Umender kumar 153 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Umender kumar 8 Aug 2021 · 1 min read बीच मझधार छोड़ चले गए दर्द देने वाले बखूबी अपना काम कर गए, हमदर्दी दिखाने वाले बीच मझधार छोड़ चले गए, मालूम था हमें हमदर्द कोई नहीं दुनिया में, बड़ी-बड़ी डींगे मारने वाले बीच मझधार... Hindi · कविता 2 809 Share Umender kumar 3 Aug 2021 · 1 min read दीवानी का जवाब एक आशिक:- तेरे बदन की लिखावट में हैं उतार चढाव में तुझको कैसे पढूंगा, मुझे किताब तो दे (माननीय स्वर्गीय श्री राहत इंदौरी जी की लाइन) जवाब में लड़की:- ना... Hindi · कविता 679 Share Umender kumar 4 Aug 2021 · 1 min read बांझ औरत जब दूसरे चमन पर आती है, बहार तो मुझे भी लगता है, कभी तो आएगी मेरे चमन पर भी फूलों की बहार .. पौधे से तो बन गई मैं कली... Hindi · कविता 3 2 678 Share Umender kumar 29 Jul 2021 · 1 min read मुर्दों के जज़्बात मुर्दों के जज़्बात नहीं होते, उनके अपने तो होते हैं मगर पास नहीं होते, दिख जाते कहीं / कभी अपने, तो आज हम यहां श्मशान में नहीं होते..... सुकून में... Hindi · कविता 4 3 653 Share Umender kumar 6 Aug 2021 · 1 min read मेरी अंदरूनी आवाज एक दिन एक आवाज आई और कहती है के तू क्यों उदास है मैं जानता तो हूं मैं जानता तो हूं , तेरी उदासी को काम निकल जाने के बाद... Hindi · लेख 2 633 Share Umender kumar 15 Oct 2022 · 1 min read माता-पिता की जान है उसकी संतान माता-पिता की ख़ुशी है उसकी संतान, माता-पिता की जान है उसकी संतान, संतान को कुछ हो तो, निकलती है माता-पिता की जान, संतान की खातिर, एक करते है अपनी जी... Hindi · कविता 2 798 Share Umender kumar 30 Jul 2021 · 1 min read ईमानदारी का गहना जमाने में कितने ही साहूकार सही , "ईमानदारी" ऐसा गहना है जिसे रखना हर किसी के बस की बात नहीं.. ऊंचाइयों पर पहुंचने वालों , याद रखना ... यह बूंदे... Hindi · लेख 2 2 575 Share Umender kumar 4 Aug 2021 · 1 min read मजदूर की व्यथा यह शरीर है साहब बीमारी भी इसी में है और भूख भी ...... इसी में ...... इल्जाम मत दो मुझे बाहर निकलने के लिए, डरता हूं मैं, बीमारी से पहले... Hindi · लेख 3 2 585 Share Umender kumar 27 Aug 2021 · 1 min read मैं जाऊं कहां, कोई तो बताए मैं आ जाऊं कहां, अपनी करुण पुकार सुनाऊं कहां, जिसे हम मुसीबत में पुकारते थे, जा कर दरवाजे दरवाजे हम सदके करते थे, आज सभी के कपाट... Hindi · कविता 1 602 Share Umender kumar 3 Aug 2021 · 1 min read बस अब विदाई कर दो.. रफ्ता रफ्ता बीत गया मैं भी, बस अब मेरी विदाई कर दो.. पुराने वर्ष की विदाई के साथ, आज मेरी भी विदाई कर दो ..... चाहते तो बहुत थी मगर,... Hindi · कविता 1 565 Share Umender kumar 4 Aug 2021 · 1 min read दिल से सलाम अब तो हमारी सांसे भी हमारे खिलाफ साजिश रचती हैं और तुम मेरी सांसो में दम डालने की बात करते होl, शुक्रगुजार हूं मैं तुम्हारा बदलती फिजा में भी तुम... Hindi · कविता 2 2 543 Share Umender kumar 6 Aug 2021 · 1 min read मेरी जिंदगी मे तुझसे बढ़कर कोई नहीं तेरे ख्वाबों को जीता हूं मैं, तेरे आंसुओं को पीता हूं मैं, जब तू रोती है ना पगली, रातों को ना सोता हूं ना जागता हूं मैं, तेरे लबों की... Hindi · कविता 3 477 Share Umender kumar 25 Aug 2021 · 1 min read तेरे संग रहना मजबूरी सी लगती है, तेरे संग रहना मजबूरी सी लगती है, तेरे संग जीना भी चाहा और मरना भी चाहा मगर अब तेरे संग मजबूरी सी लगती है अगर समझ लेती तुम मेरा दर्द... Hindi · कविता 2 471 Share Umender kumar 8 May 2022 · 1 min read मां मां का एक दिन नहीं, मां से ही सब दिन है.... मां ही दिन का उजाला है, मां ही शक्ति है, मां ही ऊर्जा है, मां की प्रेणना ही सही... Hindi · कविता 2 577 Share Umender kumar 5 Aug 2021 · 1 min read धन के संबंध धन, मुद्रा, संपदा .. सब संबंधों का आधार है, बगैर इसके सब संबंध निराधार है... ^^ ज्यादा धन ज्यादा संबंध, कम धन अकेला जीवन....^^ उमेंद्र कुमार Hindi · मुक्तक 2 461 Share Umender kumar 1 Aug 2021 · 1 min read तुम्हारा नशा नशा तुम्हारे साथ भी बरकरार था और तुम्हारे जाने के बाद भी बरकरार है फर्क सिर्फ इतना है जब साथ दें नशा दिलो-दिमाग पर था जब छोड़ गए नशा जुबान... Hindi · शेर 1 455 Share Umender kumar 1 Aug 2021 · 1 min read भागती जिंदगी व्यस्त था जिंदगी में के सपने अधूरे ना रह जाए, सपने तो पूरे हुए, मगर रिश्ते भी कहीं छूट गए याद दिलाया किसी ने आज अपने होने का एहसास तो... Hindi · कविता 1 2 469 Share Umender kumar 5 Aug 2021 · 1 min read मेरी खुशनसीबी चाहत नहीं अब किसी से सिर्फ अपनी तन्हाइयों के साथ रहता हूं छोड़ चुका हूं अब सब, अब सिर्फ एक कोने में ही रहता हूं मनुष्य आता है तो खुशियां... Hindi · कविता 1 435 Share Umender kumar 3 Aug 2021 · 1 min read दुखी जीवन मुद्दतों बाद महफिलों से रू-ब-रू तो हुए, मगर तेरी कमी सी (खुशी) थी, अगर तू थोड़ी भी होती, अगर तू साथ होती... इस अंजुमन को दीवाने खास बना देते..... उमेंद्र... Hindi · कविता 1 479 Share Umender kumar 7 Aug 2021 · 1 min read उसकी खुशी में मेरी खुशी लोग कहते हैं इतनी शिद्दत के साथ वह तुम्हें सुनाता है और तुम इतनी ही मासूमियत के साथ सुनते रहते हो, मैंने कहा, वह अपनी इसमें खुशी समझता है, मैं... Hindi · मुक्तक 2 435 Share Umender kumar 14 Dec 2021 · 1 min read तुमसे मुलाकात आज तुमसे मुलाकात कुछ अधूरी सी लगी... मिले तो थे मगर, दिल से नहीं, दिल रखने के लिए.... उमेंद्र कुमार मुरादाबाद Hindi · लेख 462 Share Umender kumar 1 Aug 2021 · 1 min read वक्त का फैसला हमें गुस्ताख तकब्बुर के साथ जीने दो आजकल नेकियों को कौन याद रखता है वैसे तो हमारी नेकियां हमारी गुस्ताखियां से ज्यादा होंगी हम चुप हैं कि कहीं तो हिसाब... Hindi · लेख 1 438 Share Umender kumar 21 Sep 2021 · 1 min read नमक मुझे शिकायत है नमक से जो मेरे जखमों पर नहीं लगते..... उमेन्द्र कुमार Hindi · मुक्तक 426 Share Umender kumar 27 Aug 2021 · 1 min read कोई तो याद करेगा कभी तो याद करेगा लिख दिया करते थे शब्दों को कभी कागज पर अपने दिल का हाल जानकर गुमनामी में ही सही निशान तो रहेंगे हमारे जाने के बाद कोई तो याद करेगा कभी... Hindi · कविता 474 Share Umender kumar 4 Aug 2021 · 1 min read तेरी बेवफाई तेरी बेवफाई मेरी यादों को भुलाने नहीं देती , मगर ,तेरी यादें मेरे दर्द को जरूर भुला देती है। तेरे दर्द का एहसास आज भी दिल के किसी कोने में... Hindi · कविता 2 469 Share Umender kumar 15 Nov 2021 · 1 min read We can't be , "mean" We are very sorry that we could not be like those words Which has two meanings… Umendra kumar English · Article 430 Share Umender kumar 4 Aug 2021 · 1 min read काम पड़ सकता है काम पड़ सकता है" वजह से रिश्तेदारों का रिश्ता काम पड़ सकता है" वजह से ऐसी दोस्ती का रिश्ता "काम पड़ सकता है" वजह से घर वालों का रिश्ता यह... Hindi · लेख 1 429 Share Umender kumar 29 Jul 2021 · 1 min read खामोशी से जी लु जरा मेरी खामोशी मेरा दर्द मेरा दर्द मेरी खुशी मेरी खुशी मेरी तन्हाई मेरी तन्हाई मेरी यादें मेरी यादें मेरी जिंदगी और मेरी जिंदगी मेरी खामोशी..... खामोशी से जी लु जरा,... Hindi · कविता 2 468 Share Umender kumar 4 Aug 2021 · 1 min read गजल मैंने अपनी ग़ज़ल को .. "दो शब्द " क्या दिए ... ....सब अपनी अपनी ग़ज़ल में खो गए उमेंद्र कुमार Hindi · शेर 1 409 Share Umender kumar 24 Dec 2021 · 1 min read तेरे ख्वाब ख्वाब हूं तेरी आंखों का, मंजिल हूं तेरी राहों का, रोज भरते हो दरिया आंखों में, बसा कर हमें अपनी सांसो में, देख कर तस्वीर हमारी, आहें भरते हो, छुपाकर... Hindi · कविता 409 Share Umender kumar 5 Aug 2021 · 1 min read वक्त वक़्त एक सा नहीं रहता । बदलते वक़्त से कुछ तो मिला और कुछ खोया भी। घड़ी में वक़्त आज भी वही है जो उस वक़्त था। मगर आज वो... Hindi · मुक्तक 1 415 Share Umender kumar 1 Aug 2021 · 1 min read मेरी यादें तू गम ना कर तेरी यादों में सदा रहूंगा याद बनकर तेरी बातों में सदा रहूंगा बात बनकर, तू भूल ना जाए रात में भी इसलिए रात में भी साथ... Hindi · कविता 1 409 Share Umender kumar 28 Jul 2021 · 1 min read तेरा नाम फिजाओं में लिख दिया है तेरा नाम... दिल से इश्क किया है तो पढ़ कर दिखा... उमेंद्र कुमार Hindi · शेर 1 415 Share Umender kumar 31 Jul 2021 · 1 min read दोस्ती का कत्ल इजहार ए इश्क कर तूने, आज दोस्ती का कत्ल कर दिया बेजुबा हो गया हूं मैं सुनकर.. पर , मेरी खामोशी का सैलाब , तेरे कानों में गूंजेगा जरूर पर... Hindi · कविता 397 Share Umender kumar 25 Aug 2021 · 1 min read हम तो खाली हाथ थे लुटा कर बैठा महफिल में था सब अपना, क्या पता था, लूटने वाले फिर भी ना छोड़ेंगे... गम इस बात का नहीं के लुटे को लूट लिया, अफसोस रहा के,... Hindi · मुक्तक 4 429 Share Umender kumar 1 Aug 2021 · 1 min read ठोकर खाई है, पर गिरा नहीं हूं...... ठोकर खाई है, पर गिरा नहीं हूं...... लड़खड़ाया जरूर हूं मगर गिरा नहीं हूं, यह सोचा ना था , के तू हाथ भी ना बढ़ाएगा... इससे तूने, दोस्ती पर भी... Hindi · लेख 1 2 393 Share Umender kumar 7 Dec 2021 · 1 min read ऐ जिंदगी नादान न समझ मुझे ऐ जिंदगी, सीखा भी तुझी से हूं, और जीना भी तेरे साथ है.... अब समझ लिया है तेरे उतार-चढ़ाव को, अब कुछ शर्त हमारी भी होंगी,... Hindi · कविता 393 Share Umender kumar 28 Jul 2021 · 1 min read जीवनसंगिनी की याद आज अचानक तुम्हारी याद आई है जब मैं आईना देख रहा हूं अब सजने सवरने का क्या मतलब जब जिंदगी में अकेले काट रहा हूं आज याद आ रही है... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 4 4 398 Share Umender kumar 14 Dec 2021 · 1 min read Meet you Meeting you today seemed a bit incomplete... Had met but Not from the heart, but to keep the heart…. Umendra kumar Moradabad English · Article 379 Share Umender kumar 1 Aug 2021 · 1 min read तुम्हारी याद आम की डाली जो सूखी है अब यहां पिक या सीखी नहीं आते यह घाट सुने हैं जहां हंसी बहुत कुछ कहा करती थी सब को हंसाती थी और हंसती... Hindi · कविता 390 Share Umender kumar 5 May 2023 · 1 min read जमाने से क्या शिकवा करें बदलने का, जमाने से क्या शिकवा करें बदलने का, जब अपना साया ही शाम होते-होते हजारो रंग दिखा जाता है...... उमेंद्र कुमार Quote Writer 576 Share Umender kumar 29 Jul 2021 · 1 min read चल जश्न मनाते हैं तकल्लुफ ना कर , कह दे दिल की बात..... क्या पता कुबूल हो जाए चल साथ चल.. चल साथ चल मेरे आज जश्न मनाते है .. क्या पता आज की... Hindi · कविता 1 354 Share Umender kumar 3 Aug 2021 · 1 min read प्रेम का दीपक राम तुम दीपक बन जाओ रहीम तुम रोशनी बन जाओ प्रेम का एक दिया मैं जलाऊं प्रेम का एक दिया तुम जलाओ एक नजरिया हो सब का जैसे , हर... Hindi · कविता 2 363 Share Umender kumar 21 Sep 2021 · 1 min read तेरी महफिल तेरी महफिल चर्चा ए आम हो गई, थोड़ी सी नजरे फेर हम चले क्या आए, जिक्र था जुबां पर सबकी, अब क्या रोशन समा करेगी, चिराग थे महफ़िल की जो... Hindi · कविता 364 Share Umender kumar 27 Jul 2021 · 1 min read “पापा आप बहुत याद आते हो” रोज़ दिन आता है बीत जाता है, पर तुम नहीं आते..... याद आती है, आखो मे पुरानी तस्वीरे तिरती रहती है, पर तुम नहीं आते... भागती जिंदगी के साथ आंगे... Hindi · कविता 2 391 Share Umender kumar 28 Jul 2021 · 1 min read खफा हूं आज अपने वीराने पन से खफा था आज, क्यों तुने मेरी यादों को बुला लिया क्यों मेरे चैन को बेचैनी में बदल दिया जानता है तू, तू मेरा हमराज है तूने... Hindi · कविता 1 368 Share Umender kumar 29 Jul 2021 · 1 min read मयखाने इन मयखानो की शोख अदाओं से.. इन मयखानो की शोख अदाओं से हमें ना रिझा , जरा पलट कर देख, तेरे इस मंदिर की दीवार पर हम पूजें जाते हैं,... Hindi · कविता 349 Share Umender kumar 27 Aug 2021 · 1 min read अपनों की भूख का डर रुक जा अब तो के अब बहुत हुआ, बक्श दे सबको के अब बहुत हुआ, जी लेने दे सबको के अब बहुत हुआ, अब तो खुद का कत्ल हुआ सा... Hindi · कविता 1 338 Share Umender kumar 27 Aug 2021 · 1 min read मिलने की चाहत तुमसे मिलने की चाहत है पर तुम उस पार बैठे हो अजब किस्मत है हमारी जब हम उस पार पहुंचे तो तुम इस पार बैठे हो तुम्हारे इश्क की दीवानगी... Hindi · कविता 2 327 Share Umender kumar 1 Aug 2021 · 1 min read ज़िद साहिलों को छोड़ , कश्ती समुंदर की और मोड़ ली क्योंकि प्यास बुझती नहीं अब इनसे, अब, नमकीन की आदत सी हो गई है अक्सर , तूफानों को साहिलों से... Hindi · कविता 1 331 Share Page 1 Next