Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Jan 2024 · 1 min read

गाय

रोम-रोम में देव बसे है ,गाय हमारी माता है।
परम पूज्य पाप हारिणी माँ, सबसे परम् पुनीता है।

दूध-दही घी-मक्खन औषधि , सकल रूप गुणकारक है।
स्वस्थ प्रदायक , मंगल कारक , समूल रोग निवारक है।

गोबर के खाद से उर्वरा , हर खेत लहलहाती है।
तन की चमड़ी भी यह अपनी , हमको अर्पित करती है।

गौ माता के बैलों द्वारा , अन्न वस्र हम पाते हैं।
इनके अमृत को पीकर के , बल-शाली बन जाते हैं ।

जो जन इनकी सेवा करते , भव सागर तर जाते हैं ।
वेद-पुराण-उपनिषद भी तो , इसकी महिमा गाते हैं ।

नर-पिशाच बन गौ माता की , हत्या करते नाहक है।
गौ वध बंद करो जल्दी अब , गौ वध भारी पातक है।

-वेधा सिंह
-कक्षा पांचवीं

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 210 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Vedha Singh
View all

You may also like these posts

ऐ चांद! तुम इतराते
ऐ चांद! तुम इतराते
Indu Singh
हमारा पसंद ही तुम्हारा पसंद होता था
हमारा पसंद ही तुम्हारा पसंद होता था
Keshav kishor Kumar
कोई पूछे तो
कोई पूछे तो
Surinder blackpen
मुझे नहीं नभ छूने का अभिलाष।
मुझे नहीं नभ छूने का अभिलाष।
Anil Mishra Prahari
जो लड़ाई ना जीती जा सके बयानों से..
जो लड़ाई ना जीती जा सके बयानों से..
Shweta Soni
तुझे खो कर तुझे खोजते रहना
तुझे खो कर तुझे खोजते रहना
अर्चना मुकेश मेहता
सुंदर लड़कियों को
सुंदर लड़कियों को
Urmil Suman(श्री)
याद  करने  पर याद  करता  है ,
याद करने पर याद करता है ,
Dr fauzia Naseem shad
" व्यथा "
Dr. Kishan tandon kranti
16. Abundance abound
16. Abundance abound
Santosh Khanna (world record holder)
अगर कुछ करना है,तो कर डालो ,वरना शुरू भी मत करना!
अगर कुछ करना है,तो कर डालो ,वरना शुरू भी मत करना!
पूर्वार्थ
त्यागो अहं को आनंद मिलेगा, दिव्य ज्ञान का दीप जलेगा,
त्यागो अहं को आनंद मिलेगा, दिव्य ज्ञान का दीप जलेगा,
Acharya Shilak Ram
साल के आख़िरी किनारे पर
साल के आख़िरी किनारे पर
SATPAL CHAUHAN
योग की महिमा
योग की महिमा
Dr. Upasana Pandey
ज़िंदगी हमें हर पल सबक नए सिखाती है
ज़िंदगी हमें हर पल सबक नए सिखाती है
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
जीवन में जब तक रहें, साँसें अपनी चार।
जीवन में जब तक रहें, साँसें अपनी चार।
Suryakant Dwivedi
महान व्यक्तित्व
महान व्यक्तित्व
pratibha Dwivedi urf muskan Sagar Madhya Pradesh
राम की गंगा और श्याम की यमुना ,
राम की गंगा और श्याम की यमुना ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
आग यदि चूल्हे में जलती है तो खाना बनाती है और चूल्हे से उतर
आग यदि चूल्हे में जलती है तो खाना बनाती है और चूल्हे से उतर
Durgesh Bhatt
गुरु पूर्णिमा
गुरु पूर्णिमा
Dr.Priya Soni Khare
कुछ दबी हुई ख्वाहिशें
कुछ दबी हुई ख्वाहिशें
हिमांशु Kulshrestha
प्रेम
प्रेम
jyoti jwala
अफसोस मुझको भी बदलना पड़ा जमाने के साथ
अफसोस मुझको भी बदलना पड़ा जमाने के साथ
gurudeenverma198
तुम्हारी बातें
तुम्हारी बातें
Jyoti Roshni
The flames of your love persist.
The flames of your love persist.
Manisha Manjari
.
.
*प्रणय प्रभात*
- लोग भूतकाल नही वर्तमान देखते है -
- लोग भूतकाल नही वर्तमान देखते है -
bharat gehlot
"बैठे हैं महफ़िल में इसी आस में वो,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
आधार छंद - लहर
आधार छंद - लहर
Sudhir srivastava
वो गलियाँ मंदर मुझे याद है।
वो गलियाँ मंदर मुझे याद है।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
Loading...