Sushma Singh 369 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sushma Singh 13 Nov 2024 · 1 min read शीर्षक -घरौंदा विषय -घरौंदा --------------- प्रेम ही प्रेम हो जिसमें, ऐसा सुंदर सा घरौंदा हो। प्रेम मोहब्बत की गरमाई, ऐसा अनमोल सा घरौंदा हो।। पंछियों से हम सब सीखें, घरौंदा कैसे सभी... Hindi · कविता 17 Share Sushma Singh 13 Nov 2024 · 1 min read शीर्षक -बच्चों का संसार पिता! शीर्षक -बच्चों का संसार पिता --------------------------- माँ धरा तो आसमान होतें हैं पिता। बच्चों का पूरा संसार होतें हैं पिता।। बचपन में उंँगली पकड़ जो चलाते थे। आज वही पथ... Hindi · कविता 18 Share Sushma Singh 25 Oct 2024 · 1 min read शीर्षक -इंतजार तेरा शीर्षक -इंतजार तेरा! -------------------- किस सोच में तुम बैठी नारी, वेदना हृदय में छुपाए सारी। साजन का पथ निहारती तुम, अँखियां इंतजार करके हारीं।। रातों को पल-पल जागती, बस!अँखियां राह... Hindi · कविता 53 Share Sushma Singh 25 Sep 2024 · 1 min read शीर्षक -फूल सब पथ मैं सजा लूंँ! फूल सब पथ मैं सजा लूंँ ++++++++++++++ फूल सब पथ मैं सजा लूंँ, प्रभु राम!का है आगमन, आज दीपों को जला लूंँ! बिखरे हुए तारों से प्रभु को, पुष्पों का... Hindi · कविता 1 1 60 Share Sushma Singh 16 Sep 2024 · 1 min read शीर्षक -मातृभाषा हिंदी हिंदी -दिवस पर मातृभाषा हिंदी! ********** हिंदी हमारी मातृभाषा, हमको जान से प्यारी है। हिंदी की दुनिया में ही, बात सबसे न्यारी है। हिंदी भाषा पर सभी को, बहुत बहुत... Hindi · कविता 44 Share Sushma Singh 5 Sep 2024 · 1 min read शीर्षक -गुरू शीर्षक-गुरू ------------- दुनिया में होते गुरु महान, कदम -कदम पर राह दिखाएँ। सत्य मार्ग हमको दिखा कर, ज्ञान हमको गुरु सिखाएंँ।। हम सभी के जीवन में सदा, गुरु का होता... Hindi · कविता 33 Share Sushma Singh 5 Aug 2024 · 1 min read शीर्षक -ओ मन मोहन! ओ मन मोहन --------- मैं तुझसे प्रीत लगा बैठी, यह मेरी समझ नहीं आया। वंशी की धुन पर तुमने, मुझको बहुत रिझाया। मैं तुझसे नेह लगा बैठी ! पल-पल तेरी... Hindi · कविता 31 Share Sushma Singh 3 Aug 2024 · 1 min read शीर्षक -"मैं क्या लिखूंँ " शीर्षक -"मैं क्या लिखूंँ" ------------------ जिसने खुद सृष्टि को रचा, मैं क्या उस प्रभु पर लिखूंँ। जिसने मानव को ज्ञान दिया, उस प्रभु के लिए मैं क्या लिखूँ।। जिसने जीवन... Hindi · कविता 2 3 112 Share Sushma Singh 3 Aug 2024 · 1 min read विषय -किताबें सबकी दोस्त! विषय-किताबें सबकी दोस्त! --------------------------------- किताबें! सबकी दोस्त होती । दुनिया की जानकारी हमको, किताबों से ही मिलती। अकेले होकर हम किताबों के, साथ अकेले नहीं होते। ज्ञान का भण्डार होतीं... Hindi · कविता 1 2 46 Share Sushma Singh 30 Jul 2024 · 1 min read शीर्षक -शबरी राह निहारे! शबरी राह निहारे --------------------- शबरी तेरी राह निहारे राम हर -पल पुकारे राम -राम । सुमिरन करती पथ निहारे, आ जाओ मेरे प्रभु श्रीराम। आकर भक्तन को दर्श दे दो,... Hindi · कविता 68 Share Sushma Singh 28 Jul 2024 · 1 min read शीर्षक -सावन में हरियाली! शीर्षक -सावन में हरियाली! -------------------- सावन के मौसम में ,झम -झम मेघ बरसते। बिजली जोरों से कड़के ,आकाश गरजते।। गिरती बूंँदें तरूओं पर हिम सी चमके। कारे बदरा उमड़ -घुमड़... Hindi · कविता 1 67 Share Sushma Singh 14 Jul 2024 · 1 min read शीर्षक -नेकी की राह पर तू चल! शीर्षक -नेकी की राह पर तू चल! ############# नेकी के पथ सदा ही, तू मानुष चलना। जीवन की बाधाओं से, तुम कभी ना डरना।। प्रभु तेरे हृदय में, तू क्यों... Hindi · कविता 46 Share Sushma Singh 13 Jul 2024 · 1 min read शीर्षक -आँखों का काजल! विषय - आँखों का काजल! तेरी आंँखों का काजल लगे ऐसे, समुद्र में छाई नीली परछाई जैसे। कजरारी आंँखों का काजल, हिरनी के नयनों सा लगता है। काजल भरे नयना... Hindi · कविता 1 64 Share Sushma Singh 8 Jul 2024 · 1 min read शीर्षक -काली घटा घनघोर! विषय -काली घटा घनघोर! +++++++++++ रिमझिम- रिमझिम पानी बरसे, छाई काली घटा घनघोर । जोरों से बिजली तड़के है, पवन कर रही जोरों से शोर।। शीतल मंद सुगंध हवाएंँ, चल... Hindi · कविता 3 2 73 Share Sushma Singh 7 Jul 2024 · 1 min read शीर्षक -ओ मन मोहन शीर्षक -ओ मन मोहन! ------------------------ मैं तुझसे प्रीत लगा बैठी, यह मेरी समझ नहीं आया। वंशी की धुन पर तुमने, मुझको बहुत रिझाया। मैं तुझसे नेह लगा बैठी --- पल-पल... Hindi · कविता 1 2 59 Share Sushma Singh 4 Jul 2024 · 1 min read शीर्षक -हाले-दिल अपना शीर्षक-हाले दिल अपना ! ------------------- हाल-ए-दिल किसको सुनाएंँ यहांँ, अपना दुःख दर्द किसको सुनाएंँ यहांँ। कोई समझेगा नहीं प्रभु इक तेरे सिवा, बस! इसीलिए तेरी चौखट पे आए हैं। मेरा... Hindi · कविता 1 48 Share Sushma Singh 29 Jun 2024 · 1 min read शीर्षक -क्यों तुमसे है प्रेम मुझे! शीर्षक -क्यों तुमसे है प्रेम मुझे ------------------------------- मेरे जीवन में आकर कान्हा, मुझको खुशियों से भर दिया। अपनी मोहिनी सूरत दिखा कर, मुझको पुजारिन बना दिया।। में जब पलकें बंद... Hindi · कविता 1 92 Share Sushma Singh 16 Jun 2024 · 1 min read शीर्षक -पिता दिये की बाती हैं! विषय -पिता दिये की बाती हैं! 16जून पितृ दिवस --------------------- पिता से ही घर संसार होता, पिता से ही माँ का सिंदूर होता! हम बच्चों के लिए सदा ही पिता,... Hindi · कविता 58 Share Sushma Singh 11 Jun 2024 · 1 min read शीर्षक - स्नेह शीर्षक-स्नेह! मेरा स्नेह हृदय में है, सिर्फ तेरे लिए। जिसकी महक पुष्पों सी उसको सम्हालें हूँ सिर्फ तेरे लिए! मेरा स्नेह अपार है, सिर्फ तेरे लिए। जब भी जीवन में... Hindi · कविता 1 67 Share Sushma Singh 10 Jun 2024 · 1 min read शीर्षक -हे !पथ के स्वामी शीर्षक -हे!पथ के स्वामी! -------------------- मेरे हृदय में बसने वाले, हे! मेरे प्रभु मेरे स्वामी। तम को तुम हरने वाले, हे! ईश्वर हे! अंतर्यामी? मेरे जीवन से विश्वास, कभी डिगने... Hindi · कविता 2 2 122 Share Sushma Singh 12 May 2024 · 1 min read शीर्षक -शीतल छाँव होती माँ ! मातृ दिवस पर शीर्षक -शीतल छाँव होती माँ ----------- दुपहरी की तपती धूप में, शीतल छांँव होती है मांँ। अंँधियारी सी रातों की, दिव्य रोशनी होती है मांँ। कभी भटक... Hindi · कविता 47 Share Sushma Singh 29 Apr 2024 · 1 min read शीर्षक -तुम ही खेवनहार शीर्षक -तुम ही खेवनहार ---------------------- असहाय छोड़कर यूँ हमको, तुम मत जाओ भगवान। वापस आओ तुम न जाओ, करो जगत का तुम कल्यान ! भारत मांँ की नैया के प्रभु,... Hindi · कविता 1 2 74 Share Sushma Singh 18 Apr 2024 · 1 min read शीर्षक -नव वर्ष स्वागत विषय -नव वर्ष स्वागत --------------- अभिनंदन नव वर्ष तुम्हारा। खुशियों से झूमे जग सारा।। सपने सब साकार हो सबके। जो तुम थामों हाथ हमारा।। सभी को प्रेम से गले लगाएँ।... Hindi · कविता 1 54 Share Sushma Singh 24 Feb 2024 · 1 min read शीर्षक -एक उम्मीद आशा की शीर्षक-एक उम्मीद आशा की! जीवन में संकट कितने ही आएँ, तुमको उनसे डरना नहीं होगा। इस अंधकार से जीवन में तुमको, दीपक बनकर ही जलना होगा! चलकर सच्चाई के पथ... Hindi · कविता 1 62 Share Sushma Singh 18 Feb 2024 · 1 min read शीर्षक -आँख क्यूँ नम है! शीर्षक -आँख क्यूँ नम है! +++++++++++ जन्म लिया जब बेटी ने तो, परिवार में सभी बहुत खुश थे। आई प्यारी लक्ष्मी है घर में, मात-पिता पल-पल बलिहारी थे।। धीरे-धीरे बेटी... Hindi · कविता 147 Share Sushma Singh 21 Jan 2024 · 1 min read श्रीराम का अयोध्या आगमन शीर्षक -श्रीराम का अयोध्या आगमन ---------------------- वर्षों बाद अयोध्या नगरी में, खुशियांँ ही खुशियांँ छाईं हैं। श्रीराम आगमन पर सभी ने, अवध नगरी खूब सजाई है ।। राम, लक्ष्मण, भरत,... Hindi · कविता 241 Share Sushma Singh 20 Jan 2024 · 1 min read शीर्षक -श्रीराम की बाल लीला! शीर्षक -श्रीराम की बाल लीला! --------------------------- जग के स्वामी अंतर्यामी श्रीराम, सुमिरन करते सब तेरा ही नाम। अवतार लिए अवध में तो, मातु-पिता हृदय से हुलस पड़े। अवध के वासी... Hindi · कविता 203 Share Sushma Singh 20 Jan 2024 · 1 min read शीर्षक -श्रीराम उत्सव! शीर्षक -श्रीराम उत्सव! ------------------- अयोध्या आगमन श्रीराम का, सभी मिलकर खुशियांँ मनाएँ। गली-गली घर और आँगन सजा, मिल सभी घी के दीपक जलाएंँ। भेदभाव को त्यागकर सभी, आपस में भाईचारा... Hindi · कविता 84 Share Sushma Singh 2 Jan 2024 · 1 min read विषय -धुंध विषय -धुंध ---------- इस सफेदी लिए धुंध का, अजब ही नजारा है। दूर तक दिखता नहीं, कोई भी किनारा है।। ये सर्द सुबह धुंध भरी, सब कुछ मानो जमा जा... Hindi · कविता 1 2 211 Share Sushma Singh 1 Jan 2024 · 1 min read नव वर्ष तुम्हारा स्वागत। शीर्षक -नव वर्ष तुम्हारा स्वागत! ---------------------- स्वागत!है नव वर्ष तुम्हारा, आओ हम सभी परोपकार करें। दीन , दुःखी, असहायों की हम, सभी मिलकर हम मदद करें ।। नया जोश और... Hindi · कविता 4 334 Share Sushma Singh 7 Nov 2023 · 1 min read शीर्षक -छाई है धुंँध शीर्षक -छाई है धुंँध ------------------ मेरे साथ! चांँद है और चांँदनी, और हैं सर्दी की ठिठुरती रातें! छाई हुई है चहुं और धुंँध सी, तुम!और में साथ,और मधुर रागिनी!! चांँदनी... Hindi · कविता 2 190 Share Sushma Singh 29 Oct 2023 · 1 min read शीर्षक -बिना आपके मांँ शीर्षक -बिना आपके मांँ ! *************** हे मांँ! बिना आपके,हैं अधीर यह मन, दुखी बहुत हैं हम! महाविकल इस दग्ध हृदय को, कौन बंधाए धीर, बज्रपात किया अकस्मात, क्यों देव... Hindi · कविता 331 Share Sushma Singh 24 Oct 2023 · 1 min read तुम पथ भूल न जाना पथिक शीर्षक -तुम पथ भूल न जाना पथिक! ++++++++++++ जीवन के खिले उपवन में, खुश्बू से भरा कण-कण होगा। पुष्पों में अलि गुंजित होंगे, और कलियों में यौवन होगा? कलियों का... Hindi · कविता 1 2 387 Share Sushma Singh 12 Oct 2023 · 1 min read झील सी तेरी आंखें झील सी तेरी आंखें ------------------ कमल पंखुड़ी सी लगती हैं तेरी आंखें, करूणा और श्रद्धा से भरी हैं तेरी आंखें कभी गीत, कभी प्रीत की कविता सुनाती, कभी मुस्कुराती,शरारत करती... Hindi · कविता 1 1 393 Share Sushma Singh 7 Oct 2023 · 1 min read शीर्षक-तुम मेरे सावन शीर्षक-तुम मेरे सावन -------------------- में प्यासी नदिया हूं, तुम हो मेरे सावन, तुम ही कान्हा मेरे, दिल की धड़कन। तेरे बिन कुछ भी रास नहीं आता - मुश्किल से कटते... Hindi · कविता 1 262 Share Sushma Singh 1 Oct 2023 · 1 min read शीर्षक -मातृभूमि के लाल शीर्षक -मातृभूमि के लाल! ----------------------- हम सभी मिल दो अक्टूबर को, गांधी, शास्त्री जयंती को मनाएं। भारतवासी हम सभी मिलकर, इनके नाम प्रेम का दीप जलाएं।। भारत की मातृभूमि में... Hindi · कविता 105 Share Sushma Singh 1 Oct 2023 · 1 min read पितृपक्ष में तर्पण पितृपक्ष में तर्पण ------------- पितृपक्ष में हर वर्ष सभी, श्राद्ध, तर्पण है करते। अपने पूर्वजों का ऋण हम, सभी सद्कर्मों से चुकाते।। भारत भूमि संस्कारों की जननी, जिस धरा में... Hindi · कविता 135 Share Sushma Singh 30 Sep 2023 · 1 min read गजल गजल ---------- तेरे नाम से धड़कता मेरा ये दिल, आहिस्ता से जाता रहा मेरा ये दिल। तुम सदा मेरे हृदय में रहते हो, तुमको सदा पूजता रहेगा ये दिल। तुम... Hindi · ग़ज़ल 1 399 Share Sushma Singh 7 Sep 2023 · 1 min read शीर्षक -ओ मन मोहन ओ मन मोहन ------------ मैं तुझसे प्रीत लगा बैठी, यह मेरी समझ नहीं आया। वंशी की धुन पर तुमने, मुझको बहुत रिझाया। मैं तुझसे नेह लगा बैठी --- पल-पल तेरी... Hindi · कविता 380 Share Sushma Singh 24 Aug 2023 · 1 min read चन्द्रयान -3 का कीर्तिमान चन्द्रयान -3 का कीर्तिमान --------------------------- भारत मेरा सबसे महान है, दुनिया में अलग ही पहचान है। भारत के वैज्ञानिकों ने, संभव करके यह दिखाया है। अपना तिरंगा चांद पर भी,... Hindi · कविता 284 Share Sushma Singh 23 Aug 2023 · 1 min read प्यारा बंधन रक्षाबंधन शीर्षक - प्यारा बंधन रक्षा बंधन +++++++++++++++ राखी का पावन त्योहार, बंधा प्रीत के बंधन में। भाई-बहन का सच्चा प्यार, अनमोल है सारे ही जग में? राखी, रोली और मिठाई,... Hindi · कविता 330 Share Sushma Singh 23 Aug 2023 · 1 min read नैहर शीर्षक-नैहर ------------- नैहर जाने के नाम से सभी, खुश हो जाती बेटियां। आंखों में आती बार-बार, बचपन में बांधी दो चोटियां। गली-मोहल्लों में जब सभी, सखियां खेला करते गोटियां। विष-अमृत... Hindi · कविता 396 Share Sushma Singh 7 Aug 2023 · 1 min read मणिपुर घटना पर रचना मणिपुर घटना पर रचना -------------------- मणिपुर घटना से, हृदय छलनी हुआ, ऐसा विकराल रूप देख मानव का देश शर्मसार हुआ? ऐसे पुरुष जाति पर धिक्कार है, नारी को देखें जो... Hindi · कविता 1 2 103 Share Sushma Singh 25 Jul 2023 · 1 min read जीवन में तुम आगे बढ़ना जीवन मे तुम आगे बढ़ना ------------------------ तुम नित्य लड़ो,हारो, जीतो, हिम्मत नहीं हारना तुम। जीवन के पथरीले पथ में भी, नहीं हौंसला खोना तुम! जीवन में लड़ना सीखो तुम, कोई... Hindi · गीत 1 144 Share Sushma Singh 11 Jul 2023 · 1 min read बहादुर बच्चों शीर्षक -बहादुर बच्चों --------------- गिरने से मत डरना तुम, ठोकर हमको सिखाती है। जीवन पथ में आगे बढ़ना, ठोकर ही नई राह दिखाती है! नन्हे -मुन्ने बच्चों सुन लो, कभी... Hindi · गीत 2 120 Share Sushma Singh 15 Jun 2023 · 1 min read गर्मी का कहर विषय -गर्मी का कहर ------------------ हे सूर्य! तुम अभी न निकलना, अभी तुम बादल में छुप जाना। सभी बच्चे जब पहुंच जाएं --- अपने घर तब तुम निकलना? धूप बहुत... Hindi · कविता 3 2 365 Share Sushma Singh 8 Jun 2023 · 1 min read किताबों से दोस्ती शीर्षक -किताबों से दोस्ती ---------------------- तन्हा रहकर हमने, किताबों से दोस्ती कर ली। इसी तरह से बसर हमने, जिंदगी कर ली।। वक्त कटता नहीं और, जीवन भी नीरस था। इसी... Hindi · कविता 2 339 Share Sushma Singh 8 Jun 2023 · 1 min read मेरे देश का किसान मेरे देश का किसान ------------------- भारत देश है सबसे न्यारा, दुनिया में है सबसे प्यारा। सभी धर्म के लोग है रहते, सभी आपस में मिलकर रहते। मेरे देश के किसान... Hindi · कविता 1 93 Share Sushma Singh 8 Jun 2023 · 1 min read आहिस्ता चल जिंदगी आहिस्ता चल जिंदगी ------------------------- ऐ! जिंदगी आहिस्ता से चल, मुझको क ई काम करने हैं---- जो जीवन में बन जाए हसीन पल। ऐ जिन्दगी आहिस्ता से चल------- मानव तन पाया... Hindi · कविता 132 Share Sushma Singh 14 May 2023 · 1 min read शीर्षक -मां का आंचल शीर्षक -मां का आंचल ------------------- विधा -कविता ---------- मां तेरे आंचल में हमने,सारी खुशियां पाईं। मां होती वृक्ष हरा-भरा, जिसमें हमने छांव पाई।। मां होती प्रथम पाठशाला, जिससे शिक्षा हमने... Hindi · कविता 1 2 337 Share Page 1 Next