सुखविंद्र सिंह मनसीरत Tag: ग़ज़ल 301 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Jul 2022 · 1 min read प्यारी हरकत **** प्यारी - हरकत ***** ********************* महफ़िल में शिरक़त की है। पूरी हर हरसत की है। खुद की कुरबानी दे कर, तन-मन-धन दौलत की है। प्रेमी बन कर जीवन -... Hindi · ग़ज़ल 318 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 Jun 2022 · 1 min read हुआ क्या है **** हुआ क्या है **** ****************** पूछो/ मत हुआ क्या है, अपनो की दुआ क्या है। खेलो और खो दो सब, देखो तो जुआ क्या है। महसूस पीड़ हो ना... Hindi · ग़ज़ल 206 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Jun 2022 · 1 min read अब तक देखा नही ***** अब तक देखी नहीं ***** ************************** आपसी परी अब तक देखी नहीं, हुस्न से लदी अब तक देखी नहीं। फूल सा खिला जोबन तेरा गजब, साज सादगी अब तक... Hindi · ग़ज़ल 215 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 Jul 2022 · 1 min read हर शख्स दीवाना है ****** हर शख़्श दीवाना है ******* ****************************** चाँद सा रोशन चेहरा मस्ताना है, देख कर जिसको हर शख्स दीवाना है। प्यार है जलिम रोग तन-मन में लगता, खुद भरी महफ़िल... Hindi · ग़ज़ल 236 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Jul 2022 · 1 min read जीना नहीं आता ***जीना नहीं आता*** ******************* ****1222 1222**** ******************* उसे जीना नहीं आता, मुझे मरना नहीं आता। गलत जो काम हो जाए, सही करना नहीं आता। सदा खाये यहाँ धोखे, शकल पढ़ना... Hindi · ग़ज़ल 212 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Jul 2022 · 1 min read बिटिया रानी बिटिया रानी मनसीरत को अवतरण दिवस की हार्दिक बधाई ***** बिटिया रानी ***** ********************* बिटिया रानी प्यारी-प्यारी, लाड़-लड़ाती ह्रदय दुलारी। बाल न बांका हो आभारी, खेले जीवन लंबी पारी, सुंदरता... Hindi · ग़ज़ल 189 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Jun 2022 · 1 min read गली गली में चोर है *गली गली में चोर है* ***************** गली - गली में चोर है, सुना जहां में शोर है। कहीं नहीं नजरें मिली, नज़र हुई कमज़ोर है। डगर बहुत ही दूर है,... Hindi · ग़ज़ल 221 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 May 2023 · 1 min read **हर पल बदलते ढंग हैं** **हर पल बदलते ढंग हैं** ********************* मौसम के बहुत रंग है, हर पल बदलते ढंग हैं। हर रुत का अपना मज़ा, खुशी और नजारे संग है। बारिशें हो या धूप... Hindi · ग़ज़ल 1 228 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 31 Jul 2022 · 1 min read हमको कहीं भाता नहीं **** हमको कहीं भाता नही **** *************************** आप बिन हमको कहीं भाता नहीं, डोलता मन सांस खुल आता नहीं। छोड़ कर नग़मे तराने प्रार्थना, गीत - गजलें भी कभी गाता... Hindi · ग़ज़ल 192 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Jun 2022 · 1 min read सूनी सुनी राहें ****** सूनी-सूनी राहें ******* ************************* सूनी - सूनी सुंदर राहें हैं, बिछड़ी खुद से खुद की आहें हैं। चलती जाओ पग रख पथ मेरे खोली कब से अपनी बाँहें हैं।... Hindi · ग़ज़ल 214 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 Aug 2022 · 1 min read रक्षाबंधन ******* रक्षाबंधन ******* ********************** रेशम के धागे में प्यार है, भाई - बहनों का सरदार है। सूनी बाँहें राहें देखती, राखी का आया त्योहार है। भ्राता बहना का सम्मान करे,... Hindi · ग़ज़ल 173 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 May 2023 · 1 min read जिगरी पुराने वो यार गुजर गए जिगरी पुराने वो यार गुजर गए ************************ जिगरी पुराने वो यार गुजर गए, दिल के रूहानी प्यार गुजर गए। सुख दुख में पहले आने वाले, साथ खड़े परिवार गुजर गए।... Hindi · ग़ज़ल 256 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Jul 2022 · 1 min read चाँद सी परी छोरी ***** चाँद सी परी छोरी ****** ************************** रंग - रूप की गौरी तेरे क्या कहने, चाँद सी परी छोरी तेरे क्या कहने। लूटती हमीं को मादक प्यारी आँखें, आप सी... Hindi · ग़ज़ल 196 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Mar 2023 · 1 min read देखो तुम्हारे प्यार ने जीना सिखा दिया *देखो तुम्हारे प्यार ने जीना सिखा दिया* ******************************** देखो तुम्हारे प्यार ने है जीना सिखा दिया, नजरों को नजरों से मिलना सिखा दिया। भटक रहा था पथ में बनकर कीट... Hindi · ग़ज़ल 191 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Aug 2022 · 1 min read प्रीत का असर ***** प्रीत का असर ****** *********************** तेरी प्रीत का मुझ पर असर है, लगता ये जहर भी बेअसर है। घुट-घुट कर गुजरता है पहर, बाकी भी बची कोई कसर है।... Hindi · ग़ज़ल 190 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 Jul 2022 · 1 min read मुसाफिर लौट घर चले **** मुसाफिर लौट घर चले **** **** 2212 2212 212 ***** ************************** हम हैं मुसाफिर लौट कर घर चले, अब छोड़ कर तेरा वतन दर चले। तेरे बिना जीना न... Hindi · ग़ज़ल 1 158 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Jun 2022 · 1 min read मुस्कान जन्मदिन की बधाई मुस्कान को जन्मदिन की हार्दिक बधाई ****************************** तुम जियो हजारों साल, दुआ सलामत सदका ढाल, जो भी हो सपने तेरे मुस्कान, पूरे करेंगे प्रभु जी हर हाल। माँ बाप को... Hindi · ग़ज़ल 156 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Jul 2022 · 1 min read नीर सा निखरता बदन है ***** नीर सा निखरता बदन है ***** ****************************** नीली - नीली झील में चमकता बदन है। नीले - नीले नीर सा निखरता बदन है। खोया - खोया सा मिले बहुत... Hindi · ग़ज़ल 174 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Jul 2022 · 1 min read आदत ****** आदत ****** *** 1222 1222 *** हमें तेरी हुई आदत, सुधरती भी नहीं आदत। सहा हमने तुझे हर दम, बिगड़ती ही गई आदत। दुखाती दिल बहुत मेरा, बुरी लगती... Hindi · ग़ज़ल 151 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Aug 2022 · 1 min read प्यार में बहुत कुछ खोया है प्यार में बहुत कुछ खोया है ********************** प्यार में बहुत कुछ खोया है, दिल बहुत दिनों तक रोया है। बोझ जिंदगी का यारों सारा, भार बाजुओं पर ही ढोया है।... Hindi · ग़ज़ल 191 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Mar 2023 · 1 min read ***रंग बिरंगी होली*** ***रंग बिरंगी होली*** ****************** आओ खेलें हमजोली, मिलकर सारे रंग होली। रंग - बिरंगे रंग बिखेरें, बनाकर सारे हम टोली। फागुन की मस्ती छाई, रंगीन हुई सूरतें भोली। गोरे गोरे... Hindi · ग़ज़ल 173 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Jul 2022 · 1 min read खिलता गुलाब हो तुम ******** खिलता गुलाब हो तुम ******* ********************************* सीधे सवाल का उल्टा सा जवाब हो तुम, सीधी समझ न आए उलझी किताब हो तुम। खिलती कली जहाँ कोई भंवरा टपकता, फूलों... Hindi · ग़ज़ल 152 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 31 Jul 2022 · 1 min read तीज का त्योहार है *2122 2122 212* ***** तीज का त्योहार है ***** ************************* आज आया तीज का त्यौहार है। खेत फसलों से भरे गल्हार हैं। औरतें सारी झुलाती चाव से, झूलती झूले लगा... Hindi · ग़ज़ल 173 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Aug 2022 · 1 min read प्रभु जी बसते सांस में *** प्रभु जी बसते सांस में **** ************************* प्रभु जी आओ तो कभी वास में, प्रभु जी हम बैठें इसी आस में। प्यासी अखियाँ हैं डगर देखती, प्रभु जी तुम... Hindi · ग़ज़ल 155 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Apr 2023 · 1 min read *चुपके-चुपके खोई प्रोफाइल देखती हो* *चुपके-चुपके खोई प्रोफाइल देखती हो* ******************************* चुपके-चुपके खोई प्रोफाइल देखती हो, बिना तुम्हारे कैसी स्माइल देखती हो। कुछ भी न रहा दिल मे हमारे आप बिन, छोड़ कर दिल तोड़... Hindi · ग़ज़ल 188 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 16 Jul 2022 · 1 min read चंदा सी सूरत में को लुभाती **चंदा सी सूरत मन को लुभाती** ************************** चंदा सी सूरत मन को लुभाती है, आँखों ही आँखों से बुलाती है। नभ में छायी घन घोर अंधेरी, काली रातों में वो... Hindi · ग़ज़ल 164 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Apr 2023 · 1 min read *अब हाल क्या पूछना घाव तो मर गए है* *अब हाल क्या पूछना घाव तो मर गए है* ******************************** अब क्या हाल पूछना घाव तो भर गए हैँ, तुम को देखने के अरमान भी मर गए हैँ। ऑंखें भी... Hindi · ग़ज़ल 186 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Jul 2022 · 1 min read चलकर खुद चंद आया है ***चलकर खुद चाँद आया है*** ************************** दर पर चल खुद ही चाँद आया है, तब से दिल पर उन्माद छाया है। देखो तो पल-भर तुम उठा नजरें, झोला भर कर... Hindi · ग़ज़ल 154 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Jul 2022 · 1 min read नही कोई शिकायत आपसे ******* नहीं कोई शिकायत आपसे ******** ************************************* 2 2 1 2 2 2 1 2 2 2 1 2 2 2 1 2 तुम बेवफा बेशक नहीं कोई शिकायत आपसे,... Hindi · ग़ज़ल 194 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Jul 2022 · 1 min read oसंसार चाहिए ******हसीं घर बार संसार चाहिए****** ********************************* तेरे सिवा नहीं कोई हमें उपहार चाहिए, हीरों जड़ा सदा आपाद प्यारा हार चाहिए। जिंदा रहे वही स्वप्न सदा ही देखता रहा, मजबूत प्यार... Hindi · ग़ज़ल 156 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Jun 2022 · 1 min read मुलाकात होगी ********* मुलाकात होगी ********** ******************************** कभी ना कभी उनसे मुलाकात होगी, किसी रोज दिल की दिलरुबा साथ होगी। हुआ बे खबर जब से हुआ असर ज्यादा, खुला आसमां खुल कर... Hindi · ग़ज़ल 145 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 May 2023 · 1 min read निगाहों निगाहों में पाया है तुझको निगाहों निगाहों में पाया है तुझको *************************** निगाहों निगाहों में पाया है तुझको, प्यार के समुंद्र में पाया है तुझको। चांद सितारों में नहीं ढूंढ पाए, काली बदरिया में पाया... Hindi · ग़ज़ल 229 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Jun 2022 · 1 min read आँखों मे शर्म तो है **आँखों मे शर्म तो है** ******************* आँखों मे शर्म तो है, स्वभाव कुछ नर्म तो है। रखते हैं उसी पर आशा, मन का ये वहम तो है। खुश हो झूमते... Hindi · ग़ज़ल 158 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 Nov 2022 · 1 min read दिल का दर्द बहुत भारी **दिल का दर्द बहुत भारी** ********************** दिल का दर्द है बहुत भारी, मरते दम तक निभाएंगे यारी। इश्किया हवा ने है भटकाया, चली आओ तुम्हारी है बारी। कैसा भी मौसम... Hindi · ग़ज़ल 218 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Jun 2022 · 1 min read जम जाती है धूल ******* जम जाती है धूल ****** **************************** जब घर आंगन में जम जाती है धूल, समझो घर वालों से होती बड़ी भूल। कोई सज्जन पवनपुत्र बनकर आए, साथ उड़ा ले... Hindi · ग़ज़ल 1 150 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 31 Oct 2022 · 1 min read प्यारे गुलनार लाये है **प्यारे गुलनार लाये हैं** ******************** दिल के दिलदार लाये हैं, पौधे फलदार लाये हैं। झाबा वो आम रसवाला, मीठे रसदार लाये हैं। मुखड़ा भी है खिला जैसे, खिलता गुलज़ार लाये... Hindi · ग़ज़ल 167 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 May 2023 · 1 min read *आंखों में अश्क समाये हैं* *आंखों में अश्क समाये हैं* ********************** आंखों में अश्क समाये हैं, जब से हुए वो पराये हैं। दिल से कभी गए दूर नहीं, भूले से भी नहीं भुलाये हैं। पलभर... Hindi · ग़ज़ल 240 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 16 Dec 2022 · 1 min read बोतल भरी शराब से है बोतल भरी शराब से है ******************* बोतल भरी शराब से है, जोबन भरा शबाब से है। कैसे कहूँ बयान को मैं, नीयत ज़रा खराब से है। कोई न ढूंढ पा... Hindi · ग़ज़ल 187 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 May 2023 · 1 min read **प्रेम का रंग चढ़ा** **प्रेम का रंग चढ़ा** ****************** अंग से जा अंग मिला प्रेम का हर रंग चढ़ा। देख कर परवान अदा, दो कदम मैं और बढ़ा। रोक पाया आप नहीं, दर तिरे... Hindi · ग़ज़ल 237 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Mar 2023 · 1 min read *नैनों मे आंसुओं का सैलाब आ गया* *नैनों मे आंसुओं का सैलाब आ गया* ****************************** तेरे बगैर् हम खुश हैँ इस कदर मगर, नैनो में आँसुओं का सैलाब आ गया। रुसवां हो कर भी हम आये थे... Hindi · ग़ज़ल 135 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Jul 2022 · 1 min read नैन नशीलों से मय पिला दो तुम * नैन नशीलों से मय पिला दो तुम * **************************** नैन-नशीलों से ही मय पिला दो तुम, सैर - सपाटा रूहों का करा दो तुम। चार दिनों का जीवन है... Hindi · ग़ज़ल 184 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Aug 2022 · 1 min read मुख भा रहा मुख भा रहा ********** कुछ आ रहा, कुछ जा रहा। जादू हुआ, मन छा रहा। सुन्दर लगा, मुख भा रहा। देखा तुझे, घबरा रहा। कैसे कहूँ, शरमा रहा, कुछ तो... Hindi · ग़ज़ल 132 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 May 2023 · 1 min read जिगरी पुराने वो यार गुजर गए जिगरी पुराने वो यार गुजर गए ************************ जिगरी पुराने वो यार गुजर गए, दिल के रूहानी प्यार गुजर गए। सुख दुख में पहले आने वाले, साथ खड़े परिवार गुजर गए।... Hindi · ग़ज़ल 305 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Jul 2023 · 1 min read *प्यार भी मिलने लगा है लीज पर* *प्यार भी मिलने लगा है लीज पर* *************************** प्यार भी मिलने लगा है लीज पर, कुछ भी नही रखा है दहलीज पर। रंग बिरंगे रंग वाले बच निकलते हैँ, दाग... Hindi · ग़ज़ल 288 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Aug 2022 · 1 min read अवतरण दिवस ************ अवतरण दिवस *********** ************************************ इस बार फिर से अवतरण दिवस आया है, फिर से वही बातें नया कुछ नहीं लाया है। कोई न समझे पीर - धीर मन की... Hindi · ग़ज़ल 136 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 Jan 2023 · 1 min read नशा तेरे प्यार का है छाया अब तक *नशा तेरे प्यार का है छाया अब तक* ***************************** नशा तेरे प्यार का है छाया अब तक, वही नगमा गीत ही है गाया अब तक। लगे है हम ढूंढनें ना... Hindi · ग़ज़ल 210 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Jul 2022 · 1 min read दिल को बहलाना आ गया दिल को बहलाना आ गया ********************** दिल को बहलाना आ गया, गम में मुलकाना आ गया। खुल कर हम बेशक हंसते, हद में शरमाना आ गया। काले बादल छाये मगर,... Hindi · ग़ज़ल 138 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Jun 2023 · 1 min read दर्द ए दिल से दर्द निकलता है दर्द ए दिल से दर्द निकलता है ************************ दर्द ए दिल से दर्द निकलता है, जब मोम सा ह्रदय पिंघलता है। पीड़ा का हल नजर नहीं आता, गम अंदर ही... Hindi · ग़ज़ल 283 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Jul 2022 · 1 min read तिनके को डूबते का सहारा है। ** डूबते को तिनके का सहारा है ** **************************** डूबते को तिनके का सहारा है, आखिरी पल पर मिलता किनारा है। भागता वो आता आ रहा अब भी, जो सदा... Hindi · ग़ज़ल 158 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Aug 2022 · 1 min read मज़ा आता सुनाने में **मज़ा आता सुनाने में** *** 1222 - 1222 *** बहुत है गम ज़माने में, लगें हैं हम निशाने में। करो दिल खोलकर बातें, रखा ना कुछ बहाने में। सदा बांटों... Hindi · ग़ज़ल 1 1 130 Share Page 1 Next