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28 Sep 2021 · 1 min read

शेर

नायाब यादें बचपन की, ज़हन में अब तक समाई हैं
पेशानी चूमकर माँ ने हर सुबह, खुशनुमा बनाई है ।

© ® उषा शर्मा

Language: Hindi
Tag: शेर
1 Like · 2 Comments · 239 Views
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