Tag: ग़ज़ल/गीतिका
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गोरा काला रंग
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
उसी तीर से हुआ नशा उसको
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
न कोई सहारा मिला
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खुशी की दवा
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
औरत की लाचारी
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
नीले गगन के तले
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
अमूल्य निधि माँ
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
छुपाना भी नहीं आता
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
वही चौखट वही घर
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मन महके सावन में
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
चंदा मामा
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
सूरत बलां की खूबसूरत
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
कहाँ गया बेदर्दी
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
प्रेम ज्वाला
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
कबूल असूल और वसूल
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
बीबी बिन घर नही होता
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
बिटिया है होती कोहिनूर का हीरा
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
रेशम जैसे रिश्ते
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
तराने प्यार के गाने लगे
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
चारपाई
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
ऑनलाइन जिंदगी ऑफलाइन रिश्ते
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
रास्ते
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मारेगी जालिम तन्हाई
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
तुम्हारी पनाहें
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
दोस्ती दुश्मनी
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
वारिद ने है प्यास बचझाई
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
प्रेम अनुभूति
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
पायल.की तरह
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
तुम्हारी विरासत मेरा सरमाया है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
झूठा निशाना
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
हम बिलखते रहे
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खुद से रूठ बैठे
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
सोचा भी न था
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
अंदाज शायराना
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
प्रीत की तलाश है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
कोशिश बेकार होती है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
यादे रुलाती है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
शहीदों की कुर्बानी
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
सुन्दर सुनहरी स्वप्न सजाएं
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जुदाई तन मन खा रही
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मौकोंपर व्यापार होते है ंंव
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मनमोहिनी मूरत
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
साथ तुम्हारा
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
इंसानियत की बंद दुकान हो गई
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
एक दिन मंजिल मिल जाएगी
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
चिट्ठियाँ
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
चाँदनी रात थी
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
रुका रुका सा छोर है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
पास शमशान है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
तेरा दीद मेरी ईद
सुखविंद्र सिंह मनसीरत