधुनिकता आधुनिकता तो एक सोच है, एक विचार है, जो व्यक्ति को इस दुनिया के प्रति अधिक जागरूक व मानवीय दृष्टिकोण से जीने का सही मार्ग दिखलाती है। सही मायने में... Hindi · लेख 359 Share Vedha Singh 9 Feb 2019 · 3 min read गाय हिन्दू धर्म में गाय हमारी माता होती है। गाय माता होने के साथ साथ घरेलू जानवर भी है। गाय का पौस्टिक दूध हमें स्वस्थ रखता है। गाय का पेशाब पीने... Hindi · लेख 619 Share Vedha Singh 9 Feb 2019 · 2 min read पहला दिन आज मेरे विद्यालय में पांचवी कक्षा में मेरा पहला दिन था। सब कुछ नया था। सिर्फ दोस्त वहीं थे। नई कक्षा, नए अध्यापक/ अध्यापिकाएँ। मैं सुबह सुबह बहुत खुश होकर... Hindi · लघु कथा 552 Share Vedha Singh 9 Feb 2019 · 2 min read श्रृंगार श्रृंगार शब्द सुनते ही मुझे एक कहानी याद आ जाती है। वो कहानी मेरी बड़ी बहन की है। तो चलिए सुनते है वो हंसीदार बचपन का श्रृंगार। एक दिन मम्मी... Hindi · लघु कथा 1k Share Vedha Singh 9 Feb 2019 · 1 min read बेटी बेटी भगवान का वरदान है , बेटी बिन ये जगत वीरान है , जहाँ बेटी का सम्मान ना हो , वो समाज तो बना शमशान है। -वेधा सिंह Hindi · मुक्तक 357 Share Vedha Singh 9 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक काश मेरा एक भाई होता , दिल में उसके सच्चाई होता , मेरे दिल के हर इक जख्मों का, उसका हर बोल दवाई होता। -वेधा सिंह Hindi · मुक्तक 378 Share Vedha Singh 9 Feb 2019 · 1 min read कल्पना अद्भुत है ये कल्पना ,ये सपनों की खान। कभी कल्पना के बिना ,भड़ते नहीं उड़ान।। --वेधा सिंह Hindi · दोहा 1 1 525 Share Vedha Singh 9 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक नन्हा मुन्ना मेरा भाई , सबसे प्यारा मेरा भाई, वो करे शरारत प्यारी सी , सबसे भोला मेरा भाई। रक्षा बंधन आएगा , रिश्तों का दिन आएगा , बहने सज-धज... Hindi · मुक्तक 648 Share Vedha Singh 9 Feb 2019 · 1 min read चाॅक्लेट डे पापा जी मेरे लिए , लाना मिल्की बार। देर किया तुमने अगर, नहीं मिलेगा प्यार।। - वेधा सिंह Hindi · दोहा 427 Share Vedha Singh 8 Feb 2019 · 1 min read माँ सबकुछ उसके पास, जिसकी मात करीब। माँ के आशीर्वाद से, होता नहीं गरीब।। -वेधा सिंह Hindi · दोहा 337 Share Vedha Singh 7 Feb 2019 · 1 min read मन के मोर मै अक्सर झाँका करूँ, अंतर मन की ओर। शोर मचाते है जहाँ, मेरे मन के मोर।। -वेधा सिंह Hindi · दोहा 520 Share Vedha Singh 7 Feb 2019 · 1 min read महानगरीय जीवन महानगर में बढ़ रहा , घोर प्रदूषण आज। हवा जहर से है भरा , धूल-धुआँ का राज।। मेला सोशल मीडिया , तनहा है इंसान। इयर फ़ोन हटता नहीं , करते... Hindi · दोहा 729 Share Vedha Singh 31 Jan 2019 · 1 min read प्रेरणा प्रेरणा, यह शब्द सभी जानते है पर इसका मतलब बहुत कम लोग जानते हैं। तुम जो भी काम करते हो उसका कारण है प्रेरणा। तुम्हारे हर व्यवहार को एक मतलब... Hindi · लेख 486 Share Vedha Singh 31 Jan 2019 · 1 min read सीखना जियो एसे जैसे कल तुम मर जाओगे, सीखो ऐसे जैसे तुम अमर रहोगे। -महात्मा गांधी सीखना, इसने यहाँ एक बहुत बड़ा मतलब अौर महत्व इस एहसास के साथ लिया है... Hindi · लेख 1 1 312 Share Vedha Singh 13 Jan 2019 · 1 min read चुलबुल चिड़िया इक थी नन्ही सी प्यारी सी , नटखट-चुलबुल चिड़िया। घर -आंगन में फुदक-फुदक कर , करती ता-ता थैया। तिनका-तिनका चुन कर लाती , फिर घोसला बनाती। अपने पंखों को फहराकर... Hindi · गीत 1 527 Share Page 1 Next