You must be logged in to post comments.
वाह, बेहतरीन भाव के साथ रचित बेहद खूबसूरत प्रस्तुति, आ० ऊषा जी ! उम्र अपनी जगह है, खुशियाॅं अपनी जगह ! ख़्वाबों को दिल में सजने दें ! उम्र उसमें बाधक ना बने ! पर्याप्त चीजें मौजूद हैं ख़्वाबों के सजने को ! बस उसमें परत धूल के ना पड़ने दें !!
जी आदरणीय बहुत ही खूब फरमाया आपने… आभार आपका ?
वाह, बेहतरीन भाव के साथ रचित बेहद खूबसूरत प्रस्तुति, आ० ऊषा जी ! उम्र अपनी जगह है, खुशियाॅं अपनी जगह ! ख़्वाबों को दिल में सजने दें ! उम्र उसमें बाधक ना बने ! पर्याप्त चीजें मौजूद हैं ख़्वाबों के सजने को ! बस उसमें परत धूल के ना पड़ने दें !!
जी आदरणीय बहुत ही खूब फरमाया आपने… आभार आपका ?