Sudhir srivastava 1715 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sudhir srivastava 20 Jul 2020 · 1 min read कब तक कब तक ----///---- बहुत हो चुका खेल तमाशा, नहीं सुधरने की अब आशा। कब तक हम बर्दाश्त करें, नहीं सहन की अब प्रत्याशा। धोखे पर धोखे सहते हैं, अपने भाई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 4 504 Share Sudhir srivastava 19 Aug 2020 · 1 min read जिंदगी जिंदगी ÷÷÷÷ खुशहाल बनाना है जीवन तो मुस्कराना चाहिए, राह में काँटे बहुत ही हैं मगर राह में पलकें बिछानी चाहिए। कौन कहता है कि जीवन तो दरिया भी है... Hindi · कविता 6 4 201 Share Sudhir srivastava 16 Dec 2020 · 1 min read चहुंओर चहुँओर ******* फैला है कोरोना का शोर, सन्नाटे को चीरकर रह रह कर कोरोना सब को डराता है, बिना भेदभाव के सबको आँखें दिखाता है। बडे़ गर्व से स्वछंद मंडराता... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 17 271 Share Sudhir srivastava 17 Jul 2020 · 2 min read रामराज्य रामराज्य (1) जब भी कोई बड़ी घटना होती है बयानों का अटूट दौर जाँच का सिलसिला कमेटियों का गठन बड़ी गति से होता है ये अलग बात है कि अक्सर... Hindi · कविता 5 2 276 Share Sudhir srivastava 26 Jul 2020 · 1 min read कोरोना से लाभ कोरोना के लाभ =====+==== काश!मुझे कोरोना हो जाये तो लाभों की झड़ी लग जाये। स्वास्थ्य विभाग के लोग खुद आकर अस्पताल ले जायेंगे मुफ्त का इलाज पायेंगे खाना नाश्ता भी... Hindi · कविता 5 7 240 Share Sudhir srivastava 16 Aug 2020 · 1 min read हुनर हुनर === कुछ लोगों की दूसरों के फटे में टाँग फँसाने की बुरी आदत है। मौका भी नहीं, दस्तूर भी नहीं, बस हर जगह वक्त बेवक्त अपना हुनर आजमाने लगते... Hindi · कविता 5 2 193 Share Sudhir srivastava 22 Aug 2020 · 1 min read जुनून जुनून ÷÷÷÷ इस दुनिया का सबसे बडा़ सत्य मृत्यु है, परंतु प्राणी जानते हुए भी अन्जान बनता है। मृत्यु से बचने के सौ सौ उपाय करता है। मृत्यु की अटल... Hindi · कविता 5 4 229 Share Sudhir srivastava 24 Aug 2020 · 1 min read जिंदगी जिंदगी ~~~~ जिंदगी मुट्ठी से रेत सरीखी फिसल रही है, लाख संभालो लेकिन संभल नहीं रही है। संभाले जो न जिंदगी को बिना पतवार उसकी जिंदगी जायेगी। जिंदगी के रेस... Hindi · कविता 5 246 Share Sudhir srivastava 30 Aug 2020 · 2 min read फैसला फैसला ~~~~ गांव में आज खूब उत्साह था।आज ताजिया चौक पर रखी जाने वाली थी। गांव में केवल छ: घर हिंदुओं के थे।मुसलमानों के लगभग दो सो घर थे।लेकिन एक... Hindi · लघु कथा 5 1 343 Share Sudhir srivastava 5 Sep 2020 · 1 min read गुरू और सड़क गुरू और सड़क ************* गुरू और सड़क में समानता बहुत है, दोनों पथ प्रदर्शक है, दोनों का उद्देश्य है हमें मंजिल तक पहुँचाना। समय समय पर अपने संकेतों से हमें... Hindi · कविता 5 211 Share Sudhir srivastava 17 Jul 2020 · 1 min read प्रधानी माया -----:::प्रधानी माया:::----- पड़ोसी की प्रधान पत्नी के ठाटबाट देखकर मेरी बीबी का मन भरमाया, इस बार उसे भी चुनाव लड़ने का शौक चर्राया। मैनें बहुत समझाया पर मेरा दांव उल्टा... Hindi · कविता 4 4 295 Share Sudhir srivastava 17 Jul 2020 · 1 min read बेशर्म .....बेशर्म..... बड़े बेशर्म हैं वो लोग जो खुद को खुदा मानते हैं, झूठ की चाशनी में जलेबियाँ छानते हैं। झूठे आरोप मढ़ते हैं और बेशर्मी से अडे़ रहते हैं। चांदी... Hindi · कविता 4 2 378 Share Sudhir srivastava 23 Jul 2020 · 1 min read मजबूरी मजबूरी ===== थानेदार की बीबी हाँफते हुए थाने पहुंची और थानेदार से बोली- प्लीज!मेरी रिपोर्ट लिखिए मेरे साथ चलिये, उसने मेरे साथ छेड़छाड़ की है। पहले तो थानेदार हड़बड़ाया फिर... Hindi · कविता 4 4 396 Share Sudhir srivastava 24 Jul 2020 · 3 min read शुभकामनाएं शुभकामनाएं ~~~~~~~ ÷÷÷÷÷÷÷÷÷ नमस्कार दोस्तों, सबसे पहले शुभकामनाओं की एक खेप स्वीकार कर लीजिए।ज्यादा उलझने की जरूरत नहीं है कि शुभकामनाऔं का ये झोंका आखिर किस पुण्य प्रताप के फलस्वरूप... Hindi · लेख 4 6 412 Share Sudhir srivastava 29 Jul 2020 · 1 min read संदेश सूर्य की पहली किरण के साथ सम्पूर्ण धरा पर उम्मीदों का नया सबेरा जन्म लेता है ,जो बिना किसी भेदभाव के हर प्राणी के लिए खुशियों, नये लक्ष्यों, नये आयामों... Hindi · लेख 4 6 499 Share Sudhir srivastava 1 Aug 2020 · 6 min read उपहार कहानी """""'''''''' उपहार ******** आज रक्षाबंधन का त्योहार था।मेरी कोई बहन तो थी नहीं जो मुझे(श्रीश) कुछ भी उत्साह होता।न ही मुझे किसी की प्रतीक्षा में बेचैन होने की जरुरत... Hindi · कहानी 4 6 428 Share Sudhir srivastava 5 Aug 2020 · 3 min read नारी मन की पीड़ा नारी मन की पीड़ा ★★★★★★★ कहा जाता है कि नारी के मनोभावों को जब भगवान नहीं समझ पाया तो इंसान क्या समझ सकेगा? आज ऐसे ही नारी की पीड़ा का... Hindi · लेख 4 6 260 Share Sudhir srivastava 9 Aug 2020 · 2 min read दोहरा मापदंड दोहरा मापदण्ड ************** राम मंदिर भूमि पूजन से एक बार फिर माहौल बिगाड़ने की साजिश हो रही है।बात पहले तो प्रधानमंत्री के भूमि पूजन पर सवालों के साथ तर्क वितर्क... Hindi · लेख 4 8 262 Share Sudhir srivastava 14 Aug 2020 · 1 min read गद्दार का नहीं गद्दार का नहीं ÷×÷×÷×÷×÷ मान मिले सबको अपमान न किसी का, हिंदुस्तान सिर्फ़ उनका गद्दार जो नहीं हैं। ऊपर से चाहे जितना कुछ देशभक्त हों, उनके दिलों में देश का... Hindi · कविता 4 4 535 Share Sudhir srivastava 22 Aug 2020 · 1 min read मृत्यु मृत्यु ~~~ =++= मृत्यु का क्या? उसे तो आना ही है, जीवन चक्र में मृत्यु ही परम सत्य है। जीवन का हर सत्य बदल सकता है, परंतु मृत्यु की अपनी... Hindi · कविता 4 2 262 Share Sudhir srivastava 22 Aug 2020 · 1 min read कुछ करना होगा कुछ करना होगा ++++++++++ हे गणपति गणपति गणेश हे संकटहर्ता हे विघ्नहर्ता हे विघ्न विनाशक गणपति बप्पा अब आप आ ही गये हो तो हमारा भी कल्याण करो हार रहा... Hindi · कविता 4 202 Share Sudhir srivastava 26 Aug 2020 · 1 min read सीसीटीवी सीसीटीवी ======= बिना आँखों के सबकुछ देखती, एक पल के लिये भी न अपनी छुपी आँखों से कुछ भी ओझल होने देती। बड़ी शातिर है ये इसके आगे अच्छे अच्छे... Hindi · कविता 4 2 190 Share Sudhir srivastava 31 Aug 2020 · 2 min read कर्म ही पूजा कर्म ही पूजा ~~~~~~~ आज रीवा साईकिल एजेंसी का मालिक दिनेश बहुत खुश था।हो भी क्यों न,शादी के बारहवें साल में उसे बेटी जो हुई थी।उसकी खुशी देखते नहीं बनती... Hindi · कहानी 4 2 331 Share Sudhir srivastava 1 Sep 2020 · 1 min read शिक्षक शिक्षक ^^^^^^ शिक्षक समाज के अनमोल धरोहर हैं, शिक्षा का भी शिक्षक से ही गौरव है। शिक्षक हमें काबिल बनाता है, ठोंक पीटकर हमें निखारता, सवांंरता है, जीवन के संग्राम... Hindi · कविता 4 2 193 Share Sudhir srivastava 3 Sep 2020 · 1 min read तर्पण तर्पण ***** तर्पण की परम्परा वर्षों पुरानी है, अपने पुरखों पूर्वजों को देना होता पानी है। मगर अब जहाँ ये परम्परा भी आधुनिकता की भेंट चढ़ गई है, वहीं भावनाएं... Hindi · कविता 4 6 498 Share Sudhir srivastava 9 Sep 2020 · 1 min read चौपाल चौपाल ----/---- वो जमाना कुछ और है आज तो चौपाल सिर्फ़ किस्से कहानियों की बातें हैं चौपालों का अपना भी कभी खूब भौकाल था, तब लगभग रोज चौपाल सजती थी... Hindi · कविता 4 2 221 Share Sudhir srivastava 18 Dec 2020 · 1 min read हिमालय या हौसला हिमालय या हौसला **************** ये हमारी सोच दर्शाता है, हमारा हौसला हिमालय से भी टकरा जाता है। ये सच है हिमालय बड़ा ही नहीं बहुत बड़ा है, पर हमारे हौसले... Hindi · कविता 4 1 212 Share Sudhir srivastava 10 Jan 2021 · 1 min read कवि की कल्पना कवि की कल्पना ************** असीमित उड़ान ही तो कवि की कल्पनाओं में परवान चढ़ता है, अकल्पनीय, अकथनीय कल्पनाओं का संसार ही तो कवि की कल्पना है। खुद कवि भी नहीं... Hindi · कविता 4 2 829 Share Sudhir srivastava 15 Jun 2022 · 1 min read पिता: पहले और बाद पिता:पहले और बाद ****************** हम नादानियों के चलते पिता के रहते उनके जज्बात नहीं समझते, जब तक समझते हैं तब तक उन्हें खो चुके होते हैं। उनके रहते हम खुद... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 4 4 202 Share Sudhir srivastava 17 Jul 2020 · 1 min read गद्दार गद्दार """"'""' गद्दारों का कोई जाति धर्म मजहब, उसूल नहीं होता। ये कब कहाँ कैसे पाये जायेंगे ये भी पता नहीं होता। खुजैले कुत्ते की तरह ये जब तब जहाँ... Hindi · कविता 3 2 263 Share Sudhir srivastava 17 Jul 2020 · 2 min read विडम्बना ..विडम्बना.. अपराधी अपना धर्म कर्म ईमानदारी निष्ठा से करता है, दोषी तो जनता है, जो उसे अपनाती है, अपना रहनुमा मसीहा मानने लगती है। दोषी तो राजनेता हैं जो अपना... Hindi · कविता 3 2 309 Share Sudhir srivastava 18 Jul 2020 · 1 min read ये बेचारे ये बेचारे ^^^^^^^^ इनकी बेचारगी पर आपको भी तरस आयेगा , एक ही नहीं अनेकों इसके कारण भी हैं। इनके कारनामों की लिस्ट लम्बी है। सेना पर पत्थर चलाना, आतंक... Hindi · कविता 3 2 201 Share Sudhir srivastava 19 Jul 2020 · 1 min read पिता(2) :::::पिता::::: अपनी खुशियों को त्यागता खुद के भाव खोता जबरन मुस्कराता दर्द पीता, बच्चों के साथ बच्चा बनकर बच्चों की खातिर हाथी घोड़ा बनकर, आंसू पीकर भी हंसता रोना चाहकर... Hindi · कविता 3 2 471 Share Sudhir srivastava 19 Jul 2020 · 1 min read घमंड पढ़ा लिखा होने का गुमान न कर, बीबी की मार का एहसान माना कर। माना कि घमंड है अपने आप पर, औरों के घर में तू ताक झांक न कर।। Hindi · कविता 3 3 390 Share Sudhir srivastava 19 Jul 2020 · 1 min read समझ मन मयूर सा डोल गया कलम बहुत कुछ बोल गया, समझ गये तो बड़े भाग्य है जो न समझा वो डोल* गया। *डोल-चले जाना, खिसक जाना Hindi · कविता 3 1 315 Share Sudhir srivastava 30 Jul 2020 · 1 min read जन्मदिन जन्मदिन ππππππ कल मेरी बेटी का जन्मदिन है।इस बार बेटी की इच्छा थी कि कुछ अलग ढंग से जन्मदिन मनाया जाय।दोनों बेटियाँ अपनी मां के साथ विचार विमर्श में... Hindi · लघु कथा 3 6 437 Share Sudhir srivastava 3 Aug 2020 · 1 min read टोटका टोटका [][][][][] आज जब मानव चाँद पर पहुँच गया है,विज्ञान जीवन के हर क्षेत्र में दखल बना चुका है,आज विज्ञान और तकनीक के तालमेल ने मानव जीवन में कदम कदम... Hindi · लेख 3 6 418 Share Sudhir srivastava 3 Aug 2020 · 1 min read रामजी अवध पधारे हैं रामजी अवध पधारे हैं ******************* झूमों नाँचो गाओ उल्लास मनाओ, अवध में फिर से श्रीराम पधारे हैं। खुशियों का उत्पात मचा चहुँदिश, श्री रामजी अपने धाम पधारे हैं। पाँच दशक... Hindi · कविता 3 2 216 Share Sudhir srivastava 5 Aug 2020 · 2 min read वरना वरना ★★★ अरे बेशर्मों, कुछ तो शरम करो कम से कम अपने अल्लाह से डरो। हमनें सबको साथ लेकर अपने प्रभु के मंदिर का रामभक्त से हर्षोल्लास के साथ भूमि... Hindi · कविता 3 2 432 Share Sudhir srivastava 10 Aug 2020 · 1 min read साम्राज्य ऐसा नहीं है कि अपराधियों के हौंसले बुलंद हैं बल्कि वे पूरी तरह स्वछंद हैं। चौकी थाने तक बिक रहे हैं जनता त्रस्त है अपराधी मस्त हैं। सबका अपना साम्राज्य... Hindi · कविता 3 353 Share Sudhir srivastava 20 Aug 2020 · 1 min read किसान किसान ===== हमारे देश का किसान दिन रात पसीना बहाता है, दिन को दिन और रात को रात नहीं समझता है। फिर भी परेशान फटेहाल रहता है। अपने श्रम और... Hindi · कविता 3 2 395 Share Sudhir srivastava 22 Aug 2020 · 3 min read मैं यमराज हू्ँ मैं यमराज हू्ँ ×÷×÷×÷×÷× देर रात तक पढ़ने के कारण बिस्तर पर लेटते ही नींद आ गई।पढ़ाई के लिए मैनें शहर में एक कमरा किराए पर ले रखा था।मकान मालिक... Hindi · कहानी 3 2 244 Share Sudhir srivastava 25 Aug 2020 · 2 min read शैतान रजा शैतान रजा ~~~~~~ अपने माँ बाप की इकलौती संतान रजा,बचपन से शैतान का मानीटर जैसा था।उसकी शैतानियों से उसके अम्मी अब्बू ही न हीं पूरे गाँववाले, उसके स्कूल के शिक्षक... Hindi · कहानी 3 2 265 Share Sudhir srivastava 26 Aug 2020 · 1 min read फूल फूल === फूल मुस्कराते हैं पर किसी को वजह नहीं बताते हैं। अपने खिलने के धर्म का अनवरत पालन करते हैं। अपने कर्तव्य पथ पर हमें भी चलने की सीख... Hindi · कविता 3 200 Share Sudhir srivastava 27 Aug 2020 · 1 min read दूरी है जरूरी दूरी है जरूरी ~~~~~~~ अब तो जिद छोड़िए कुछ तो समझदारी दिखाइए, अपनी नहीं तो अपने बच्चों ,अपने परिवार को अपनी लापरवाही की भेंट चढ़ने से बचाइए, संकट लाने के... Hindi · कविता 3 244 Share Sudhir srivastava 27 Aug 2020 · 1 min read क्यों रूठ गई तू माँ क्यों रूठ गई तू माँ ~~~~~~~~~~ विश्वास नहीं होता है चली गई यूं छोड़ हमें, सारी दुनिया दिखती है पर तू दिखती नहीं हमें। अंर्तमन से चित्र एक पल धुंधला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 488 Share Sudhir srivastava 28 Aug 2020 · 1 min read किताबें किताबें ====== कामिक्स भी अब वीरान सा होने लगा है, मोबाइल के बोझ से दबने लगा है। माता पिता भी किताबों से दूर हो रहे हैं बच्चे भी इसीलिए मजबूर... Hindi · कविता 3 251 Share Sudhir srivastava 29 Aug 2020 · 2 min read धार्मिक निष्ठा और कट्टरता धार्मिक निष्ठा और कट्टरता ~~~~~~~~~~~~~ यह हमारे लिए यह शर्म की बात है कि धर्म निरपेक्ष राष्ट्र का तमगा लिए हमारे देश भारत में अब धार्मिक निष्ठा और कट्टरता जैसे... Hindi · लेख 3 2 661 Share Sudhir srivastava 29 Aug 2020 · 1 min read जल और कल जल और कल ************ कितना मधुर है ये जीवन लेकिन हम कहाँ समझते हैं हम तो खुद ही इसे मिटाने पर आमादा हैं तभी तो सब कुछ जानते हुए भी... Hindi · कविता 3 487 Share Sudhir srivastava 29 Aug 2020 · 1 min read तोतली जुबान तोतली जुबान ========== बच्चा जब पहली बार अपनी तोतली जुबान से बोलता है, तब माँ को संसार का जैसे आनंद मिल गया होता है। बच्चे को जन्म देकर माँ धन्य... Hindi · कविता · बाल कविता 3 2 263 Share Page 1 Next