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जिंदगी की दौड़ में हम दौड़ते रह गए, साथी पीछे छूटते गए , पीछे मुड़कर देखा तो दौड़ में हम सिर्फ अकेले रह गए , श़ुक्रिया !
आज के परिवेश का कटु सत्य, धन्यवाद जी
जिंदगी की दौड़ में हम दौड़ते रह गए,
साथी पीछे छूटते गए , पीछे मुड़कर देखा तो दौड़ में हम सिर्फ अकेले रह गए ,
श़ुक्रिया !
आज के परिवेश का कटु सत्य,
धन्यवाद जी