Usha Sharma 20 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Usha Sharma 3 Mar 2023 · 1 min read कहानी :#सम्मान #DailyWritingChallenge आज का विषय :#सम्मान विधा: कहानी निशी और रोहित ने आज अपनी शादी की 10वीं सालगिरह की पार्टी बहुत ही नामी होटल में रखी थी। दोस्तों के बीच दोनों... Hindi · कहानी 2 2 238 Share Usha Sharma 23 May 2022 · 1 min read "मेरे पापा " संयम,समर्पण,पितृ स्नेह का मेरे पापा सम्पूर्ण आकाश थे, माँ जो स्नेह की थी अविरल सरिता, पापा मेरे सागर थे। अपने बच्चों के पिता संग वो अनुजों के पालक भी थे,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 3 322 Share Usha Sharma 15 Nov 2021 · 1 min read #बालदिवस :अब कहाँ वो बचपन.... मंच को सादर नमन ?? ? बाल दिवस विशेष शीर्षक :अब कहाँ वो बचपन.... अब कहाँ वो बचपन खिलौने, चहक,वो गुड्डे-गुड़ियों के सात फेरे। पता नहीं क्यों अब कटता है... Hindi · कविता 2 2 508 Share Usha Sharma 10 Oct 2021 · 3 min read कहानी : रक्षासूत्र.... बहिन लघुकथा : रक्षा सूत्र...... बहन सुबह अपने भाई विनय से फोन पर बात करने के बाद से ही रीता बहुत उदास व दुखी थी। यंत्रवत घर के काम निबटाते समय... उत्सव - कहानी प्रतियोगिता · कहानी 2 4 583 Share Usha Sharma 28 Sep 2021 · 1 min read शेर नायाब यादें बचपन की, ज़हन में अब तक समाई हैं पेशानी चूमकर माँ ने हर सुबह, खुशनुमा बनाई है । © ® उषा शर्मा Hindi · शेर 1 2 309 Share Usha Sharma 28 Sep 2021 · 1 min read शेर तुम्हें जो भूलना चाहें,तो सब कुछ याद आता है, तेरी हर तल्ख़ी को भी हमने संभाला है बहुत। © ® उषा शर्मा Hindi · शेर 1 297 Share Usha Sharma 28 Sep 2021 · 1 min read "पुरूष तुम ना समझोगे"..... पुरूष तुम ना समझोगे.... जहाँ तक कि इन स्त्रियों ने अपने कितने पूर्व जन्म वर्तमान और आने वाले सभी जन्म भी लगा दिये हैं...... जीवन में जिह्वा के सभी स्वादों... Hindi · कविता 3 298 Share Usha Sharma 28 Sep 2021 · 1 min read "कोई समझाता नहीं"....... कटु शब्दों से मिले बेनिशां ज़ख्म अपनों से ही मिले तो कोई बताता नहीं.... कमियाँ दूसरे की गाई जाती हैं बातों के ढोल पीट - पीट कमी अपनी हो तो... Hindi · कविता 2 2 295 Share Usha Sharma 21 Sep 2021 · 1 min read #इंसानियत काश! फूलों की हो हर ओर सियासत, भंँवरों पर रहे सख़्त हर वक़्त ही पहरा। तितलियाँ बेख़ौफ़ बिखरायें रंगीनियाँ, फूलों की ख़ुशबू से महके हर सहरा।। मकरंद चुन तितली यूँ... Hindi · कविता 1 380 Share Usha Sharma 16 Aug 2021 · 1 min read मुहावरे पर आधारित व्यंग रचना मुहावरे आधारित व्यंग रचना बूंद बूंद से सागर भरता, हो गई बात अब पुरानी। भ्रष्ट नेताजी तो पी गये, देखो! पूरा सागर पानी। सुनते हैं, हमारे देश में, शासित सर्वत्र... Hindi · कविता 1 4 478 Share Usha Sharma 14 Aug 2021 · 1 min read मुक्तक । ज़िंदगी तू बड़े बोल ना सिखा, जुबां रहने दे, हमें पूजकर खुदा ना बना,बस इंसा रहने दे। खारे समुन्दर के पानी को किसने है चखा, प्यास लोगों की दे... Hindi · मुक्तक 3 3 516 Share Usha Sharma 14 Aug 2021 · 1 min read मेरी तहरीर मेरी तहरीरों में हमारी मोहब्बत का भरोसा लिखा है, छिपाया कुछ भी नहीं प्यार सारा का सारा लिखा है। तन्हाई के आलम में जो अश्क़ बनकर बहते हैं मेरे, गीत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 6 456 Share Usha Sharma 14 Aug 2021 · 1 min read शीर्षक : भीतरी संपदा //भीतरी संपदा// भाव भीतर हों यदि क्षमा के बाहर क्षमा हो स्वतः परिलक्षित प्रार्थना गर भीतर रहे प्रार्थना हो बाहर भी नफरत दिल में कहीं दबी हो नफरत बाहर कटुता... Hindi · कविता 1 2 508 Share Usha Sharma 9 Aug 2021 · 1 min read दुविधा... "उम्र की तलाशी" शीर्षक : दुविधा...उम्र की तलाशी बढ़ रही है उम्र हमारी या कम हो रही जिन्दगी, दुविधा ये अब होने लगी, दिलो-दिमाग में एक कशमकश सी आजकल यही हमारे अब रहने... Hindi · कविता 2 2 313 Share Usha Sharma 9 Aug 2021 · 1 min read ग़ज़ल //ग़ज़ल अभ्यास // बहर : 1222 1222 1222 1222 यहाँ खामोश लब की बेजुबानी कौन पढ़ता है। कि अश्क़ों में हुई जो गुम कहानी कौन पढ़ता है।। नुमाइश के बुतों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 302 Share Usha Sharma 9 Aug 2021 · 1 min read सुषमा जी.... पुण्यतिथि विशेष भारत की सच्ची बेटी सुषमा स्वराज जी को द्वितीय पुण्यतिथि पर कोटि - कोटि नमन व श्रद्धांजलि (6 अगस्त 2021) ? ?? ? जीवन जिनका क्षण क्षण प्रतिक्षण था राष्ट्र... Hindi · कविता 1 212 Share Usha Sharma 18 Jul 2021 · 5 min read कहानी : "काश! ये संभव होता" ..... कहानी : काश.! ये संभव होता.... मैंने ईश्वर से समय को वही थाम भूतकाल में लौटने की शक्ति पा सब कुछ ठीक करने की ठान ली थी.... । क्या यह... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 1 2 283 Share Usha Sharma 15 Jul 2021 · 1 min read "इबादत "... कशमकश में हो जब ज़िंदगी निर्णय के दोराहे पर हो खड़ी विचारों के चक्रव्यूह डराकर बेवजह कर रहे हों निराश सकारात्मक से कुछ बोल बोल देना तुम, यही वार्तालाप होगा... Hindi · कविता 1 335 Share Usha Sharma 15 Jul 2021 · 2 min read "इज्ज़त की ख़ातिर"...... शीर्षक : "इज़्ज़त की ख़ातिर"..... सुबह के करीब दस बज रहे थे और कामवाली बाई विमला अभी तक नहीं आई थी....बाथरूम से नहाकर निकलते ही घड़ी पर नजर पड़ी और... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 3 6 314 Share Usha Sharma 10 Jul 2021 · 7 min read कहानी : कौन अपना कौन पराया... कहानी : कौन अपना कौन पराया...... हर रोज ही की तरह सुबह छः बजे जब मिसेज रत्ना जरीवाला सोकर उठीं तो उन्हें कुछ थकावट सी लग रही थी, जबकि वो... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 3 6 504 Share