डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्' Tag: हास्य-व्यंग्य 8 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्' 30 Nov 2023 · 1 min read एक टऽ खरहा एक टऽ मूस एक टऽ खरहा एक टऽ मूस, दोनों करै छथि कानाफूस, भिन्सर उइठ कऽ जाय छथि चौक पर, कौन हवा बहय चहुँओर, पूरबा-पछिया-उत्तरा-दखिना, सभकऽ वहीं करथि महसूस, एक टऽ खरहा एक... Maithili · हास्य-व्यंग्य 6 6 1k Share डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्' 30 Jul 2022 · 1 min read दिल की ये आरजू है दिल की ये आरजू है कि कोई मिले, सुंदर, सुशील, भारतीय नारी, जो बोलती हो अंग्रेजी, पहनती हो साड़ी, दिखती हो मर्लिन मुनरो जैसी, पर हो ब्रह्मचारी; सबके साथ मोहब्बत... Hindi · हास्य-व्यंग्य 8 10 521 Share डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्' 24 Jul 2022 · 1 min read सच और झूठ सच होता है नीम-करेला, झूठ कहो मुर्गे की टांँग, नोंच-नोंच कर खाओ ऐसे, पाओ जीवन का आनंद, झूठ में होता स्वाद का तड़का, नमक-मिर्च औ चटनी-प्याज, सच होता बीमार का... Hindi · हास्य-व्यंग्य 8 6 534 Share डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्' 26 Jun 2022 · 1 min read छोटा-सा परिवार हुई हमारी शादी, पत्नी बोली डियर डार्लिंग, कब तक रहना है इस घर में, कब तक पिसना है शत् जन में, रोटी बेलूँ दिन औ रात, ताने सुनूंँ बातों-बात, अब... Hindi · हास्य-व्यंग्य 9 11 465 Share डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्' 17 Jun 2022 · 1 min read तब से भागा कोलेस्ट्रल बढ़ा शरीर में काॅलेस्ट्रल, कुछ न सूझा इसका हल, आसन करूंँ या प्राणायाम, दौड़ लगाऊंँ या व्यायाम, सब कुछ नीरस जैसा लगता, आलस मन के पीछे पड़ता। बढ़ा शरीर में... Hindi · हास्य-व्यंग्य 5 6 406 Share डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्' 15 Jun 2022 · 1 min read जब से आया शीतल पेय शरबत की हो गई विदाई, जब से आया शीतल पेय, घर-घर की शोभा निराली, सबसे सस्ता शीतल पेय। चालीस रुपए की चीनी औ, पांँच रुपए का नींबू लाओ, फिर घोलने... Hindi · हास्य-व्यंग्य 6 6 492 Share डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्' 15 Jun 2022 · 1 min read चाय की चुस्की चाय की चुस्की लेकर देखो, भर लो चुस्ती और स्फूर्ति, सुबह-सुबह श्रीमतीजी बोली, लेकर हाथ, चाय की प्याली, सुबह के अपने काम निबटाओ, किचन में फिर हाथ बँटाओ, बाद में... Hindi · हास्य-व्यंग्य 4 6 781 Share डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्' 3 May 2022 · 1 min read गोरे मुखड़े पर काला चश्मा गोरे मुखड़े पर काला चश्मा क्या खूब फबता है, जैसे तीन चांँद जैसा सुंदर मुखड़ा, पहले से हो, ऊपर से काला चश्मा, चार चांँद लगाता है। हम भोले-भाले-काले, कभी खुद... Hindi · हास्य-व्यंग्य 6 3 1k Share